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7d54e80b012eacaba53561c1e4a3311299c403481b12b2037c6b42f0a65acd57 | बनारस से प्रकाशित "पूर्वांचल आजकल" के बंद होने की चर्चा । No. 1 Indian Media News Portal\nबनारस से प्रकाशित "पूर्वांचल आजकल" के बंद होने की चर्चा\nबनारस से प्रकाशित सांध्य दैनिक के बंद होने की चर्चाएं हैं. अखबार पिछले कुछ दिनों से शहर में नहीं दिख रहा है. कई दिनों से अखबार लोगों को पढ़ने को भी नहीं मिला है, जिसके चलते लोग कयास लगा रहे हैं कि अखबार बंद होने जा रहा है. पांच महीने पहले शुरू हुए इस सांध्य दैनिक ने शहर में अपनी एक अच्छी पहचान बना ली है. बनारस में लोगों को गांडीव की बजाय पूर्वांचल आजकल का इंतजार रहने लगा है. लिहाजा इसका मार्केट में न आना इसके बंद होने की कयास को जन्म दे रहा है. साथ ही इस अखबार के साथ जुड़े पत्रकार भी अपने भविष्य को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं.\nइस अखबार का संपादन बनारस के वरिष्ठ पत्रकार डा. राधारमण चित्रांशी कर रहे हैं. डा. चित्रांशी पिछले तीन दशक से ज्यादा समय से बनारस की पत्रकारिता में सक्रिय हैं. बनारस के प्रमुख सांध्य दैनिक गांडीव से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने इस अखबार का प्रकाशन शुरू किया. अखबार बंद होने के सवाल को पूरी तरह नकारते हुए डा. चित्रांशी कहते हैं कि यह अफवाह बनारस में मौजूद एक काकस फैला रहा है. अखबार बंद होने नहीं जा रहा है. वे कहते हैं कि जिस प्रेस से अखबार का प्रकाशन कराया जाता था, वहां मशीन में गड़बड़ी के चलते अखबार का व्यापारिक प्रकाशन नहीं हो पा रहा है. कम से कम एक सप्ताह लगेगा इस स्थिति को ठीक होने में, इसलिए हम सिर्फ ऑफिस कापी छपवा रहे हैं. इसके बंद होने की सूचना बिल्कुल निराधार है.
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7d5c516f5a630d4c1dfb07150de2f531156415c4f1c29dc84ce5ab56a7969063 | स्वेता त्रिपाठी एक भारतीय न्यूज़ एंकर और पत्रकार हैं, वह रिपब्लिक भारत न्यूज़ चैनल पर सीनियर न्यूज़ एंकर कार्य करती हैं. उन्होंने भारत के मशहूर न्यूज़ चैनल जैसे जी न्यूज़ और इंडिया टीवी के लिए काम किया हैं.
स्वेता त्रिपाठी मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली हैं. उन्होंने अपनी आरंभिक शिक्षा सेंट अन्थोनी कान्वेंट स्कूल से प्राप्त की जिसके बाद एमिटी यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पूरा किया. एमिटी से उन्होंने पत्रकारिता का कोर्स किया हैं. पत्रकारिता करने के बाद वह इंडिया टीवी पर न्यूज़ रिपोर्टर के रूप में जुड़ गयी इस शो पर उन्होंने न्यूज़ एंकरिंग का कार्य भी किया. कुछ वर्षों इस संस्था में काम करने के बाद वह जी न्यूज़ चैनल से जुड़ गयी.
वर्ष 2019 में स्वेता त्रिपाठी नए न्यूज़ चैनल रिपब्लिक भारत में शामिल हो गयी, इस न्यूज़ चैनल में वह सीनियर न्यूज़ एंकर के रूप में नजर आये. वह इस चैनल पर प्राइम टाइम में रिपोर्टिंग करते हुए नजर आई.
स्वेता त्रिपाठी से जुड़े रोचक तथ्य(जानकारी)
स्वेता त्रिपाठी का जन्म और परवरिश नई दिल्ली में हुई हैं.
उन्होंने एमिटी यूनिवर्सिटी से अपना ग्रेजुएशन पूरा किया हैं.
स्वेता त्रिपाठी जी न्यूज़, इंडिया टीवी और रिपब्लिक भारत के साथ काम कर चुकी हैं.
वह सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक और ट्विटर पर काफी एक्टिव रहती हैं.
वह नोइडा स्थित अपने निवास पर रहती हैं.
स्वेता एक NGO तारा कैंसर फाउंडेशन से भी जुडी हुई हैं वह इस फाउंडेशन के नार्थ जोन की अध्यक्ष हैं.
उन्हें पोएट्री का कभी शौक हैं वह आल इंडिया वीमेन पोएट्री अवार्ड्स की एक नॉमिनी रह चुकी हैं.
यदि आपके पास स्वेता त्रिपाठी से जुडी और जानकारी हैं तो हमें नीचे दिए हुए कमेंट बॉक्स में लिखकर बताये. हम इसे जल्द से जल्द अपडेट करने की कोशिश करेंगे.
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7d5ca3193e4e4e52bf4acc3427d2af96c289b0c5bc71082a6734d4e735ae95a9 | यूएई में फंसे भारतीयों को कोरोनोवायरस संकट के दौरान अपने गृह देश में वापस ले जाने की आशा है, क्योंकि भारतीय नागरिक उड्डयन नियामक 'विशेष रूप से अनुमोदित उड़ानों' पर विचार कर रहा है।
यूएई में भारतीय अधिकारी और मिशन इन उड़ानों को शुरू किए जाने के समय चुप बने हुए हैं, लेकिन नागरिक उड्डयन महानिदेशक (डीजीसीए) परिपत्र यह संकेत है कि यूएई और खाड़ी से भारतीयों को लेकर आपातकालीन उड़ानों को लॉकडाउन से पहले अनुमति दी जा सकती है।
भारत ने 3 मई तक लॉकडाउन का विस्तार किया है, और यूएई में फंसे हुए, या उन निवासियों को जो वित्तीय चिंताओं के कारण घर जाना चाहते हैं, इन उड़ानों के शुरू होने पर राहत की सांस लेंगे।
हालांकि यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि ये उड़ानें कब चलेंगी, उप महानिदेशक सुनील कुमार द्वारा जारी डीजीसीए के परिपत्र में कहा गया हैः "यह निर्णय लिया गया है कि 3 मई, 2020 के 18.30 जीएमटी तक सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बंद रहेंगे। हालांकि, यह प्रतिबंध डीजीसीए द्वारा विशेष रूप से अनुमोदित अंतरराष्ट्रीय ऑल-एयर कार्गो संचालन और उड़ानों पर लागू नहीं होगा। "
इसके अलावा, भारतीय मीडिया में आई खबरों के अनुसार, केंद्र सरकार ने भारतीय राज्य सरकारों को उन सभी लोगों का स्वागत करने के लिए तैयार रहने का भी निर्देश दिया है, जो उम्मीद से पहले वापसी चाहते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि गर्भवती महिलाएं और बच्चे, अन्य बीमारियों से पीड़ित और बुजुर्गों को पहली वरीयता दी जाएगी।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने पहले कहा था कि इस मुद्दे पर कैबिनेट बैठक में चर्चा की जाएगी। दक्षिण भारतीय राज्य ने पहले ही राज्य के विभिन्न हिस्सों में अनिवासी भारतीयों की वापसी के लिए कम से कम 250,000 quarantine कमरे की व्यवस्था की है।
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7d66efc01b0cd7a7230f8cc88fe80ca41d5a94dcff36532d238462bbcf01e785 | भारतीय टीम के दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ( Harbhajan Singh) इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म 'फ्रेंडशिप' (Friendship) को लेकर सुपर एक्साइडेट हैं. वह आए दिन ही सोशल अकाउंट पर फ्रेंडशिप से संबंधित कुछ न कुछ जानकारी फैंस के साथ साझा करते हैं. हाल ही में उन्होंने फिल्म का टीजर (Friendship teaser) रिलीज किया है जिसमें अलग-अलग किरदारों में दिख रहे हैं. फ्रेंडशिप का टीजर देखने के बाद भज्जी की प्रति फैंस की दीवानगी और भी बढ़ गई है.
आपको बता दें कि गीता बसरा भी एक अभिनेत्री हैं. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2006 में इमरान हाशमी के अपोजिट फिल्म 'दिल दिया है' से की थी. फिल्म के गाने वो अजनबी में गीता बसरा के परफॉर्मेंस को खूब सराहा गया था. इस वीडियो को देखकर ही भज्जी उन पर अपना दिल हार बैठे थे और फिर उन्हें पाने की खोज में निकले थे. अब पत्नी ग्लैमर इंडस्ट्री से दूर हैं लेकिन भज्जी हीरो बन गए हैं. क्रिकेट की पिच पर तो भज्जी ने खूब झंडे गाड़े हैं अब देखना यह होगा कि फिल्म में वे अपने अभिनय से कितनों को इंप्रेस कर पाते हैं.
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7d79be7bff990e9d42272220025fd98345acbf43860188d0ee83c9222e440a91 | बी.बी.एन.: थाना बद्दी के तहत गांव चनालमाजरा में एक युवक को तलवार व चाकू से वार कर घायल करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यह मामला अनिल कुमार पुत्र सुखदयाल सिंह निवासी गुआला डा. राडी जिला चम्बा के बयान पर दर्ज किया गया है। उसने बताया कि 11 जनवरी को वह अपने कमरे में लेटा हुआ था। करीब 10.30 बजे रात को इकबाल पुत्र पोलू निवासी चनाल माजरा 3-4 लड़कों के साथ उसके कमरे में घुस आया। इकबाल ने आते ही उसके ऊपर तलवार से तथा उसके साथियों ने चाकू व डंडों से मारपीट की, जिससे वह घायल हो गया। घायल अवस्था में उसे स्थानीय अस्पताल में पहुंचाया गया जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे रैफर कर दिया। ए.एस.पी. बद्दी एन.के. शर्मा ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्जकर कार्रवाई शुरू कर दी है।
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7d8a8b76dd10a861c2f1a73e9e337eb7148f66c4c6a844acfa7323d0547e83f5 | बिहार में तीन चरणों, 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवबंर को, मतदान होगा. बिहार चुनाव के लिए भाजपा के प्रभारी फडणवीस हैं.
महाराष्ट्र कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि यदि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) "मुंबई पुलिस का अपमान करने वाले" बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे (Gupteshwar Pandey) को टिकट देती है तो यह बहुत तकलीफदेह होगा, खासकर तब जबकि राज्य में भाजपा के चुनाव प्रभारी महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस हैं.
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने ट्विटर पर लिखा कि फडणवीस यदि पांडे की उम्मीदवारी का विरोध नहीं करेंगे तो महाराष्ट्र की जनता उनसे कई सवाल पूछेगी. बिहार में तीन चरणों, 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवबंर को, मतदान होगा. बिहार चुनाव के लिए भाजपा के प्रभारी फडणवीस हैं.
बिहार के सत्तारूढ़ गठबंधन में भाजपा और जदयू सहयोगी हैं. गौरतलब है कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में जांच को लेकर महाराष्ट्र तथा बिहार के बीच चली रस्साकशी के दौरान पांडे सुर्खियों में आए थे.
बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक (Bihar Ex DGP) गुप्तेश्वर पांडे (Gupteshwar Pandey) ने 23 सितंबर को घोषणा की थी कि अगर मौका मिला तो वह चुनाव लड़ेंगे क्योंकि वह राजनीति को लोगों की सेवा करने का सबसे बड़ा मंच मानते हैं. पांडे ने 22 सितंबर को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ले लिया था.
पांडे ने फरवरी 2021 में अपनी सेवानिवृत्ति से पांच महीने पहले मंगलवार को पुलिस सेवा से VRS ले लिया. मंगलवार की देर शाम राज्य के गृह विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार VRS के लिए उनके अनुरोध को राज्यपाल फागू चौहान ने मंजूरी दे दी थी.
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7d8be2648266c128395b67b0521d50bda528ac96848baf660949dba2e19dbaa5 | आज बहुत सी राशि के जातकों को अचानक धन लाभ मिलने का योग बन रहा है साथ हीउनकी सेहत भी अच्छी रहने वाली है।
मेष राशि के जातक किसी खाने की चीज के प्रति आप विचलित रहेंगे। सेहत का ख्याल रखने की जरूरत है। संतान पक्ष से आपके रिश्ते पहले से और बेहतर होंगे। दांपत्य जीवन में खुशियों की बहार आएगी। विद्यार्थियों के लिए दिन बेहतरीन रहने वाला है। सरकारी नौकरी कर रहे लोगों का ट्रांसफर हो सकता है।
वृषभ राशि के जातक आपका व्यक्तित्व खुशबू की तरह महकेगा। आपको कोई बड़ी प्रसिद्धि मिल सकती है। परिवार में किसी जरूरी काम के पूरा होने से आप खुश होंगे। इस राशि के जातक जो छात्र हैं किसी काम को पूरा करने के लिए अपने पिता की सहायता लेंगे। उनके काम बेहतरी के साथ पूरे होंगे। सेहत भी अच्छी बनी रहेगी।
मिथुन राशि के जातक आज दिन मिलाजुला रहेगा। दिन की शुरुआत थोड़ी सुस्ती के साथ रहेगी। जीवनसाथी को सफलता मिल सकती है। सेहत में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। प्राणायाम करना बेहतर रहेगा। पैसों के मामले में जीवनसाथी की सहायता मिल सकती है।पारिवारिक रिश्ते बेहतर होंगे।
कर्क राशि के जातक माता-पिता के साथ बैठकर घरेलू कार्य की रूपरेखा बनाएंगे। आज आपको अपने ऑफिस के काम को पूरा करने के लिए अपने जूनियर की हेल्प लेनी पड़ सकती है। फालतू के खर्चे कम होने के कारण आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। बच्चों का मन पढ़ाई में लगेगा। किसी सवाल का जवाब छात्र ऑनलाइन जाने की कोशिश करेंगे। ये ज्ञान आगे उनके भविष्य के लिए फायदेमंद रहेगा।
सिंह राशि के जातक आज दिन कई सुनहरे पल लेकर आएगा। दंपति जीवन खुशनुमा बना रहेगा। रिश्तो में मजबूती आएगी। महिलाओं के लिए दिल अच्छा रहने वाला है।
कन्या राशि के जातक दिन अच्छा रहने वाला है। आर्थिक पक्ष पहले से ज्यादा मजबूत होगा। परिवार के लोगों में आपसी तालमेल बना रहेगा। आज आपकी सकारात्मक सोच आपको नए मुकाम तक पहुंचाएगी। व्यापार को बढ़ाने के लिए घर के सदस्यों के साथ बैठकर चर्चा करेंगे। जीवनसाथी को सफलता मिलने से मन प्रसन्न होगा।
तुला राशि के जातक सावधान होकर हर काम को करने की जरूरत है। आय के नए स्रोत मिलने से आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। सेहत में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। घर के बुजुर्गों की सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत है। आज आप पारिवारिक जिम्मेदारियां बखूबी निभाएंगे।
वृश्चिक राशि के जातक आज पूरे दिन ऑफिस में काम करने में व्यस्त रहेंगे। कोई नया बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो पहले ले आउट बना लें। विद्यार्थियों का पढ़ाई में मन लगेगा। दाम्पत्य जीवन में खुशियां आने से परिवार का माहौल खुशनुमा बना रहेगा।
धनु राशि के जातक आज आपके सितारे बुलंद रहने वाले हैं। अचानक धन लाभ हो सकता है। अपनी दिनचर्या को और भी टाइट बना। विवाहित जीवन में मधुरता बनी रहेगी। सेहत के प्रति सचेत रहने की जरूरत है। बच्चों की जरूरत का ख्याल रखें।
मकर राशि के जातक ज्यादा समय परिवार वालों के साथ बीतेगा। दिनचर्या में बदलाव आएगा। परिवार वालों के साथ विचार-विमर्श कर कोई बड़ा फैसला करें। लवमेट के लिए दिन बहुत ही सुंदर होने वाला है। व्यापार में मुनाफे का योग करना है। महिलाएं घर के काम में बिजी रहेंगी।
कुंभ राशि के जातक दिन शानदार रहने वाला है। आज।आप खुफ्को फिट एंड फाइन महसूस करेंगे। मन नई चीजों को जानने के लिए उत्सुक रहेगा। सामाजिक मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी। राजनीति से जुड़े लोगों को सफलता मिल सकती है। व्यवहार में पॉजिटिव बदलाव आएगा। अचानक धन लाभ हो सकता है।
मीन राशि की महिलाओं को अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत है। पेट से जुड़ी कोई समस्या हो सकती है। आपको अपनी बातें दूसरों के साथ शेयर करने से बचना चाहिए। आज पुराने का कागजात काटने छाटने में समय बीतेगा। दंपति जीवन को बेहतर बनाए रखने के लिए आपको गलतफहमी से बचना है।
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7d9333cff64dd7423c86878b55b60496072f992fcf77497e3a9509ed16355eec | लेने वालों के लिए, लोकप्रिय दलालों की रेटिंग और समीक्षा फीस 0.10 से 0.25% तक होती है। नेटवर्क द्वारा आवश्यक लेनदेन शुल्क से परे निकासी के लिए कोई शुल्क नहीं है। Poloniex मंच पर अद्वितीय उपकरणों में से एक चैट बॉक्स है जो लगातार उपयोगकर्ता सहायता से भर जाता है और बस सब कुछ के बारे में। कोई भी उपयोगकर्ता लगभग कुछ भी लिख सकता है लेकिन अनुचित टिप्पणियां अंततः मध्यस्थों द्वारा हटा दी जाती हैं। यह कभी कभी बुरा से अच्छी सलाह भेद करने के लिए मुश्किल हो सकता है, लेकिन Chatbox आप लगे रखना होगा कि एक महान उपकरण है। विस्तारित वारंटी के लिए कवरेज उस दिन से शुरू होता है जब आप वारंटी खरीदते हैं। यदि आपने एक ही समय में विस्तारित वारंटी खरीदी है तो आपने अपना टीवी खरीदा है, इसका मतलब है कि आपका नया टीवी कवर किया गया है दो अपने पहले वर्ष के लिए वारंटी। एक बार निर्माता की वारंटी समाप्त हो जाने के बाद, आपको पूरी तरह से विस्तारित वारंटी द्वारा कवर किया जाएगा।
बाजार में संपत्ति है कि संभावित व्यापार के हित के लिए हो सकता है के सैकड़ों रहे हैं। यह जानकारी की एक बड़ी राशि है जो आवश्यक है हर दिन विश्लेषण करने के लिए व्यापार के लिए तैयार करने के लिए है। यह सत्र, किसी भी अन्य की तरह, नौ घंटे तक रहता है। यह एक्सचेंज के कर्मचारियों के लिए मानक कार्य दिवस है। हालाँकि, आप 3 सुबह के पहले अपने चार्ट पर बहुत अधिक गतिविधि नहीं देखेंगे। ऐसा इसलिए है क्योंकि अधिकांश व्यापारी अभी भी सो रहे हैं। मां महामाया की नगरी सरसींवा के कुणाल पांडेय ने पहले प्रयास में ही छग पीएससी में 53वां रैंक हासिल कर तहसीलदार के लिए चयनित हुए हैं। सरसींवा निवासी कृषक गोपाल पांडेय व आशा लता पांडेय (शिक्षिका) के पुत्र कुणाल पांडेय उप पुलिस अधीक्षक का पद प्रतीक्षा सूची में भी चौथे स्थान पर है। वह शुरू से ही मेधावी छात्र रहा है। बोर्ड परीक्षाओं 5वीं, 8वीं व 10वीं में।
हम वर्तमान में TREZOR के लिए समर्थन के विकास पर काम कर रहे हैं। निवेश? क्या बात कर रहे हो सिनर्जी एक नियम है जो किसी के लिए लोकप्रिय दलालों की रेटिंग और समीक्षा अज्ञात नियमों द्वारा लिखी गई है। इन रणनीतियों की एक बेशुमार संख्या पहले ही विफल हो चुकी है, यह शुद्ध अटकलें हैं। और सट्टेबाज केवल अपने लाभ के बारे में सोचते हैं, और दुखी ऑटो-अनुयायियों के बिना उन्हें लाभ नहीं होगा! 😉।
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7d93d6c26a1c3e526cd8376906655a85ebd44e36d2c44e01c2446eafe7020f14 | मीडियाकर्मी ने शनिवार को पुलिस को शिकायत देकर आरोपी अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
फतेहाबाद । सरकारी स्कूलों में जिन अध्यापकों के कंधों पर देश का भविष्य संवारने की जिम्मेदारी है। वहीं अध्यापक देश के भविष्य से किस तरह खिलवाड़ कर रहे हैं, इसका नजारा आज जिले के गांव शहीदांवाली के सरकारी स्कूल में देखने को मिला। स्कूल के एक अध्यापक द्वारा बच्चों को शिक्षित करने की बजाय उनसे स्कूल में ईंटें उठवाए जाने का वीडियो वायरल हुआ है। इस वायरल वीडियो ने सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर किस हद तक गिर चुका है, साफ नजर आ रहा है। स्कूल में बच्चों से काम करवाए जाने की जानकारी जब मीडिया को लगी तो स्कूल में कवरेज के लिए पहुंचे मीडिया कर्मी को भी इस अध्यापक ने जहां धमकाया वहीं वीडियो बनाने से रोकते हुए उसका मोबाइल तक छीन लिया। इस बारे मीडियाकर्मी ने शनिवार को पुलिस को शिकायत देकर आरोपी अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
शहीदांवाली के सरकारी स्कूल में शनिवार सुबह एक अध्यापक बच्चों से मजदूरी का काम करवाते हुए उनसे ईंटें उठवाई जा रही थी। दरियापुर पुलिस चौकी में दी शिकायत में शहीदांवाली निवासी सुरेश कुमार ने कहा कि इसकी सूचना मिलने पर वह स्कूल में पहुंचा और काम कर रहे बच्चों का वीडियो बनाने लगा। उसे वीडियो बनाते देख उक्त अध्यापक घबरा गया। अध्यापक ने उसे धमकाते हुए उसका मोबाइल छीन लिया और उसके साथ अभद्र व्यवहार भी किया। आरोप है कि अध्यापक ने मोबाइल से कुछ वीडियो को भी डिलीट कर दिया। सुरेश का आरोप है कि अध्यापक ने उसे धमकी देते हुए कहा कि वह यहां से चला जाए अन्यथा उसे यह महंगा पड़ेगा। बाद में सुरेश ने इस बारे दरियापुर पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज करवाते हुए आरोपी अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
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7d98913d01fd9e6cb4699b6e1357178b46fda61f864661f16396e1870a116961 | जम्मू। अमरनाथ यात्रा के लिए 3,451 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था शुक्रवार को जम्मू से रवाना हुआ। पुलिस का कहना है कि भगवती नगर यात्री निवास से 110 वाहनों में सवार ये तीर्थयात्री बालटाल और पहलगाम आधार शिविरों की ओर रवाना हुए।
जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल एन.एन.वोहरा ने इस साल यात्रा के दौरान मारे गए तीर्थयात्रियों के परिजनों को तीन-तीन लाख रुपये की सहायता राशि को मंजूरी दी है।
बालटाल मार्ग पर बरारीमार्ग-रेलपएथरी क्षेत्र में भूस्खलन की घटना में पांच तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी जबकि तीन तीर्थयात्री सड़क हादसे में मारे गए। यह तीर्थयात्रा 28 जून को शुरू हुई थी और 26 अगस्त को समाप्त होगी।
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7da02c1708e4c2e7785ee170301d587d9ed408c47a50395c5bf73193badcef2f | टीवी सीरियल 'दीया और बाती हम' की लीड एक्ट्रेस दीपिका सिंह को भला आज कौन नहीं जनता। इस सीरियल में काम करने के बाद दीपिका ने अपने जीवन में एक नया मुकाम हासिल किया। लेकिन दीपिका ने टीवी शो को अलविदा कहने के बाद वो अभी तक किसी भी शो में दिखाई नहीं दी हैं।
पहले खबर आई थी कि दीपिका टीवी शो पटियाला बेब्स के जरिए शो में कमबैक कर सकती हैं,लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं।एक इंटरव्यू के दौरान दीपिका ने बताया था कि वो कैसा रोल अदा करना चाहती हैं।
एक वेबसाइट से बात करते हुए अभिनेत्री दीपिका ने कहा लोगों को लगता है कि मैं अपने बच्चे की वजह से व्यस्त हूं,लेकिन मैं बच्चा होने के 8 महीने बाद ही काम करने के लिए रेडी हो गई थी।
टीवी पर अच्छे प्रोजेक्ट्स मिलने में भी काफी समय लगता है। दीपिका सिंह आगे कहा मेरी ग्लैमरस इमेज नहीं है और मैं उसे तोडऩा भी नहीं चाहती। मुझे नहीं लगता कि मैं कभी टीवी पर छोटे कपड़े पहन पाऊंगी। क्योंकि दिया और बाती हम जैसे प्रेरणादायक शो कम ही बनते हैं।
उन्होंने कहा ग्रे और नेगेटिव करेक्टर के साथ ज्यादातर ग्लैमर जुड़ा होता है। मैं वैंप का रोल नहीं करना चाहती हूं। मैं वैसे भी पर्दे पर जलन,गुस्सा नहीं दिखा सकती हुं।
बतौर आर्टिस्ट मैं हर एक रोल को काफी ज्यादा गंभीरता से लेती हूं और यह स्वाभाविक है आप जैसा रोल करते हैं वो आपकी पर्सनैलिटी में आ ही जाता है।
दीपिका सिंह ने बेटे को जन्म देने के बाद करीब 17 किलो वजन कम किया है। उन्होंने जिम और योगा की मदद से कम किया।
एक बार खबर यह भी आई थी कि दीपिका सिंह बिग बॉस 12 में हिस्सा लेंगी। हालांकि दीपिका ने खुद हर बार बिग बॉस में जाने की खबर को अफवाह करार दिया।
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7da2f4ace52aa16333971ae78696973e4ba68094b2671b4100cf07b9ab6673fa | चंडीगढ़। पंजाब में कर्फ्यू या लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जा सकती है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ऐसे संकेत दिए हैं। सीएम के मुताबिक, प्रदेश में लॉकडाउन अभी जारी रहना चाहिए, क्योंकि अगर इसे खोल दिया गया तो संक्रमण ज्यादा फैलेगा। इससे संकट बढ़ सकता है। राज्य मंत्रिमंडल इसके विस्तार पर आज फैसला लेगा। दोपहर में होने वाली राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में कर्फ्यू या लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने पर चर्चा होगी। माना जा रहा है कि मौजूदा हालातों और महामारी के बढ़ते केसों को ध्यान में रखते हुए अवधि 30 अप्रैल तक बढ़ाई जा सकती है।
वहीं स्वास्थ्य विभाग की सिफारिशों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार कर्फ्यू के नियमों को और सख्ती से लागू करने पर भी विचार कर रही है। जबकि लॉकडाउन में कुछ ढील देते हुए राज्य में उद्योगों का कामकाज फिर से शुरू करने के बारे में भी फैसला लिया जा सकता है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि प्रदेश में कर्फ्यू लगने से एक अच्छी बात भी हुई। सूबे में नशा तस्करी की चेन टूट गई। इससे हम खुश हैं और इस दिशा में आगे काम किया जाएगा। इसके लिए एक टास्क फोर्स लगा दी गई है, जो रणनीति बना रही है।
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7da785db190dbbd5a3b30c60d913628901a083107c2a61a0d10d206e909c9fb8 | केकेआर और दिल्ली कैपिटल्स में रोमांचक मुकाबला आज रात 8 बजे से। पढ़ें पूरी खबर.....
कोलकाता । आईपीएल क्रिकेट में शुक्रवार को कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) और दिल्ली कैपिटल्स में रोमांचक मुकाबला होना तय है। इस मैच में केकेआर की टीम को अपने घरेलू मैदान का लाभ मिलेगा।
दिनेश कार्तिक की कप्तानी वाली केकेआर की टीम इस मैच में चोटिल तेज गेंदबाज एनरिच नोरत्जे की जगह आस्ट्रेलियाई क्रिकेटर मैट केली को उतारेगी।
केकेआर को इस सत्र में अपनी पहली हार दिल्ली कैपिटल्स के हाथों मिली थी ऐसे में श्रेयस अय्यर की कप्तानी में उतर रही का मनोबल बढ़ा हुआ रहेगा। दिल्ली के पास पृथ्वी शॉ, शिखर धवन, ऋषभ पंत जैसे बल्लेबाज हैं।
केकेआर की तरफ से अभी तक आंद्रे रसेल ने शानदार बल्लेबाजी की है और अब देखना होगा की कैगिसो रबाडा सहित दिल्ली के अन्य गेंदबाज उनको कैसे रोकते हैं। रसेल के अलावा केकेआर के पास रॉबिन उथप्पा, क्रिस लिन, शुभमन गिल जैसे बल्लेबाज भी हैं।
गेंदबाजी की बात करें तो स्पिनर सुनील नारायण पीयूष चावला, कुलदीप यादव और लॉकी फर्ग्यूसन जैसे गेंदबाज हैं।
वहीं गेंदबाजी की बात करें तो उसके पास अमित मिश्रा ओर संदीप लामिचाने जैसे स्पिनर हैं जो किसी भी बल्लेबाज को अपनी फिरकी के जाल में फंसा सकते हैं।
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7dab2d4858d23b0b7957cf1c5ddd244512a240fe7a10ed236b72e5d6c0bdc3f3 | जनपद ( कौशाम्बी )
महामारी कोरोना संक्रमण के चलते बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो इसलिए यह लाइव चैनल लांच किया गया, लाइव चैनल बच्चों की शिक्षा के लिए एक क्रांतिकारी एवं मील का पत्थर साबित होगा।आपको बता दें कि कौशाम्बी व प्रयागराज जनपद के बॉर्डर पर स्थित पूरामुफ्ती पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के मद्देनजर रखते हुए,किसी भी परिस्थिति में बच्चों की पढ़ाई में बाधा उत्पन्न न होने पाये इसके लिए पुरामुफ्ती पब्लिक स्कूल चैनल (ऐप) लांच किया है।
विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ श्वेता पाठक ने बताया कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद से जुड़ा हुआ,उत्तर प्रदेश का प्रथम कॉलेज है, जहां पर लाइव चैनल लांच किया गया है,इस लाइव चैनल के जरिए कॉलेज में पढ़ रहे हैं हजारों छात्र-छात्राएं इसका लाइव फायदा प्राप्त कर रहे हैं, इस लाइव चैनल का लाइव प्रसारण 15 जुलाई 2020 से कॉलेज में शुरू हो चुका है।विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ श्वेता पाठक ने बताया कि इस चैनल के माध्यम से छात्र एवं छात्राओं को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रत्येक विषय अध्यापक तथा कक्षा अध्यापक अपने कक्षा के बच्चों से सीधे संवाद स्थापित कर बच्चों की पढ़ाई से संबंधित हर प्रकार की समस्या का निराकरण सीधे तौर पर कर रहे हैं, उन्होंने यह भी बताया कि इस लाइव चैनल के जरिए हमारे कालेज के परंपरागत अनुभवी एवं विषय स्पेशलिस्ट अध्यापक ग्रीन बोर्ड के माध्यम से पढ़ रहे बच्चों के साथ सीधा संवाद स्थापित करेंगे, मुख्य बात यह है कि जिस प्रकार से रेगुलर रनिंग क्लास में बच्चे अध्ययन करते हैं ठीक उसी प्रकार से इस लाइव चैनल के जरिए भी हमारे बच्चे अध्ययन कर रहे हैं।विद्यालय के प्रबंधक एवं पूर्व सदस्य रेलवे बोर्ड भारत सरकार डॉ प्रभु शंकर शुक्ला ने बताया कि इस लाइव चैनल के माध्यम से विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं न केवल भारत में ही अपितु कहीं भी हो उसका उसकी पढ़ाई में कभी भी कोई अवरोध उत्पन्न नहीं होगा।लाइव चैनल विशेषकर अभिभावकों एवं बच्चों की शिक्षा के लिए एक क्रांतिकारी मील का पत्थर साबित होगी।प्रबंधक डॉ शुक्ला ने बताया कि लाइव चैनल की मुख्य विशेषताओं में छात्र-छात्राओं का शिक्षकों से सीधा संवाद,प्रश्नोत्तर करना,ऑनलाइन टेस्ट,परीक्षा करवाना है।साथ ही शिक्षक,विद्यालय में वीडियो बनाकर लेक्चर को अपलोड कर के छात्रों के व्हाट्सएप के ग्रुप में भेजना आदि है,उन्होंने बताया कि चैनल के जरिए छात्र छात्राओं को अपने पाठ्यक्रम को समझने में आने वाली परेशानियों को दूर करना ही इस चैनल ऐप की मुख्य विशेषता है,विद्यालय के प्रबंधक डॉ शुक्ला ने बताया कि जल्द ही विद्यालय द्वारा शिक्षक-शिक्षिकाओं ,अभिभावकों ,छात्र-छात्राओं एवं क्षेत्र के समस्त क्षेत्रवासियों की शिक्षा को जरूरत का ध्यान रखते हुए जल्द ही ई-पेपर भी लांच किया जाएगा।
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7db41d2e8bba7c440fec92d24bf4a8c77dca614c13605a461a900eeea9c4e6e8 | बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाये [How To Increase Immunity In The Elderly In Hindi]\nHome हेल्थ बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाये\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाये? :\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक छमता कैसे बढ़ाये के निम्न लिखित बिंदु हैः-\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता क्या होती है (What Is Immunity In The Elderly in Hindi) :-\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता पर परिवर्तन और उनका प्रभाव (Changes And Their Effect On Immunity In The Elderly in Hindi) :-\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाये रखने के लिए रोकथाम (Prevention To Maintain Immunity In The Elderly in Hindi):-\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए तरीके (How To Increase Immunity in The Elderly in Hindi) :-\n1. एक फ्लू टीकाकरण प्राप्त करें (Getaflu vaccination in Hindi) :-\n2. स्वस्थ आहार खाएं (Eat healthy diet in Hindi) :-\n3. सक्रिय बनो (Always Be active) :-\n4. अपने तनाव के स्तर को कम करें (Reduce Your Stress Level in Hindi) :-\n5. खूब नींद लें (Get Plenty Of Sleep in Hindi) :-\n6. धूम्रपान छोड़ो (Give Up Smoking in Hindi) :-\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए आयुर्वेद तरीके (Ayurveda Methods To Increase Immunity In The Elderly in Hindi):-\n1. अश्वगंधा (Ashwagandha in Hindi) :-\n2. ब्राह्मी (Brahmi in Hindi) :-\n3. शिलाजीत (Shilajit in Hindi) :-\n4. शतावरी (Shatavari in Hindi):-\n5. सफ़ेद मुसली (White Musli in Hindi):-\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता क्या होती है।\n2. बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता पर परिवर्तन और उनका प्रभाव।\n3. बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाये रखने के लिए रोकथाम।\n4. बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता उम्र बढ़ने से जोखिम को कम करने के लिए।\n5. बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए तरीके।\n6. बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए आयुर्वेद तरीके।\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कोरोना काल में यह अति आवश्यक है की आप अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity System) को मजबूत बनाये रखे।\nआपकी Immunity System आपके शरीर को विदेशी या हानिकारक पदार्थों से बचाने में मदद करती है।उदाहरण बैक्टीरिया, वायरस, विषाक्त पदार्थों, कैंसर कोशिकाओं, और किसी अन्य व्यक्ति के रक्त या ऊतक हैं। प्रतिरक्षा प्रणाली उन हानिकारक पदार्थों को नष्ट करने वाली कोशिकाओं और एंटीबॉडी बनाती है।\n(यह भी पढ़े :- बच्चो में इम्युनिटी कैसे बढ़ाये)\nउदाहरण के लिए, इन्फ्लूएंजा के टीकों के अध्ययन से पता चला है कि 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए, टीका स्वस्थ बच्चों (2 वर्ष से अधिक) की तुलना में कम प्रभावी है।लेकिन प्रभावकारिता में कमी के बावजूद, टीकाकरण की तुलना में इन्फ्लूएंजा और एस निमोनिया के लिए टीकाकरण ने पुराने लोगों में बीमारी और मृत्यु की दर को काफी कम कर दिया है।\nजैसे-जैसे आप बड़े होते हैं, आपकी Immunity System भी काम नहीं करती है।\n(यह भी पढ़े :- बॉडी में इम्युनिटी पावर कैसे बढ़ाये? (How To Increase Immunity Power In Hindi))\nनिम्नलिखित प्रतिरक्षा प्रणाली में परिवर्तन हो सकते हैंः-\nप्रतिक्रिया करने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली धीमी हो जाती है। इससे आपके बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है।\nफ़्लू शॉट्स या अन्य टीके उतने समय तक काम नहीं कर सकते हैं या जब तक आप अपेक्षित हैं, तब तक आपकी रक्षा नहीं कर सकते हैं।एक स्व-प्रतिरक्षित विकार विकसित हो सकता है। यह एक बीमारी है जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity System)गलती से हमला करती है और स्वस्थ शरीर के ऊतकों को नष्ट कर देती है।\nआपका शरीर धीरे-धीरे ठीक हो सकता है। क्युकी इस उम्र में शरीर में कम कोशिकाएं होती है जो शरीर को धीरे धीरे ठीक करती है।\nप्रतिरक्षा प्रणाली की कोशिका दोषों का पता लगाने और सही करने की क्षमता भी कम हो जाती है।इससे कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाये (How To Increase Immunity in The Elderly in Hindi)\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता उम्र बढ़ने से जोखिम को कम करने के लिए :-\nफ्लू और निमोनिया टीके प्राप्त करें, और किसी भी अन्य टीके अपने स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता की सिफारिश की।\nखूब एक्सरसाइज करें। व्यायाम आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity System) को बढ़ावा देने में मदद करता है।\nहेल्दी फूड खाएं। अच्छा पोषण आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत रखता है।\nधूम्रपान न करें। धूम्रपान आपके इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है।\nशराब के अपने सेवन को सीमित करें। अपने सलाहकार से पूछें कि आपके लिए कितनी शराब सुरक्षित है।\nगिरने से लगी चोटों को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों पर गौर करें।\nएक कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity System) उपचार को धीमा कर सकती है।\nफ्लू कुछ के लिए गंभीर समस्याएँ पैदा नहीं कर सकता है, लेकिन 65 वर्ष और उससे अधिक उम्र की जटिलताओं के लिए जोखिम है।\nइसका कारण यह है क्योंकि पुराने वयस्कों में कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली होती है।यदि आपकी आयु 65 वर्ष से अधिक है, तो यहां आप अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली(Immunity System) को मजबूत करने और फ्लू और इसकी जटिलताओं को रोकने के लिए क्या क्या कर सकते हैं।\nएक वार्षिक फ्लू टीकाकरण आपके संक्रमण के खतरे को 40 से 60 प्रतिशत तक कम कर सकता है।\nफ्लू वैक्सीन को प्रभावी होने में दो सप्ताह तक का समय लग सकता है। टीका एंटीबॉडी बनाने के लिए आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली(Immunity System) को उत्तेजित करके काम करता है, जो संक्रमण से बचाने में मदद कर सकता है।\nविभिन्न प्रकार के फ्लू के टीके हैं। कुछ टीके सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए उपलब्ध हैं।Fluzone और Fluad दो वैक्सीन हैं जो विशेष रूप से 65 वर्ष और अधिक उम्र के वयस्कों के लिए हैं।\n(यह भी पढ़े :- योगा से इम्यून सिस्टम को कैसे बढ़ाये । Amazing7Tips And Benefits For Yoga)\nये टीके एक मानक-खुराक फ्लू शॉट की तुलना में टीकाकरण के लिए एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली प्रतिक्रिया प्रदान करते हैं।फ्लू वायरस साल-दर-साल बदलता रहता है, इसलिए आपको हर साल टीकाकरण दोहराना होगा। आप अपने क्षेत्र के डॉक्टर, फ़ार्मेसी या फ़्लू क्लिनिक से फ़्लू शॉट ले सकते हैं।\nजब आपको फ्लू का टीका लग जाता है, तो अपने डॉक्टर से निमोनिया और मेनिनजाइटिस से बचाव के लिए न्यूमोकोकल टीके के बारे में भी पूछें।\nएक स्वस्थ, पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने का एक और तरीका है ताकि यह वायरस से लड़ सके।\nइसमें फल और सब्जियों से भरपूर आहार शामिल हैं, जिसमें अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। आपको चीनी, वसा, और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का सेवन कम करना चाहिए और दुबले मांस का चयन करना चाहिए।\nयदि आपको लगता है कि आपको अपने आहार से पर्याप्त विटामिन और पोषक तत्व नहीं मिल रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से पूछें कि क्या वे मल्टीविटामिन या हर्बल सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं।\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाये (How To Increase Immunity in The Elderly in Hindi)\nकठोर शारीरिक गतिविधि उम्र के साथ कठिन हो सकती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको पूरी तरह से बढ़ना बंद कर देना चाहिए। नियमित शारीरिक गतिविधि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity System) को मजबूत कर सकती हैऔर आपके शरीर को संक्रमण और वायरस से लड़ने में मदद कर सकती है।\nसप्ताह में तीन दिन कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि का लक्ष्य रखें। इसमें पैदल चलना, साइकिल चलाना, योग, तैराकी, या अन्य कम प्रभाव वाले वर्कआउट शामिल हो सकते हैं।व्यायाम रक्त परिसंचरण को बढ़ाता है और शरीर पर एक प्रज्वलनरोधी प्रभाव पड़ता है।\nअधिक तनाव आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity System) को प्रभावित कर सकता है, इसकी प्रभावशीलता को कम कर सकता है। तनाव में होने पर, शरीर कोर्टिसोल का उत्पादन बढ़ाता है। यह एक हार्मोन है जो शरीर को तनावपूर्ण स्थितियों से निपटने में मदद करता है।\nयह शारीरिक कार्यों को भी सीमित करता है जो लड़ाई या उड़ान की स्थिति में आवश्यक नहीं है।\nनींद की कमी भी Immunity System की प्रभावशीलता को कम करती है। नींद उम्र के साथ अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि यह मस्तिष्क की कार्यक्षमता, एकाग्रता और स्मृति में सुधार करने में भी मदद करती है।\nपर्याप्त नींद न लेने वाले वृद्धों को भी रात में नींद आने की आशंका होती है।प्रति रात कम से कम साढ़े सात से नौ घंटे की नींद लें। अपनी नींद की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए, सुनिश्चित करें कि आपका कमरा अंधेरा, शांत और ठंडा है।\nनियमित रूप से सोते समय दिनचर्या रखें और दिन के समय के अंतराल को 45 मिनट से अधिक नहीं रखें। दिन में कैफीन का सेवन न करें और सोने से डेढ़ घंटे पहले पानी और, अन्य पेय पदार्थों का सेवन न करें।\nसिगरेट में मौजूद रसायन फेफड़ों के ऊतकों को नुकसान पहुंचाने और कैंसर के खतरे को बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं।लेकिन वे श्वसन संबंधी बीमारियों जैसे फ्लू, ब्रोंकाइटिस और निमोनिया का कारण भी बन सकते हैं।\nअपनी Immunity System के कार्य को बेहतर बनाने के लिए, सिगरेट की आदत को मारने के लिए कदम उठाएं। निकोटीन पैच या निकोटीन गम जैसे धूम्रपान बंद करने वाले एड्स का उपयोग करें। सिगरेट के लिए क्रेविंग को कम करने के लिए आप दवाओं के बारे में अपने डॉक्टर से भी बात कर सकते हैं।\nहमारी तेज़ रफ़्तार शहरी जीवनशैली में, जहाँ पेशेवर और सामाजिक प्रतिबद्धताएँ अपने आप के लिए शांत समय पर भारी पड़ती हैं, वहाँ से सूखा और ऊर्जा कम महसूस होना स्वाभाविक है। अस्वास्थ्यकर आहार और निष्क्रिय जीवन शैली भी सहनशक्ति को बनाए रखने की क्षमता में बाधा डाल सकती है।\nसहनशक्ति न केवल शारीरिक शक्ति को बढ़ाने के लिए बल्कि बीमारियों और भावनात्मक तनाव से निपटने के लिए भी आवश्यक है।\nयदि आप एक विस्तारित अवधि के लिए एक गतिविधि को सहन करने के लिए पर्याप्त शक्ति और ऊर्जा होने में परेशानी का सामना कर रहे हैं, तो चिंता न करें! सही खाद्य पदार्थों और जड़ी बूटियों के सेवन से आप अपनी ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने और अपने शारीरिक या मानसिक प्रयासों को लंबा करने की क्षमता बढ़ा सकते हैं।\nबैद्यनाथ में आयुर्वेदिक विशेषज्ञ और नैदानिक संचालन और समन्वय प्रबंधक डॉ. आशुतोष गौतम निम्नलिखित जड़ी-बूटियों का सुझाव देते हैं जो प्राकृतिक रूप से आपकी सहनशक्ति को बहाल करने में मदद कर सकते हैं।\n(यह भी पढ़े :- आयुर्वेद से इम्यूनिटी पावर बढ़ाने के रामबाण उपाय)\nसंस्कृत शब्द 'अश्वगंधा' का अर्थ 'घोड़े की गंध' में है। परंपरागत रूप से, यह माना जाता है कि जो व्यक्ति इस हर्बल दवा का सेवन करता है, उसे घोड़े जैसी शक्ति और जीवन शक्ति प्राप्त होगी। अर्क आमतौर पर जामुन या पौधे की जड़ों से लिया जाता है।\nइसे विथानिया सोमनीफेरा (लैटिन नाम), इंडियन जिनसेंग या विंटर चेरी भी कहा जाता है। आयुर्वेद में, अश्वगंधा को बलिया कहा जाता है जिसका अर्थ है ताकत देना। यह ऊर्जा में सुधार, सहनशक्ति और धीरज बढ़ाने के लिए जाना जाता है।\nडॉ. आशुतोष गौतम कहते हैं, "अश्वगंधा को पाउडर या टैबलेट के रूप में लिया जा सकता है। अश्वगंधा ध्वनि को बढ़ावा देने और रात में शांतिपूर्ण नींद के दौरान पूरे दिन शरीर को, महत्वपूर्ण ऊर्जा बनाए रखने और बनाए रखने में सक्षम बनाता है। "\nब्राह्मी आपके मस्तिष्क के कार्यों को बेहतर बनाने और आपकी स्मृति को मजबूत करने के लिए उत्कृष्ट है। ब्राह्मी में शीतलन गुण होते हैं जो मन को शांत और चिंता से मुक्त रखता है। यह ध्वनि नींद को भी बढ़ावा देता है।\nब्राह्मी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं और कोशिकाओं को पोषण देते हैं, जिससे पुरानी थकान और सुस्ती दूर होती है।\nसाथ ही, कोर्टिसोल के स्तर को कम करने में इसका प्रभाव, जिसे तनाव हार्मोन के रूप में जाना जाता है, आगे सक्रिय सोच को बढ़ावा देता है और आपको भीतर से फिर से जीवंत करता है।\nशिलाजीत का उपयोग पारंपरिक रूप से पुरुष की यौन सहनशक्ति को बढ़ाने के लिए किया जाता रहा है, लेकिन प्राचीन चिकित्सकों ने इसका उपयोग ताक़त और समग्र सहनशक्ति को बढ़ावा देने के लिए भी किया है।\nजड़ी बूटी भी शारीरिक और मानसिक तनाव से निपटने में मदद करती है। आप अपने सहनशक्ति और ऊर्जा के स्तर में सुधार करने के लिए इसे एक गिलास पानी के साथ पीसा हुआ रूप में रख सकते हैं।\nशतावरी एक प्राचीन आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो अपने कई स्वास्थ्य लाभों के लिए लोकप्रिय है। यह विशेष रूप से महिलाओं में सहनशक्ति और ऊर्जा और धीरज के स्तर में सुधार करने में मदद करता है।\nशतावरी को स्तन के दूध उत्पादन के स्वस्थ स्तर को बढ़ावा देने के लिए भी जाना जाता है। इसके प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट गुण प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने, ऊर्जा के स्तर को बढ़ावा देने और थकान को कम करने में मदद करते हैं।\nडॉ. आशुतोष गौतम के मुताबिक, सफीद मूसली ऊर्जा को पुनर्जीवित करने, सहनशक्ति बढ़ाने और प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत करने में मदद कर सकती है। सुरक्षित मुसली के कई स्वास्थ्य लाभों का रहस्य इसकी जड़ों में मौजूद सैपोनिन्स में निहित है।\nसैपोनिन विभिन्न पौधों की प्रजातियों में पाए जाने वाले रासायनिक यौगिकों का एक वर्ग है। सैपोनिन समग्र स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देता है।
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7db66c3854fc926e767e74e8e37e5641d3f9f3e4317ab231e2dbe7f7ba0886dc | *अमेठी*- अमेठी जनपद के जामो थानाक्षेत्र की रहने वाली सोफिया बानो और उनकी बेटी अफसाना बानो ने लखनऊ में लोकभवन के सामने खुद को आग लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। जिसमें बुरी तरह से जल गई सोफिया बानो की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी। जबकि उनकी बेटी अफसाना बानो 40 फीसदी के लगभग जली थी।
जिसका इलाज आज भी चल रहा है, बताया जाता है कि जमीनी विवाद को लेकर न्याय न मिलने से दर दर की ठोकरें खा रही मां बेटी ने यह कदम उठाया था। इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मृतक, सोफिया बानो की बेटी अफसाना बानो को इलाज के लिए सहयोग के रूप में दो लाख रुपए उनके खाते में भेजे हैं।
साथ ही अमेठी जनपद के निवर्तमान जिलाध्यक्ष छोटे लाल यादव, रायबरेली जनपद की सलोन विधानसभा से पूर्व विधायक आशा किशोर तथा समाजवादी पार्टी की जिला महिला महासचिव गुंजन सिंह सहित पार्टी के तमाम कार्यकर्ताओं ने आज अफसाना बानो के घर पहुंच कर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
सहानुभूति ब्यक्त करने पहुंची सलोन विधानसभा से पूर्व विधायक आशा किशोर ने बताया कि हम लोग अफसाना बानो के लिए आए हुए हैं। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी ने भेजा है।यह जो दुःखद कांड हुआ जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं 17जुलाई को विधानसभा के सामने यह घटना घटी थी।
आप सभी लोग समझ सकते हैं कि कितना परेशान होने के बाद इन लोगों ने ऐसा कदम उठाया था। कोई इतनी आसानी से अपनी जान नहीं देता।जब यह लोग अधिकारी के पास जाते जाते थक गई और कहीं से कोई न्याय नहीं मिला तो इन लोगों ने विधानसभा के सामने जाकर अपनी जान देने की कोशिश की।
जिसमें अफसाना बानो की मां इलाज के दौरान सोफिया की मौत हो गई।जब हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी को पता चला तब उन्होंने ने अफसाना बानो को इलाज के लिए दो लाख रुपए भेजे हैं।उसको हम लोग संगठन के अध्यक्ष जी और सभी लोग देने आये है।
इसके साथ आगे उनको क्या दिक्कत और परेशानी हो रही है,हम उसको भी समझने आए हैं।प्रशासन के द्वारा उसको डराया और धमकाया जा रहा है। आज भी उसकी नहीं सुनी जा रही है इसलिए वह अपनी व्यथा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र के माध्यम से लिख रही है।।
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7db8efa609509061bdf189dc977801d76653fa64065712a29d276e32beea86b3 | कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को रांची और हजारीबाग में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आम लोगों से मुलाकात की। सुबह 10:30 बजे वह बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचे और वहां से सीधे बिरसा चौक स्थित भगवान बिरसा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उसके बाद वह आदिवासी महिलाओं से मिलने होटल अशोक पहुंचे। वहां उनसे बातचीत की और उनका मन जानने का प्रयास किया। उनकी अपेक्षाएं और उनकी भावनाओं से अवगत हुए। उसके बाद वह हजारीबाग और कुजू में कार्यकर्ताओं और आम लोगों से मिले। सुरक्षा कारणों से उनका रोड शो कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया था। शाम 4:30 बजे वह अल्पसंख्यकों से मुखातिब हुए और उनसे जानना चाहा उनकी अपेक्षाएं क्या हैं।
रांचीः कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को ह्यमिशन झारखंडह्ण के तहत एक दिवसीय दौरे पर रांची पहुंचे। उद्देश्य आम चुनाव से पूर्व पार्टी में नयी जान फूंकने का था। उन्होंने झारखंड की नब्ज टटोली। विशेष विमान से रांची पहुंचने के बाद राहुल का कारवां सबसे पहले बिरसा चौक पहुंचा। यहां उन्होंने शहीद बिरसा मुंडा की मूर्ति पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने होटल अशोक में आदिवासी महिलाओं के एक समूह से मुलाकात की। फिर यहां से वे हेलीकॉप्टर से हजारीबाग-कुजू रवाना हो गये। वहां रोड शो किया।
हजारीबागः राहुल हेलीकॉप्टर से हजारीबाग के पीटीसी मैदान में उतरे। उनका कारवां सबसे पहले जिला परिषद चौक पहुंचा। यहां उन्होंने बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। फिर पुराना बस स्टैंड चौक पर भगवान बिरसा को श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस दौरान सड़क के दोनों ओर बड़ी तादाद में आम लोग उन्हें देखने के लिए जुट गये। राहुल अगली सीट के दरवाजे पर खड़े होकर लोगों का अभिवादन कर रहे थे। वहां से कारवां वापस पीटीसी मैदान लौटा और सभी हेलीकॉप्टर से कुजू के लिए रवाना हो गये।
कुजूः राहुल गांधी कुजू दिन के करीब 2:30 बजे हेलीकॉप्टर से पहुंचे। तकरीबन 30 मिनट वे यहां रुके। मुरपा स्थित तडवा टांड़ मैदान में उन्होंने एक जनसमूह को संबोधित किया। रोड शो न कर पाने पर उन्होंने अफसोस जताते हुए दुबारा यहां आने का वादा लोगों से किया। उन्होंने कहा कि हमें आपका साथ चाहिए। आपकी ताकत के बल पर ही हम हिन्दुस्तान को बचा सकते हैं। राहुल को इलाके के सक्रिय नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलवाया गया। हेलीपैड और सभा स्थल पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था थी।
ओरमांझीः राहुल का हेलीकॉप्टर ठीक तीन बज कर दस मिनट पर यहां एसएस मेमोरियल फुटवॉल ग्राउंड में भारी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच उतरा। यहां सुबह से ही लोगों की भारी भीड़ मौजूद थी। ग्राउंड में चहलकदमी कर बैरिकेडिंग के उस तरफ खड़े आम लोगों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की तरफ देख उनका अभिवादन किया और फिर एसपीजी के घेरे में अपनी गाड़ी पर सवार हो कर रांची के लिए निकल गये। इस दौरान भीड़ बेकाबू हो रही थी। शास्त्री चौक पर दोनों तरफ लोगों की भीड़ राहुल को एक नजर देख भर लेने को बेताब थी।
तकरीबन 20 किलोमीटर के रोड शो के दौरान राहुल का काफिला ओरमांझी, इरबा, विकास, बीआइटी, बूटी मोड़, खेलगांव मोड़, कांटाटोली और सुजाता चौक होते हुए अशोका होटल पहुंचा। रास्ते में सड़क के दोनों तरफ कतार लगाये लोग उनका स्वागत कर रहे थे।
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7dbe4cab51cfffd78111182eee216d727be0c2646e3edd241f15ee6ae6724683 | PARIS - आमतौर पर, हम प्रेस के सुरुचिपूर्ण 'बुक्स' सेक्शन में फ्रेंच पब्लिशिंग हाउस पाते हैं, या साहित्यिक टेलीविजन कार्यक्रमों में श्रद्धा के साथ संदर्भित होते हैं। लेकिन अब वे बारह महीनों के लिए हॉट सीट पर रहे हैं, जांच साइटों द्वारा घोटालों का खुलासा करने और पुलिस रजिस्टरों में उद्धृत किए गए।
पेरिस में, प्राउस्ट और सेलीन को प्रकाशित करने वाले घर के मुख्यालय पर पुलिस ने छापा मारा था, जिसमें एक पीडोफाइल लेखक गेब्रियल मैत्ज़नेफ के साथ हुए दस्तावेजों की तलाश थी। एक प्रभावशाली प्रकाशक एक पैंतरेबाज़ी में शामिल रहा है, जिसने एक ही लेखक को जूरी द्वारा सम्मानित किया जाने वाला प्रतिष्ठित साहित्यिक पुरस्कार दिया, जिसमें 2008 का साहित्य का नोबेल पुरस्कार, एक "अमर" भी शामिल है। फ्रेंच अकादमी की और बहुत सफल फ्रेंच लेखक।
इन प्रकरणों, और अन्य, ने एक अलग और अलग साहित्यिक अभिजात वर्ग की छवि बनाने में मदद की, जो खुद को प्राथमिक नियमों से मुक्त करने के आदी थे - नैतिकता, व्यापार या सामान्य ज्ञान के लोग - कई दर्जन लोगों के अनुसार। पिछले साल साक्षात्कार हुआ।
प्रसिद्ध प्रकाशन गृह के प्रमुख ओलिवियर नोरा ने पुष्टि की, "यह शायद उन अंतिम ब्रह्मांडों में से एक है, जो जांच के खिलाफ और अवैध कार्टेल्स, या समझौतों या करीबी क्रोनिज्म के विरोध के खिलाफ संरक्षित थे।" Grasset,। "यह अंतिम ब्रह्मांडों में से एक है जिसे कोई भी इसे देखने नहीं गया।"
यह ओलिवियर नोरा भी है जिन्होंने ध्यान आकर्षित किया - अनजाने में - एक पुस्तक प्रकाशित करकेः "ले कंसेंटमेंट", वैनेसा स्प्रिंगोरा की गवाही, जो 14 साल की उम्र में, लेखक गेब्रियल मैत्ज़नेफ के साथ एक संबंध था। खुले तौर पर पीडोफाइल जिसने फ्रांसीसी साहित्यिक, मीडिया और राजनीतिक अभिजात वर्ग से दशकों के संरक्षण का आनंद लिया है। पिछले जनवरी में पुस्तक का प्रकाशन - और खुलासे जो गेब्रियल मैत्ज़नेफ, उनके समर्थकों और उनके अन्य पीड़ितों के बारे में थे - ने फ्रांस में #MeToo लहर उठी, जो सेक्सवाद, उम्र और सहमति के मुद्दों पर एक प्रतिबिंब था। राजधानी में नेताओं और नारीवादियों के बीच झड़पें।
ओलिवियर नोरा ने पुस्तक को प्रकाशित करने में संकोच नहीं करने की पुष्टि की, जबकि वहाँ आदी साहित्यिक वृत्त दिखाई देते हैं जिन्हें वह व्यक्तिगत रूप से जानता है।
उन्होंने कहा, "यह इतना खतरनाक माहौल है कि अगर आप कहना शुरू करते हैं, तो मैं ऐसा नहीं करूंगा - इसलिए मैं प्रकाशित नहीं कर रहा हूं।" बहुत छोटा सा मध्य, लेकिन मैं यह सोचने से बहुत दूर था कि इस तितली का पंख प्रभाव होगा जो एक सुनामी में समाप्त हो गया था। "
20 साल के लिए एक बड़े प्रकाशन घर के प्रमुख, 60 वर्षीय, श्री नोरा फ्रांस में एक atypical भूमिका निभाते हैं - वह एक कंपनी के सीईओ हैं, लेकिन गारंटर भी हैं, जिस देश में कथा पवित्र बनी हुई है में से वह खुद को "सामाजिक अच्छा" के रूप में अर्हता प्राप्त करता है।
न्यूयॉर्क टाइम्स के साथ अपने हाल के दो घंटे के साक्षात्कार में, नोरा ने प्रकाशन सामग्री के लिए अपनी गहरी प्रतिबद्धता पर जोर दिया, जो उस समाज के भिन्न विचारों को दर्शाता है जो अक्सर इसके साथ युद्ध में दिखाई देता है। - यहां तक कि, हालांकि वह उस प्रकाशन को स्वीकार करते हैं - संयुक्त राज्य अमेरिका में अपने समकक्ष की तुलना में यहां भी कम विविध - अक्सर ऐसा करने में विफल रहता है। वह अपने विश्वास के बीच फटा हुआ था कि फ्रांसीसी साहित्यिक चोटों, रूचि और हितों के टकराव से त्रस्त, सुधार करना चाहिए और ऐसा करने की उनकी क्षमता पर संदेह है।
वह केवल आरक्षण को व्यक्त करने वाला नहीं है।
दुसरे प्रमुख प्रकाशन घर ले सेइल को चलाने वाले ह्यूजेस जालोन ने स्वीकार किया कि साहित्यिक चोटों के संक्षारक प्रभाव से वह तेजी से निराश हैं।
ब्रिटिश बुकर पुरस्कार या अमेरिकी पुलित्जर के विपरीत, जिनकी चोटों की संरचना हर साल बदलती है और सदस्य हितों के टकराव की स्थिति में खुद को पुनः उपयोग करते हैं, फ्रांस के अधिकांश प्रमुख साहित्यिक पुरस्कारों में जुआर को जीवन के लिए नियुक्त किया जाता है और यहां तक कि एक प्रकाशन गृह द्वारा नियोजित किया जाना चाहिए, जो एक स्थापित अभिजात वर्ग के हितों को संरक्षित करता है।
"यह एक अपमानजनक प्रणाली है", ह्यूजेस जालोन, 50 न्यायाधीशों का कहना है। "बहुत सख्त नियम होने चाहिएः जब आप एक प्रकाशन घर के कर्मचारी होते हैं, तो जूरर बनने के लिए नहीं।"
दांव पर बहुत पैसा है। प्रकाशक की बिक्री और मुनाफे पर कीमतों का प्रभाव इस तरह है, श्री जल्लोन, कि वे सेइल के प्रकाशन विकल्पों को प्रभावित करते हैं, दूसरों की कीमत पर। पांडुलिपियों को छोड़ दिया।
जब यह कीमतों की बात आती है, जिसमें सबसे प्रतिष्ठित जैसे कि रेनडॉट, यहां तक कि थोड़ा दबाव डाला जा सकता है, तो जालोन कहते हैं। "हम जुआरियों को यह कहने के लिए देखने जा रहे हैंः 'यह एक पढ़ें, यह आपके लिए है"।
पुरस्कारों में सबसे प्रतिष्ठित गोनकोर्ट का वित्तीय लाभ "बहुत बड़ा है, यह पूरी तरह से विकृत है," उन्होंने कहा कि सेइल के शेयरधारकों को इसके बारे में पता है।
"वे मुझसे पूछते हैं, 'तो, क्या आप इसे इस साल गोनकोर्ट के लिए जा रहे हैं?'
ओलिवियर नोरा और ह्यूज जलोन के भंडार सभी की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण हैं Gallimard, उनके पब्लिशिंग हाउस, ग्रासेट और ले सेइल, लंबे समय से फ्रांस में साहित्यिक क्षेत्र के सेतु हैं। "गैलिग्रेसेउइल" का उपनाम, तीनों ने लंबे समय तक साहित्यिक पुरस्कारों पर अपना हाथ रखा है।
2000 के बाद से, इन घरों ने चार प्रमुख फ्रांसीसी साहित्यिक पुरस्कारों में सभी पुरस्कारों में से आधे जीते हैं, जबकि उन्होंने लगभग 70% जुआरियों के कार्यों को प्रकाशित किया।
इन चार पुरस्कारों के लिए 38 वर्तमान जुआरियों में से लगभग 20% तीन प्रकाशन घरों में से एक के कर्मचारी हैं।
एंटोनी गैलिमार्ड, जो अपने दादा द्वारा स्थापित कंपनी चलाते हैं, ने इस लेख के लिए साक्षात्कार के अनुरोधों को अस्वीकार कर दिया। गैलीमार्ड को फ्रांस में सबसे प्रतिष्ठित प्रकाशन घर के रूप में अच्छी तरह से माना जा सकता है, यह लंबे समय तक गेब्रियल मैत्ज़नेफ़ प्रकाशित करने के लिए एक साल के लिए आलोचना का विषय रहा है।
जीन-यवेस मोलियर के लिए, प्रकाशन के इतिहास के विशेषज्ञ, गैलिमार्ड अन्य मुख्य प्रकाशन घरों की तुलना में सुधार में अधिक समय लेता है।
मोलियर कहते हैं, "वे प्रभावित होते हैं और यह मानते हैं कि समय की मार ने उन्हें अखाड़े में उतरने से छूट दी है।"
सेरग्लियो के सदस्य और विशेषज्ञ कहते हैं कि एंटोनी गैलिमार्ड सबसे महान प्रकाशक हैं जब यह महान साहित्यिक पुरस्कार जीतने की बात आती है।
गेलिमार्ड समूह के एक पूर्व संपादक बेएट्रिस डुवाल जो निर्देशन करते हैं पॉकेट बुकफ्रांस में जेब के सबसे बड़े प्रकाशक, बताते हैं कि गैलिमर्ड की वाणिज्यिक रणनीति अनिवार्य रूप से इन कीमतों पर केंद्रित है।
ग्रासेट में, ओलिवियर नोरा ने दावा किया है कि बीस साल पहले जब उन्होंने गसेट का पदभार संभाला था, तब उन्होंने मूल्य-आधारित व्यवसाय मॉडल से अपना घर खाली करना शुरू कर दिया था। उस समय, पब्लिशिंग हाउस ने लेखकों को उदारता दी, जो अपनी वफादारी सुनिश्चित करने के लिए ज्यूस के सदस्य थे - एक ऐसी प्रथा जो कर अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करती थी क्योंकि ये लेखक अक्सर अपनी पांडुलिपियां जमा नहीं करते थे।
यह गसेट को नाराज किए बिना नहीं था। ओलिवियर बताते हैं, "आपके पास कोई ऐसा व्यक्ति था जो जानता था कि उसने आपके साथ एक अनुबंध का सम्मान नहीं किया है - जो नैतिक रूप से आपका ऋणी रहा, इसलिए आपका प्रभाव उससे बड़ा हो सकता है।" नोरा।
आजकल, जबकि एक लेखक की अगुवाई जो खराब बेचती है, उसके वापस होने की संभावना है, यह नियम तब लागू नहीं होता है जब वह जूरी के सदस्य की बात करता है, श्री। नोरा।
ओलिवियर नोरा कहते हैं, "अग्रिम को कम या बिक्री के लिए अनुक्रमित नहीं किया जाएगा क्योंकि वह एक जूरी का हिस्सा है।"
उन्होंने कहा कि फ्रांसीसी साहित्यिक दुनिया में "प्रतिभा" की स्थापना के लिए पर्याप्त नहीं है जहां हर साल जुआरियों को बदल दिया जाता है। उन्होंने कहा कि हर पांच साल में एक-एक जूरी का नवीनीकरण करना अधिक संभव होगा, उन्होंने कहा, और नए चेहरों को सामने लाएगा।
लेकिन बेएट्रीस डुवल का मानना है कि यह अनिवार्य रूप से उस प्रतिष्ठान का प्रतिरोध है जो हर साल बदल सकने वाली चोटों से गुजरना असंभव बनाता है।
उन्होंने कहा, "इस बदलाव में सभी लोगों की रुचि नहीं है," उन्होंने कहा कि बड़े प्रकाशकों के पास जुआरियों को नियुक्त करने या प्रकाशित करने से सब कुछ हासिल करना है। "यह उस तरह की चोटों को पकड़ना आसान है"।
आज, जीवन के लिए नियुक्त किए गए सफेद, उम्र बढ़ने वाले पुरुषों पर चोटों का बोलबाला है, जो "एंट्रोपी" का एक रूप बनाता है जो प्रकाशन को प्रभावित करता है - और सामान्य रूप से फ्रांस - नोरा जोड़ता है। निश्चित रूप से, साहित्यिक दुनिया "बहुत बहुत 'सफेद' है," वह कहते हैं, लेकिन "प्रेस, टेलीविजन, राजनीतिक जीवन" से अधिक नहीं।
प्रभावशाली रीडिंग बोर्ड, पेशेवर संपादकों और पाठकों से बने हैं जो यह तय करते हैं कि सबसे बड़े प्रकाशन घरों में क्या प्रकाशित होता है, देश की विविधता को प्रतिबिंबित नहीं करता है।
ग्रासेट, ले सेइल और गैलिमार्ड में 37 समिति के सदस्यों की औसत आयु 62 वर्ष है। एक तिहाई महिलाएं हैं और इन तीन घरों से संपादकों द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार केवल एक गैर-सफेद व्यक्ति है।
श्री नोरा का कहना है कि वह इस बात से अवगत हैं कि पुरानी पीढ़ियों का लिंग, नारीवाद, नस्ल, उपनिवेशवाद और अन्य ज्वलंत सामाजिक मुद्दों पर बहुत अलग दृष्टिकोण है जो देश को प्लेग करते हैं।
"यह स्पष्ट है कि जिन मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ रही है, मेरी पीढ़ी के लोग इसे रक्षात्मक रूप से जीते हैंः अपने आप के खिलाफ सोचने और उस सिस्टम को डिकॉन्स्ट्रक्ट करने में अत्यधिक कठिनाई होती है जिसमें से एक उत्पाद है", स्वीकार करता है- वह। "एक बहुत बड़ी कठिनाई।"
कुछ बस समस्या से निपटने के लिए शुरू कर रहे हैं।
पिछले साल, प्रकाशक जेसी लट्टेस, जो कि गसेट के रूप में एक ही समूह के हैं, का शुभारंभ "ग्रेनेड", एक नया संग्रह जो अपरंपरागत लेखकों द्वारा ग्रंथों को प्रकाशित करता है -" फ्रांसीसी साहित्य में 'सकारात्मक कार्रवाई' करने का पहला स्पष्ट प्रयास, "ओलिवियर नोरा का स्वागत करता है।
संग्रह का प्रबंधन करने वाला व्यक्ति 34 वर्षीय तुर्की के कुबेर शरणार्थी का पुत्र माहिर गुवेन है, जिसे ओलिवियर नोरा ने प्रोत्साहित किया। श्री ग्वेन बताते हैं कि वह पहली बार उन उपन्यासकारों की तलाश कर रहे हैं, जिन्होंने फ्रांस में आवाज़ नहीं होने की कल्पना की थी।
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7dde5f8ed5436943a1b5ffa18b6d7cc2948b152682a99a62fdebb06e86dcd482 | अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ साथ में फिल्म करने जा रहे हैं। इस फिल्म का निर्देशन अली अब्बास जफर करेंगे। भले ही इस फिल्म का नाम बड़े मियां छोटे मियां रखा गया है, लेकिन, यह फिल्म अमिताभ बच्चन और गोविंदा अभिनीत फिल्म बड़े मियां छोटे मियां का रीमेक या सीक्वल नहीं है।
इस फिल्म को यूरोप में शूट किया जाएगा। फिल्म में दोनों एक्शन हीरो हैं, जाहिर सी बात है कि फिल्म में एक्शन सीन भी कमाल के होंगे, इसलिए फिल्म के एक्शन सीनों को शूट करने के लिए विदेशी एक्शन टीम का सहारा लिया जाएगा।
फिल्म बड़े मियां छोटे मियां की शूटिंग आने वाले कुछ महीनों में शुरू हो सकती है। इसके लिए फिल्म निर्माता ने तैयारी शुरू कर दी है। फिल्म निर्माता इस समय स्क्रिप्ट को फाइनल टच दे रहे हैं। जल्द ही एक टीम यूरोप रवाना होगी, जो लॉस एंजिल्स की एक्शन टीम के साथ एक्शन सीनों पर बातचीत करेगी।
ख़बरों के अनुसार अली अब्बास जफर शूटिंग स्थलों की खोज बीन के लिए लगभग एक महीने तक यूरोप यात्रा पर रहने वाले हैं। अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ के अलावा अन्य कलाकारों का चयन जुलाई अंत तक होने की संभावना है।
इस फिल्म का निर्माण पूजा एंटरटेनमेंट के तले किया जाएगा। फिल्म की कहानी अली अब्बास जफर ने लिखी है। फिल्म बड़े मियां छोटे मियां को पांच भाषाओं हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़ और मलयालम में 2023 की क्रिसमस पर रिलीज करने का योजना बन रही है।
गौरतलब है कि अली अब्बास जफर के पास दो फिल्में हैं, जिनमें से एक में कैटरीना कैफ और दूसरी में शाहिद कपूर नजर आएंगे।
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7de6b8e515c921a1527c460c3d22c33c2abbb7ec932e94070cce469f5b79128d | पिछले दो दिनों से एक अंकल के डांस का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल विडियो में अंकल किसी पार्टी परफॉर्मेंस में स्टेज पर 1987 में आई बॉलीवुड एक्टर गोविंदा की फिल्म 'खुदगर्ज' का गाना 'आप के आ जाने से' पर डांस कर रहे हैं।
उनके डांस स्टेप्स इतने कमाल के हैं कि उन्हें देखकर बड़े-बड़े डांसर भी शरमा जाएं। बता दें कि, इस वीडियो को कई लोगों ने अपने-अपने ट्विटर हैंडल्स और फेसबुक से इस विडियो को पोस्ट कर रहें है। इस विडियो को पोस्ट होने के बाद से लाखों बार देखा जा चुका है। हर कोई अंकल के डांसिंग स्टेप्स की तारीफ कर रहा है।
वहीं, अब इन अंकल का दूसरा वीडियो भी सामने आ गया है। जिसमें वे 'चढ़ती जवानी' पर डांस कर रहे हैं। डांस में इनके साथ एक महिला भी नज़र आ रही है जो उनका साथ दे रही हैं।
ख़बर लिखे जाने तक इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई है कि यह वीडियो कब और कहां का है। लेकिन कुछ भी इस वीडियो को फेसबुक पर लाखों में शेयर्स मिल रहे हैं और काफी पसंद किया जा रहा है।
Wedding dance video of this uncle has gone viral. Enjoy if you havent watched this already. It's on WhatsApp, Facebook and Twitter. It's everywhere.
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7de7aab8f4ec882f98c360b6cfe3898be0121e082a169b0172a549ad3d690a2b | सवालः सांसद होने के बावजूद आपकी सक्रियता काफी कम नजर आ रही है?
जवाबः मेरी सक्रियता सिर्फ सोशल मीडिया पर कम नजर आ रही है। जहां भी शहर को मेरी जरूरत पड़ रही है, प्रशासन के अधिकारियों के साथ मिलकर वहां मदद कर रही हूं। कर्फ्यू के दो दिन बाद ही जीएमसीएच-32 को वेंटिलेटर आदि खरीदने के लिए एक करोड़ रुपये दिए थे। 27 मार्च को मैं चंडीगढ़ पहुंच गई थी और तब से यहीं पर हूं। लोगों में श्रेय लेने की होड़ मची हुई है तो उन्हें लेने दो। पहले भी मेरे द्वारा किए गए कार्यों का अन्य लोगों ने श्रेय लिया है, यह नई बात नहीं है।
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7de937bf65aca25ef43dd36879b09eeb42deeac9336bea7149063a2665dae414 | PATNA... बिग बॉस 11 में पटना के मसौढ़ी की ज्योति कुमारी भाग ले रही है। ज्योति की छोटी बहन नंदिनी ने कहा कि यह सब मेरी बुआ बसंती देवी के चलते हुआ है। बुआ के चलते ही ज्योति बिग बॉस तक पहुंच पाई। वह बचपन से एक्ट्रेस बनने का सपना देखती थी।
दीदी को टीवी पर देखने के लिए हमारा पूरा परिवार शाम को एकजुट हो जाता है। नंदिनी ने कहा कि मेरी बहन पढ़ने में शुरू से तेज थी। वह काफी अच्छी एक्टिंग कर लेती थी। घर में टीवी देखते हुए वह कहती थी कि मैं भी एक दिन स्टार बनूंगी। मेरे पिता की आमदनी इतनी नहीं है कि वे ज्योति को दिल्ली मुंबई भेजते और एक्टिंग सिखाने वाले कॉजेल में पढ़ाते।
जब दीदी को बिग बॉस के ऑडिशन और इंटरव्यू के लिए मुंबई जाना था तो हमलोगों को यह समझ नहीं आ रहा था कि टिकट और रहने का इंतजाम कैसे होगा। ऐसी मुश्किल घड़ी में बुआ आगे आई। वह ज्योति के साथ मुंबई गई और पूरा खर्च भी खुद किया।
ज्योति बिग बॉस में नॉमिनेट हो चुकी हैं। इससे परिवार के लोगों में डर बना हुआ है कि कहीं बाहर ना हो जाए। ज्योति के भाई सूरज कुमार ने लोगों से अपील किया है कि वे ज्योति को अधिक से अधिक वोट करें, जिससे वह बिग बॉस के घर में बनी रह सके।
सूरज ने कहा कि ज्योति के बिग बॉस में जाने के बाद गांव में जश्न का माहौल है। सभी लोग शो देखने के लिए इंतजार करते हैं। गांव के युवक और युवतियां ज्योति को वोट करने के लिए आगे आ रहे हैं।
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7dead5dc3abe92d45c3f74bafe47977b07c27d423740bef8a40cd968d87523a6 | बिहार के सीवान के नगर थाना क्षेत्र के दक्षिण टोला में शुक्रवार देर रात राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के भतीजे युसूफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई. बताया जा रहा हैं की युसूफ को काफी करीब से गोली मारी गई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के करीबी रहे पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन को ९ दिसंबर, २०१५ को हत्या का दोषी ठहराया गया था और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. पिछले साल ३० अगस्त को उच्च न्यायालय ने उनकी सजा को बरकरार रखा था. गैंगस्टर से राजनेता बने मोहम्मद शहाबुद्दीन पर हत्या और अपहरण से संबंधित लगभग ६३ मामले दर्ज हैं.
उधर, मुजफ्फरपुर में एक मुठभेड़ में पुलिस ने कुंदन सिंह नाम के एक अपराधी को मार गिराया हैं. वहीं, दो अपराधी बचकर भागने में सफल रहे. पुलिस ने एके४७ बरामद किया हैं. मोहम्मद शहाबुद्दीन का जन्म १० मई, १९६७ को सीवान जिले के प्रतापपुर में हुआ था. उन्होंने अपनी शिक्षा दीक्षा बिहार से ही पूरी की थी.
राजनीति शास्त्र में एमए और पीएचडी करने वाले इस बाहुबली नेता ने हिना शहाब से शादी की थी. उनका एक बेटा और दो बेटी हैं. पूर्व सांसद ने कॉलेज से ही अपराध और राजनीति की दुनिया में कदम रखा था. उन्होंने कुछ ही वर्षों में अपराध और राजनीति में काफी नाम कमाया. राजनीतिक गलियारों में मोहम्मद शहाबुद्दीन का नाम तब चर्चाओं में आया जब उन्होंने लालू प्रसाद यादव की छत्रछाया में जनता दल की युवा इकाई में कदम रखा.
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7deae08fdd55e956e9f1413946bec8546137fdee3d530ef974a2e4931565acba | भारत एक ऐसा देश है जहां हर त्यौहार को बहुत ही जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है। और जबकि हाल ही में करवा चौथ, दिवाली, भाई दूज, बाल दिवस आदि त्योहारों के साथ देश को उत्सव के माहौल में ले लिया गया है, इस साल 19 नवंबर को गुरु नानक देव जयंती के रूप में एक और विशेष शुभ दिन है। ध्यान देने के लिए, गुरु नानक देव जी सिखों के पहले गुरु थे, जिनकी दुनिया भर में लोगों द्वारा उनके धर्म के बावजूद पूजा की जाती है।
और जब दुनिया गुरु नानक देव जी की जयंती मना रही है, सोशल मीडिया पर इस पवित्र दिन की शुभकामनाएं देने वाले ट्वीट और पोस्ट की भरमार है। इस बीच, कई सेलेब्स ने भी अपने-अपने सोशल मीडिया हैंडल पर अपनी शुभकामनाएं दीं। अमिताभ बच्चन ने माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिया और लिखा, "गुरु नानक जयंती .. उनका आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे .." अक्षय कुमार ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक नोट साझा किया और ट्वीट किया, "आप सब नू श्री गुरु नानक देव जी दे प्रकाश पर्ब दी लख वधाइयाँ। आइए सभी की समृद्धि के लिए प्रार्थना करें। हैप्पी गुरुपर्व"।
अर्जुन रामपाल ने गुरु नानक देव जी के एक उद्धरण को साझा किया, जिसमें लिखा था, "यहां तक कि राजा और सम्राट भी धन के ढेर और विशाल प्रभुत्व के साथ भगवान के प्रेम से भरी चींटी की तुलना नहीं कर सकते"। उन्होंने पोस्ट को कैप्शन दिया, "हैप्पी गुरु नानक जयंती। खुश रहो। #गुरुनानकजयंती"।
गुरु नानक जयंती पर सेलेब की शुभकामनाओं पर एक नजरः
नानक नाम चरदी कला,
तेरे भान सरबत दा भला..
गुरु नानक जयंती पर शिल्पा शेट्टी की पोस्ट यहाँ देखेंः
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज सुबह तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के बाद इस साल गुरु नानक जयंती और भी खास हो गई।
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7df0a242ac39b9a8654240c2c847d0e059ef5d116976d9ec469e15d6408d8d0c | मैं एक विशिष्ट समय पर मुझे लेने के लिए एक उबेर कैसे शेड्यूल करूं? (hi)
मैं एक विशिष्ट समय पर मुझे लेने के लिए एक उबेर कैसे शेड्यूल करूं?
हमारी व्यस्त दुनिया में जहां अराजकता का राज है और आपके कार्यक्रमों की सही योजना बनाना लगभग असंभव है, Uber निर्धारित यात्रा को आसान बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। अपनी यात्रा योजनाओं को अवसर पर छोड़ने के बजाय, आप सटीक यात्रा समय के प्रभारी हो सकते हैं। Uber के साथ, आप एक महीने पहले तक पिकअप के लिए जगह और समय चुन सकते हैं। अपनी यात्रा के लिए सब कुछ सेट करें, वापस बैठें और आराम करें।
क्या आपका कोई आगामी कार्यक्रम है और आप सही समय पर सवारी करना चाहते हैं? अधिक चिंता न करें क्योंकि Uber आपको सप्ताह के हर दिन और चौबीसों घंटे अपने यात्रा कार्यक्रम के हर विवरण की योजना बनाने की अनुमति देता है। किसी भी चीज़ को मौका देने के लिए आपकी यात्रा बहुत महत्वपूर्ण है। आप 30 दिन पहले तक राइड शेड्यूल कर सकते हैं और देरी या अन्य निराशाओं से बच सकते हैं। Uber शेड्यूल की गई राइड और ऑन-डिमांड ट्रिप की कीमत समान है, लेकिन आप अपनी कीमत को लॉक कर सकते हैं ताकि जो कुछ भी आपके जाने की प्रतीक्षा कर रहा है वह है।
आपको बस यह तय करना है कि आप अपनी सवारी कहाँ और कब चाहते हैं। उबेर आपके लिए एक ड्राइवर का कार्यभार संभालेगा और अनुरोध करेगा जो चयनित 10-मिनट की विंडो पर आएगा। प्रक्रिया एक चरण-दर-चरण, आसानी से पालन किया जाने वाला निर्देश अनुक्रम है जो आपको लेने के लिए एक उबेर को शेड्यूल करने में मदद करता है।
अपनी वेबसाइट या एप्लिकेशन पर, अपनी स्क्रीन पर "शेड्यूल" या "अभी" कहने वाले बटन पर टैप करें। बटन "कहां करें?" के दाईं ओर स्थित है। बटन।
आगे आने वाले पेज पर, अपनी नियोजित यात्रा की तिथि चुनें। इसके अलावा, उस समय का चयन करें जब आप अपना पिकअप लेना चाहते हैं। यह समय 10 मिनट की खिड़की है जहां ड्राइवर आपको उठा सकता है।
एक बार जब आप सुनिश्चित हो जाएं कि आपके पास सही तिथि और समय है, तो अपना पिकअप समय निर्धारित करें। "पिक अप टाइम सेट करें" पर क्लिक करें।
आपके पिकअप का स्थान स्वचालित रूप से आपके वर्तमान स्थान पर सेट हो जाएगा। यदि आप अपना पिकअप स्थान बदलना चाहते हैं, तो अपने पसंदीदा पिक-अप स्थान को बदलने के लिए "वर्तमान स्थान" पर टैप करें।
शेड्यूलिंग प्रक्रिया को पूरा करने के लिए अपना गंतव्य निर्धारित करें। इस स्तर पर, आप अपने किराए के अनुमान की समीक्षा कर सकते हैं।
समाप्त करने के लिए "अनुसूची" पर क्लिक करें।
अंतिम लेकिन कम से कम, यह पुष्टि करने के लिए आपके द्वारा दर्ज की गई जानकारी की जांच करें कि आपके पास सब कुछ ठीक है। आखिरी चीज जो आप चाहते हैं वह यह है कि आपका ड्राइवर गलत जगह या समय पर बुवाई कर रहा है।
मैं अपना Uber पिक-अप समय कैसे बदलूँ?
यदि आपको पिकअप के समय या आपके नियोजित प्रस्थान समय में परिवर्तन के साथ गलती का एहसास होता है, तो घबराएं नहीं। आप वेबसाइट या ऐप पर वापस जा सकते हैं और शेड्यूलिंग को तीन सरल चरणों में बदल सकते हैं।
मेनू पर, "योर ट्रिप" पर क्लिक करें। यह आपको "आगामी" विकल्प वाले पृष्ठ पर ले जाएगा।
अपनी सभी आगामी यात्राओं को देखने के लिए "आगामी" पर क्लिक करें। संपादित करने के लिए यात्रा का चयन करें।
अपने पसंदीदा पिक-अप समय में समय संपादित करें। यदि आप एक नया शेड्यूल बनाने के लिए अपना पूरा शेड्यूल रद्द करना चाहते हैं, तो "कैंसिल राइड" पर क्लिक करें। जब तक आपके पास ड्राइवर मैच नहीं है, तब तक सवारी रद्द करने का कोई शुल्क नहीं है। हालाँकि, यदि आप पहले से ही किसी ड्राइवर के साथ मिल चुके हैं, तो आपको सामान्य रद्दीकरण शुल्क देना होगा।
Uber अनुरोधित समय पर सभी सक्रिय कारों की निगरानी करके आपको सवारी की गारंटी देने की कोशिश करता है। यह बिना कहे चला जाता है कि व्यस्त क्षेत्रों और बड़े शहरों में अधिक उपलब्ध कारें हैं। यदि आपके चयनित समय पर कोई ड्राइवर उपलब्ध नहीं है, तो आपको तुरंत एक सूचना प्राप्त होगी।
Why Did GetHuman Write "मैं एक विशिष्ट समय पर मुझे लेने के लिए एक उबेर कैसे शेड्यूल करूं?"?
हजारों Uber ग्राहकों के बाद इस समस्या (और कई अन्य) के जवाब की तलाश में गेटहूमन आए, हमने फैसला किया कि यह निर्देश प्रकाशित करने का समय है। इसलिए हमने मदद करने के लिए मैं एक विशिष्ट समय पर मुझे लेने के लिए एक उबेर कैसे शेड्यूल करूं? एक साथ रखा। अन्य चरणों के अनुसार इन चरणों के माध्यम से प्राप्त करने के लिए समय लगता है, प्रत्येक चरण के माध्यम से काम करने में समय व्यतीत करना और यदि आवश्यक हो तो Uber से संपर्क करना। शुभकामनाएँ और कृपया हमें बताएं कि क्या आप इस पृष्ठ से मार्गदर्शन के साथ अपने मुद्दे को सफलतापूर्वक हल करते हैं।
GetHuman 10 साल से अधिक समय से Uber जैसे बड़े संगठनों के बारे में सोर्सिंग पर काम कर रहा है ताकि ग्राहकों को ग्राहक सेवा के मुद्दों को तेजी से हल करने में मदद मिल सके। हमने बड़ी कंपनियों में मानव तक पहुंचने के लिए संपर्क जानकारी और सबसे तेज़ तरीकों से शुरुआत की। विशेष रूप से धीमी या जटिल आईवीआर या फोन मेनू सिस्टम वाले। या जिन कंपनियों के पास ग्राहक सेवा विभाग के बजाय स्वयं सेवी सहायता फोरम हैं। वहां से, हमने महसूस किया कि उपभोक्ताओं को अभी भी सबसे सामान्य समस्याओं को सुलझाने में अधिक विस्तृत मदद की आवश्यकता है, इसलिए हमने गाइड के इस सेट में विस्तार किया, जो हर दिन बढ़ता है। और यदि आप हमारे मैं एक विशिष्ट समय पर मुझे लेने के लिए एक उबेर कैसे शेड्यूल करूं? गाइड के साथ कोई समस्या रखते हैं, तो कृपया हमें प्रतिक्रिया भेजें। हम यथासंभव मददगार बनना चाहते हैं। यदि आपने इस गाइड की सराहना की है, तो कृपया इसे अपने पसंदीदा लोगों के साथ साझा करें। हमारी निःशुल्क जानकारी और उपकरण आपके द्वारा, ग्राहक द्वारा संचालित हैं। जितने ज्यादा लोग इसका इस्तेमाल करेंगे, यह उतना ही बेहतर होगा।
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7df22a944073ed78f9ce653067bbd30ca690e16cf2a548668898c22b8860443c | बिजनेस स्टैंडर्ड - बकाया भुगतान : बिक सकती है केयर्न की 9.8 फीसदी हिस्सेदारी!\nबकाया भुगतान : बिक सकती है केयर्न की 9.8 फीसदी हिस्सेदारी!\nदिलाशा सेठ / नई दिल्ली 06 21, 2017\n► वसूली प्रक्रिया के तहत केयर्न इंडिया में 9.8 फीसदी हिस्सेदारी की हो सकती है बिक्री\n► आयकर विभाग द्वारा जब्त किए गए केयर्न इंडिया के 20 करोड़ शेयरों का मूल्य है करीब 5,200 करोड़ रुपये\n► पिछले साल विवाद समाधान योजना के तहत सरकार ने एकबारगी कर निपटान योजना पेश की थी लेकिन केयर्न ने नहीं उठाया इसका फायदा\nबकाये का भुगतान न किए जाने के कारण आयकर विभाग द्वारा केयर्न इंडिया में केयर्न की जब्त की गई 9.8 फीसदी हिस्सेदारी को अब जल्द ही बिक्री के लिए रखा जा सकता है। पिछले सप्ताह शुरू की गई वसूली प्रक्रिया के तहत सरकार ऐसा कर सकती है जो केयर्न के लिए एक बड़ा झटका होगा। केयर्न से बकाये कर की वसूली के लिए सरकार जिन विकल्पों पर गौर कर रही है उसमें यह भी शामिल है। आयकर विभाग द्वारा जब्त किए गए केयर्न इंडिया के 20 करोड़ शेयरों का मूल्य फिलहाल करीब 5,200 करोड़ रुपये है।\nकर कानून में पिछली तारीख से लागू किए गए संशोधन के तहत आयकर विभाग ने केयर्न से पूंजीगत लाभ के लिए 10,247 करोड़ रुपये के कर की मांग की है। बकाये कर के भुगतान के लिए विभाग ने उसे 15 जून तक का समय दिया था लेकिन इस समय सीमा के भीतर कर अदायगी में विफल रहने के कारण अब कंपनी के खिलाफ वसूली की प्रक्रिया शुरू की गई है। कर ट्रिब्यूनल ने आयकर विभाग द्वारा की गई कर मांग को सही ठहराया था और उसके करीब तीन महीने बाद अब यह कार्रवाई की जा रही है। ब्रिटेन की प्रमुख तेल कंपनी को आयकर विभाग के जुर्माने का भी सामना करना पड़ सकता है। विभाग उसके खिलाफ 300 फीसदी जुर्माना लगा सकता है जो करीब 30,000 करोड़ रुपये होगा। हालांकि केयर्न पर जुर्माना लगाने के लिए विभाग के पास सितंबर तक का समय है।\nसूत्रों के अनुसार, खुले बाजार में केयर्न इंडिया की 9.8 फीसदी हिस्सेदारी की बिक्री कोई व्यावहारिक विकल्प नहीं हो सकता क्योंकि इससे शेयर भाव को झटका लग सकता है। इन शेयरों की बिक्री अनिल अग्रवाल के नेतृत्व वाली कंपनी वेदांत को करने पर भी विचार किया जा सकता है अन्यथा केयर्न कर वसूली अधिकारी से स्थगनादेश हासिल कर सकती है। हालांकि आयकर विभाग ने वसूली नोटिस का जवाब देने के लिए केयर्न यूके को 15 दिनों का समय दिया है। इन शेयरों की जब्ती का अब तीन साल से भी अधिक समय हो चुका है।\nसूत्रों के अनुसार, कोई आधार मूल्य तक करते हुए 9.8 फीसदी हिस्सेदारी की नीलामी अथवा रिवर्स ऑक्शन की जा सकती है। हालांकि राजस्व विभाग इस मुद्दे पर निवेश एवं सार्वजनिक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) की भी राय ले सकता है। आयकर विभाग के अधिकारियों ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार किया। इस बीच, वेदांत ने पहले ही बैंकों से कहा है कि वह एस्क्रो खाते में पड़े 660 करोड़ रुपये कर विभाग को हस्तांतरित कर दे। केयर्न ने पिछले महीने बाजार नियामक सेबी से संपर्क कर अनिल अग्रवाल की अगुआई वाले वेदांत समूह की तरफ से 670 करोड़ रुपये का लाभांश नहीं चुकाए जाने की शिकायत की थी।\nकेयर्न ब्रिटेन ने कर बकाया वसूली से भारत को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय ट्रिब्यूनल से अंतरिम आदेश की चाह में अपील की थी, जिसे समिति ने खारिज कर दिया, जो 12 जून को लंदन में सुनवाई के लिए बैठी थी। इसकी अंतिम सुनवाई जनवरी 2018 में होगी। कर की मांग केयर्न ब्रिटेन की तरफ से केयर्न इंडिया होल्डिंग्स की हिस्सेदारी केयर्न इंडिया को करने के मामले में हुई है, जो 2006-07 में समूह के आंतरिक पुनर्गठन के तौर पर हुई थी। इसकी अलग-अलग व्याख्या हुई कि क्या ब्रिटेन की कंपनी ने पूंजीगत लाभ कमाया।\nवास्तव में केयर्न अभी तक आईएटीए के आदेश को चुनौती देने के लिए उच्च न्यायालय नहीं पहुंची है। जबकि कर विभाग पहले ही न्यायालय में प्रतिवाद दायर कर चुका है और यह कंपनी की तरफ से आयकर अपीलीय ट्रिब्यूनल के आदेश पर किसी तरह से स्टे की मांग के खिलाफ दायर हुआ है। आईपीओ के समय भारतीय संपत्तियों का मालिकाना हक केयर्न यूके होल्डिंग्स से नई कंपनी केयर्न इंडिया को हस्तांतरित कर दिया गया। साल 2006 में केयर्न इंडिया ने केयर्न इंडिया होल्डिंग्स की पूरी शेयर पूंजी का अधिग्रहण केयर्न यूके होल्डिंग्स से कर लिया। इसके बदले केयर्न इंडिया के 69 फीसदी शेयर केयर्न यूके होल्डिंग्स को जारी किए गए। ऐसे में केयर्न यूके होल्डिंग्स के जरिए केयर्न एनर्जी की केयर्न इंडिया में 69 फीसदी हिस्सेदारी है।\nबाद में 2011 में केयर्न एनर्जी ने 9.8 फीसदी अल्पांश हिस्सेदारी को छोड़कर केयर्न इंडिया की बिक्री अनिल अग्रवाल के वेदांत समूह को कर दी। पिछले साल के विवाद समाधान योजना के तहत सरकार ने एकबारगी कर निपटान योजना पेश की थी, जो 1 जून से 31 दिसंबर तक के लिए थी, जिसे बाद में 31 जनवरी तक बढ़ाया गया। लेकिन इसके लिए कंपनी की तरफ से लंबित मामले वापस लेने पर सहमति जरूरी थी। इसके तहत सरकार ने इस निपटान योजना का इस्तेमाल करने वालों से जुर्मान व ब्याज माफ करने की पेशकश की थी। केयर्न ने इस योजना का फायदा नहीं उठाया।\nKeyword: बकाया, भुगतान, आयकर विभाग, केयर्न, हिस्सेदारी, बिक्री, वसूली, पूंजीगत लाभ, ट्रिब्यूनल, जुर्माना,
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7df7838dcdf8419af9b72ec371c05f3e8c641772966c47639ceb7653bd5beb29 | जिसके नाम में ही 'भारत' शामिल हैं उसे बेचा जा रहा है और लोग खामोश बने हुए है? वित्तमंत्री मैडम का कल का बयान सोशल मीडिया पर छाया रहा जिसमें वह कह रही हैं कि एयर 'इंडिया' और 'भारत' पेट्रोलियम को मार्च तक बेच दिया जाएगा.
क्या हमारी आंखों की लाज शरम बिलकुल मर गयी है? हमारे सामने ही हमारे पुरखों की विरासत को बेचा जा रहा है और हम कुछ भी नही बोल पा रहे हैं ! यानी घर के भांडे बरतन बिकने की नौबत आ रही है और लोग देखकर भी अनजान बन रहे हैं?
लोग यह तक पूछने को तैयार नहीं है कि भारत पेट्रोलियम यानी BPCL जैसे कम्पनी जो लगातार लाभ कमा कर दे रही है आखिरकार उसे क्यों बेचा जा रहा है?
मोदी सरकार पहले ही चुपके से BPCL के राष्ट्रीयकरण संबंधी कानून को 2016 में रद्द कर चुकी हैं, ऐसे में BPCL को निजी या विदेशी कंपनियों को बेचने के लिए सरकार को संसद की अनुमति लेने की जरूरत भी नहीं होगी, एक झटके में भारत पेट्रोलियम को बेच दिया जाएगा!
भारत पेट्रोलियम कोई छोटी मोटी कंपनी नहीं है वह देश की दूसरी सबसे बड़ी पेट्रोलियम प्रॉडक्ट रिटेलर कंपनी हैं. जिसने 2018-19 में 7132 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है. 2017-18 में BPCL को 7976 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था. उससे पहले 2016-17 में 8039 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था.
BPCL का मुनाफा 2011-12 से लगातार बढ़ रहा हैं 2011-12 में कंपनी को 1,311 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था यानी 2012 से आज यह मुनाफा लगभग छह गुना बढ़ चुका है.
इसके बावजूद मोदी सरकार भारत पेट्रोलियम को बेचने पर अड़ी हुई है. यह कुछ ऐसा ही है जैसे पुरानी कथाओं का नायक शेखचिल्ली रोज एक सोने का अंडा देने वाली मुर्गी का एक बार में ही पेट फाड़ कर सारे अंडे निकाल लेना चाहता है.
इस वक्त भारत पेट्रोलियम का मार्केट केपेटालाइजेशन लगभग 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपये के आसपास है! मोदी सरकार चाहती है वह अपनी साढ़े 53 फीसदी भागीदारी मार्केट में बेच दे, इससे उसे करीब 55 से 65 हजार करोड़ रुपये तक मिलने की उम्मीद है.
दरअसल सरकार ने इस साल यह निश्चय किया हैं कि वह इस वित्त वर्ष में विनिवेश के जरिए 1.05 लाख करोड़ रुपये जुटाएगी. पिछले 5 सालो में पहले ही बहुत कुछ बेच दिया गया है. अब और तो कुछ बेचने को बचा नहीं है.
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में सरकार की हिस्सेदारी 51 फीसदी से कम होने की सूरत में उनसे पीएसयू का टैग स्वतः ही हट जाएगा. और ओएनजीसी, आइओसी, गेल और एनटीपीसी समेत कई महारत्न और नवरत्न कंपनियां जल्द ही स्वतंत्र बोर्ड द्वारा संचालित कंपनियां बन जायेगी.
इस वजह से सबसे बड़ा चेंज यह आएगा कि अभी तक इनका ऑडिट कैग और सीवीसी जैसी सरकारी एजेंसियां करती थी वह अब नहीं कर पाएगी. यह कंपनियां अब कैग और सीवीसी की जांच के दायरे से बाहर हो जाएगी.यानी कि जितने भी घपले-घोटाले होंगे, वह अब पब्लिक डोमेन में भी नही आ पाएंगे और इस हिस्सेदारी को खरीदने वाले पूंजीपति कंपनियों के सारे एसेट पर कब्जा जमा लेंगे.
भारत का मीडिया इस कदर बिक चुका है कि यह सब तथ्य वह जनता को दिखाना ही नही चाहता है. मंदिर-मस्जिद और पाकिस्तान की आड़ में देश की संपत्तियों को बेचने का कुत्सित षड्यंत्र अब कामयाब होने वाला है और सब तरफ खामोशी है !
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7e19e45c614a8ba6ec492c4d7adc859172746740ec3e4c26fc8a96bf928ecf84 | लेनोवो के स्वामित्व वाली मोटोरोला ने इसी साल अगस्त में अपनी जी5 सीरीज़ का नया डिवाइस मोटो जी5एस प्लस लॉन्च किया था। मोटो जी5एस प्लस की अहम ख़ासियत है इसमें दिए गए दो रियर कैमरे। फोन के होम बटन में ही फिंगरप्रिंट सेंसर भी दिया गया है। और ये फोन मेटल यूनिबॉडी डिज़ाइन से लैस है। मोटो जी5एस प्लस को कंपनी ने 15,999 रुपये में भारत में लॉन्च किया था लेकिन लॉन्च ऑफर के तहत फोन को 1,000 रुपये की कटौती के साथ 13,999 रुपये में उपलब्ध कराया गया था। अगर आप मोटो जी5एस प्लस को खरीदना चाहते हैं तो आपके लिए बढ़िया मौका है। एक्सक्लूसिव तौर पर अमेज़न इंडिया पर मिलने वाला मोटो का यह डिवाइस अब छूट के साथ खरीदा जा सकता है।
अमेज़न इंडिया ने अपनी वेबसाइट पर मोटो जी5एस प्लस को 2,000 रुपये कम कीमत के साथ उपलब्ध कराया है। इस छूट के साथ फोन 13,999 रुपये में खरीदा जा सकता है। इसके साथ ही कंपनी, 12,001 रुपये तक का एक्सचेंज ऑफर भी दे रही है। अमेज़न इंडिया से फोन खरीदने पर जियो यूज़र को 50 जीबी का अतिरिक्त ऑफर दिया जा रहा है। इसके अलावा, किंडल ऐप डाउनलोड और साइन इन करने पर 80 प्रतिशत (300 रुपये) तक ई-बुक्स पर छूट मिलेगी। ब्लश गोल्ड और लूनर ग्रे दोनों कलर वेरिएंट पर ये ऑफर मिल रहा है।
मोटो जी5एस प्लस में 5.5 इंच फुल एचडी (1920×1080 पिक्सल) डिस्प्ले दिया गया है। स्क्रीन की डेनसिटी 401 पीपीआई है। और स्क्रीन प्रोटेक्शन के लिए कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 3 दिया गया है। स्मार्टफोन 4 जीबी रैम वेरिएंट में आएगा। इस फोन में 64 जीबी इनबिल्ट स्टोरेज दी गई है जिसे 128 जीबी तक के माइक्रोएसडी कार्ड के जरिए बढ़ाया जा सकता है। स्मार्टफोन में 2.0 गीगाहर्ट्ज़ ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 625 प्रोसेसर है।
मोटो जी5एस प्लस की सबसे अहम ख़ासियत है इसमें दिया गया डुअल रियर कैमरा। इस फोन में 13 मेगापिक्सल के दो रियर कैमरे और डेप्थ एडिटर हैं। दोनों कैमरे अपर्चर एफ/2.0, डुअल एलईडी फ्लैश दिए गए हैं। इसके अलावा क्विक कैप्चर, बेस्ट शॉट, टैप टू कैप्चर, पैनोरमा मोड, बर्स्ट मोड, ऑटो एचडीआर, वीडियो स्टेबिलाइज़ेशन, स्लो मोशन वीडियो और 4के अल्ट्रा एचडी वीडियो रिकॉर्ड करने जैसे फ़ीचर हैं। फोन में सेल्फी लेने और वीडियो चैट करने के लिए 8 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है जो वाइड-एंगल लेंस, अपर्चर एफ/2.0, एलईडी फ्लैश, पैनोरमा मोड, प्रोफेशनल मोड और ब्यूटिफिकेशन मोड के साथ आता है। यह फोन सिंगल नैनो सिम सपोर्ट करता है। फोन एंड्रॉयड 7.1 नूगा पर चलता है। मोटो जी5एस प्लस का डाइमेंशन 153.5×76.2×9.5 मिलीमीटर और वज़न 168 ग्राम है। स्मार्टफोन को पावर देने के लिए 3000 एमएएच की बैटरी है।
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7e2281233f427aae8c113dba6fad32144036d896b5ac3022b004ea1b783b800e | सपनीले जादू की एक सदी ।
सिनेमा का प्रथम प्रदर्शन पेरिस के ग्रैंड कैफे के इंडियन सेलून नामक कक्ष में 28 दिसंबर 1895 को हुआ था। वक्त था रात के ९ बजे। समय, तिथि, स्थान और साल के आधार पर विज्ञानजनित अभिव्यक्ति के इस माध्यम की कुंडली कंप्यूटर की मदद से बनाई जा सकती है, परंतु यह तय है कि सिनेमा की कुंडली में भारत नामक ग्रह सबसे प्रबल रहा, वरना क्या कारण है कि इतने बड़े होटल के अनेक कक्षों में ल्युमियर बंधुओं ने इंडियन सेलून को ही चुना।
भारत में सिनेमा की कुंडली में शुक्र की महादशा हमेशा ही कायम रही है और विगत कुछ वर्षो से दुनिया में सबसे अधिक संख्या में फिल्म हम ही बना रहे हैं। सिनेमा के आविष्कार के समय किसी को कल्पना नहीं थी कि विज्ञानजनित यह माध्यम विज्ञानविहीनता वाले देश में इस कदर लोकप्रिय होगा।
यह अजूबा इसलिए संभव हुआ क्योंकि यह कथा कहने का माध्यम है और भारत कथावाचकों तथा श्रोताओं का अनंत देश है। दूसरी बात यह कि इस देश में कोई परंपरा कभी मरती नहीं। आज टेक्नोलॉजी के युग में भी लावणी, नौटंकी और जात्रा कायम हैं। रंगमंच आज भी आलोकित है।
कथावाचक आज भी पोथी बगल में दबाए घर-घर संतोषी मां और सत्यनारायण की कथा कराते हैं। तीसरी बात यह है कि वर्तमान के हर क्षण में अनेक गुजश्ता सदियां मौजूद होती हैं। आप अनेक शहरों में रेलवे पुल के नीचे से बैलगाड़ी गुजरते और ऊपर जेट उड़ते हुए देख सकते हैं। इसी तरह बड़े शहरों में आधुनिकतम सुविधाओं से संपन्न मल्टीप्लैक्स के साथ ही एकल सिनेमाघर भी हैं और कस्बों में आज टूरिंग टॉकीज मेले-तमाशों के अवसर पर पहुंच जाते हैं और अवैध वीडियो पार्लर भी पनपते रहे हैं।
भारत में 3 मई 1913 को धुंडिराज गोविंद फाल्के ने पहली कथा फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र' प्रस्तुत की और पहले दस वर्षो में कुल जमा 91 फिल्में बनीं, जो सारी ही धार्मिक आख्यानों को प्रस्तुत करती थीं। बाद में सामाजिक फिल्में बनीं, इतिहास आधारित फिल्में बनीं, भूत-प्रेत की फिल्में बनीं।
गोयाकि हर प्रकार की फिल्में बनीं, परंतु सभी में प्रस्तुत पात्रों का सोच हमेशा पौराणिक ही रहा। इस तरह हम हमेशा मायथोलॉजी ही बनाते रहे हैं। मान लीजिए धर्म एक बहुमंजिला भवन है, जिसमें हवादार कमरे हैं, धूप भी आती है तो इसी भवन के नीचे बहुमंजिले तलघर भी हैं, जिनमें अंधविश्वास के जाले हैं, कुरीतियों की चमगादड़ें हैं, भय के भूत-प्रेत हैं।
फिल्मों में इस भवन और उसके नीचे बने तलघर की प्रवृत्तियां हमेशा विद्यमान रही हैं।
1913 से 1947 तक ब्रिटिश सेंसर की आंखों में धूल झोंककर राष्ट्र प्रेम की फिल्में बनाई गईं और गांधीजी के प्रभाव में सिनेमा भी स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा बना। इस कालखंड में हिमांशु राय, देविका रानी और निरंजन पॉल ने मिलकर बॉम्बे टॉकीज नामक कॉपरेरेट की स्थापना की। कलकत्ता में बीएन सरकार ने न्यू थिएटर्स नामक कॉपरेरेट की स्थापना की। बॉम्बे टॉकीज ने मनोरंजन के साथ संदेश देने वाली फिल्में बनाईं और न्यू थिएटर्स ने साहित्यिक कृतियों पर फिल्में बनाईं।
ासिक वेतन पर प्रातः 9 से शाम 6 बजे तक अनुशासित ढंग से काम करते थे। सोहराब मोदी इतिहास आधारित फिल्में रचने के विशेषज्ञ थे। मेहबूब खान 'औरत' बनाकर स्थापित हुए थे और उनकी 'रोटी' क्रांतिकारी फिल्म थी। १९४१ में सफल रही 'सिकंदर' के बाद पृथ्वीराज कपूर ने स्वतंत्र सितारा प्रणाली शुरू की।
सुना है कि स्वतंत्रता प्राप्त करते समय भी पंडितों से मुहूर्त निकाला गया था। निश्चय ही स्वतंत्र भारत की कुंडली भी बनाई गई होगी। भारत की कुंडली में सिनेमा भी किसी ग्रह की तरह स्थापित हो गया और भारत भी सिनेमा की तरह आधी हकीकत आधा फसाना हो गया। देश की कुंडली में अजीबोगरीब युतियां बनीं कि देश होते हुए भी यह देश का भरम ही देगा।
राजनीति में सितारे चलेंगे और नीतियों पर नहीं लहरों पर चुनाव होंगे। हमने न तो स्वतंत्रता को ठीक से परिभाषित किया, न ही मनोरंजन को। बहरहाल, 1947 से 1964 तक हिंदुस्तानी सिनेमा का स्वर्णकाल रहा, जब सामाजिक प्रतिबद्धता वाला मनोरंजक सिनेमा रचा गया।
सत्यजित राय का 'पाथेर पांचाली' द्वारा प्रवेश आणविक विस्फोट की तरह था। हिंदुस्तानी सिनेमा को अपना पहला कवि मिला, मनुष्य की करुणा का गायक मिला। भारतीय सिनेमा में गीत-संगीत का स्वर्णकाल भी १९४७ से 1964 तक रहा। यह भारतीय सिनेमा की स्वतंत्र पहचान है। पहले दुनिया में इसका मखौल उड़ाया जाता था, लेकिन बाद में इसे भारतीय सिनेमा की ऊर्जा मान लिया गया।
रंगीन फिल्मों का युग शुरू होते ही फिल्म निर्माण महंगा हो गया। संस्थागत पूंजी उपलब्ध नहीं थी, इसलिए तथाकथित आर्थिक सुरक्षा के भय से फिल्मकार मसाला फिल्में गढ़ने लगे और सामाजिक प्रतिबद्धता हाशिये पर धकेल दी गई। हिंदुस्तानी सिनेमा की मुख्यधारा के साथ कुछ परस्पर समानांतर धाराएं हर कालखंड में प्रवाहित रहीं।
हिंदुस्तानी सिनेमा में हॉलीवुड की तरह श्रेणीकरण नहीं हो सकता। 1973 में अमिताभ बच्चन अभिनीत और सलीम-जावेद की लिखी 'जंजीर' तथा राज कपूर की 'बॉबी' ने फिल्म उद्योग में बड़े पैमाने पर एक्शन फिल्म तथा युवा प्रेम कहानियों की दो धाराओं को पल्लवित किया।
देश में स्वप्नभंग की स्थिति थी और व्यवस्था में लगी दीमक से लोग क्रोध की मुद्रा में थे। अमिताभ की 'जंजीर', 'दीवार' और 'त्रिशूल' के आक्रोश से भरे नायक में उन्होंने अपने गुस्से का प्रतिबिंब देख लिया। यह दर्शकों का ही कमाल था, क्योंकि इन तीनों फिल्मों में नायक स्वयं के लिए लड़ रहा है।
दरअसल गोविंद निहलानी की 'अर्धसत्य' पहली सच्ची आक्रोश फिल्म है, जिसका होम्योपैथिक संस्करण हम 'सत्यकाम' में देख चुके थे। अमिताभ के आविर्भाव के समय ही श्याम बेनेगल की 'अंकुर' और 'निशान्त' सड़ती हुई व्यवस्था पर प्रकाश डाल चुकी थीं। इस कालखंड में 'शोले' का प्रदर्शन एक घटना थी। सिनेमा के स्थायी आहार में सब मसालों के द्वारा विविधता का मनोरंजन रचा गया।
टेक्नोलॉजी ने फिल्मों की तकनीकी गुणवत्ता बढ़ाने के साथ अवैध वीडियो के द्वारा सिनेमा को अकल्पनीय आर्थिक क्षति पहुंचाई। इससे उत्पन्न आर्थिक भय ने फिल्मकारों को और अधिक समझौतों के लिए मजबूर किया। १९९१ में आर्थिक उदारवाद के साथ ही भारतीय समाज और सिनेमा में परिवर्तन की गति तीव्र हो गई।
मल्टीप्लैक्स के उदय के साथ ही फिल्म उद्योग में कॉपरेरेट का पदार्पण हुआ। सूरज बड़जात्या की शादी-ब्याह वाली 'हम आपके हैं कौन' की भारी सफलता ने औद्योगिक घरानों का ध्यान फिल्म व्यवसाय की ओर आकृष्ट किया।
पहले दो कॉपरेरेट 'बॉम्बे टॉकीज' और 'न्यू थिएटर्स' सिनेमा में सामाजिक प्रतिबद्धता और गुणवत्ता की खातिर आए थे, परंतु अपने दूसरे अवतार में कॉपरेरेट केवल मुनाफा कमाने और ग्लैमर में आलोकित होने के लिए आया। इसी दौर में आप्रवासी दर्शकों के कारण डॉलर सिनेमा का भी उदय हुआ।
वास्तव में उदारवाद और व्यवस्था में निहित भ्रष्टाचार के कारण रातोंरात धनाढ्य होने वाला वर्ग अपनी दौलत के प्रदर्शन के लिए माध्यम खोज रहा था और सिनेमा ने उन्हें आडंबर वाली शादियों का रास्ता दिखाकर सदियों की सादगी के लिए की गई तपस्या नष्ट कर दी।
यह ऐसा दौर था, जब भारतीय सिनेमा में भारत खोजना कठिन हो गया। पूरी सदी तक सिनेमा में मान्यता रही थी कि नैतिक रूप से ठीक होने पर ही फिल्म चलती है। यह मान्यता ध्वस्त हो गई। संसद, सिनेमा और समाज में नैतिकता हाशिये में ढकेल दी गई। देश में सतह के नीचे विघटन की प्रक्रिया चल रही है।
जयप्रकाश चौकसे। लेखक वरिष्ठ फिल्म समीक्षक हैं।
दैनिक भास्कर में इनका एक नियमित कलम प्रकाशित होता है,जो बेहद चर्चित है। जयप्रकाश चौकसे जी सिनेमा के अनछूए पहलुओं पर सटीकता से बात करते है।
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7e2d5b0a5393bcf22ec67d0d20c6d1959eaf0bd687a2c988379d43db2d245b57 | यूपी में बढ़ रहे कोरोना के मामले (फाइल फोटो)
लखनऊः उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना के बेकाबू होते आंकड़े सभी के लिए परेशानी भरे हो रहे हैं। मंगलवार को प्रदेश में एक दिन में 18 हजार 21 नए केस सामने आए जो सूबे में अभी तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इस दौरान राज्य सरकार ने कोविड मरीजों को राहत देने के लिए तैयारी भी शुरू कर ली है।
यूपी सरकार ने निजी अस्पतालों और लैब्स में कोविड टेस्ट से जुड़ी RT-PCR जांच की फीस रिवाइज करते हुए 700 रुपए कर दी है। प्रदेश के एडीशनल चीफ सेक्रेटरी, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, अमित मोहन प्रसाद द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक, कोराना जांच का सैंपल घर से लिए जाने पर इस जांच के लिए 900 रुपये फीस ली जा सकेगी। इसके साथ ही NABH द्वारा मान्यता प्राप्त प्राइवेट अस्पतालों में, सामान्य लक्षण वाले मरीजों से कोविड-19 आइसोलेशन बेड के लिए रोजाना 10,000 रुपये लिए जा रहे हैं।
सरकार ने ऐसे अस्पतालों में वेंटिलेटर सुविधा के साथ वाले आईसीयू बेड की फीस 18,000 रुपये प्रतिदिन और बिना वेंटीलेटर वाले बेड में देखभाल की फीस 15,000 रुपये प्रतिदिन तय की है। वहीं बिना NABH मान्यता प्राप्त निजी अस्पताल कोरोना मरीजों के आइसोलेशन बेड के लिए 8,000 रुपये की फीस लेंगे। वहीं वेंटिलेटर के साथ वाले आईसीयू बेड का चार्ज 15,000 रुपये और बिना वेंटीलेटर सुविधा वाले बेड का चार्ज 13,000 रुपये तय कर दिया गया है।
बता दें कि इस समय उत्तर प्रदेश में कोरोना को लेकर हालात बेहद ही खराब है। बुधवार को सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके साथ ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
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