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बनारस से प्रकाशित "पूर्वांचल आजकल" के बंद होने की चर्चा । No. 1 Indian Media News Portal\nबनारस से प्रकाशित "पूर्वांचल आजकल" के बंद होने की चर्चा\nबनारस से प्रकाशित सांध्य दैनिक के बंद होने की चर्चाएं हैं. अखबार पिछले कुछ दिनों से शहर में नहीं दिख रहा है. कई दिनों से अखबार लोगों को पढ़ने को भी नहीं मिला है, जिसके चलते लोग कयास लगा रहे हैं कि अखबार बंद होने जा रहा है. पांच महीने पहले शुरू हुए इस सांध्य दैनिक ने शहर में अपनी एक अच्छी पहचान बना ली है. बनारस में लोगों को गांडीव की बजाय पूर्वांचल आजकल का इंतजार रहने लगा है. लिहाजा इसका मार्केट में न आना इसके बंद होने की कयास को जन्म दे रहा है. साथ ही इस अखबार के साथ जुड़े पत्रकार भी अपने भविष्य को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं.\nइस अखबार का संपादन बनारस के वरिष्ठ पत्रकार डा. राधारमण चित्रांशी कर रहे हैं. डा. चित्रांशी पिछले तीन दशक से ज्यादा समय से बनारस की पत्रकारिता में सक्रिय हैं. बनारस के प्रमुख सांध्य दैनिक गांडीव से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने इस अखबार का प्रकाशन शुरू किया. अखबार बंद होने के सवाल को पूरी तरह नकारते हुए डा. चित्रांशी कहते हैं कि यह अफवाह बनारस में मौजूद एक काकस फैला रहा है. अखबार बंद होने नहीं जा रहा है. वे कहते हैं कि जिस प्रेस से अखबार का प्रकाशन कराया जाता था, वहां मशीन में गड़बड़ी के चलते अखबार का व्यापारिक प्रकाशन नहीं हो पा रहा है. कम से कम एक सप्ताह लगेगा इस स्थिति को ठीक होने में, इसलिए हम सिर्फ ऑफिस कापी छपवा रहे हैं. इसके बंद होने की सूचना बिल्कुल निराधार है.
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स्वेता त्रिपाठी एक भारतीय न्यूज़ एंकर और पत्रकार हैं, वह रिपब्लिक भारत न्यूज़ चैनल पर सीनियर न्यूज़ एंकर कार्य करती हैं. उन्होंने भारत के मशहूर न्यूज़ चैनल जैसे जी न्यूज़ और इंडिया टीवी के लिए काम किया हैं. स्वेता त्रिपाठी मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली हैं. उन्होंने अपनी आरंभिक शिक्षा सेंट अन्थोनी कान्वेंट स्कूल से प्राप्त की जिसके बाद एमिटी यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पूरा किया. एमिटी से उन्होंने पत्रकारिता का कोर्स किया हैं. पत्रकारिता करने के बाद वह इंडिया टीवी पर न्यूज़ रिपोर्टर के रूप में जुड़ गयी इस शो पर उन्होंने न्यूज़ एंकरिंग का कार्य भी किया. कुछ वर्षों इस संस्था में काम करने के बाद वह जी न्यूज़ चैनल से जुड़ गयी. वर्ष 2019 में स्वेता त्रिपाठी नए न्यूज़ चैनल रिपब्लिक भारत में शामिल हो गयी, इस न्यूज़ चैनल में वह सीनियर न्यूज़ एंकर के रूप में नजर आये. वह इस चैनल पर प्राइम टाइम में रिपोर्टिंग करते हुए नजर आई. स्वेता त्रिपाठी से जुड़े रोचक तथ्य(जानकारी) स्वेता त्रिपाठी का जन्म और परवरिश नई दिल्ली में हुई हैं. उन्होंने एमिटी यूनिवर्सिटी से अपना ग्रेजुएशन पूरा किया हैं. स्वेता त्रिपाठी जी न्यूज़, इंडिया टीवी और रिपब्लिक भारत के साथ काम कर चुकी हैं. वह सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक और ट्विटर पर काफी एक्टिव रहती हैं. वह नोइडा स्थित अपने निवास पर रहती हैं. स्वेता एक NGO तारा कैंसर फाउंडेशन से भी जुडी हुई हैं वह इस फाउंडेशन के नार्थ जोन की अध्यक्ष हैं. उन्हें पोएट्री का कभी शौक हैं वह आल इंडिया वीमेन पोएट्री अवार्ड्स की एक नॉमिनी रह चुकी हैं. यदि आपके पास स्वेता त्रिपाठी से जुडी और जानकारी हैं तो हमें नीचे दिए हुए कमेंट बॉक्स में लिखकर बताये. हम इसे जल्द से जल्द अपडेट करने की कोशिश करेंगे.
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यूएई में फंसे भारतीयों को कोरोनोवायरस संकट के दौरान अपने गृह देश में वापस ले जाने की आशा है, क्योंकि भारतीय नागरिक उड्डयन नियामक 'विशेष रूप से अनुमोदित उड़ानों' पर विचार कर रहा है। यूएई में भारतीय अधिकारी और मिशन इन उड़ानों को शुरू किए जाने के समय चुप बने हुए हैं, लेकिन नागरिक उड्डयन महानिदेशक (डीजीसीए) परिपत्र यह संकेत है कि यूएई और खाड़ी से भारतीयों को लेकर आपातकालीन उड़ानों को लॉकडाउन से पहले अनुमति दी जा सकती है। भारत ने 3 मई तक लॉकडाउन का विस्तार किया है, और यूएई में फंसे हुए, या उन निवासियों को जो वित्तीय चिंताओं के कारण घर जाना चाहते हैं, इन उड़ानों के शुरू होने पर राहत की सांस लेंगे। हालांकि यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि ये उड़ानें कब चलेंगी, उप महानिदेशक सुनील कुमार द्वारा जारी डीजीसीए के परिपत्र में कहा गया हैः "यह निर्णय लिया गया है कि 3 मई, 2020 के 18.30 जीएमटी तक सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बंद रहेंगे। हालांकि, यह प्रतिबंध डीजीसीए द्वारा विशेष रूप से अनुमोदित अंतरराष्ट्रीय ऑल-एयर कार्गो संचालन और उड़ानों पर लागू नहीं होगा। " इसके अलावा, भारतीय मीडिया में आई खबरों के अनुसार, केंद्र सरकार ने भारतीय राज्य सरकारों को उन सभी लोगों का स्वागत करने के लिए तैयार रहने का भी निर्देश दिया है, जो उम्मीद से पहले वापसी चाहते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि गर्भवती महिलाएं और बच्चे, अन्य बीमारियों से पीड़ित और बुजुर्गों को पहली वरीयता दी जाएगी। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने पहले कहा था कि इस मुद्दे पर कैबिनेट बैठक में चर्चा की जाएगी। दक्षिण भारतीय राज्य ने पहले ही राज्य के विभिन्न हिस्सों में अनिवासी भारतीयों की वापसी के लिए कम से कम 250,000 quarantine कमरे की व्यवस्था की है।
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भारतीय टीम के दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ( Harbhajan Singh) इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म 'फ्रेंडशिप' (Friendship) को लेकर सुपर एक्साइडेट हैं. वह आए दिन ही सोशल अकाउंट पर फ्रेंडशिप से संबंधित कुछ न कुछ जानकारी फैंस के साथ साझा करते हैं. हाल ही में उन्होंने फिल्म का टीजर (Friendship teaser) रिलीज किया है जिसमें अलग-अलग किरदारों में दिख रहे हैं. फ्रेंडशिप का टीजर देखने के बाद भज्जी की प्रति फैंस की दीवानगी और भी बढ़ गई है. आपको बता दें कि गीता बसरा भी एक अभिनेत्री हैं. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2006 में इमरान हाशमी के अपोजिट फिल्म 'दिल दिया है' से की थी. फिल्म के गाने वो अजनबी में गीता बसरा के परफॉर्मेंस को खूब सराहा गया था. इस वीडियो को देखकर ही भज्जी उन पर अपना दिल हार बैठे थे और फिर उन्हें पाने की खोज में निकले थे. अब पत्नी ग्लैमर इंडस्ट्री से दूर हैं लेकिन भज्जी हीरो बन गए हैं. क्रिकेट की पिच पर तो भज्जी ने खूब झंडे गाड़े हैं अब देखना यह होगा कि फिल्म में वे अपने अभिनय से कितनों को इंप्रेस कर पाते हैं.
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बी.बी.एन.: थाना बद्दी के तहत गांव चनालमाजरा में एक युवक को तलवार व चाकू से वार कर घायल करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यह मामला अनिल कुमार पुत्र सुखदयाल सिंह निवासी गुआला डा. राडी जिला चम्बा के बयान पर दर्ज किया गया है। उसने बताया कि 11 जनवरी को वह अपने कमरे में लेटा हुआ था। करीब 10.30 बजे रात को इकबाल पुत्र पोलू निवासी चनाल माजरा 3-4 लड़कों के साथ उसके कमरे में घुस आया। इकबाल ने आते ही उसके ऊपर तलवार से तथा उसके साथियों ने चाकू व डंडों से मारपीट की, जिससे वह घायल हो गया। घायल अवस्था में उसे स्थानीय अस्पताल में पहुंचाया गया जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे रैफर कर दिया। ए.एस.पी. बद्दी एन.के. शर्मा ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्जकर कार्रवाई शुरू कर दी है।
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बिहार में तीन चरणों, 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवबंर को, मतदान होगा. बिहार चुनाव के लिए भाजपा के प्रभारी फडणवीस हैं. महाराष्ट्र कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि यदि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) "मुंबई पुलिस का अपमान करने वाले" बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे (Gupteshwar Pandey) को टिकट देती है तो यह बहुत तकलीफदेह होगा, खासकर तब जबकि राज्य में भाजपा के चुनाव प्रभारी महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस हैं. महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने ट्विटर पर लिखा कि फडणवीस यदि पांडे की उम्मीदवारी का विरोध नहीं करेंगे तो महाराष्ट्र की जनता उनसे कई सवाल पूछेगी. बिहार में तीन चरणों, 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवबंर को, मतदान होगा. बिहार चुनाव के लिए भाजपा के प्रभारी फडणवीस हैं. बिहार के सत्तारूढ़ गठबंधन में भाजपा और जदयू सहयोगी हैं. गौरतलब है कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में जांच को लेकर महाराष्ट्र तथा बिहार के बीच चली रस्साकशी के दौरान पांडे सुर्खियों में आए थे. बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक (Bihar Ex DGP) गुप्तेश्वर पांडे (Gupteshwar Pandey) ने 23 सितंबर को घोषणा की थी कि अगर मौका मिला तो वह चुनाव लड़ेंगे क्योंकि वह राजनीति को लोगों की सेवा करने का सबसे बड़ा मंच मानते हैं. पांडे ने 22 सितंबर को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ले लिया था. पांडे ने फरवरी 2021 में अपनी सेवानिवृत्ति से पांच महीने पहले मंगलवार को पुलिस सेवा से VRS ले लिया. मंगलवार की देर शाम राज्य के गृह विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार VRS के लिए उनके अनुरोध को राज्यपाल फागू चौहान ने मंजूरी दे दी थी.
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आज बहुत सी राशि के जातकों को अचानक धन लाभ मिलने का योग बन रहा है साथ हीउनकी सेहत भी अच्छी रहने वाली है। मेष राशि के जातक किसी खाने की चीज के प्रति आप विचलित रहेंगे। सेहत का ख्याल रखने की जरूरत है। संतान पक्ष से आपके रिश्ते पहले से और बेहतर होंगे। दांपत्य जीवन में खुशियों की बहार आएगी। विद्यार्थियों के लिए दिन बेहतरीन रहने वाला है। सरकारी नौकरी कर रहे लोगों का ट्रांसफर हो सकता है। वृषभ राशि के जातक आपका व्यक्तित्व खुशबू की तरह महकेगा। आपको कोई बड़ी प्रसिद्धि मिल सकती है। परिवार में किसी जरूरी काम के पूरा होने से आप खुश होंगे। इस राशि के जातक जो छात्र हैं किसी काम को पूरा करने के लिए अपने पिता की सहायता लेंगे। उनके काम बेहतरी के साथ पूरे होंगे। सेहत भी अच्छी बनी रहेगी। मिथुन राशि के जातक आज दिन मिलाजुला रहेगा। दिन की शुरुआत थोड़ी सुस्ती के साथ रहेगी। जीवनसाथी को सफलता मिल सकती है। सेहत में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। प्राणायाम करना बेहतर रहेगा। पैसों के मामले में जीवनसाथी की सहायता मिल सकती है।पारिवारिक रिश्ते बेहतर होंगे। कर्क राशि के जातक माता-पिता के साथ बैठकर घरेलू कार्य की रूपरेखा बनाएंगे। आज आपको अपने ऑफिस के काम को पूरा करने के लिए अपने जूनियर की हेल्प लेनी पड़ सकती है। फालतू के खर्चे कम होने के कारण आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। बच्चों का मन पढ़ाई में लगेगा। किसी सवाल का जवाब छात्र ऑनलाइन जाने की कोशिश करेंगे। ये ज्ञान आगे उनके भविष्य के लिए फायदेमंद रहेगा। सिंह राशि के जातक आज दिन कई सुनहरे पल लेकर आएगा। दंपति जीवन खुशनुमा बना रहेगा। रिश्तो में मजबूती आएगी। महिलाओं के लिए दिल अच्छा रहने वाला है। कन्या राशि के जातक दिन अच्छा रहने वाला है। आर्थिक पक्ष पहले से ज्यादा मजबूत होगा। परिवार के लोगों में आपसी तालमेल बना रहेगा। आज आपकी सकारात्मक सोच आपको नए मुकाम तक पहुंचाएगी। व्यापार को बढ़ाने के लिए घर के सदस्यों के साथ बैठकर चर्चा करेंगे। जीवनसाथी को सफलता मिलने से मन प्रसन्न होगा। तुला राशि के जातक सावधान होकर हर काम को करने की जरूरत है। आय के नए स्रोत मिलने से आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। सेहत में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। घर के बुजुर्गों की सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत है। आज आप पारिवारिक जिम्मेदारियां बखूबी निभाएंगे। वृश्चिक राशि के जातक आज पूरे दिन ऑफिस में काम करने में व्यस्त रहेंगे। कोई नया बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो पहले ले आउट बना लें। विद्यार्थियों का पढ़ाई में मन लगेगा। दाम्पत्य जीवन में खुशियां आने से परिवार का माहौल खुशनुमा बना रहेगा। धनु राशि के जातक आज आपके सितारे बुलंद रहने वाले हैं। अचानक धन लाभ हो सकता है। अपनी दिनचर्या को और भी टाइट बना। विवाहित जीवन में मधुरता बनी रहेगी। सेहत के प्रति सचेत रहने की जरूरत है। बच्चों की जरूरत का ख्याल रखें। मकर राशि के जातक ज्यादा समय परिवार वालों के साथ बीतेगा। दिनचर्या में बदलाव आएगा। परिवार वालों के साथ विचार-विमर्श कर कोई बड़ा फैसला करें। लवमेट के लिए दिन बहुत ही सुंदर होने वाला है। व्यापार में मुनाफे का योग करना है। महिलाएं घर के काम में बिजी रहेंगी। कुंभ राशि के जातक दिन शानदार रहने वाला है। आज।आप खुफ्को फिट एंड फाइन महसूस करेंगे। मन नई चीजों को जानने के लिए उत्सुक रहेगा। सामाजिक मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी। राजनीति से जुड़े लोगों को सफलता मिल सकती है। व्यवहार में पॉजिटिव बदलाव आएगा। अचानक धन लाभ हो सकता है। मीन राशि की महिलाओं को अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत है। पेट से जुड़ी कोई समस्या हो सकती है। आपको अपनी बातें दूसरों के साथ शेयर करने से बचना चाहिए। आज पुराने का कागजात काटने छाटने में समय बीतेगा। दंपति जीवन को बेहतर बनाए रखने के लिए आपको गलतफहमी से बचना है।
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लेने वालों के लिए, लोकप्रिय दलालों की रेटिंग और समीक्षा फीस 0.10 से 0.25% तक होती है। नेटवर्क द्वारा आवश्यक लेनदेन शुल्क से परे निकासी के लिए कोई शुल्क नहीं है। Poloniex मंच पर अद्वितीय उपकरणों में से एक चैट बॉक्स है जो लगातार उपयोगकर्ता सहायता से भर जाता है और बस सब कुछ के बारे में। कोई भी उपयोगकर्ता लगभग कुछ भी लिख सकता है लेकिन अनुचित टिप्पणियां अंततः मध्यस्थों द्वारा हटा दी जाती हैं। यह कभी कभी बुरा से अच्छी सलाह भेद करने के लिए मुश्किल हो सकता है, लेकिन Chatbox आप लगे रखना होगा कि एक महान उपकरण है। विस्तारित वारंटी के लिए कवरेज उस दिन से शुरू होता है जब आप वारंटी खरीदते हैं। यदि आपने एक ही समय में विस्तारित वारंटी खरीदी है तो आपने अपना टीवी खरीदा है, इसका मतलब है कि आपका नया टीवी कवर किया गया है दो अपने पहले वर्ष के लिए वारंटी। एक बार निर्माता की वारंटी समाप्त हो जाने के बाद, आपको पूरी तरह से विस्तारित वारंटी द्वारा कवर किया जाएगा। बाजार में संपत्ति है कि संभावित व्यापार के हित के लिए हो सकता है के सैकड़ों रहे हैं। यह जानकारी की एक बड़ी राशि है जो आवश्यक है हर दिन विश्लेषण करने के लिए व्यापार के लिए तैयार करने के लिए है। यह सत्र, किसी भी अन्य की तरह, नौ घंटे तक रहता है। यह एक्सचेंज के कर्मचारियों के लिए मानक कार्य दिवस है। हालाँकि, आप 3 सुबह के पहले अपने चार्ट पर बहुत अधिक गतिविधि नहीं देखेंगे। ऐसा इसलिए है क्योंकि अधिकांश व्यापारी अभी भी सो रहे हैं। मां महामाया की नगरी सरसींवा के कुणाल पांडेय ने पहले प्रयास में ही छग पीएससी में 53वां रैंक हासिल कर तहसीलदार के लिए चयनित हुए हैं। सरसींवा निवासी कृषक गोपाल पांडेय व आशा लता पांडेय (शिक्षिका) के पुत्र कुणाल पांडेय उप पुलिस अधीक्षक का पद प्रतीक्षा सूची में भी चौथे स्थान पर है। वह शुरू से ही मेधावी छात्र रहा है। बोर्ड परीक्षाओं 5वीं, 8वीं व 10वीं में। हम वर्तमान में TREZOR के लिए समर्थन के विकास पर काम कर रहे हैं। निवेश? क्या बात कर रहे हो सिनर्जी एक नियम है जो किसी के लिए लोकप्रिय दलालों की रेटिंग और समीक्षा अज्ञात नियमों द्वारा लिखी गई है। इन रणनीतियों की एक बेशुमार संख्या पहले ही विफल हो चुकी है, यह शुद्ध अटकलें हैं। और सट्टेबाज केवल अपने लाभ के बारे में सोचते हैं, और दुखी ऑटो-अनुयायियों के बिना उन्हें लाभ नहीं होगा! 😉।
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मीडियाकर्मी ने शनिवार को पुलिस को शिकायत देकर आरोपी अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। फतेहाबाद । सरकारी स्कूलों में जिन अध्यापकों के कंधों पर देश का भविष्य संवारने की जिम्मेदारी है। वहीं अध्यापक देश के भविष्य से किस तरह खिलवाड़ कर रहे हैं, इसका नजारा आज जिले के गांव शहीदांवाली के सरकारी स्कूल में देखने को मिला। स्कूल के एक अध्यापक द्वारा बच्चों को शिक्षित करने की बजाय उनसे स्कूल में ईंटें उठवाए जाने का वीडियो वायरल हुआ है। इस वायरल वीडियो ने सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर किस हद तक गिर चुका है, साफ नजर आ रहा है। स्कूल में बच्चों से काम करवाए जाने की जानकारी जब मीडिया को लगी तो स्कूल में कवरेज के लिए पहुंचे मीडिया कर्मी को भी इस अध्यापक ने जहां धमकाया वहीं वीडियो बनाने से रोकते हुए उसका मोबाइल तक छीन लिया। इस बारे मीडियाकर्मी ने शनिवार को पुलिस को शिकायत देकर आरोपी अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। शहीदांवाली के सरकारी स्कूल में शनिवार सुबह एक अध्यापक बच्चों से मजदूरी का काम करवाते हुए उनसे ईंटें उठवाई जा रही थी। दरियापुर पुलिस चौकी में दी शिकायत में शहीदांवाली निवासी सुरेश कुमार ने कहा कि इसकी सूचना मिलने पर वह स्कूल में पहुंचा और काम कर रहे बच्चों का वीडियो बनाने लगा। उसे वीडियो बनाते देख उक्त अध्यापक घबरा गया। अध्यापक ने उसे धमकाते हुए उसका मोबाइल छीन लिया और उसके साथ अभद्र व्यवहार भी किया। आरोप है कि अध्यापक ने मोबाइल से कुछ वीडियो को भी डिलीट कर दिया। सुरेश का आरोप है कि अध्यापक ने उसे धमकी देते हुए कहा कि वह यहां से चला जाए अन्यथा उसे यह महंगा पड़ेगा। बाद में सुरेश ने इस बारे दरियापुर पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज करवाते हुए आरोपी अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
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जम्मू। अमरनाथ यात्रा के लिए 3,451 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था शुक्रवार को जम्मू से रवाना हुआ। पुलिस का कहना है कि भगवती नगर यात्री निवास से 110 वाहनों में सवार ये तीर्थयात्री बालटाल और पहलगाम आधार शिविरों की ओर रवाना हुए। जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल एन.एन.वोहरा ने इस साल यात्रा के दौरान मारे गए तीर्थयात्रियों के परिजनों को तीन-तीन लाख रुपये की सहायता राशि को मंजूरी दी है। बालटाल मार्ग पर बरारीमार्ग-रेलपएथरी क्षेत्र में भूस्खलन की घटना में पांच तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी जबकि तीन तीर्थयात्री सड़क हादसे में मारे गए। यह तीर्थयात्रा 28 जून को शुरू हुई थी और 26 अगस्त को समाप्त होगी।
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टीवी सीरियल 'दीया और बाती हम' की लीड एक्ट्रेस दीपिका सिंह को भला आज कौन नहीं जनता। इस सीरियल में काम करने के बाद दीपिका ने अपने जीवन में एक नया मुकाम हासिल किया। लेकिन दीपिका ने टीवी शो को अलविदा कहने के बाद वो अभी तक किसी भी शो में दिखाई नहीं दी हैं। पहले खबर आई थी कि दीपिका टीवी शो पटियाला बेब्स के जरिए शो में कमबैक कर सकती हैं,लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं।एक इंटरव्यू के दौरान दीपिका ने बताया था कि वो कैसा रोल अदा करना चाहती हैं। एक वेबसाइट से बात करते हुए अभिनेत्री दीपिका ने कहा लोगों को लगता है कि मैं अपने बच्चे की वजह से व्यस्त हूं,लेकिन मैं बच्चा होने के 8 महीने बाद ही काम करने के लिए रेडी हो गई थी। टीवी पर अच्छे प्रोजेक्ट्स मिलने में भी काफी समय लगता है। दीपिका सिंह आगे कहा मेरी ग्लैमरस इमेज नहीं है और मैं उसे तोडऩा भी नहीं चाहती। मुझे नहीं लगता कि मैं कभी टीवी पर छोटे कपड़े पहन पाऊंगी। क्योंकि दिया और बाती हम जैसे प्रेरणादायक शो कम ही बनते हैं। उन्होंने कहा ग्रे और नेगेटिव करेक्टर के साथ ज्यादातर ग्लैमर जुड़ा होता है। मैं वैंप का रोल नहीं करना चाहती हूं। मैं वैसे भी पर्दे पर जलन,गुस्सा नहीं दिखा सकती हुं। बतौर आर्टिस्ट मैं हर एक रोल को काफी ज्यादा गंभीरता से लेती हूं और यह स्वाभाविक है आप जैसा रोल करते हैं वो आपकी पर्सनैलिटी में आ ही जाता है। दीपिका सिंह ने बेटे को जन्म देने के बाद करीब 17 किलो वजन कम किया है। उन्होंने जिम और योगा की मदद से कम किया। एक बार खबर यह भी आई थी कि दीपिका सिंह बिग बॉस 12 में हिस्सा लेंगी। हालांकि दीपिका ने खुद हर बार बिग बॉस में जाने की खबर को अफवाह करार दिया।
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चंडीगढ़। पंजाब में कर्फ्यू या लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जा सकती है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ऐसे संकेत दिए हैं। सीएम के मुताबिक, प्रदेश में लॉकडाउन अभी जारी रहना चाहिए, क्योंकि अगर इसे खोल दिया गया तो संक्रमण ज्यादा फैलेगा। इससे संकट बढ़ सकता है। राज्य मंत्रिमंडल इसके विस्तार पर आज फैसला लेगा। दोपहर में होने वाली राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में कर्फ्यू या लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने पर चर्चा होगी। माना जा रहा है कि मौजूदा हालातों और महामारी के बढ़ते केसों को ध्यान में रखते हुए अवधि 30 अप्रैल तक बढ़ाई जा सकती है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की सिफारिशों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार कर्फ्यू के नियमों को और सख्ती से लागू करने पर भी विचार कर रही है। जबकि लॉकडाउन में कुछ ढील देते हुए राज्य में उद्योगों का कामकाज फिर से शुरू करने के बारे में भी फैसला लिया जा सकता है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि प्रदेश में कर्फ्यू लगने से एक अच्छी बात भी हुई। सूबे में नशा तस्करी की चेन टूट गई। इससे हम खुश हैं और इस दिशा में आगे काम किया जाएगा। इसके लिए एक टास्क फोर्स लगा दी गई है, जो रणनीति बना रही है।
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केकेआर और दिल्ली कैपिटल्स में रोमांचक मुकाबला आज रात 8 बजे से। पढ़ें पूरी खबर..... कोलकाता । आईपीएल क्रिकेट में शुक्रवार को कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) और दिल्ली कैपिटल्स में रोमांचक मुकाबला होना तय है। इस मैच में केकेआर की टीम को अपने घरेलू मैदान का लाभ मिलेगा। दिनेश कार्तिक की कप्तानी वाली केकेआर की टीम इस मैच में चोटिल तेज गेंदबाज एनरिच नोरत्जे की जगह आस्ट्रेलियाई क्रिकेटर मैट केली को उतारेगी। केकेआर को इस सत्र में अपनी पहली हार दिल्ली कैपिटल्स के हाथों मिली थी ऐसे में श्रेयस अय्यर की कप्तानी में उतर रही का मनोबल बढ़ा हुआ रहेगा। दिल्ली के पास पृथ्वी शॉ, शिखर धवन, ऋषभ पंत जैसे बल्लेबाज हैं। केकेआर की तरफ से अभी तक आंद्रे रसेल ने शानदार बल्लेबाजी की है और अब देखना होगा की कैगिसो रबाडा सहित दिल्ली के अन्य गेंदबाज उनको कैसे रोकते हैं। रसेल के अलावा केकेआर के पास रॉबिन उथप्पा, क्रिस लिन, शुभमन गिल जैसे बल्लेबाज भी हैं। गेंदबाजी की बात करें तो स्पिनर सुनील नारायण पीयूष चावला, कुलदीप यादव और लॉकी फर्ग्यूसन जैसे गेंदबाज हैं। वहीं गेंदबाजी की बात करें तो उसके पास अमित मिश्रा ओर संदीप लामिचाने जैसे स्पिनर हैं जो किसी भी बल्लेबाज को अपनी फिरकी के जाल में फंसा सकते हैं।
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जनपद ( कौशाम्बी ) महामारी कोरोना संक्रमण के चलते बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो इसलिए यह लाइव चैनल लांच किया गया, लाइव चैनल बच्चों की शिक्षा के लिए एक क्रांतिकारी एवं मील का पत्थर साबित होगा।आपको बता दें कि कौशाम्बी व प्रयागराज जनपद के बॉर्डर पर स्थित पूरामुफ्ती पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के मद्देनजर रखते हुए,किसी भी परिस्थिति में बच्चों की पढ़ाई में बाधा उत्पन्न न होने पाये इसके लिए पुरामुफ्ती पब्लिक स्कूल चैनल (ऐप) लांच किया है। विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ श्वेता पाठक ने बताया कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद से जुड़ा हुआ,उत्तर प्रदेश का प्रथम कॉलेज है, जहां पर लाइव चैनल लांच किया गया है,इस लाइव चैनल के जरिए कॉलेज में पढ़ रहे हैं हजारों छात्र-छात्राएं इसका लाइव फायदा प्राप्त कर रहे हैं, इस लाइव चैनल का लाइव प्रसारण 15 जुलाई 2020 से कॉलेज में शुरू हो चुका है।विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ श्वेता पाठक ने बताया कि इस चैनल के माध्यम से छात्र एवं छात्राओं को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रत्येक विषय अध्यापक तथा कक्षा अध्यापक अपने कक्षा के बच्चों से सीधे संवाद स्थापित कर बच्चों की पढ़ाई से संबंधित हर प्रकार की समस्या का निराकरण सीधे तौर पर कर रहे हैं, उन्होंने यह भी बताया कि इस लाइव चैनल के जरिए हमारे कालेज के परंपरागत अनुभवी एवं विषय स्पेशलिस्ट अध्यापक ग्रीन बोर्ड के माध्यम से पढ़ रहे बच्चों के साथ सीधा संवाद स्थापित करेंगे, मुख्य बात यह है कि जिस प्रकार से रेगुलर रनिंग क्लास में बच्चे अध्ययन करते हैं ठीक उसी प्रकार से इस लाइव चैनल के जरिए भी हमारे बच्चे अध्ययन कर रहे हैं।विद्यालय के प्रबंधक एवं पूर्व सदस्य रेलवे बोर्ड भारत सरकार डॉ प्रभु शंकर शुक्ला ने बताया कि इस लाइव चैनल के माध्यम से विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं न केवल भारत में ही अपितु कहीं भी हो उसका उसकी पढ़ाई में कभी भी कोई अवरोध उत्पन्न नहीं होगा।लाइव चैनल विशेषकर अभिभावकों एवं बच्चों की शिक्षा के लिए एक क्रांतिकारी मील का पत्थर साबित होगी।प्रबंधक डॉ शुक्ला ने बताया कि लाइव चैनल की मुख्य विशेषताओं में छात्र-छात्राओं का शिक्षकों से सीधा संवाद,प्रश्नोत्तर करना,ऑनलाइन टेस्ट,परीक्षा करवाना है।साथ ही शिक्षक,विद्यालय में वीडियो बनाकर लेक्चर को अपलोड कर के छात्रों के व्हाट्सएप के ग्रुप में भेजना आदि है,उन्होंने बताया कि चैनल के जरिए छात्र छात्राओं को अपने पाठ्यक्रम को समझने में आने वाली परेशानियों को दूर करना ही इस चैनल ऐप की मुख्य विशेषता है,विद्यालय के प्रबंधक डॉ शुक्ला ने बताया कि जल्द ही विद्यालय द्वारा शिक्षक-शिक्षिकाओं ,अभिभावकों ,छात्र-छात्राओं एवं क्षेत्र के समस्त क्षेत्रवासियों की शिक्षा को जरूरत का ध्यान रखते हुए जल्द ही ई-पेपर भी लांच किया जाएगा।
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बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाये [How To Increase Immunity In The Elderly In Hindi]\nHome हेल्थ बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाये\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाये? :\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक छमता कैसे बढ़ाये के निम्न लिखित बिंदु हैः-\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता क्या होती है (What Is Immunity In The Elderly in Hindi) :-\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता पर परिवर्तन और उनका प्रभाव (Changes And Their Effect On Immunity In The Elderly in Hindi) :-\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाये रखने के लिए रोकथाम (Prevention To Maintain Immunity In The Elderly in Hindi):-\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए तरीके (How To Increase Immunity in The Elderly in Hindi) :-\n1. एक फ्लू टीकाकरण प्राप्त करें (Getaflu vaccination in Hindi) :-\n2. स्वस्थ आहार खाएं (Eat healthy diet in Hindi) :-\n3. सक्रिय बनो (Always Be active) :-\n4. अपने तनाव के स्तर को कम करें (Reduce Your Stress Level in Hindi) :-\n5. खूब नींद लें (Get Plenty Of Sleep in Hindi) :-\n6. धूम्रपान छोड़ो (Give Up Smoking in Hindi) :-\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए आयुर्वेद तरीके (Ayurveda Methods To Increase Immunity In The Elderly in Hindi):-\n1. अश्वगंधा (Ashwagandha in Hindi) :-\n2. ब्राह्मी (Brahmi in Hindi) :-\n3. शिलाजीत (Shilajit in Hindi) :-\n4. शतावरी (Shatavari in Hindi):-\n5. सफ़ेद मुसली (White Musli in Hindi):-\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता क्या होती है।\n2. बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता पर परिवर्तन और उनका प्रभाव।\n3. बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाये रखने के लिए रोकथाम।\n4. बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता उम्र बढ़ने से जोखिम को कम करने के लिए।\n5. बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए तरीके।\n6. बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए आयुर्वेद तरीके।\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कोरोना काल में यह अति आवश्यक है की आप अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity System) को मजबूत बनाये रखे।\nआपकी Immunity System आपके शरीर को विदेशी या हानिकारक पदार्थों से बचाने में मदद करती है।उदाहरण बैक्टीरिया, वायरस, विषाक्त पदार्थों, कैंसर कोशिकाओं, और किसी अन्य व्यक्ति के रक्त या ऊतक हैं। प्रतिरक्षा प्रणाली उन हानिकारक पदार्थों को नष्ट करने वाली कोशिकाओं और एंटीबॉडी बनाती है।\n(यह भी पढ़े :- बच्चो में इम्युनिटी कैसे बढ़ाये)\nउदाहरण के लिए, इन्फ्लूएंजा के टीकों के अध्ययन से पता चला है कि 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए, टीका स्वस्थ बच्चों (2 वर्ष से अधिक) की तुलना में कम प्रभावी है।लेकिन प्रभावकारिता में कमी के बावजूद, टीकाकरण की तुलना में इन्फ्लूएंजा और एस निमोनिया के लिए टीकाकरण ने पुराने लोगों में बीमारी और मृत्यु की दर को काफी कम कर दिया है।\nजैसे-जैसे आप बड़े होते हैं, आपकी Immunity System भी काम नहीं करती है।\n(यह भी पढ़े :- बॉडी में इम्युनिटी पावर कैसे बढ़ाये? (How To Increase Immunity Power In Hindi))\nनिम्नलिखित प्रतिरक्षा प्रणाली में परिवर्तन हो सकते हैंः-\nप्रतिक्रिया करने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली धीमी हो जाती है। इससे आपके बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है।\nफ़्लू शॉट्स या अन्य टीके उतने समय तक काम नहीं कर सकते हैं या जब तक आप अपेक्षित हैं, तब तक आपकी रक्षा नहीं कर सकते हैं।एक स्व-प्रतिरक्षित विकार विकसित हो सकता है। यह एक बीमारी है जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity System)गलती से हमला करती है और स्वस्थ शरीर के ऊतकों को नष्ट कर देती है।\nआपका शरीर धीरे-धीरे ठीक हो सकता है। क्युकी इस उम्र में शरीर में कम कोशिकाएं होती है जो शरीर को धीरे धीरे ठीक करती है।\nप्रतिरक्षा प्रणाली की कोशिका दोषों का पता लगाने और सही करने की क्षमता भी कम हो जाती है।इससे कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाये (How To Increase Immunity in The Elderly in Hindi)\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता उम्र बढ़ने से जोखिम को कम करने के लिए :-\nफ्लू और निमोनिया टीके प्राप्त करें, और किसी भी अन्य टीके अपने स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता की सिफारिश की।\nखूब एक्सरसाइज करें। व्यायाम आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity System) को बढ़ावा देने में मदद करता है।\nहेल्दी फूड खाएं। अच्छा पोषण आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत रखता है।\nधूम्रपान न करें। धूम्रपान आपके इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है।\nशराब के अपने सेवन को सीमित करें। अपने सलाहकार से पूछें कि आपके लिए कितनी शराब सुरक्षित है।\nगिरने से लगी चोटों को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों पर गौर करें।\nएक कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity System) उपचार को धीमा कर सकती है।\nफ्लू कुछ के लिए गंभीर समस्याएँ पैदा नहीं कर सकता है, लेकिन 65 वर्ष और उससे अधिक उम्र की जटिलताओं के लिए जोखिम है।\nइसका कारण यह है क्योंकि पुराने वयस्कों में कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली होती है।यदि आपकी आयु 65 वर्ष से अधिक है, तो यहां आप अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली(Immunity System) को मजबूत करने और फ्लू और इसकी जटिलताओं को रोकने के लिए क्या क्या कर सकते हैं।\nएक वार्षिक फ्लू टीकाकरण आपके संक्रमण के खतरे को 40 से 60 प्रतिशत तक कम कर सकता है।\nफ्लू वैक्सीन को प्रभावी होने में दो सप्ताह तक का समय लग सकता है। टीका एंटीबॉडी बनाने के लिए आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली(Immunity System) को उत्तेजित करके काम करता है, जो संक्रमण से बचाने में मदद कर सकता है।\nविभिन्न प्रकार के फ्लू के टीके हैं। कुछ टीके सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए उपलब्ध हैं।Fluzone और Fluad दो वैक्सीन हैं जो विशेष रूप से 65 वर्ष और अधिक उम्र के वयस्कों के लिए हैं।\n(यह भी पढ़े :- योगा से इम्यून सिस्टम को कैसे बढ़ाये । Amazing7Tips And Benefits For Yoga)\nये टीके एक मानक-खुराक फ्लू शॉट की तुलना में टीकाकरण के लिए एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली प्रतिक्रिया प्रदान करते हैं।फ्लू वायरस साल-दर-साल बदलता रहता है, इसलिए आपको हर साल टीकाकरण दोहराना होगा। आप अपने क्षेत्र के डॉक्टर, फ़ार्मेसी या फ़्लू क्लिनिक से फ़्लू शॉट ले सकते हैं।\nजब आपको फ्लू का टीका लग जाता है, तो अपने डॉक्टर से निमोनिया और मेनिनजाइटिस से बचाव के लिए न्यूमोकोकल टीके के बारे में भी पूछें।\nएक स्वस्थ, पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने का एक और तरीका है ताकि यह वायरस से लड़ सके।\nइसमें फल और सब्जियों से भरपूर आहार शामिल हैं, जिसमें अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। आपको चीनी, वसा, और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का सेवन कम करना चाहिए और दुबले मांस का चयन करना चाहिए।\nयदि आपको लगता है कि आपको अपने आहार से पर्याप्त विटामिन और पोषक तत्व नहीं मिल रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से पूछें कि क्या वे मल्टीविटामिन या हर्बल सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं।\nबुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाये (How To Increase Immunity in The Elderly in Hindi)\nकठोर शारीरिक गतिविधि उम्र के साथ कठिन हो सकती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको पूरी तरह से बढ़ना बंद कर देना चाहिए। नियमित शारीरिक गतिविधि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity System) को मजबूत कर सकती हैऔर आपके शरीर को संक्रमण और वायरस से लड़ने में मदद कर सकती है।\nसप्ताह में तीन दिन कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि का लक्ष्य रखें। इसमें पैदल चलना, साइकिल चलाना, योग, तैराकी, या अन्य कम प्रभाव वाले वर्कआउट शामिल हो सकते हैं।व्यायाम रक्त परिसंचरण को बढ़ाता है और शरीर पर एक प्रज्वलनरोधी प्रभाव पड़ता है।\nअधिक तनाव आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity System) को प्रभावित कर सकता है, इसकी प्रभावशीलता को कम कर सकता है। तनाव में होने पर, शरीर कोर्टिसोल का उत्पादन बढ़ाता है। यह एक हार्मोन है जो शरीर को तनावपूर्ण स्थितियों से निपटने में मदद करता है।\nयह शारीरिक कार्यों को भी सीमित करता है जो लड़ाई या उड़ान की स्थिति में आवश्यक नहीं है।\nनींद की कमी भी Immunity System की प्रभावशीलता को कम करती है। नींद उम्र के साथ अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि यह मस्तिष्क की कार्यक्षमता, एकाग्रता और स्मृति में सुधार करने में भी मदद करती है।\nपर्याप्त नींद न लेने वाले वृद्धों को भी रात में नींद आने की आशंका होती है।प्रति रात कम से कम साढ़े सात से नौ घंटे की नींद लें। अपनी नींद की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए, सुनिश्चित करें कि आपका कमरा अंधेरा, शांत और ठंडा है।\nनियमित रूप से सोते समय दिनचर्या रखें और दिन के समय के अंतराल को 45 मिनट से अधिक नहीं रखें। दिन में कैफीन का सेवन न करें और सोने से डेढ़ घंटे पहले पानी और, अन्य पेय पदार्थों का सेवन न करें।\nसिगरेट में मौजूद रसायन फेफड़ों के ऊतकों को नुकसान पहुंचाने और कैंसर के खतरे को बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं।लेकिन वे श्वसन संबंधी बीमारियों जैसे फ्लू, ब्रोंकाइटिस और निमोनिया का कारण भी बन सकते हैं।\nअपनी Immunity System के कार्य को बेहतर बनाने के लिए, सिगरेट की आदत को मारने के लिए कदम उठाएं। निकोटीन पैच या निकोटीन गम जैसे धूम्रपान बंद करने वाले एड्स का उपयोग करें। सिगरेट के लिए क्रेविंग को कम करने के लिए आप दवाओं के बारे में अपने डॉक्टर से भी बात कर सकते हैं।\nहमारी तेज़ रफ़्तार शहरी जीवनशैली में, जहाँ पेशेवर और सामाजिक प्रतिबद्धताएँ अपने आप के लिए शांत समय पर भारी पड़ती हैं, वहाँ से सूखा और ऊर्जा कम महसूस होना स्वाभाविक है। अस्वास्थ्यकर आहार और निष्क्रिय जीवन शैली भी सहनशक्ति को बनाए रखने की क्षमता में बाधा डाल सकती है।\nसहनशक्ति न केवल शारीरिक शक्ति को बढ़ाने के लिए बल्कि बीमारियों और भावनात्मक तनाव से निपटने के लिए भी आवश्यक है।\nयदि आप एक विस्तारित अवधि के लिए एक गतिविधि को सहन करने के लिए पर्याप्त शक्ति और ऊर्जा होने में परेशानी का सामना कर रहे हैं, तो चिंता न करें! सही खाद्य पदार्थों और जड़ी बूटियों के सेवन से आप अपनी ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने और अपने शारीरिक या मानसिक प्रयासों को लंबा करने की क्षमता बढ़ा सकते हैं।\nबैद्यनाथ में आयुर्वेदिक विशेषज्ञ और नैदानिक संचालन और समन्वय प्रबंधक डॉ. आशुतोष गौतम निम्नलिखित जड़ी-बूटियों का सुझाव देते हैं जो प्राकृतिक रूप से आपकी सहनशक्ति को बहाल करने में मदद कर सकते हैं।\n(यह भी पढ़े :- आयुर्वेद से इम्यूनिटी पावर बढ़ाने के रामबाण उपाय)\nसंस्कृत शब्द 'अश्वगंधा' का अर्थ 'घोड़े की गंध' में है। परंपरागत रूप से, यह माना जाता है कि जो व्यक्ति इस हर्बल दवा का सेवन करता है, उसे घोड़े जैसी शक्ति और जीवन शक्ति प्राप्त होगी। अर्क आमतौर पर जामुन या पौधे की जड़ों से लिया जाता है।\nइसे विथानिया सोमनीफेरा (लैटिन नाम), इंडियन जिनसेंग या विंटर चेरी भी कहा जाता है। आयुर्वेद में, अश्वगंधा को बलिया कहा जाता है जिसका अर्थ है ताकत देना। यह ऊर्जा में सुधार, सहनशक्ति और धीरज बढ़ाने के लिए जाना जाता है।\nडॉ. आशुतोष गौतम कहते हैं, "अश्वगंधा को पाउडर या टैबलेट के रूप में लिया जा सकता है। अश्वगंधा ध्वनि को बढ़ावा देने और रात में शांतिपूर्ण नींद के दौरान पूरे दिन शरीर को, महत्वपूर्ण ऊर्जा बनाए रखने और बनाए रखने में सक्षम बनाता है। "\nब्राह्मी आपके मस्तिष्क के कार्यों को बेहतर बनाने और आपकी स्मृति को मजबूत करने के लिए उत्कृष्ट है। ब्राह्मी में शीतलन गुण होते हैं जो मन को शांत और चिंता से मुक्त रखता है। यह ध्वनि नींद को भी बढ़ावा देता है।\nब्राह्मी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं और कोशिकाओं को पोषण देते हैं, जिससे पुरानी थकान और सुस्ती दूर होती है।\nसाथ ही, कोर्टिसोल के स्तर को कम करने में इसका प्रभाव, जिसे तनाव हार्मोन के रूप में जाना जाता है, आगे सक्रिय सोच को बढ़ावा देता है और आपको भीतर से फिर से जीवंत करता है।\nशिलाजीत का उपयोग पारंपरिक रूप से पुरुष की यौन सहनशक्ति को बढ़ाने के लिए किया जाता रहा है, लेकिन प्राचीन चिकित्सकों ने इसका उपयोग ताक़त और समग्र सहनशक्ति को बढ़ावा देने के लिए भी किया है।\nजड़ी बूटी भी शारीरिक और मानसिक तनाव से निपटने में मदद करती है। आप अपने सहनशक्ति और ऊर्जा के स्तर में सुधार करने के लिए इसे एक गिलास पानी के साथ पीसा हुआ रूप में रख सकते हैं।\nशतावरी एक प्राचीन आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो अपने कई स्वास्थ्य लाभों के लिए लोकप्रिय है। यह विशेष रूप से महिलाओं में सहनशक्ति और ऊर्जा और धीरज के स्तर में सुधार करने में मदद करता है।\nशतावरी को स्तन के दूध उत्पादन के स्वस्थ स्तर को बढ़ावा देने के लिए भी जाना जाता है। इसके प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट गुण प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने, ऊर्जा के स्तर को बढ़ावा देने और थकान को कम करने में मदद करते हैं।\nडॉ. आशुतोष गौतम के मुताबिक, सफीद मूसली ऊर्जा को पुनर्जीवित करने, सहनशक्ति बढ़ाने और प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत करने में मदद कर सकती है। सुरक्षित मुसली के कई स्वास्थ्य लाभों का रहस्य इसकी जड़ों में मौजूद सैपोनिन्स में निहित है।\nसैपोनिन विभिन्न पौधों की प्रजातियों में पाए जाने वाले रासायनिक यौगिकों का एक वर्ग है। सैपोनिन समग्र स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देता है।
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*अमेठी*- अमेठी जनपद के जामो थानाक्षेत्र की रहने वाली सोफिया बानो और उनकी बेटी अफसाना बानो ने लखनऊ में लोकभवन के सामने खुद को आग लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। जिसमें बुरी तरह से जल गई सोफिया बानो की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी। जबकि उनकी बेटी अफसाना बानो 40 फीसदी के लगभग जली थी। जिसका इलाज आज भी चल रहा है, बताया जाता है कि जमीनी विवाद को लेकर न्याय न मिलने से दर दर की ठोकरें खा रही मां बेटी ने यह कदम उठाया था। इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मृतक, सोफिया बानो की बेटी अफसाना बानो को इलाज के लिए सहयोग के रूप में दो लाख रुपए उनके खाते में भेजे हैं। साथ ही अमेठी जनपद के निवर्तमान जिलाध्यक्ष छोटे लाल यादव, रायबरेली जनपद की सलोन विधानसभा से पूर्व विधायक आशा किशोर तथा समाजवादी पार्टी की जिला महिला महासचिव गुंजन सिंह सहित पार्टी के तमाम कार्यकर्ताओं ने आज अफसाना बानो के घर पहुंच कर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। सहानुभूति ब्यक्त करने पहुंची सलोन विधानसभा से पूर्व विधायक आशा किशोर ने बताया कि हम लोग अफसाना बानो के लिए आए हुए हैं। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी ने भेजा है।यह जो दुःखद कांड हुआ जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं 17जुलाई को विधानसभा के सामने यह घटना घटी थी। आप सभी लोग समझ सकते हैं कि कितना परेशान होने के बाद इन लोगों ने ऐसा कदम उठाया था। कोई इतनी आसानी से अपनी जान नहीं देता।जब यह लोग अधिकारी के पास जाते जाते थक गई और कहीं से कोई न्याय नहीं मिला तो इन लोगों ने विधानसभा के सामने जाकर अपनी जान देने की कोशिश की। जिसमें अफसाना बानो की मां इलाज के दौरान सोफिया की मौत हो गई।जब हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी को पता चला तब उन्होंने ने अफसाना बानो को इलाज के लिए दो लाख रुपए भेजे हैं।उसको हम लोग संगठन के अध्यक्ष जी और सभी लोग देने आये है। इसके साथ आगे उनको क्या दिक्कत और परेशानी हो रही है,हम उसको भी समझने आए हैं।प्रशासन के द्वारा उसको डराया और धमकाया जा रहा है। आज भी उसकी नहीं सुनी जा रही है इसलिए वह अपनी व्यथा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र के माध्यम से लिख रही है।।
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कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को रांची और हजारीबाग में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आम लोगों से मुलाकात की। सुबह 10:30 बजे वह बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचे और वहां से सीधे बिरसा चौक स्थित भगवान बिरसा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उसके बाद वह आदिवासी महिलाओं से मिलने होटल अशोक पहुंचे। वहां उनसे बातचीत की और उनका मन जानने का प्रयास किया। उनकी अपेक्षाएं और उनकी भावनाओं से अवगत हुए। उसके बाद वह हजारीबाग और कुजू में कार्यकर्ताओं और आम लोगों से मिले। सुरक्षा कारणों से उनका रोड शो कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया था। शाम 4:30 बजे वह अल्पसंख्यकों से मुखातिब हुए और उनसे जानना चाहा उनकी अपेक्षाएं क्या हैं। रांचीः कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को ह्यमिशन झारखंडह्ण के तहत एक दिवसीय दौरे पर रांची पहुंचे। उद्देश्य आम चुनाव से पूर्व पार्टी में नयी जान फूंकने का था। उन्होंने झारखंड की नब्ज टटोली। विशेष विमान से रांची पहुंचने के बाद राहुल का कारवां सबसे पहले बिरसा चौक पहुंचा। यहां उन्होंने शहीद बिरसा मुंडा की मूर्ति पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने होटल अशोक में आदिवासी महिलाओं के एक समूह से मुलाकात की। फिर यहां से वे हेलीकॉप्टर से हजारीबाग-कुजू रवाना हो गये। वहां रोड शो किया। हजारीबागः राहुल हेलीकॉप्टर से हजारीबाग के पीटीसी मैदान में उतरे। उनका कारवां सबसे पहले जिला परिषद चौक पहुंचा। यहां उन्होंने बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। फिर पुराना बस स्टैंड चौक पर भगवान बिरसा को श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस दौरान सड़क के दोनों ओर बड़ी तादाद में आम लोग उन्हें देखने के लिए जुट गये। राहुल अगली सीट के दरवाजे पर खड़े होकर लोगों का अभिवादन कर रहे थे। वहां से कारवां वापस पीटीसी मैदान लौटा और सभी हेलीकॉप्टर से कुजू के लिए रवाना हो गये। कुजूः राहुल गांधी कुजू दिन के करीब 2:30 बजे हेलीकॉप्टर से पहुंचे। तकरीबन 30 मिनट वे यहां रुके। मुरपा स्थित तडवा टांड़ मैदान में उन्होंने एक जनसमूह को संबोधित किया। रोड शो न कर पाने पर उन्होंने अफसोस जताते हुए दुबारा यहां आने का वादा लोगों से किया। उन्होंने कहा कि हमें आपका साथ चाहिए। आपकी ताकत के बल पर ही हम हिन्दुस्तान को बचा सकते हैं। राहुल को इलाके के सक्रिय नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलवाया गया। हेलीपैड और सभा स्थल पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था थी। ओरमांझीः राहुल का हेलीकॉप्टर ठीक तीन बज कर दस मिनट पर यहां एसएस मेमोरियल फुटवॉल ग्राउंड में भारी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच उतरा। यहां सुबह से ही लोगों की भारी भीड़ मौजूद थी। ग्राउंड में चहलकदमी कर बैरिकेडिंग के उस तरफ खड़े आम लोगों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की तरफ देख उनका अभिवादन किया और फिर एसपीजी के घेरे में अपनी गाड़ी पर सवार हो कर रांची के लिए निकल गये। इस दौरान भीड़ बेकाबू हो रही थी। शास्त्री चौक पर दोनों तरफ लोगों की भीड़ राहुल को एक नजर देख भर लेने को बेताब थी। तकरीबन 20 किलोमीटर के रोड शो के दौरान राहुल का काफिला ओरमांझी, इरबा, विकास, बीआइटी, बूटी मोड़, खेलगांव मोड़, कांटाटोली और सुजाता चौक होते हुए अशोका होटल पहुंचा। रास्ते में सड़क के दोनों तरफ कतार लगाये लोग उनका स्वागत कर रहे थे।
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PARIS - आमतौर पर, हम प्रेस के सुरुचिपूर्ण 'बुक्स' सेक्शन में फ्रेंच पब्लिशिंग हाउस पाते हैं, या साहित्यिक टेलीविजन कार्यक्रमों में श्रद्धा के साथ संदर्भित होते हैं। लेकिन अब वे बारह महीनों के लिए हॉट सीट पर रहे हैं, जांच साइटों द्वारा घोटालों का खुलासा करने और पुलिस रजिस्टरों में उद्धृत किए गए। पेरिस में, प्राउस्ट और सेलीन को प्रकाशित करने वाले घर के मुख्यालय पर पुलिस ने छापा मारा था, जिसमें एक पीडोफाइल लेखक गेब्रियल मैत्ज़नेफ के साथ हुए दस्तावेजों की तलाश थी। एक प्रभावशाली प्रकाशक एक पैंतरेबाज़ी में शामिल रहा है, जिसने एक ही लेखक को जूरी द्वारा सम्मानित किया जाने वाला प्रतिष्ठित साहित्यिक पुरस्कार दिया, जिसमें 2008 का साहित्य का नोबेल पुरस्कार, एक "अमर" भी शामिल है। फ्रेंच अकादमी की और बहुत सफल फ्रेंच लेखक। इन प्रकरणों, और अन्य, ने एक अलग और अलग साहित्यिक अभिजात वर्ग की छवि बनाने में मदद की, जो खुद को प्राथमिक नियमों से मुक्त करने के आदी थे - नैतिकता, व्यापार या सामान्य ज्ञान के लोग - कई दर्जन लोगों के अनुसार। पिछले साल साक्षात्कार हुआ। प्रसिद्ध प्रकाशन गृह के प्रमुख ओलिवियर नोरा ने पुष्टि की, "यह शायद उन अंतिम ब्रह्मांडों में से एक है, जो जांच के खिलाफ और अवैध कार्टेल्स, या समझौतों या करीबी क्रोनिज्म के विरोध के खिलाफ संरक्षित थे।" Grasset,। "यह अंतिम ब्रह्मांडों में से एक है जिसे कोई भी इसे देखने नहीं गया।" यह ओलिवियर नोरा भी है जिन्होंने ध्यान आकर्षित किया - अनजाने में - एक पुस्तक प्रकाशित करकेः "ले कंसेंटमेंट", वैनेसा स्प्रिंगोरा की गवाही, जो 14 साल की उम्र में, लेखक गेब्रियल मैत्ज़नेफ के साथ एक संबंध था। खुले तौर पर पीडोफाइल जिसने फ्रांसीसी साहित्यिक, मीडिया और राजनीतिक अभिजात वर्ग से दशकों के संरक्षण का आनंद लिया है। पिछले जनवरी में पुस्तक का प्रकाशन - और खुलासे जो गेब्रियल मैत्ज़नेफ, उनके समर्थकों और उनके अन्य पीड़ितों के बारे में थे - ने फ्रांस में #MeToo लहर उठी, जो सेक्सवाद, उम्र और सहमति के मुद्दों पर एक प्रतिबिंब था। राजधानी में नेताओं और नारीवादियों के बीच झड़पें। ओलिवियर नोरा ने पुस्तक को प्रकाशित करने में संकोच नहीं करने की पुष्टि की, जबकि वहाँ आदी साहित्यिक वृत्त दिखाई देते हैं जिन्हें वह व्यक्तिगत रूप से जानता है। उन्होंने कहा, "यह इतना खतरनाक माहौल है कि अगर आप कहना शुरू करते हैं, तो मैं ऐसा नहीं करूंगा - इसलिए मैं प्रकाशित नहीं कर रहा हूं।" बहुत छोटा सा मध्य, लेकिन मैं यह सोचने से बहुत दूर था कि इस तितली का पंख प्रभाव होगा जो एक सुनामी में समाप्त हो गया था। " 20 साल के लिए एक बड़े प्रकाशन घर के प्रमुख, 60 वर्षीय, श्री नोरा फ्रांस में एक atypical भूमिका निभाते हैं - वह एक कंपनी के सीईओ हैं, लेकिन गारंटर भी हैं, जिस देश में कथा पवित्र बनी हुई है में से वह खुद को "सामाजिक अच्छा" के रूप में अर्हता प्राप्त करता है। न्यूयॉर्क टाइम्स के साथ अपने हाल के दो घंटे के साक्षात्कार में, नोरा ने प्रकाशन सामग्री के लिए अपनी गहरी प्रतिबद्धता पर जोर दिया, जो उस समाज के भिन्न विचारों को दर्शाता है जो अक्सर इसके साथ युद्ध में दिखाई देता है। - यहां तक कि, हालांकि वह उस प्रकाशन को स्वीकार करते हैं - संयुक्त राज्य अमेरिका में अपने समकक्ष की तुलना में यहां भी कम विविध - अक्सर ऐसा करने में विफल रहता है। वह अपने विश्वास के बीच फटा हुआ था कि फ्रांसीसी साहित्यिक चोटों, रूचि और हितों के टकराव से त्रस्त, सुधार करना चाहिए और ऐसा करने की उनकी क्षमता पर संदेह है। वह केवल आरक्षण को व्यक्त करने वाला नहीं है। दुसरे प्रमुख प्रकाशन घर ले सेइल को चलाने वाले ह्यूजेस जालोन ने स्वीकार किया कि साहित्यिक चोटों के संक्षारक प्रभाव से वह तेजी से निराश हैं। ब्रिटिश बुकर पुरस्कार या अमेरिकी पुलित्जर के विपरीत, जिनकी चोटों की संरचना हर साल बदलती है और सदस्य हितों के टकराव की स्थिति में खुद को पुनः उपयोग करते हैं, फ्रांस के अधिकांश प्रमुख साहित्यिक पुरस्कारों में जुआर को जीवन के लिए नियुक्त किया जाता है और यहां तक कि एक प्रकाशन गृह द्वारा नियोजित किया जाना चाहिए, जो एक स्थापित अभिजात वर्ग के हितों को संरक्षित करता है। "यह एक अपमानजनक प्रणाली है", ह्यूजेस जालोन, 50 न्यायाधीशों का कहना है। "बहुत सख्त नियम होने चाहिएः जब आप एक प्रकाशन घर के कर्मचारी होते हैं, तो जूरर बनने के लिए नहीं।" दांव पर बहुत पैसा है। प्रकाशक की बिक्री और मुनाफे पर कीमतों का प्रभाव इस तरह है, श्री जल्लोन, कि वे सेइल के प्रकाशन विकल्पों को प्रभावित करते हैं, दूसरों की कीमत पर। पांडुलिपियों को छोड़ दिया। जब यह कीमतों की बात आती है, जिसमें सबसे प्रतिष्ठित जैसे कि रेनडॉट, यहां तक कि थोड़ा दबाव डाला जा सकता है, तो जालोन कहते हैं। "हम जुआरियों को यह कहने के लिए देखने जा रहे हैंः 'यह एक पढ़ें, यह आपके लिए है"। पुरस्कारों में सबसे प्रतिष्ठित गोनकोर्ट का वित्तीय लाभ "बहुत बड़ा है, यह पूरी तरह से विकृत है," उन्होंने कहा कि सेइल के शेयरधारकों को इसके बारे में पता है। "वे मुझसे पूछते हैं, 'तो, क्या आप इसे इस साल गोनकोर्ट के लिए जा रहे हैं?' ओलिवियर नोरा और ह्यूज जलोन के भंडार सभी की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण हैं Gallimard, उनके पब्लिशिंग हाउस, ग्रासेट और ले सेइल, लंबे समय से फ्रांस में साहित्यिक क्षेत्र के सेतु हैं। "गैलिग्रेसेउइल" का उपनाम, तीनों ने लंबे समय तक साहित्यिक पुरस्कारों पर अपना हाथ रखा है। 2000 के बाद से, इन घरों ने चार प्रमुख फ्रांसीसी साहित्यिक पुरस्कारों में सभी पुरस्कारों में से आधे जीते हैं, जबकि उन्होंने लगभग 70% जुआरियों के कार्यों को प्रकाशित किया। इन चार पुरस्कारों के लिए 38 वर्तमान जुआरियों में से लगभग 20% तीन प्रकाशन घरों में से एक के कर्मचारी हैं। एंटोनी गैलिमार्ड, जो अपने दादा द्वारा स्थापित कंपनी चलाते हैं, ने इस लेख के लिए साक्षात्कार के अनुरोधों को अस्वीकार कर दिया। गैलीमार्ड को फ्रांस में सबसे प्रतिष्ठित प्रकाशन घर के रूप में अच्छी तरह से माना जा सकता है, यह लंबे समय तक गेब्रियल मैत्ज़नेफ़ प्रकाशित करने के लिए एक साल के लिए आलोचना का विषय रहा है। जीन-यवेस मोलियर के लिए, प्रकाशन के इतिहास के विशेषज्ञ, गैलिमार्ड अन्य मुख्य प्रकाशन घरों की तुलना में सुधार में अधिक समय लेता है। मोलियर कहते हैं, "वे प्रभावित होते हैं और यह मानते हैं कि समय की मार ने उन्हें अखाड़े में उतरने से छूट दी है।" सेरग्लियो के सदस्य और विशेषज्ञ कहते हैं कि एंटोनी गैलिमार्ड सबसे महान प्रकाशक हैं जब यह महान साहित्यिक पुरस्कार जीतने की बात आती है। गेलिमार्ड समूह के एक पूर्व संपादक बेएट्रिस डुवाल जो निर्देशन करते हैं पॉकेट बुकफ्रांस में जेब के सबसे बड़े प्रकाशक, बताते हैं कि गैलिमर्ड की वाणिज्यिक रणनीति अनिवार्य रूप से इन कीमतों पर केंद्रित है। ग्रासेट में, ओलिवियर नोरा ने दावा किया है कि बीस साल पहले जब उन्होंने गसेट का पदभार संभाला था, तब उन्होंने मूल्य-आधारित व्यवसाय मॉडल से अपना घर खाली करना शुरू कर दिया था। उस समय, पब्लिशिंग हाउस ने लेखकों को उदारता दी, जो अपनी वफादारी सुनिश्चित करने के लिए ज्यूस के सदस्य थे - एक ऐसी प्रथा जो कर अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करती थी क्योंकि ये लेखक अक्सर अपनी पांडुलिपियां जमा नहीं करते थे। यह गसेट को नाराज किए बिना नहीं था। ओलिवियर बताते हैं, "आपके पास कोई ऐसा व्यक्ति था जो जानता था कि उसने आपके साथ एक अनुबंध का सम्मान नहीं किया है - जो नैतिक रूप से आपका ऋणी रहा, इसलिए आपका प्रभाव उससे बड़ा हो सकता है।" नोरा। आजकल, जबकि एक लेखक की अगुवाई जो खराब बेचती है, उसके वापस होने की संभावना है, यह नियम तब लागू नहीं होता है जब वह जूरी के सदस्य की बात करता है, श्री। नोरा। ओलिवियर नोरा कहते हैं, "अग्रिम को कम या बिक्री के लिए अनुक्रमित नहीं किया जाएगा क्योंकि वह एक जूरी का हिस्सा है।" उन्होंने कहा कि फ्रांसीसी साहित्यिक दुनिया में "प्रतिभा" की स्थापना के लिए पर्याप्त नहीं है जहां हर साल जुआरियों को बदल दिया जाता है। उन्होंने कहा कि हर पांच साल में एक-एक जूरी का नवीनीकरण करना अधिक संभव होगा, उन्होंने कहा, और नए चेहरों को सामने लाएगा। लेकिन बेएट्रीस डुवल का मानना है कि यह अनिवार्य रूप से उस प्रतिष्ठान का प्रतिरोध है जो हर साल बदल सकने वाली चोटों से गुजरना असंभव बनाता है। उन्होंने कहा, "इस बदलाव में सभी लोगों की रुचि नहीं है," उन्होंने कहा कि बड़े प्रकाशकों के पास जुआरियों को नियुक्त करने या प्रकाशित करने से सब कुछ हासिल करना है। "यह उस तरह की चोटों को पकड़ना आसान है"। आज, जीवन के लिए नियुक्त किए गए सफेद, उम्र बढ़ने वाले पुरुषों पर चोटों का बोलबाला है, जो "एंट्रोपी" का एक रूप बनाता है जो प्रकाशन को प्रभावित करता है - और सामान्य रूप से फ्रांस - नोरा जोड़ता है। निश्चित रूप से, साहित्यिक दुनिया "बहुत बहुत 'सफेद' है," वह कहते हैं, लेकिन "प्रेस, टेलीविजन, राजनीतिक जीवन" से अधिक नहीं। प्रभावशाली रीडिंग बोर्ड, पेशेवर संपादकों और पाठकों से बने हैं जो यह तय करते हैं कि सबसे बड़े प्रकाशन घरों में क्या प्रकाशित होता है, देश की विविधता को प्रतिबिंबित नहीं करता है। ग्रासेट, ले सेइल और गैलिमार्ड में 37 समिति के सदस्यों की औसत आयु 62 वर्ष है। एक तिहाई महिलाएं हैं और इन तीन घरों से संपादकों द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार केवल एक गैर-सफेद व्यक्ति है। श्री नोरा का कहना है कि वह इस बात से अवगत हैं कि पुरानी पीढ़ियों का लिंग, नारीवाद, नस्ल, उपनिवेशवाद और अन्य ज्वलंत सामाजिक मुद्दों पर बहुत अलग दृष्टिकोण है जो देश को प्लेग करते हैं। "यह स्पष्ट है कि जिन मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ रही है, मेरी पीढ़ी के लोग इसे रक्षात्मक रूप से जीते हैंः अपने आप के खिलाफ सोचने और उस सिस्टम को डिकॉन्स्ट्रक्ट करने में अत्यधिक कठिनाई होती है जिसमें से एक उत्पाद है", स्वीकार करता है- वह। "एक बहुत बड़ी कठिनाई।" कुछ बस समस्या से निपटने के लिए शुरू कर रहे हैं। पिछले साल, प्रकाशक जेसी लट्टेस, जो कि गसेट के रूप में एक ही समूह के हैं, का शुभारंभ "ग्रेनेड", एक नया संग्रह जो अपरंपरागत लेखकों द्वारा ग्रंथों को प्रकाशित करता है -" फ्रांसीसी साहित्य में 'सकारात्मक कार्रवाई' करने का पहला स्पष्ट प्रयास, "ओलिवियर नोरा का स्वागत करता है। संग्रह का प्रबंधन करने वाला व्यक्ति 34 वर्षीय तुर्की के कुबेर शरणार्थी का पुत्र माहिर गुवेन है, जिसे ओलिवियर नोरा ने प्रोत्साहित किया। श्री ग्वेन बताते हैं कि वह पहली बार उन उपन्यासकारों की तलाश कर रहे हैं, जिन्होंने फ्रांस में आवाज़ नहीं होने की कल्पना की थी।
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अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ साथ में फिल्म करने जा रहे हैं। इस फिल्म का निर्देशन अली अब्बास जफर करेंगे। भले ही इस फिल्म का नाम बड़े मियां छोटे मियां रखा गया है, लेकिन, यह फिल्म अमिताभ बच्चन और गोविंदा अभिनीत फिल्म बड़े मियां छोटे मियां का रीमेक या सीक्वल नहीं है। इस फिल्म को यूरोप में शूट किया जाएगा। फिल्म में दोनों एक्शन हीरो हैं, जाहिर सी बात है कि फिल्म में एक्शन सीन भी कमाल के होंगे, इसलिए फिल्म के एक्शन सीनों को शूट करने के लिए विदेशी एक्शन टीम का सहारा लिया जाएगा। फिल्म बड़े मियां छोटे मियां की शूटिंग आने वाले कुछ महीनों में शुरू हो सकती है। इसके लिए फिल्म निर्माता ने तैयारी शुरू कर दी है। फिल्म निर्माता इस समय स्क्रिप्ट को फाइनल टच दे रहे हैं। जल्द ही एक टीम यूरोप रवाना होगी, जो लॉस एंजिल्स की एक्शन टीम के साथ एक्शन सीनों पर बातचीत करेगी। ख़बरों के अनुसार अली अब्बास जफर शूटिंग स्थलों की खोज बीन के लिए लगभग एक महीने तक यूरोप यात्रा पर रहने वाले हैं। अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ के अलावा अन्य कलाकारों का चयन जुलाई अंत तक होने की संभावना है। इस फिल्म का निर्माण पूजा एंटरटेनमेंट के तले किया जाएगा। फिल्म की कहानी अली अब्बास जफर ने लिखी है। फिल्म बड़े मियां छोटे मियां को पांच भाषाओं हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़ और मलयालम में 2023 की क्रिसमस पर रिलीज करने का योजना बन रही है। गौरतलब है कि अली अब्बास जफर के पास दो फिल्में हैं, जिनमें से एक में कैटरीना कैफ और दूसरी में शाहिद कपूर नजर आएंगे।
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पिछले दो दिनों से एक अंकल के डांस का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल विडियो में अंकल किसी पार्टी परफॉर्मेंस में स्टेज पर 1987 में आई बॉलीवुड एक्टर गोविंदा की फिल्म 'खुदगर्ज' का गाना 'आप के आ जाने से' पर डांस कर रहे हैं। उनके डांस स्टेप्स इतने कमाल के हैं कि उन्हें देखकर बड़े-बड़े डांसर भी शरमा जाएं। बता दें कि, इस वीडियो को कई लोगों ने अपने-अपने ट्विटर हैंडल्स और फेसबुक से इस विडियो को पोस्ट कर रहें है। इस विडियो को पोस्ट होने के बाद से लाखों बार देखा जा चुका है। हर कोई अंकल के डांसिंग स्टेप्स की तारीफ कर रहा है। वहीं, अब इन अंकल का दूसरा वीडियो भी सामने आ गया है। जिसमें वे 'चढ़ती जवानी' पर डांस कर रहे हैं। डांस में इनके साथ एक महिला भी नज़र आ रही है जो उनका साथ दे रही हैं। ख़बर लिखे जाने तक इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई है कि यह वीडियो कब और कहां का है। लेकिन कुछ भी इस वीडियो को फेसबुक पर लाखों में शेयर्स मिल रहे हैं और काफी पसंद किया जा रहा है। Wedding dance video of this uncle has gone viral. Enjoy if you havent watched this already. It's on WhatsApp, Facebook and Twitter. It's everywhere.
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सवालः सांसद होने के बावजूद आपकी सक्रियता काफी कम नजर आ रही है? जवाबः मेरी सक्रियता सिर्फ सोशल मीडिया पर कम नजर आ रही है। जहां भी शहर को मेरी जरूरत पड़ रही है, प्रशासन के अधिकारियों के साथ मिलकर वहां मदद कर रही हूं। कर्फ्यू के दो दिन बाद ही जीएमसीएच-32 को वेंटिलेटर आदि खरीदने के लिए एक करोड़ रुपये दिए थे। 27 मार्च को मैं चंडीगढ़ पहुंच गई थी और तब से यहीं पर हूं। लोगों में श्रेय लेने की होड़ मची हुई है तो उन्हें लेने दो। पहले भी मेरे द्वारा किए गए कार्यों का अन्य लोगों ने श्रेय लिया है, यह नई बात नहीं है।
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PATNA... बिग बॉस 11 में पटना के मसौढ़ी की ज्योति कुमारी भाग ले रही है। ज्योति की छोटी बहन नंदिनी ने कहा कि यह सब मेरी बुआ बसंती देवी के चलते हुआ है। बुआ के चलते ही ज्योति बिग बॉस तक पहुंच पाई। वह बचपन से एक्ट्रेस बनने का सपना देखती थी। दीदी को टीवी पर देखने के लिए हमारा पूरा परिवार शाम को एकजुट हो जाता है। नंदिनी ने कहा कि मेरी बहन पढ़ने में शुरू से तेज थी। वह काफी अच्छी एक्टिंग कर लेती थी। घर में टीवी देखते हुए वह कहती थी कि मैं भी एक दिन स्टार बनूंगी। मेरे पिता की आमदनी इतनी नहीं है कि वे ज्योति को दिल्ली मुंबई भेजते और एक्टिंग सिखाने वाले कॉजेल में पढ़ाते। जब दीदी को बिग बॉस के ऑडिशन और इंटरव्यू के लिए मुंबई जाना था तो हमलोगों को यह समझ नहीं आ रहा था कि टिकट और रहने का इंतजाम कैसे होगा। ऐसी मुश्किल घड़ी में बुआ आगे आई। वह ज्योति के साथ मुंबई गई और पूरा खर्च भी खुद किया। ज्योति बिग बॉस में नॉमिनेट हो चुकी हैं। इससे परिवार के लोगों में डर बना हुआ है कि कहीं बाहर ना हो जाए। ज्योति के भाई सूरज कुमार ने लोगों से अपील किया है कि वे ज्योति को अधिक से अधिक वोट करें, जिससे वह बिग बॉस के घर में बनी रह सके। सूरज ने कहा कि ज्योति के बिग बॉस में जाने के बाद गांव में जश्न का माहौल है। सभी लोग शो देखने के लिए इंतजार करते हैं। गांव के युवक और युवतियां ज्योति को वोट करने के लिए आगे आ रहे हैं।
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बिहार के सीवान के नगर थाना क्षेत्र के दक्षिण टोला में शुक्रवार देर रात राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के भतीजे युसूफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई. बताया जा रहा हैं की युसूफ को काफी करीब से गोली मारी गई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के करीबी रहे पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन को ९ दिसंबर, २०१५ को हत्या का दोषी ठहराया गया था और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. पिछले साल ३० अगस्त को उच्च न्यायालय ने उनकी सजा को बरकरार रखा था. गैंगस्टर से राजनेता बने मोहम्मद शहाबुद्दीन पर हत्या और अपहरण से संबंधित लगभग ६३ मामले दर्ज हैं. उधर, मुजफ्फरपुर में एक मुठभेड़ में पुलिस ने कुंदन सिंह नाम के एक अपराधी को मार गिराया हैं. वहीं, दो अपराधी बचकर भागने में सफल रहे. पुलिस ने एके४७ बरामद किया हैं. मोहम्मद शहाबुद्दीन का जन्म १० मई, १९६७ को सीवान जिले के प्रतापपुर में हुआ था. उन्होंने अपनी शिक्षा दीक्षा बिहार से ही पूरी की थी. राजनीति शास्त्र में एमए और पीएचडी करने वाले इस बाहुबली नेता ने हिना शहाब से शादी की थी. उनका एक बेटा और दो बेटी हैं. पूर्व सांसद ने कॉलेज से ही अपराध और राजनीति की दुनिया में कदम रखा था. उन्होंने कुछ ही वर्षों में अपराध और राजनीति में काफी नाम कमाया. राजनीतिक गलियारों में मोहम्मद शहाबुद्दीन का नाम तब चर्चाओं में आया जब उन्होंने लालू प्रसाद यादव की छत्रछाया में जनता दल की युवा इकाई में कदम रखा.
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भारत एक ऐसा देश है जहां हर त्यौहार को बहुत ही जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है। और जबकि हाल ही में करवा चौथ, दिवाली, भाई दूज, बाल दिवस आदि त्योहारों के साथ देश को उत्सव के माहौल में ले लिया गया है, इस साल 19 नवंबर को गुरु नानक देव जयंती के रूप में एक और विशेष शुभ दिन है। ध्यान देने के लिए, गुरु नानक देव जी सिखों के पहले गुरु थे, जिनकी दुनिया भर में लोगों द्वारा उनके धर्म के बावजूद पूजा की जाती है। और जब दुनिया गुरु नानक देव जी की जयंती मना रही है, सोशल मीडिया पर इस पवित्र दिन की शुभकामनाएं देने वाले ट्वीट और पोस्ट की भरमार है। इस बीच, कई सेलेब्स ने भी अपने-अपने सोशल मीडिया हैंडल पर अपनी शुभकामनाएं दीं। अमिताभ बच्चन ने माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिया और लिखा, "गुरु नानक जयंती .. उनका आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे .." अक्षय कुमार ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक नोट साझा किया और ट्वीट किया, "आप सब नू श्री गुरु नानक देव जी दे प्रकाश पर्ब दी लख वधाइयाँ। आइए सभी की समृद्धि के लिए प्रार्थना करें। हैप्पी गुरुपर्व"। अर्जुन रामपाल ने गुरु नानक देव जी के एक उद्धरण को साझा किया, जिसमें लिखा था, "यहां तक कि राजा और सम्राट भी धन के ढेर और विशाल प्रभुत्व के साथ भगवान के प्रेम से भरी चींटी की तुलना नहीं कर सकते"। उन्होंने पोस्ट को कैप्शन दिया, "हैप्पी गुरु नानक जयंती। खुश रहो। #गुरुनानकजयंती"। गुरु नानक जयंती पर सेलेब की शुभकामनाओं पर एक नजरः नानक नाम चरदी कला, तेरे भान सरबत दा भला.. गुरु नानक जयंती पर शिल्पा शेट्टी की पोस्ट यहाँ देखेंः इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज सुबह तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के बाद इस साल गुरु नानक जयंती और भी खास हो गई।
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मैं एक विशिष्ट समय पर मुझे लेने के लिए एक उबेर कैसे शेड्यूल करूं? (hi) मैं एक विशिष्ट समय पर मुझे लेने के लिए एक उबेर कैसे शेड्यूल करूं? हमारी व्यस्त दुनिया में जहां अराजकता का राज है और आपके कार्यक्रमों की सही योजना बनाना लगभग असंभव है, Uber निर्धारित यात्रा को आसान बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। अपनी यात्रा योजनाओं को अवसर पर छोड़ने के बजाय, आप सटीक यात्रा समय के प्रभारी हो सकते हैं। Uber के साथ, आप एक महीने पहले तक पिकअप के लिए जगह और समय चुन सकते हैं। अपनी यात्रा के लिए सब कुछ सेट करें, वापस बैठें और आराम करें। क्या आपका कोई आगामी कार्यक्रम है और आप सही समय पर सवारी करना चाहते हैं? अधिक चिंता न करें क्योंकि Uber आपको सप्ताह के हर दिन और चौबीसों घंटे अपने यात्रा कार्यक्रम के हर विवरण की योजना बनाने की अनुमति देता है। किसी भी चीज़ को मौका देने के लिए आपकी यात्रा बहुत महत्वपूर्ण है। आप 30 दिन पहले तक राइड शेड्यूल कर सकते हैं और देरी या अन्य निराशाओं से बच सकते हैं। Uber शेड्यूल की गई राइड और ऑन-डिमांड ट्रिप की कीमत समान है, लेकिन आप अपनी कीमत को लॉक कर सकते हैं ताकि जो कुछ भी आपके जाने की प्रतीक्षा कर रहा है वह है। आपको बस यह तय करना है कि आप अपनी सवारी कहाँ और कब चाहते हैं। उबेर आपके लिए एक ड्राइवर का कार्यभार संभालेगा और अनुरोध करेगा जो चयनित 10-मिनट की विंडो पर आएगा। प्रक्रिया एक चरण-दर-चरण, आसानी से पालन किया जाने वाला निर्देश अनुक्रम है जो आपको लेने के लिए एक उबेर को शेड्यूल करने में मदद करता है। अपनी वेबसाइट या एप्लिकेशन पर, अपनी स्क्रीन पर "शेड्यूल" या "अभी" कहने वाले बटन पर टैप करें। बटन "कहां करें?" के दाईं ओर स्थित है। बटन। आगे आने वाले पेज पर, अपनी नियोजित यात्रा की तिथि चुनें। इसके अलावा, उस समय का चयन करें जब आप अपना पिकअप लेना चाहते हैं। यह समय 10 मिनट की खिड़की है जहां ड्राइवर आपको उठा सकता है। एक बार जब आप सुनिश्चित हो जाएं कि आपके पास सही तिथि और समय है, तो अपना पिकअप समय निर्धारित करें। "पिक अप टाइम सेट करें" पर क्लिक करें। आपके पिकअप का स्थान स्वचालित रूप से आपके वर्तमान स्थान पर सेट हो जाएगा। यदि आप अपना पिकअप स्थान बदलना चाहते हैं, तो अपने पसंदीदा पिक-अप स्थान को बदलने के लिए "वर्तमान स्थान" पर टैप करें। शेड्यूलिंग प्रक्रिया को पूरा करने के लिए अपना गंतव्य निर्धारित करें। इस स्तर पर, आप अपने किराए के अनुमान की समीक्षा कर सकते हैं। समाप्त करने के लिए "अनुसूची" पर क्लिक करें। अंतिम लेकिन कम से कम, यह पुष्टि करने के लिए आपके द्वारा दर्ज की गई जानकारी की जांच करें कि आपके पास सब कुछ ठीक है। आखिरी चीज जो आप चाहते हैं वह यह है कि आपका ड्राइवर गलत जगह या समय पर बुवाई कर रहा है। मैं अपना Uber पिक-अप समय कैसे बदलूँ? यदि आपको पिकअप के समय या आपके नियोजित प्रस्थान समय में परिवर्तन के साथ गलती का एहसास होता है, तो घबराएं नहीं। आप वेबसाइट या ऐप पर वापस जा सकते हैं और शेड्यूलिंग को तीन सरल चरणों में बदल सकते हैं। मेनू पर, "योर ट्रिप" पर क्लिक करें। यह आपको "आगामी" विकल्प वाले पृष्ठ पर ले जाएगा। अपनी सभी आगामी यात्राओं को देखने के लिए "आगामी" पर क्लिक करें। संपादित करने के लिए यात्रा का चयन करें। अपने पसंदीदा पिक-अप समय में समय संपादित करें। यदि आप एक नया शेड्यूल बनाने के लिए अपना पूरा शेड्यूल रद्द करना चाहते हैं, तो "कैंसिल राइड" पर क्लिक करें। जब तक आपके पास ड्राइवर मैच नहीं है, तब तक सवारी रद्द करने का कोई शुल्क नहीं है। हालाँकि, यदि आप पहले से ही किसी ड्राइवर के साथ मिल चुके हैं, तो आपको सामान्य रद्दीकरण शुल्क देना होगा। Uber अनुरोधित समय पर सभी सक्रिय कारों की निगरानी करके आपको सवारी की गारंटी देने की कोशिश करता है। यह बिना कहे चला जाता है कि व्यस्त क्षेत्रों और बड़े शहरों में अधिक उपलब्ध कारें हैं। यदि आपके चयनित समय पर कोई ड्राइवर उपलब्ध नहीं है, तो आपको तुरंत एक सूचना प्राप्त होगी। Why Did GetHuman Write "मैं एक विशिष्ट समय पर मुझे लेने के लिए एक उबेर कैसे शेड्यूल करूं?"? हजारों Uber ग्राहकों के बाद इस समस्या (और कई अन्य) के जवाब की तलाश में गेटहूमन आए, हमने फैसला किया कि यह निर्देश प्रकाशित करने का समय है। इसलिए हमने मदद करने के लिए मैं एक विशिष्ट समय पर मुझे लेने के लिए एक उबेर कैसे शेड्यूल करूं? एक साथ रखा। अन्य चरणों के अनुसार इन चरणों के माध्यम से प्राप्त करने के लिए समय लगता है, प्रत्येक चरण के माध्यम से काम करने में समय व्यतीत करना और यदि आवश्यक हो तो Uber से संपर्क करना। शुभकामनाएँ और कृपया हमें बताएं कि क्या आप इस पृष्ठ से मार्गदर्शन के साथ अपने मुद्दे को सफलतापूर्वक हल करते हैं। GetHuman 10 साल से अधिक समय से Uber जैसे बड़े संगठनों के बारे में सोर्सिंग पर काम कर रहा है ताकि ग्राहकों को ग्राहक सेवा के मुद्दों को तेजी से हल करने में मदद मिल सके। हमने बड़ी कंपनियों में मानव तक पहुंचने के लिए संपर्क जानकारी और सबसे तेज़ तरीकों से शुरुआत की। विशेष रूप से धीमी या जटिल आईवीआर या फोन मेनू सिस्टम वाले। या जिन कंपनियों के पास ग्राहक सेवा विभाग के बजाय स्वयं सेवी सहायता फोरम हैं। वहां से, हमने महसूस किया कि उपभोक्ताओं को अभी भी सबसे सामान्य समस्याओं को सुलझाने में अधिक विस्तृत मदद की आवश्यकता है, इसलिए हमने गाइड के इस सेट में विस्तार किया, जो हर दिन बढ़ता है। और यदि आप हमारे मैं एक विशिष्ट समय पर मुझे लेने के लिए एक उबेर कैसे शेड्यूल करूं? गाइड के साथ कोई समस्या रखते हैं, तो कृपया हमें प्रतिक्रिया भेजें। हम यथासंभव मददगार बनना चाहते हैं। यदि आपने इस गाइड की सराहना की है, तो कृपया इसे अपने पसंदीदा लोगों के साथ साझा करें। हमारी निःशुल्क जानकारी और उपकरण आपके द्वारा, ग्राहक द्वारा संचालित हैं। जितने ज्यादा लोग इसका इस्तेमाल करेंगे, यह उतना ही बेहतर होगा।
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बिजनेस स्टैंडर्ड - बकाया भुगतान : बिक सकती है केयर्न की 9.8 फीसदी हिस्सेदारी!\nबकाया भुगतान : बिक सकती है केयर्न की 9.8 फीसदी हिस्सेदारी!\nदिलाशा सेठ / नई दिल्ली 06 21, 2017\n► वसूली प्रक्रिया के तहत केयर्न इंडिया में 9.8 फीसदी हिस्सेदारी की हो सकती है बिक्री\n► आयकर विभाग द्वारा जब्त किए गए केयर्न इंडिया के 20 करोड़ शेयरों का मूल्य है करीब 5,200 करोड़ रुपये\n► पिछले साल विवाद समाधान योजना के तहत सरकार ने एकबारगी कर निपटान योजना पेश की थी लेकिन केयर्न ने नहीं उठाया इसका फायदा\nबकाये का भुगतान न किए जाने के कारण आयकर विभाग द्वारा केयर्न इंडिया में केयर्न की जब्त की गई 9.8 फीसदी हिस्सेदारी को अब जल्द ही बिक्री के लिए रखा जा सकता है। पिछले सप्ताह शुरू की गई वसूली प्रक्रिया के तहत सरकार ऐसा कर सकती है जो केयर्न के लिए एक बड़ा झटका होगा। केयर्न से बकाये कर की वसूली के लिए सरकार जिन विकल्पों पर गौर कर रही है उसमें यह भी शामिल है। आयकर विभाग द्वारा जब्त किए गए केयर्न इंडिया के 20 करोड़ शेयरों का मूल्य फिलहाल करीब 5,200 करोड़ रुपये है।\nकर कानून में पिछली तारीख से लागू किए गए संशोधन के तहत आयकर विभाग ने केयर्न से पूंजीगत लाभ के लिए 10,247 करोड़ रुपये के कर की मांग की है। बकाये कर के भुगतान के लिए विभाग ने उसे 15 जून तक का समय दिया था लेकिन इस समय सीमा के भीतर कर अदायगी में विफल रहने के कारण अब कंपनी के खिलाफ वसूली की प्रक्रिया शुरू की गई है। कर ट्रिब्यूनल ने आयकर विभाग द्वारा की गई कर मांग को सही ठहराया था और उसके करीब तीन महीने बाद अब यह कार्रवाई की जा रही है। ब्रिटेन की प्रमुख तेल कंपनी को आयकर विभाग के जुर्माने का भी सामना करना पड़ सकता है। विभाग उसके खिलाफ 300 फीसदी जुर्माना लगा सकता है जो करीब 30,000 करोड़ रुपये होगा। हालांकि केयर्न पर जुर्माना लगाने के लिए विभाग के पास सितंबर तक का समय है।\nसूत्रों के अनुसार, खुले बाजार में केयर्न इंडिया की 9.8 फीसदी हिस्सेदारी की बिक्री कोई व्यावहारिक विकल्प नहीं हो सकता क्योंकि इससे शेयर भाव को झटका लग सकता है। इन शेयरों की बिक्री अनिल अग्रवाल के नेतृत्व वाली कंपनी वेदांत को करने पर भी विचार किया जा सकता है अन्यथा केयर्न कर वसूली अधिकारी से स्थगनादेश हासिल कर सकती है। हालांकि आयकर विभाग ने वसूली नोटिस का जवाब देने के लिए केयर्न यूके को 15 दिनों का समय दिया है। इन शेयरों की जब्ती का अब तीन साल से भी अधिक समय हो चुका है।\nसूत्रों के अनुसार, कोई आधार मूल्य तक करते हुए 9.8 फीसदी हिस्सेदारी की नीलामी अथवा रिवर्स ऑक्शन की जा सकती है। हालांकि राजस्व विभाग इस मुद्दे पर निवेश एवं सार्वजनिक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) की भी राय ले सकता है। आयकर विभाग के अधिकारियों ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार किया। इस बीच, वेदांत ने पहले ही बैंकों से कहा है कि वह एस्क्रो खाते में पड़े 660 करोड़ रुपये कर विभाग को हस्तांतरित कर दे। केयर्न ने पिछले महीने बाजार नियामक सेबी से संपर्क कर अनिल अग्रवाल की अगुआई वाले वेदांत समूह की तरफ से 670 करोड़ रुपये का लाभांश नहीं चुकाए जाने की शिकायत की थी।\nकेयर्न ब्रिटेन ने कर बकाया वसूली से भारत को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय ट्रिब्यूनल से अंतरिम आदेश की चाह में अपील की थी, जिसे समिति ने खारिज कर दिया, जो 12 जून को लंदन में सुनवाई के लिए बैठी थी। इसकी अंतिम सुनवाई जनवरी 2018 में होगी। कर की मांग केयर्न ब्रिटेन की तरफ से केयर्न इंडिया होल्डिंग्स की हिस्सेदारी केयर्न इंडिया को करने के मामले में हुई है, जो 2006-07 में समूह के आंतरिक पुनर्गठन के तौर पर हुई थी। इसकी अलग-अलग व्याख्या हुई कि क्या ब्रिटेन की कंपनी ने पूंजीगत लाभ कमाया।\nवास्तव में केयर्न अभी तक आईएटीए के आदेश को चुनौती देने के लिए उच्च न्यायालय नहीं पहुंची है। जबकि कर विभाग पहले ही न्यायालय में प्रतिवाद दायर कर चुका है और यह कंपनी की तरफ से आयकर अपीलीय ट्रिब्यूनल के आदेश पर किसी तरह से स्टे की मांग के खिलाफ दायर हुआ है। आईपीओ के समय भारतीय संपत्तियों का मालिकाना हक केयर्न यूके होल्डिंग्स से नई कंपनी केयर्न इंडिया को हस्तांतरित कर दिया गया। साल 2006 में केयर्न इंडिया ने केयर्न इंडिया होल्डिंग्स की पूरी शेयर पूंजी का अधिग्रहण केयर्न यूके होल्डिंग्स से कर लिया। इसके बदले केयर्न इंडिया के 69 फीसदी शेयर केयर्न यूके होल्डिंग्स को जारी किए गए। ऐसे में केयर्न यूके होल्डिंग्स के जरिए केयर्न एनर्जी की केयर्न इंडिया में 69 फीसदी हिस्सेदारी है।\nबाद में 2011 में केयर्न एनर्जी ने 9.8 फीसदी अल्पांश हिस्सेदारी को छोड़कर केयर्न इंडिया की बिक्री अनिल अग्रवाल के वेदांत समूह को कर दी। पिछले साल के विवाद समाधान योजना के तहत सरकार ने एकबारगी कर निपटान योजना पेश की थी, जो 1 जून से 31 दिसंबर तक के लिए थी, जिसे बाद में 31 जनवरी तक बढ़ाया गया। लेकिन इसके लिए कंपनी की तरफ से लंबित मामले वापस लेने पर सहमति जरूरी थी। इसके तहत सरकार ने इस निपटान योजना का इस्तेमाल करने वालों से जुर्मान व ब्याज माफ करने की पेशकश की थी। केयर्न ने इस योजना का फायदा नहीं उठाया।\nKeyword: बकाया, भुगतान, आयकर विभाग, केयर्न, हिस्सेदारी, बिक्री, वसूली, पूंजीगत लाभ, ट्रिब्यूनल, जुर्माना,
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जिसके नाम में ही 'भारत' शामिल हैं उसे बेचा जा रहा है और लोग खामोश बने हुए है? वित्तमंत्री मैडम का कल का बयान सोशल मीडिया पर छाया रहा जिसमें वह कह रही हैं कि एयर 'इंडिया' और 'भारत' पेट्रोलियम को मार्च तक बेच दिया जाएगा. क्या हमारी आंखों की लाज शरम बिलकुल मर गयी है? हमारे सामने ही हमारे पुरखों की विरासत को बेचा जा रहा है और हम कुछ भी नही बोल पा रहे हैं ! यानी घर के भांडे बरतन बिकने की नौबत आ रही है और लोग देखकर भी अनजान बन रहे हैं? लोग यह तक पूछने को तैयार नहीं है कि भारत पेट्रोलियम यानी BPCL जैसे कम्पनी जो लगातार लाभ कमा कर दे रही है आखिरकार उसे क्यों बेचा जा रहा है? मोदी सरकार पहले ही चुपके से BPCL के राष्ट्रीयकरण संबंधी कानून को 2016 में रद्द कर चुकी हैं, ऐसे में BPCL को निजी या विदेशी कंपनियों को बेचने के लिए सरकार को संसद की अनुमति लेने की जरूरत भी नहीं होगी, एक झटके में भारत पेट्रोलियम को बेच दिया जाएगा! भारत पेट्रोलियम कोई छोटी मोटी कंपनी नहीं है वह देश की दूसरी सबसे बड़ी पेट्रोलियम प्रॉडक्ट रिटेलर कंपनी हैं. जिसने 2018-19 में 7132 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है. 2017-18 में BPCL को 7976 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था. उससे पहले 2016-17 में 8039 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. BPCL का मुनाफा 2011-12 से लगातार बढ़ रहा हैं 2011-12 में कंपनी को 1,311 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था यानी 2012 से आज यह मुनाफा लगभग छह गुना बढ़ चुका है. इसके बावजूद मोदी सरकार भारत पेट्रोलियम को बेचने पर अड़ी हुई है. यह कुछ ऐसा ही है जैसे पुरानी कथाओं का नायक शेखचिल्ली रोज एक सोने का अंडा देने वाली मुर्गी का एक बार में ही पेट फाड़ कर सारे अंडे निकाल लेना चाहता है. इस वक्त भारत पेट्रोलियम का मार्केट केपेटालाइजेशन लगभग 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपये के आसपास है! मोदी सरकार चाहती है वह अपनी साढ़े 53 फीसदी भागीदारी मार्केट में बेच दे, इससे उसे करीब 55 से 65 हजार करोड़ रुपये तक मिलने की उम्मीद है. दरअसल सरकार ने इस साल यह निश्चय किया हैं कि वह इस वित्त वर्ष में विनिवेश के जरिए 1.05 लाख करोड़ रुपये जुटाएगी. पिछले 5 सालो में पहले ही बहुत कुछ बेच दिया गया है. अब और तो कुछ बेचने को बचा नहीं है. सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में सरकार की हिस्सेदारी 51 फीसदी से कम होने की सूरत में उनसे पीएसयू का टैग स्वतः ही हट जाएगा. और ओएनजीसी, आइओसी, गेल और एनटीपीसी समेत कई महारत्न और नवरत्न कंपनियां जल्द ही स्वतंत्र बोर्ड द्वारा संचालित कंपनियां बन जायेगी. इस वजह से सबसे बड़ा चेंज यह आएगा कि अभी तक इनका ऑडिट कैग और सीवीसी जैसी सरकारी एजेंसियां करती थी वह अब नहीं कर पाएगी. यह कंपनियां अब कैग और सीवीसी की जांच के दायरे से बाहर हो जाएगी.यानी कि जितने भी घपले-घोटाले होंगे, वह अब पब्लिक डोमेन में भी नही आ पाएंगे और इस हिस्सेदारी को खरीदने वाले पूंजीपति कंपनियों के सारे एसेट पर कब्जा जमा लेंगे. भारत का मीडिया इस कदर बिक चुका है कि यह सब तथ्य वह जनता को दिखाना ही नही चाहता है. मंदिर-मस्जिद और पाकिस्तान की आड़ में देश की संपत्तियों को बेचने का कुत्सित षड्यंत्र अब कामयाब होने वाला है और सब तरफ खामोशी है !
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लेनोवो के स्वामित्व वाली मोटोरोला ने इसी साल अगस्त में अपनी जी5 सीरीज़ का नया डिवाइस मोटो जी5एस प्लस लॉन्च किया था। मोटो जी5एस प्लस की अहम ख़ासियत है इसमें दिए गए दो रियर कैमरे। फोन के होम बटन में ही फिंगरप्रिंट सेंसर भी दिया गया है। और ये फोन मेटल यूनिबॉडी डिज़ाइन से लैस है। मोटो जी5एस प्लस को कंपनी ने 15,999 रुपये में भारत में लॉन्च किया था लेकिन लॉन्च ऑफर के तहत फोन को 1,000 रुपये की कटौती के साथ 13,999 रुपये में उपलब्ध कराया गया था। अगर आप मोटो जी5एस प्लस को खरीदना चाहते हैं तो आपके लिए बढ़िया मौका है। एक्सक्लूसिव तौर पर अमेज़न इंडिया पर मिलने वाला मोटो का यह डिवाइस अब छूट के साथ खरीदा जा सकता है। अमेज़न इंडिया ने अपनी वेबसाइट पर मोटो जी5एस प्लस को 2,000 रुपये कम कीमत के साथ उपलब्ध कराया है। इस छूट के साथ फोन 13,999 रुपये में खरीदा जा सकता है। इसके साथ ही कंपनी, 12,001 रुपये तक का एक्सचेंज ऑफर भी दे रही है। अमेज़न इंडिया से फोन खरीदने पर जियो यूज़र को 50 जीबी का अतिरिक्त ऑफर दिया जा रहा है। इसके अलावा, किंडल ऐप डाउनलोड और साइन इन करने पर 80 प्रतिशत (300 रुपये) तक ई-बुक्स पर छूट मिलेगी। ब्लश गोल्ड और लूनर ग्रे दोनों कलर वेरिएंट पर ये ऑफर मिल रहा है। मोटो जी5एस प्लस में 5.5 इंच फुल एचडी (1920×1080 पिक्सल) डिस्प्ले दिया गया है। स्क्रीन की डेनसिटी 401 पीपीआई है। और स्क्रीन प्रोटेक्शन के लिए कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 3 दिया गया है। स्मार्टफोन 4 जीबी रैम वेरिएंट में आएगा। इस फोन में 64 जीबी इनबिल्ट स्टोरेज दी गई है जिसे 128 जीबी तक के माइक्रोएसडी कार्ड के जरिए बढ़ाया जा सकता है। स्मार्टफोन में 2.0 गीगाहर्ट्ज़ ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 625 प्रोसेसर है। मोटो जी5एस प्लस की सबसे अहम ख़ासियत है इसमें दिया गया डुअल रियर कैमरा। इस फोन में 13 मेगापिक्सल के दो रियर कैमरे और डेप्थ एडिटर हैं। दोनों कैमरे अपर्चर एफ/2.0, डुअल एलईडी फ्लैश दिए गए हैं। इसके अलावा क्विक कैप्चर, बेस्ट शॉट, टैप टू कैप्चर, पैनोरमा मोड, बर्स्ट मोड, ऑटो एचडीआर, वीडियो स्टेबिलाइज़ेशन, स्लो मोशन वीडियो और 4के अल्ट्रा एचडी वीडियो रिकॉर्ड करने जैसे फ़ीचर हैं। फोन में सेल्फी लेने और वीडियो चैट करने के लिए 8 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है जो वाइड-एंगल लेंस, अपर्चर एफ/2.0, एलईडी फ्लैश, पैनोरमा मोड, प्रोफेशनल मोड और ब्यूटिफिकेशन मोड के साथ आता है। यह फोन सिंगल नैनो सिम सपोर्ट करता है। फोन एंड्रॉयड 7.1 नूगा पर चलता है। मोटो जी5एस प्लस का डाइमेंशन 153.5×76.2×9.5 मिलीमीटर और वज़न 168 ग्राम है। स्मार्टफोन को पावर देने के लिए 3000 एमएएच की बैटरी है।
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सपनीले जादू की एक सदी । सिनेमा का प्रथम प्रदर्शन पेरिस के ग्रैंड कैफे के इंडियन सेलून नामक कक्ष में 28 दिसंबर 1895 को हुआ था। वक्त था रात के ९ बजे। समय, तिथि, स्थान और साल के आधार पर विज्ञानजनित अभिव्यक्ति के इस माध्यम की कुंडली कंप्यूटर की मदद से बनाई जा सकती है, परंतु यह तय है कि सिनेमा की कुंडली में भारत नामक ग्रह सबसे प्रबल रहा, वरना क्या कारण है कि इतने बड़े होटल के अनेक कक्षों में ल्युमियर बंधुओं ने इंडियन सेलून को ही चुना। भारत में सिनेमा की कुंडली में शुक्र की महादशा हमेशा ही कायम रही है और विगत कुछ वर्षो से दुनिया में सबसे अधिक संख्या में फिल्म हम ही बना रहे हैं। सिनेमा के आविष्कार के समय किसी को कल्पना नहीं थी कि विज्ञानजनित यह माध्यम विज्ञानविहीनता वाले देश में इस कदर लोकप्रिय होगा। यह अजूबा इसलिए संभव हुआ क्योंकि यह कथा कहने का माध्यम है और भारत कथावाचकों तथा श्रोताओं का अनंत देश है। दूसरी बात यह कि इस देश में कोई परंपरा कभी मरती नहीं। आज टेक्नोलॉजी के युग में भी लावणी, नौटंकी और जात्रा कायम हैं। रंगमंच आज भी आलोकित है। कथावाचक आज भी पोथी बगल में दबाए घर-घर संतोषी मां और सत्यनारायण की कथा कराते हैं। तीसरी बात यह है कि वर्तमान के हर क्षण में अनेक गुजश्ता सदियां मौजूद होती हैं। आप अनेक शहरों में रेलवे पुल के नीचे से बैलगाड़ी गुजरते और ऊपर जेट उड़ते हुए देख सकते हैं। इसी तरह बड़े शहरों में आधुनिकतम सुविधाओं से संपन्न मल्टीप्लैक्स के साथ ही एकल सिनेमाघर भी हैं और कस्बों में आज टूरिंग टॉकीज मेले-तमाशों के अवसर पर पहुंच जाते हैं और अवैध वीडियो पार्लर भी पनपते रहे हैं। भारत में 3 मई 1913 को धुंडिराज गोविंद फाल्के ने पहली कथा फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र' प्रस्तुत की और पहले दस वर्षो में कुल जमा 91 फिल्में बनीं, जो सारी ही धार्मिक आख्यानों को प्रस्तुत करती थीं। बाद में सामाजिक फिल्में बनीं, इतिहास आधारित फिल्में बनीं, भूत-प्रेत की फिल्में बनीं। गोयाकि हर प्रकार की फिल्में बनीं, परंतु सभी में प्रस्तुत पात्रों का सोच हमेशा पौराणिक ही रहा। इस तरह हम हमेशा मायथोलॉजी ही बनाते रहे हैं। मान लीजिए धर्म एक बहुमंजिला भवन है, जिसमें हवादार कमरे हैं, धूप भी आती है तो इसी भवन के नीचे बहुमंजिले तलघर भी हैं, जिनमें अंधविश्वास के जाले हैं, कुरीतियों की चमगादड़ें हैं, भय के भूत-प्रेत हैं। फिल्मों में इस भवन और उसके नीचे बने तलघर की प्रवृत्तियां हमेशा विद्यमान रही हैं। 1913 से 1947 तक ब्रिटिश सेंसर की आंखों में धूल झोंककर राष्ट्र प्रेम की फिल्में बनाई गईं और गांधीजी के प्रभाव में सिनेमा भी स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा बना। इस कालखंड में हिमांशु राय, देविका रानी और निरंजन पॉल ने मिलकर बॉम्बे टॉकीज नामक कॉपरेरेट की स्थापना की। कलकत्ता में बीएन सरकार ने न्यू थिएटर्स नामक कॉपरेरेट की स्थापना की। बॉम्बे टॉकीज ने मनोरंजन के साथ संदेश देने वाली फिल्में बनाईं और न्यू थिएटर्स ने साहित्यिक कृतियों पर फिल्में बनाईं। ासिक वेतन पर प्रातः 9 से शाम 6 बजे तक अनुशासित ढंग से काम करते थे। सोहराब मोदी इतिहास आधारित फिल्में रचने के विशेषज्ञ थे। मेहबूब खान 'औरत' बनाकर स्थापित हुए थे और उनकी 'रोटी' क्रांतिकारी फिल्म थी। १९४१ में सफल रही 'सिकंदर' के बाद पृथ्वीराज कपूर ने स्वतंत्र सितारा प्रणाली शुरू की। सुना है कि स्वतंत्रता प्राप्त करते समय भी पंडितों से मुहूर्त निकाला गया था। निश्चय ही स्वतंत्र भारत की कुंडली भी बनाई गई होगी। भारत की कुंडली में सिनेमा भी किसी ग्रह की तरह स्थापित हो गया और भारत भी सिनेमा की तरह आधी हकीकत आधा फसाना हो गया। देश की कुंडली में अजीबोगरीब युतियां बनीं कि देश होते हुए भी यह देश का भरम ही देगा। राजनीति में सितारे चलेंगे और नीतियों पर नहीं लहरों पर चुनाव होंगे। हमने न तो स्वतंत्रता को ठीक से परिभाषित किया, न ही मनोरंजन को। बहरहाल, 1947 से 1964 तक हिंदुस्तानी सिनेमा का स्वर्णकाल रहा, जब सामाजिक प्रतिबद्धता वाला मनोरंजक सिनेमा रचा गया। सत्यजित राय का 'पाथेर पांचाली' द्वारा प्रवेश आणविक विस्फोट की तरह था। हिंदुस्तानी सिनेमा को अपना पहला कवि मिला, मनुष्य की करुणा का गायक मिला। भारतीय सिनेमा में गीत-संगीत का स्वर्णकाल भी १९४७ से 1964 तक रहा। यह भारतीय सिनेमा की स्वतंत्र पहचान है। पहले दुनिया में इसका मखौल उड़ाया जाता था, लेकिन बाद में इसे भारतीय सिनेमा की ऊर्जा मान लिया गया। रंगीन फिल्मों का युग शुरू होते ही फिल्म निर्माण महंगा हो गया। संस्थागत पूंजी उपलब्ध नहीं थी, इसलिए तथाकथित आर्थिक सुरक्षा के भय से फिल्मकार मसाला फिल्में गढ़ने लगे और सामाजिक प्रतिबद्धता हाशिये पर धकेल दी गई। हिंदुस्तानी सिनेमा की मुख्यधारा के साथ कुछ परस्पर समानांतर धाराएं हर कालखंड में प्रवाहित रहीं। हिंदुस्तानी सिनेमा में हॉलीवुड की तरह श्रेणीकरण नहीं हो सकता। 1973 में अमिताभ बच्चन अभिनीत और सलीम-जावेद की लिखी 'जंजीर' तथा राज कपूर की 'बॉबी' ने फिल्म उद्योग में बड़े पैमाने पर एक्शन फिल्म तथा युवा प्रेम कहानियों की दो धाराओं को पल्लवित किया। देश में स्वप्नभंग की स्थिति थी और व्यवस्था में लगी दीमक से लोग क्रोध की मुद्रा में थे। अमिताभ की 'जंजीर', 'दीवार' और 'त्रिशूल' के आक्रोश से भरे नायक में उन्होंने अपने गुस्से का प्रतिबिंब देख लिया। यह दर्शकों का ही कमाल था, क्योंकि इन तीनों फिल्मों में नायक स्वयं के लिए लड़ रहा है। दरअसल गोविंद निहलानी की 'अर्धसत्य' पहली सच्ची आक्रोश फिल्म है, जिसका होम्योपैथिक संस्करण हम 'सत्यकाम' में देख चुके थे। अमिताभ के आविर्भाव के समय ही श्याम बेनेगल की 'अंकुर' और 'निशान्त' सड़ती हुई व्यवस्था पर प्रकाश डाल चुकी थीं। इस कालखंड में 'शोले' का प्रदर्शन एक घटना थी। सिनेमा के स्थायी आहार में सब मसालों के द्वारा विविधता का मनोरंजन रचा गया। टेक्नोलॉजी ने फिल्मों की तकनीकी गुणवत्ता बढ़ाने के साथ अवैध वीडियो के द्वारा सिनेमा को अकल्पनीय आर्थिक क्षति पहुंचाई। इससे उत्पन्न आर्थिक भय ने फिल्मकारों को और अधिक समझौतों के लिए मजबूर किया। १९९१ में आर्थिक उदारवाद के साथ ही भारतीय समाज और सिनेमा में परिवर्तन की गति तीव्र हो गई। मल्टीप्लैक्स के उदय के साथ ही फिल्म उद्योग में कॉपरेरेट का पदार्पण हुआ। सूरज बड़जात्या की शादी-ब्याह वाली 'हम आपके हैं कौन' की भारी सफलता ने औद्योगिक घरानों का ध्यान फिल्म व्यवसाय की ओर आकृष्ट किया। पहले दो कॉपरेरेट 'बॉम्बे टॉकीज' और 'न्यू थिएटर्स' सिनेमा में सामाजिक प्रतिबद्धता और गुणवत्ता की खातिर आए थे, परंतु अपने दूसरे अवतार में कॉपरेरेट केवल मुनाफा कमाने और ग्लैमर में आलोकित होने के लिए आया। इसी दौर में आप्रवासी दर्शकों के कारण डॉलर सिनेमा का भी उदय हुआ। वास्तव में उदारवाद और व्यवस्था में निहित भ्रष्टाचार के कारण रातोंरात धनाढ्य होने वाला वर्ग अपनी दौलत के प्रदर्शन के लिए माध्यम खोज रहा था और सिनेमा ने उन्हें आडंबर वाली शादियों का रास्ता दिखाकर सदियों की सादगी के लिए की गई तपस्या नष्ट कर दी। यह ऐसा दौर था, जब भारतीय सिनेमा में भारत खोजना कठिन हो गया। पूरी सदी तक सिनेमा में मान्यता रही थी कि नैतिक रूप से ठीक होने पर ही फिल्म चलती है। यह मान्यता ध्वस्त हो गई। संसद, सिनेमा और समाज में नैतिकता हाशिये में ढकेल दी गई। देश में सतह के नीचे विघटन की प्रक्रिया चल रही है। जयप्रकाश चौकसे। लेखक वरिष्ठ फिल्म समीक्षक हैं। दैनिक भास्कर में इनका एक नियमित कलम प्रकाशित होता है,जो बेहद चर्चित है। जयप्रकाश चौकसे जी सिनेमा के अनछूए पहलुओं पर सटीकता से बात करते है।
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यूपी में बढ़ रहे कोरोना के मामले (फाइल फोटो) लखनऊः उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना के बेकाबू होते आंकड़े सभी के लिए परेशानी भरे हो रहे हैं। मंगलवार को प्रदेश में एक दिन में 18 हजार 21 नए केस सामने आए जो सूबे में अभी तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इस दौरान राज्य सरकार ने कोविड मरीजों को राहत देने के लिए तैयारी भी शुरू कर ली है। यूपी सरकार ने निजी अस्पतालों और लैब्स में कोविड टेस्ट से जुड़ी RT-PCR जांच की फीस रिवाइज करते हुए 700 रुपए कर दी है। प्रदेश के एडीशनल चीफ सेक्रेटरी, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, अमित मोहन प्रसाद द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक, कोराना जांच का सैंपल घर से लिए जाने पर इस जांच के लिए 900 रुपये फीस ली जा सकेगी। इसके साथ ही NABH द्वारा मान्यता प्राप्त प्राइवेट अस्पतालों में, सामान्य लक्षण वाले मरीजों से कोविड-19 आइसोलेशन बेड के लिए रोजाना 10,000 रुपये लिए जा रहे हैं। सरकार ने ऐसे अस्पतालों में वेंटिलेटर सुविधा के साथ वाले आईसीयू बेड की फीस 18,000 रुपये प्रतिदिन और बिना वेंटीलेटर वाले बेड में देखभाल की फीस 15,000 रुपये प्रतिदिन तय की है। वहीं बिना NABH मान्यता प्राप्त निजी अस्पताल कोरोना मरीजों के आइसोलेशन बेड के लिए 8,000 रुपये की फीस लेंगे। वहीं वेंटिलेटर के साथ वाले आईसीयू बेड का चार्ज 15,000 रुपये और बिना वेंटीलेटर सुविधा वाले बेड का चार्ज 13,000 रुपये तय कर दिया गया है। बता दें कि इस समय उत्तर प्रदेश में कोरोना को लेकर हालात बेहद ही खराब है। बुधवार को सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके साथ ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
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हेलो दोस्तों ! अगर आपका फ़ोन या आपके दोस्त या परिवार के किसी मेंबर का फ़ोन कहीं चोरी या गुम हो गया है तो आपको परेशान होने की ज़रूरत नहीं हैं आप इसे आसानी से Track कर सकते हैं। केंद्र सरकार के दूरसंचार मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद द्वारा एक वेब पोर्टल (CEIR Portal) ceir.gov.in लांच किया गया है। जिसके माध्यम से आप आसनी से शिकायत दर्ज कर सकते हैं या फिर इनके हेल्पलाइन नंबर 14422 के माध्यम से C-DOT को सूचित करवा सकते हैं या आपके खोये हुए, चोरी हुए फ़ोन को इस CEIR Portal के माध्यम से ढूंढ़ने (Find Lost Mobile Phone) या ब्लॉक करने में आपकी मदद मिलेगी और आप इस CEIR Portal में Complain Register करने के बाद उसका स्टेटस भी चेक कर सकते हैं की उसमें क्या प्रॉसेस हुई। और आप अपने फ़ोन को Block भी कर सकते हैं, फ़ोन मिलने के बाद उसे इसी CEIR Portal के माध्यम से Unblock करके उसे कर सकते हैं। 2 CEIR Portal से Online अपने फ़ोन को Block कैसे करें ? देश में फ़ोन चोरी की खबरें आजकल आपको हर जगह पड़ने व सुनने को मिलती है अक्सर आप भी अपने सोशल मीडिया पर फ़ोन चोरी होने की पोस्ट को शेयर करते होंगे, या देखते होंगे की अक्सर लोग पुलिस स्टेशन में इस तरह की लिए चोरी की घटना के लिए अपनी शिकायत लेकर जाते हैं। इस समस्या का समाधान निकलने के लिए केंद्र सरकार ने CEIR Portal लांच किया है। कस्टमर की सहायता और कानून व्यवस्था को व्यवस्थित करने के लिए दूरसंचार विभाग द्वारा सभी मोबाइल ऑपरेटरों के IMEI डाटा बेस तैयार किया गया है। CEIR Portal सभी मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटरों के लिए ब्लैक लिस्ट हुवे मोबाइल को शेयर करने के लिए एक Central System के रूप में कार्य करता है। ताकि जिस नेटवर्क पर मोबाइल ब्लैक लिस्ट हुआ है वह किसी दूसरे नंबर पर काम ना कर सके। चाहे उसके अंदर सिम क्यों न बदला हो। फ़ोन खोने या चोरी हो जाने पर लोगों को बहुत सी परेशानियाँ झेलनी पड़ती है और वैसे भी आजकल के समय में तो सब कुछ हमारा फ़ोन में ही है, हमारे डाटा से लेकर, बैंक डिटेल्स, पर्सनल चैट्स, फोटोज, वीडियोस और भी सभी जरूरी दस्तावेज। फ़ोन की वैल्यू हमारे जीवन में दिन प्रतिदिन बढ़ती चली जा रही है, जिस प्रकार खाना खाना जरूरी है उसी प्रकार फ़ोन की भी ज़रूरत है और ऐसे में हमारा फ़ोन कहीं चोरी हो जाए या कहीं खो जाये तो फिर तो साँस ही अटक जाती है, इसीलिए आज हम आपके लिए इसके उपाय लेकर आये हैं, आप पोस्ट पढ़कर अपने समस्या का समाधान कर सकते हैं। सेवा (Service ) CEIR(Central Equipment Identity Register) शुभारम्भ किया गया (Launch By) केंद्र सरकार (Central Government) फ़ोन खोने या चोरी होने के बाद सबसे पहले आपको अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन जाकर अपने फ़ोन के बारे में एक FIR लिखवानी होगी, जिसके बाद पुलिस द्वारा सत्यापित करने के बाद आपको FRI की एक कॉपी दी जायगी। इसके बाद आपको Helpline no. 14422 के माध्यम से C-Dot को सूचित करना है। पुलिस में FIR करने के बाद DOT(Department of Telecommunications) आपके IMEI नंबर को ब्लैकलिस्ट में डाल देगा जिससे की मोबाइल किसी भी नेटवर्क पर काम नहीं कर पाएगा। CEIR Portal से Online अपने फ़ोन को Block कैसे करें ? आपने जो पुलिस में FIR कराई है उसकी कॉपी अपने पास सुरक्षित रखें वो आगे काम आएगी। जिस भी नेटवर्क का आपका SIM उस फ़ोन में लगा था उसका डुप्लीकेट SIM बना लें। सबसे पहले आपको https://ceir.gov.in/Request/CeirUserBlockRequestDirect.jsp इस लिंक पर जाना है और ऑनलाइन अपनी शिकायत को रजिस्टर्ड करना है जिसमें आपसे आपकी बेसिक डिटेल्स मांगी जाएगी। जैसे- नाम, मोबाइल नंबर, पता, फ़ोन ब्रैंड नेम, IMEI नंबर जिसे फिल करके आपने Submit कर देना है। फॉर्म जब सबमिट हो जायेगा आपको एक Request ID दी जाएगी, इसका उपयोग आप फ़ोन का Status चेक करने के लिए कर सकते हैं, कि आपका फ़ोन मिला या नहीं, या फिर फ़ोन मिलने के बाद उसे Unlock करने में यह Request ID आपके काम आएगी। फ़ोन मिलने के बाद आपको CEIR Portal की वेबसाइट https://ceir.gov.in/Home/index.jsp पर आना होगा। उसके बाद आपको UN-Block Found Mobile पर क्लिक करना है। इसके बाद आपके सामने ये नया पेज खुलेगा आपको डिटेल्स भरनी है। जैसे Request Id, Mobile No. Get OTP करने के बाद आपको एक OTP आएगा उसे एंटर करने के बाद Submit करें। इसके बाद आपको अपना स्टेटस चेक करना होगा। फ़ोन मिलने बाद आपको अनब्लॉक करने के लिए CEIR Portal की वेबसाइट https://ceir.gov.in/Home/index.jsp पर जाएं CEIR Services पर क्लिक करें उसके बाद Check Request Status पर क्लिक करें। उसके बाद आपके सामने ये पेज खुलेगा जिसमे आपको अपनी Request ID डालनी होगी जिसके बाद आपका स्टेटस आपके सामने दिख जायेगा। सबसे पहले आपको CEIR की ऑफिसियल वेबसाइट https://ceir.gov.in/Home/index.jsp पर आना होगा, उसके बाद सबसे नीचे Web Portal के Click here पर क्लिक करना है। इसके बाद आपके सामने ये नया पेज खुलेगा जिसपे आपको मोबाइल नंबर डालना है। मोबाइल नंबर डालने के बाद आपके मोबाइल नंबर पर एक OTP आएगा जिसे आपको बॉक्स में एंटर करना है। OTP वेरीफाई होने बाद आपको IMEI नंबर डालना होगा जिसके बाद चेकबॉक्स पर क्लिक करके आपका IMEI नंबर वेरिफाइड हो जाएगा। कोई भी वैलिड आई डी प्रूफ (आधार कार्ड, वोटर आईडी ) इसके लिए आपको सबसे पहले CEIR Portal www.ceir.gov.in पर जाना होगा और यहाँ पर स्क्रॉल करके नीचे आपको KYM app लिखा दिखेगा जिसपर आपको download the KYM app करना है। इसे चाहे तो आप गूगल प्ले स्टोर से भी डाउनलोड कर सकते हो यह वहां पर भी उपलब्ध है। डाउनलोड करने के बाद आपके सामने 15 डिजिट का IMEI नंबर पूछा जाएगा, नंबर दर्ज करने के बाद आपके सामने आपका स्टेटस दिखाई देगा। इसके लिए आपको सबसे पहले अपने मोबाइल के इनबॉक्स से एक मेसेज टाइप करना होगा। KYM<15 अंकों का IMEI नंबर> और इसे 14422 पर भी देना होगा। आपके मोबाइल का करंट स्टेटस आपको दिख जायेगा। आपको सबसे पहले अपने फ़ोन के इनबॉक्स से मैसेज टाइप करना होगा KYM <15 अंकों का IMEI नंबर> और इसे 14422 पर भेज देना है। इसके बाद अगर रिप्लाई में IMEI की डिटेल्स आती है तो फिर फोन सही है आप ले सकते सकते हैं, अगर रिप्लाई में ब्लैकलिस्ट लिखा आएगा तो समझिये ये फ़ोन चोरी का है जिसे CEIR ने ब्लॉक किया है। प्यारे दोस्तों आज हमने आपको अपनी इस पोस्ट के माध्यम से CEIR Portal सम्बंधित जानकारी उपलब्ध कराई जो बहुत ही जरूरी है और निश्चित तोर पे आपको इस से लाभ होगा और अगर कभी आपका फ़ोन या किसी परिचित का फ़ोन खो जाता है तो आप इस पोस्ट को उनसे भी शेयर करे सकते हैं, ताकि उन्हें भी हेल्प मिल सके। उम्मीद है की आपको यह पसंद आया होगा और ऐसे ही महत्वपूर्ण जानकारी के लिए आप हमारे इस वेबसाइट से जुड़े रह सकते हैं। भविष्य में भी हम आप तक आपके जरूरत के हिसाब से जानकारियां पहुंचाते रहेंगे। इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए आपका दिल से धन्यवाद ! केंद्र सरकार के दूर संचार विभाग द्वारा फ़ोन की चोरी हो जाने पर या नकली मोबाइल खरीदने को रोकने के लिए इस पोर्टल को बनाया गया है। मेरा फ़ोन चोरी या खो गया है मैं उसे ऑनलाइन कैसे ट्रैक करूँ ? सबसे पहले तो आप CEIR Portal पर जाकर रजिस्ट्रेशन करके अपने फ़ोन को सबसे पहले ब्लॉक करवा सकते हैं उसके बाद आप वेबसाइट पर दिए गए दिशानिर्देशों का पालन करके आसानी से फ़ोन को ट्रैक करवा सकते हैं। CEIR Portal पर रजिस्ट्रेशन कैसे है ? CEIR Portal पर रजिस्ट्रशन करने के लिए आपको इनकी Official Website पर जाना होगा जिसकी पूरी जानकारी हमने आपको ऊपर बताई है। IMEI नंबर कहाँ से मिलेगा ? मोबाइल चोरी होने पर IMEI नंबर का होना बहुत ज़रूरी है के ज़रिये आप अपने फ़ोन को ढूंढ सकते हो। ये आपको मोबाइल फ़ोन के बिल या आपके पास जो मोबाइल का बॉक्स होगा उसमे मिल जायेगा। IMEI नंबर ब्लॉक करने के बाद क्या होगा ? CEIR Portal पर रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरा करने के बाद कस्टमर के फ़ोन को 24 घंटे की अंदर बंद कर दिया जाता है। फ़ोन ब्लॉक होने के बाद यह कहीं भी किसी भी नेटवर्क पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा।
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Publish Date:Sat, 04 Jan 2020 11:58 AM (IST) Bigg Boss 13 इस हफ्ते 6 सदस्यों को घर से बेघर होने के लिए नॉमिनेट किया गया है। इस हफ्ते एक फीमेल कंटेस्टेंट घर से बाहर होने वाली हैं। नई दिल्ली, जेएनएन। टेलीविज़न रियलिटी शो बिग बॉस में इस वीकेंड के वार किसी एक सदस्य का सफर आज खत्म होने वाला है। इस हफ्ते रश्मि देसाई के अलावा 5 अऩ्य सदस्यों पर भी नॉमिनेशन का खतरा बना हुआ है। देखना होगा कि सलमान खान किस सदस्य को बेघर करते हैं, इन सब के बीच खबरें हैं कि आज रश्मि देसाई के लिए सलमान घर का मुख्य दरवाज़ा खुलवाने वाले हैं। हाल ही में आज होने वाले वीकेंड के वार की एक वीडियो सामने आई है, जिसमें सलमान सभी घरवालों की जमकर क्लास लगाते नज़र आ रहे हैं। सलमान खान आज घर का मुख्य दरवाजा खुलवाकर रश्मि देसाई से बाहर जाने को कहते नज़र आ रहे हैं। साथ ही कुछ दिनों पहले हुई आसिम रियाज़ और सिध्दार्थ शुक्ला की लड़ाई पर भी सलमान खान दोनों को बातें सुनाने वाले हैं। इस हफ्ते घर से बेघर होने के लिए मधुरिमा तुली, विशाल आदित्य सिंह, शेफाली जरीवाला, शेफाली बग्गा, माहिरा शर्मा और रश्मि देसाई को नॉमिनेट किया गया है। हाल ही में आई एक खबरी पेज की रिपोर्ट के अनुसार इस हफ्ते शेफाली जरीवाला सबसे कम वोट पाकर शो से विदा ले सकती है। आपको बता दें कि शेफाली बग्गा इससे पहले भी एक बार बेघर हो चुकी हैं। उन्होंने कुछ हफ्तों पहले ही मधुरिमा तुली और तहसीन पूनावाला के साथ दोबार वाइल्ड कार्ड एंट्री ली थी। घर में वापसी करने के बाद शेफाली बग्गा के खेल में कोई नया बदलाव देखने को नहीं मिला था। शो के ग्रेंड प्रीमियर में शेफाली बग्गा ने सलमान खान के सामने स्टेज पर ही शहनाज़ गिल से बहस कर ली थी। जिसे देखकर हर किसी ने शेफाली के रवैये का अंदाजा लगा लिया था। हालांकि इन दिनों शहनाज़ और शेफाली काफी करीबी दोस्त हैं। दोनों एक दूसरे से अपने दिल की बातें करती नज़र आती रहती हैं। देखना होगा कि अगर वाकई शेफाली घर से बेघर हुईं तो शहनाज़ पर क्या असर पड़ेगा।
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आपकी लाइफ कितनी भी सेट क्यों ना हो, ऐसा समय कई बार आता है जब किसी ना किसी चीज़ को लेकर आपका मूड खराब हो जाता है या आपका मन विचलित रहता है। उस दिन पॉजिटिव रहना जैसे आपके लिए सबसे मुश्किल काम होता है। इसका कारण कुछ भी हो, घर पर झगड़ा, किसी दोस्त से लड़ाई या बस केवल दिन ही खराब हो लेकिन यह आपकी भावनाओं को भी प्रभावित करता है। इस कारण आप किसी से बात नहीं करना चाहते, किसी काम में मन नहीं लगता, किसी के साथ घूमने या बाहर जाने का मन नहीं करता। अगर आपका मन बहुत परेशान है तो आप किसी अपने को खूब कडल करें। मम्मी, अपने पार्टनर या अपने दोस्त को, इससे आपको अच्छा महसूस होगा। कडल करने से बॉडी में अच्छे और हैप्पी हार्मोन्स रिलीज होते हैं जो आपको बेहतर महसूस करने में मदद करते हैं। अगर आपके पास कोई प्यारा सा पेट जैसे कैट या डॉगी है तो आप उसे भी कुछ देर के लिए कडल कर सकती हैं। अगर आपके पार्टनर का मूड ख़राब है तो ऐसे कर ऐसे कर सकती हैं उनका मूड सही। अच्छा महसूस करने के लिए पुरानी यादा ताजा करने से बेहतर क्या हो सकता है। इसलिए अपनी कुछ पुरानी तस्वीरें निकालें, जिन्हें आप बहुत पसंद करती हैं और जो आपके बहुत करीब हैं और उन्हें तसल्ली से देखें। उस पुराने समय को याद करके, जिसमें आप खुश थी, आपको अच्छा महसूस होगा। जो दोस्त आपके सबसे ज्यादा करीब हो, जो आपका सबसे ज्यादा समझता हो, उससे बात करें। उन्हें बताएं कि आप किस बात को लेकर परेशान हैं। अगर आपको लगता है कि वह आपकी परेशानी का सॉल्यूशन निकाल सकते हैं, तो उनसे सुझाव मांगें और समस्या को सुलझाने की कोशिश करें। अब से पहले या कल जो दिन बीता या पिछले सप्ताह आपके साथ क्या-क्या अच्छी चीजें हुई, आप किन लोगों से मिली, आप क्या-क्या काम पूरे किए और किन-किन प्रोजेक्ट्स को कंप्लीट किया, ये सभी बातें याद करें और खुद के लिए दोहराएं कि आप अच्छा कर रही हैं और आगे भी करेंगी। आपको जो भी संगीत सबसे ज्यादा पसंद हो, उस पर डांस करें। जरूरी नहीं कि आप पूरे परफेक्शन के साथ ही डांस करें। आप किसी भी तरह का डांस कर सकती हैं, बस बॉडी को मूव करती रहें। इससे बॉडी में अच्छे हार्मोन रिलीज होंगे और कोर्टिसोल का स्तर कम होगा जिससे आपको अच्छा महसूस करने में मदद मिलेगी। डांस के साथ साथ आप ये बॉलीवुड के गानें भी सुन सकती हैं जिससे आपका मूड रिफ्रेश हो सकता है। जब आप अच्छा नहीं महसूस कर रही हैं तो लंबे समय के लिए ठंडा या हल्का गर्म शावर लेना आपको बेहतर महसूस कराने में मददगार साबित होता है। इससे आपकी नर्व्स खुलती हैं और सेंसेज़ बेहतर काम करते हैं जिससे आपका खोया हुआ मन लौट आता है। साथ ही इससे आप रिफ्रेश हो जाती है और आपको अच्छी एनर्जी मिलती है।
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चरनी में चमका उजियारा यीशु आया है, सबसे न्यारा हमारा प्यारा यीशु आया है. क्रिसमस की आहट के साथ ही कैरल गीतों का अभ्यास शुरू हो गया. कल 25 दिसंबर यानि क्रिसमस है. ऐसे में जहां एक तरफ घरों में लोगों ने सेलीब्रेशन की तैयारियां शुरू कर दी है. वहीं शहर के चर्च भी सजने संवरने लगे हैं. लोगों ने घरों और चर्च में क्रिसमस की तैयारी अंतिम चरण में है. दिसंबर के पहले संडे यानि क्रिश्चियन व्हाइट संडे से तैयारियां शुरू हो जाती हैं. बाजार में क्रिसमस कार्ड, सेंटा क्लॉज और क्रिसमस ट्री समेत केक की खरीदारी करने पहुंच रहे हैं. आपसी एकता और सद्भाव के पर्व क्रिसमस के लिए राजधानी पूरी तरह से तैयार है। बाजार में जहां क्रिसमस ट्री और सेंटा क्लॉज की कैप क्रिसमस पर्व के आने का संदेश दे रही है तो वहीं रोशनी से नहाए गिरजाघर प्रभु यीशु के अवतरण का इंतजार कर रहे हैं। सोमवार को मध्यरात्रि प्रभु का विधि विधान से अवतरण होगा और ईसाई समाज के लोग एक-दूसरे को बधाई देंगे। पटना गोल्फ क्लब में रविवार को क्रिसमस कार्निवाल की धूम मची। आर्केस्ट्रा की धुन पर यूथ ने डांस किया तो विभिन्न तरह के गेम के बीच लजीज व्यंजनों का लुत्फ भी उठाया। आकर्षण का केंद्र बोन फायर कार्निवाल रहा। दोपहर से मनोरंजन और मस्ती का सिलसिला शुरू होकर देर शाम तक चलता रहा। कार्यक्रम में बच्चों के लिए गेम स्टॉल भी थे। सांता क्लॉज ने बच्चों के बीच टॉफियां बांटीं। किलकारी बाल भवन में बच्चों ने दो दिन पहले क्रिसमस सेलिब्रेट किया। बच्चों से लेकर बड़ों तक में कई सांता ड्रेज में दिखे। बच्चों ने किलकारी भवन को मिलकर सजाया और डांस-गाने कर खूब मस्ती की। क्रिसमस सेलिब्रेशन का उन्होंने भरपूर मजा लिया। इस अवसर पर केक काटे गए और एक-दूसरे को बधाई भी दी। क्रिसमस के गाने जिंगल बेल..जिंगल बेल पर गाना व डांस हुआ। विभिन्न धर्मों में समन्वय और सद्भाव को बढ़ाने के उद्देश्य से सोमवार को नाला रोड स्थिति रामकृष्ण मिशन आश्रम में क्रिसमस उत्सव मनाया जाएगा। मिशन के सचिव स्वामी सुखानंद ने बताया कि सोमवार की संध्या आश्रम परिसर में प्रभु यीशु का जन्मदिन हर्ष और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। शाम को मंदिर में ठाकुर जी की आरती के बाद क्रिसमस उत्सव की शुरुआत होगी, जिसमें स्कूल के बच्चे कैरोल सॉन्ग गाएंगे। इस अवसर पर प्रभु यीशु की आरती उतारी जाएगी। प्रेम व शांति का प्रतीक प्रभु यीशु के अवतरण पर्व क्रिसमस को लेकर पादरी की हवेली चर्च को आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है। चर्च में अवतरित होते प्रभु यीशु की झांकी को देखने दूर-दराज से काफी संख्या में लोग आते हैं। चर्च के बाहरी परिसर में चरणि का निर्माण कराया जा रहा है। चर्च के फादर सुरेश खाखा व सहायक फादर ललित ने बताया कि 24 दिसंबर की रात 11 बजे मिसा बलिदान पूजा होगी। इसके साथ ही विशेष प्रार्थना भी होगी। 25 दिसंबर की सुबह 8 बजे भी मिसा बलिदान पूजा होगी।
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मुलायम सिंह के आशीर्वाद से जीते रामपुर और आजमगढ़, अब मैनपुरी की बारी-सीएम योगीः लखनऊ। सहाबा एक्शन कमेटी का एक कार्यक्रम अब्दुल अजीज रोड स्थित इरफानिया मदरसे के पास हुआ जिसका विषय "दहशतगर्दी का इलाज? सहाबा की गुलामी" था। कार्यक्रम की अध्यक्षता जाने माने इस्लामी स्कालर व सुन्नी रहनुमा मौलाना अब्दुल अली फारूकी ने की। कार्यक्रम का आयोजन सहाबा एक्शन कमेटी के अध्यक्ष अब्दुल वहीद फारूकी ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुस्लिम यूथ ब्रदर्स के जनरल सेक्रेटरी हाफिज सैय्यद मोहम्मद वसी, मोहम्मद अतीक, मौलाना यासिर फारूकी, मौलाना माविया फारूकी, मुफ्ती हारिस फारूकी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन कारी शाह फैसल ने किया। मौलाना हारिस फारूकी ने कहा कि सत्ता के नशे में हुकूमतें अत्याचार करती हैं। हमारे सहाबा तो अपनी हुकूमत में रहने वाले हर खास व आम आदमी के साथ समान व न्यायपूर्ण व्यवहार करते थे। डरने की जरूरत नहीं है। ईमान पर रहने की जरूरत है। सत्ता तो बदलती रहती है। आज किसी के हाथ में कल आपके हाथ में होगी। मौलाना अब्दुल अली फारूकी ने कहा कि कई बाबा पकड़े गये, जेल गये और उनके यहाॅ से हथियारों का जखीरा बरामद हुआ मगर किसी को आतंकवादी नहीं कहा गया। उन्होंने कहा कि साथ में नमाज पढ़कर लोग एकता की बात कर रहे है मगर अपनी बात पर कायम नहीं रहते। मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड की बैठक में बाबरी मस्जिद का मुकदमा लड़ने का प्रस्ताव पारित कराते हैं और बाहर आकर मस्जिद को हिन्दुओं को देने की बात करते हैं उनकी बात के भरोसे पर मौलाना सवाल उठाया और कहा कि इत्तिहाद सिर्फ तीन बातों पर हो सकता है अल्लाह के एक होने पर नबी पर भरोसा करने पर और कुरान पर एकमत होने पर। यह जो बुद्धिजीवी हैं वे मुनाफिके आजम हैं इनकी धोखेबाजी को हिन्दू व मुसलमान सब समझते हैं, मुकदमों से बचने के लिये लोग मजहब को बदल रहे हैं। कारी शाह फैसल ने सहाबा एक्शन कमेटी के कार्यों पर प्रकाश डालते हुये कहा कि सहाबा एक्शन कमेटी गरीबों के इलाज, गरीब लड़कियों की शादी, और गरीब नौजवानों की शिक्षा हेतु मदद करती है और इसके अध्यक्ष अब्दुल वहीद फारूकी हर समय गरीबों, शोषितों और वंचितों की सहायता हेतु तैयार रहते हैं। सहाबा एक्शन कमेटी के अध्यक्ष अब्दुल वहीद फारूकी ने कहा कि साजिश करने वालों की पांच सालों से कोई साजिश कामयाब नहीं हुई है। साजिश करने वाले कल भी साजिश करते थे और आज भी साजिश करते हैं। भोलीभाली सुन्नी कौम को भड़काने का काम करते हैं हम उनकी किसी भी साजिश का हिस्सा नहीं बनेंगे और किसी भी साजिश को कामयाब नहीं होने देंगे। हम अपने लखनऊ में हर हाल में अमन, चैन व शान्ति कायम रखेंगे। सहाबा एक्शन कमेटी के जवानों का फैसला है कि हर हाल में लखनऊ के अमन व चैन को बचाये रखा जायेगा। इतिहास ने विरोधियों को हमेंशा गद्दार लिखा है, उन्होंने हमेंशा गद्दारी की है। चापलूसी की हदों को पार किया जा रहा है शिया गोरक्षा दल बनाया गया है। आतंकवाद का समर्थन किया जा रहा है और हिजबुल्ला के लीडर नसरुल्लाह की तस्वीर मोहर्रम के अवसर पर लगाई जा रही है। उन्होंने सहाबा एक्शन कमेटी के नौजवानों से लचीला और नर्म रवैय्या अपनाने की बात कही। Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. सामाजिक, वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति के साथ-साथ मीडिया एक सशक्त प्रहरी के रूप में उभरा है। दूर-संचार की तकनीक में प्रगति ने मीडिया का विस्तार बड़ी ही तेज़ी के साथ किया है।अब समाचार केवल परंपरागत माध्यमों से ही नहीं बल्कि नये-नये माध्यमो फेसबुक,ट्विटर आदि के द्वारा भी जनता तक तीव्र गति के साथ आसानी से पहुँच रहे है तथा व्यापक प्रभाव दाल रहे है। हर मीडिया ग्रुप ने इंटरनेट पर अपने अस्तित्व को बनाये रखने के लिए वेब पोर्टल बना रखा है। जनता में भी समाचारों को लेकर रूचि बढ़ी है। आज के युग में प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए सटीक तथा फटाफट ख़बरें ही समाचार पत्र,चैनल या वेब पोर्टल की जीवन रेखा है। ऐसे में "स्वप्निल संसार" की कोशिश है कि हम उन घटनाओं और मुद्दो को प्रमुखता से प्रकाशित करें जिसका असर आम आदमी के जीवन पर सीधा पड़ता हो। "स्वप्निल संसार" हिंदी दैनिक समाचार पत्र प्रातःकालीन व "स्वप्निल संसार" हिंदी साप्ताहिक तथा अंग्रेजी साप्ताहिक-प्रत्येक माह की 07-14 -21 28 तारीख को प्रकाशित होता है।
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कोरोना के इलाज के बारे में एक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें दावा किया गया है कि पॉन्डिचेरी विश्वविद्यालय के एक छात्र ने COVID -19 के लिए एक घरेलू उपाय खोजा है जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने स्वीकार कर लिया है। सोशल मीडिया यूजर्स का यह भी दावा है कि काली मिर्च, शहद, अदरक के इस्तेमाल से कोरोनोवायरस के प्रभाव को कम किया जा सकता है। ऐसा ही एक पोस्ट आप ट्विटर पर भी देख सकते है। सबसे पहले हमने पांडिचेरी विश्वविद्यालय के पीआर अधिकारी महेश से बात की, जिन्होंने कहा कि ये सोशल मीडिया के दावे नकली और भ्रामक हैं। कीवर्ड खोज की मदद से, हमने 16 जुलाई, 2020 को टाइम्स ऑफ इंडिया पर एक लेख पाया, जिसमें दावा किया गया था कि कोरोनावायरस बीमारी को ठीक करने के लिए हल्दी, काली मिर्च या कोई अन्य घरेलू उपाय नकली है। वही टीओआई लेख ने यह भी दावा किया कि कोरोनावायरस बीमारी का कोई एक इलाज नहीं है। हमने डब्ल्यूएचओ पर एक लेख भी मिला जिसमें दावा किया गया है कि ऐसे कोई भी दवा अभी तक कोरोना के लिए नहीं आयी है जो इसके उपचार के लिए सुरक्षित हो और जिसने अभी तक प्रभावी परिणाम दिखाए है। इसके अलावा, हमने Google पर COVID-19 इलाज के लिए काली मिर्च, शहद और अदरक के उपयोग के बारे में खोज की। तब हमे पता चला कि विश्व स्वास्थ्य संगठन गलत सूचना से निपटने के लिए एक अनुभाग (Section) प्रदान करता है। वहां हमने पाया कि कोरोनावायरस बीमारी काली मिर्च या लहसुन से ठीक नहीं हो सकती। इसके अलावा, हमें आयुष मंत्रालय द्वारा COVID 19 संकट के दौरान स्व-देखभाल के लिए आयुर्वेद के प्रतिरक्षा-बढ़ाने के उपायों के कुछ दिशानिर्देश मिले। दिशानिर्देशों में दावा किया गया है कि काली मिर्च, अदरक या शहद का उपयोग केवल प्रतिरक्षा बढ़ाने के लिए किया जा सकता है, इलाज के लिए नहीं। इसके अलावा, डब्ल्यूएचओ ने स्पष्ट रूप से कहा कि COVID- 19 को घरेलु उपचार से रोका जा सकता है लेकिन किसी घरेलू उपचार द्वारा इसे ठीक नहीं किया जा सकता है। इसीलिए हम दावा कर सकते है कि सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट भ्रामक है।
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A password will be e-mailed to you. A password will be e-mailed to you. No menu items! हमारा घर हमारा विद्यालय में बच्चों के घर जाकर हाजिरी दर्ज करेंगे टीचर, No menu items! भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) द्वारा आयोजित राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2019 और 2020 के परीक्षा परिणाम का इंतजार कर रहे छात्रों की बड़ी खबर है। दरअसल राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2019 और राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2020 के परीक्षा परिणाम (Exam Result) 31 दिसंबर से पहले घोषित किए जा सकते हैं। आयोग द्वारा इस के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। रिजल्ट की स्कूटनी का आखिरी दौर चल रहा है। जिसके बाद 28 या 29 दिसंबर तक रिजल्ट की घोषणा की जा सकती है। जानकारी के मुताबिक साढ़े 3 लाख युवाओं का इंतजार जल्द ही खत्म होने वाला है। राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2019 और राज्य सेवा परीक्षा 2020 के परीक्षा परिणाम 3 या 4 दिन के बाद घोषित किए जाएंगे। इस मामले में PSC मुख्यालय में रिजल्ट तैयार करने का कार्य शुरू किया जा चुका है। आखिरी दौर की स्कूटनी पूरी होते ही पीएससी परीक्षा परिणाम घोषित कर सकता है। इस मामले में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के विशेष कर्तव्य अधिकारी रविंद्र पंचभाई का कहना है कि आयोग में परीक्षा परिणाम तैयार करने का काम जारी है। अंतिम दौर की स्क्रुटनी जारी है। जिसके पूरा होने में 2 दिन का समय लग सकता है। वही रिजल्ट पूरा होते ही परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। इससे पहले शिवराज सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए MPPSC में आरक्षण के विवादित नियम को वापस ले लिया था। जिसके बाद रिजल्ट तैयार करने में आ रही सारी परेशानी समाप्त हो गई थी। बता दें कि राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा में 3 लाख 40 हजार से अधिक उम्मीदवारों शामिल हुए थे जबकि राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2019 में 10000 उम्मीदवार शामिल हुए थे। हालांकि ओबीसी आरक्षण पर हो रहे विवाद को देखते हुए PSC द्वारा रिजल्ट की प्रक्रिया को रोक दिया गया था। हालाकि सरकार द्वारा नियम वापस लेने के लिए के बाद यह रास्ता साफ हो गया है। वहीं राज्य सरकार की तरफ से भी कहा गया कि जिन प्रक्रिया में ओबीसी के 27% आरक्षण पर मामला न्यायालय में नहीं है। ऐसे में ओबीसी को 27% आरक्षण लागू किया जा सकता है। जिसके बाद अब जल्द लोक सेवा आयोग द्वारा रिजल्ट की घोषणा की जाएगी। राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2019 में चयनित उम्मीदवार रिजल्ट जारी होने के बाद इंटरव्यू के अंतिम दौर में भाग लेंगे। जबकि राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2020 में सफल हुए उम्मीदवार मुख्य परीक्षा में शामिल होंगे। इससे पहले 27% ओबीसी आरक्षण का पालन का रिजल्ट तैयार करने की बात कही गई थी। वही पीएसीए 27% आरक्षण के साथ ही रुके हुए नतीजे जारी करेगा। ज्ञात हो कि इससे पहले पीएसी ने राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2020 रिजल्ट की घोषणा अक्टूबर में कर दी थी। लेकिन आरक्षण की गणना पर स्थिति स्पष्ट नहीं हुई थी। जिसके कारण से कटऑफ और परिणाम को रोक लिया गया था। हमारे द्वारा प्रकाशित समस्त प्रकार के रोजगार एवं अन्य खबरें संबंधित विभाग की वेबसाइट से प्राप्त की जाती है। कृपया किसी प्रकार के रोजगार या खबर की सत्यता की जांच के लिए संबंधित विभाग की वेबसाइट विजिट करें । अपना मोबाइल नंबर या अन्य कोई व्यक्तिगत जानकारी किसी को भी शेयर न करे ! किसी भी रोजगार के लिए व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगी जाती हैं ! डिजिटल एजुकेशन पोर्टल किसी भी खबर या रोजगार के लिए जवाबदेह नहीं होगा . हमारा मूल उद्देश्य🥇 🎯 🛣️🙎 शिक्षा🎓📚 , 🥈रोजगार एवं 🥉डिजिटल💻 टक्नोलॉजी📲 ह। डिजिटल एजुकेशन पोर्टल टीम द्वारा शैक्षणिक क्षेत्र🏫 म डिजिटल क्रांति📻📺 को बढ़ावा देना एवं इसमें आ रही तकनीकी ⚠️❓समस्याओं 🙇क लिए आवश्यक मार्गदर्शन 🧏दते हुए आप लोगों को दक्ष💪 बनाना तथा रोजगार के लिए भटक रहे युवाओं को सही ☑️☑️✅सटीक एवं योग्यता अनुसार रोजगार की सही सूचनाएं प्रदान करना, शिक्षा विभाग से संबंधित जानकारियां आदेश निर्देश एवं महत्वपूर्ण समाचारों की सही✔️ एवं सटीक💯 जानकारी आप लोगों तक पहुंचाना है। हमारे द्वारा प्रकाशित समस्त प्रकार के रोजगार एवं अन्य खबरें संबंधित विभाग की वेबसाइट से प्राप्त की जाती है। कृपया किसी प्रकार के रोजगार या खबर की सत्यता की जांच के लिए संबंधित विभाग की वेबसाइट विजिट करें डिजिटल एजुकेशन पोर्टल किसी भी खबर या रोजगार के लिए जवाबदेह नहीं होगा।
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बॉलीवुड एक्टर और टीवी अभिनेता सुशांत सिंह की बहन को एक गंभीर बीमारी हो गई है। ऐसे में सुशांत सिंह ने सोशल मीडिया पर मदद की गुहार लगाई है। टीवी पर प्रसारित होने वाले क्राइम शो 'सावधान इंडिया' के होस्ट सुशांत की बहन सोफिया को न्यूरोलॉजिकल डिसॉर्डर CIDP नामक बीमारी है। अभिनेता ने अपनी बहन के साथ एक तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। तस्वीर के साथ अभिनेता ने लिखा, दोस्तों ये मेरी आप सभी से अपील है। मेरी छोटी बहन सोफिया जिसे न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर CIDP हो गया है। यह एक ऑटो इम्यून डिसऑर्डर है। इसका केवल इलाज स्टेरॉयड्स है। लेकिन, ये भी सफल नहीं हो पा रहा। प्लीज आप सभी इसे रीट्वीट करिए ताकि हम सही शख्स तक पहुंच सकें।' सुशांत ने बहन के साथ सेल्फी की एक तस्वीर पोस्ट की है। सुशांत की अपील के बाद कई लोग उनकी मदद को आगे आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अब तक सुशांत के इस पोस्ट को 10 हजार से ज्याद बार रीट्वीट किया जा चुका है।
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मैथ्यू वेड 25(45) एडम जम्पा 4(12) मामले के तूल पकड़ने पर मीनाक्षी लेखी ने सफाई दी है. लेखी ने कहा कि मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया. अगर इससे किसी को ठेस पहुंची है तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं. केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी और सीएम अमरिंदर सिंह (फाइल फोटो). केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी (Meenakshi Lekhi) के केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों (Farmers Protest) को लेकर इस्तेमाल किए गए एक शब्द पर बवाल खड़ा हो गया है. जिस पर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (CM Amarinder Singh) ने लेखी से तत्काल इस्तीफे की मांग की है. मीनाक्षी लेखी ने एक बयान में किसानों को 'मवाली' कह दिया था (Controversial Comment on Farmers), जिसके बाद हंगामा हो गया. पिछले लगभग आठ महीनों से केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता की आलोचना करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पार्टी की 'किसान विरोधी' मानसिकता को दर्शाता है. अमरिंदर सिंह ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि सत्ताधारी पार्टी (बीजेपी) द्वारा असहमति और विरोध की सभी आवाजों को 'दबाने' के कथित शर्मनाक प्रयासों को देखते हुए, यह स्पष्ट हो गया है कि केंद्र किसानों की भावना को तोड़ने में विफल रहा है. वहीं मामले के तूल पकड़ने पर बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी ने सफाई दी है. लेखी ने बयान जारी करते हुए कहा कि मेरे शब्दों को तोड़ा मरोड़ा गया है अगर इससे किसी को ठेस पहुंची है तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं. दरअसल गुरुवार को किसान विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित हिंसा की घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर लेखी ने प्रदर्शनकारी यूनियनों को "मवाली" बताकर उनकी निंदा की थी. जिसपर उनकी काफी आलोचना हो रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जंतर मंतर पर किसानों के प्रदर्शन के दौरान पत्रकार पर हमला निंदनीय है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. अमरिंदर सिंह ने कहा लेकिन केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी की प्रतिक्रिया पूरी तरह से अनुचित और भड़काऊ थी. उन्होंने कहा कि लेखी को इस तरह से किसानों को 'बदनाम' करने का कोई अधिकार नहीं है.
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सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद ने आम माफ़ी देने की घोषणा की है. राष्ट्रपति की इस घोषणा में कहा गया है कि 31 मई से पहले किए गए किसी भी अपराध के लिए ये माफ़ी दी जाएगी और ये सभी राजनीतिक दलों के लिए लागू होगी जिसमें प्रतिबंधित संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड शामिल है. राष्ट्रपति की ये घोषणा पिछले कई महीनों से उनकी सरकार के ख़िलाफ़ चल रहे प्रदर्शनों के बाद आई है. कहा जा रहा है कि इन प्रदर्शनों के दौरान अब तक एक हज़ार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और कोई दस हज़ार लोग गिरफ़्तार किए जा चुके हैं. सरकार ने कुछ और राजनीतिक रियायतों की भी घोषणा की है लेकिन विपक्षी नेताओं सरकार के इस प्रस्ताव को तुरंत ख़ारिज कर दिया है और कहा है कि ये सतही कार्रवाई है. "हम इस नारे के साथ एकजुट हैं कि लोग इस सरकार का पतन चाहते हैं और वो सभी लोग जिन्होंने अपराध किए हैं उन्हें सज़ा दी जाएगी." सीरिया में मौजूद एक ब्रितानी पत्रकार ने कहा है कि राष्ट्रपति का ये आदेश शायद उन हज़ारों प्रदर्शनकारियों पर लागू नहीं होगा जो हाल ही में गिरफ़्तार किए गए हैं. तुर्की में एक सम्मेलन के लिए एकत्रित हुए सीरियाई कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति असद की आममाफ़ी की घोषणा को ख़ारिज कर दिया है और इसे 'ये बहुत देर से बहुत कम' क़रार दिया है. एक कार्यकर्ता अब्दुल रज़्ज़ाक ईद ने कहा है, "ये पर्याप्त नहीं है." उन्होंने कहा, "हम इस नारे के साथ एकजुट हैं कि लोग इस सरकार का पतन चाहते हैं और वो सभी लोग जिन्होंने अपराध किए हैं उन्हें सज़ा दी जाएगी." एक और कार्यकर्ता मोहम्मद अब्दुल्लाह ने कहा है कि आममाफ़ी की घोषणा सरकार की कमज़ोरी को उजागर करती है. 'ठोस कार्रवाई की ज़रुरत' आम माफ़ी की घोषणा ऐसे समय में हुई है जब ये ख़बरें आ रही हैं कि सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुए संघर्ष में तीन और लोगों की मौत हुई है और कम से कम दो शहरों में प्रदर्शनों के बीच टैंक घूम रहे हैं. इस बीच अमरीकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि राष्ट्रपति के रूप में बशर की स्थिति दिन-ब-दिन कमज़ोर होती जा रही है. उन्होंने कहा है, "राष्ट्रपति बशर ने अब तक सुधार के गंभीर प्रयास नहीं किए हैं और ऐसे में सीरियाई लोगों की परिवर्तन की मांग तेज़ होती जाएगी." जबकि अमरीकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मार्क टोनर ने इस घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि राष्ट्रपति असद को ठोस क़दम उठाने होंगे. उन्होंने कहा, "उन्होंने हाल के हफ़्तों और महीनों में बहुत कुछ कहा है लेकिन हमने ठोस कार्रवाइयाँ बहुत कम देखी हैं."
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मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज की अकादमी संगठन में शामिल होने के लिए 819 कलाकारों और अधिकारियों को आमंत्रित कर रही है, जिन्होंने नाट्य गति चित्रों के लिए अपने योगदान से खुद को प्रतिष्ठित किया है। हर साल, भारतीय हस्तियों के एक समूह को नए सदस्य बनने के लिए आमंत्रित किया जाता है। अभिनेताओं में से, आलिया भट्ट और ऋतिक रोशन को निमंत्रण भेजा गया है। अकादमी ने फिल्मों में आलिया के शानदार काम को मान्यता दी है गली बॉय तथा Raazi। ऋतिक रोशन को जोधा अकबर और सुपर 30 में उनके काम के लिए पहचाना गया है। अकादमी पुरस्कार विजेता फिल्म परजीवी अभिनेता पार्क सो-डैम, चोई वू-शिक, ली जंग-यूं, जो यिओ-जियोंग, जंग हाइ-जिन भी नए सदस्यों में से हैं। फ्लोरेंस पुघ, ज़ेंडया, अक्वावाफिना, ज़ाज़ी बीट्स, ईवा लॉन्गोरिया, कॉन्स्टेंस वू, जॉन डेविड वाशिंगटन हॉलीवुड हस्तियों में से कुछ नाम हैं। कास्टिंग डायरेक्टर नंदिनी श्रीकांत जिन्होंने कास्टिंग की पाई का जिवन तथा गली बॉय, कॉस्टयूम डिजाइनर नीता लुल्ला, वृत्तचित्र निर्देशक निष्ठ जैन (गुलाबी गैंग, लक्ष्मी और मैं), अमित मधेशिया (द ऑवर ऑफ लिंचिंग, द सिनेमा ट्रैवलर्स), निर्माता प्रिया स्वामीनाथन, संगीत निर्माता नैनीता देसाई (द कारण आई जंप, फॉर समा), वीएफएक्स पर्यवेक्षक विशाल आनंद (भारत, युद्ध) द अकादमी में नए भारतीय सदस्यों में से कुछ हैं। 2020 वर्ग 45% महिलाएं हैं, 36% ने जातीय / नस्लीय समुदायों को और 49 देशों के 49% को कम करके आंका है। 15 विजेताओं और वैज्ञानिक और तकनीकी पुरस्कार के पांच प्राप्तकर्ताओं सहित 75 ऑस्कर® नामांकित व्यक्ति हैं। जो लोग निमंत्रण स्वीकार करते हैं, वे 2020 में अकादमी की सदस्यता के लिए एकमात्र जोड़ होंगे। "मोशन पिक्चर आर्ट्स और साइंस में इन प्रतिष्ठित साथी यात्रियों का स्वागत करने के लिए अकादमी को खुशी हुई है। एकेडमी के अध्यक्ष डेविड रुबिन ने एक बयान में कहा, हमने हमेशा असाधारण प्रतिभा को अपनाया है जो हमारे वैश्विक फिल्म समुदाय की समृद्ध विविधता को दर्शाता है, और अब से अधिक कभी नहीं। अकादमी पुरस्कार 2021 25 अप्रैल, 2021 को होगा।
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रूपसाहि रीतिकाल के रीतिग्रंथकार कवि हैं। ये बागमहल पन्ना (बुंदेलखंड) के रहनेवाले और जाति के गुनियार कायस्थ थे। इनके पिता का नाम कमलनैन तथा पितामह का शिवराम था। इनके आश्रयदाता थे छत्रसालवंशीय महाराज हिंदूपति सिंह (सं. 1815-1834 वि.)। कवि ने इन्हीं के प्रीत्यर्थ अपने प्रसिद्ध ग्रंथ 'रूपविलास' की रचना की, जिसकी समाप्ति 4 सितंबर सन् 1756 ई. को हुई थी। नागरीप्रचारिणी सभा, काशी के याज्ञिक संग्रहालय में इसकी एक हस्तलिखित प्रति वर्तमान है। पूरे ग्रंथ में 900 दोहे हैं और वह 14 'विलासों' में विभक्त है। यह रीतिग्रंथ काव्य के सर्वांग (विविधांग) पर विचार करता है- काव्यलक्षण, छंद (पिंगल), नौ रस, नायक नायिका, अलंकार और षड्ऋतु, आदि आदि। अलंकारों के वर्णन में कवि ने, 'भाषाभूषण' की परिपाटी को ग्रहण कर लक्षण और उदाहरण एक ही दोहे में दिए है। दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि इन्होंने अनेक काव्यवृत्तियों को विभिन्न रसों का समर्वाय माना है। इस प्रकार, कवि का कृतित्व जितना काव्यशास्त्रीय विवेचन की दृष्टि से महत्व का है उतना कवित्व के विचार से नहीं।
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बिहार में बांका जिले के चांदन में स्थित भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की शाखा से अज्ञात अपराधियों ने शुक्रवार को करीब 39 लाख रुपये लूट लिए. इसके बाद वे वहां से फरार हो गए. लुटेरों ने जाते-जाते सीसीटीवी कैमरों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया, ताकि उनकी पहचान न हो सके. पुलिस लूटेरों की तलाश कर रही है. जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को बैंक खुलने के तत्काल बाद बाइक सवार पांच-छह अपराधी बैंक में घुस गए. हथियारों के बल पर बैंक के सुरक्षा गार्ड और बैंककर्मियों को अपने कब्जे में कर लिया. इसके बाद लुटेरे बैंक के लॉकर की चाबी छीनकर 39 लाख रुपये लूटकर मोटरसाइकिल से ही जंगल की ओर फरार हो गए. इस वारदात की सूचना के बाद पुलिस के आलाधिकारियों ने घटना स्थल पर पहुंचकर बैंक अधिकारियों से पूछताछ की. पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि जिले से बाहर निकलने वाले सभी रास्तों पर वाहनों की तलाशी ली जा रही है. लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. पूरे मामले की छानबीन जारी है. बताते चलें कि बिहार में बैंक में लूटपाट की वारदात लगातार हो रही है. इससे पहले सात फरवरी को हजारीबाग के इचाक में इलाहाबाद बैंक की शाखा से 21 लाख रुपये हथियार के बल पर लूट लिए गए थे. हालांकि, सीसीटीवी फुटेज से लुटेरों की पहचान हो गई थी. एसपी ने बताया कि खुलासे के लिए आठ टीमों को लगाया गया था.
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भारतीय प्रेस उस स्थिति का विश्लेषण कर रहा है जिसमें चीन ने लद्दाख के ऊंचाई वाले क्षेत्र में भारत से लगी अपनी मुख्य सेनाओं और संपत्तियों को वापस लेने का फैसला किया। सबसे पहले, पैंगोंग झील से सैनिकों की वापसी हुई। याद करें कि भारत और चीन के सीमा प्रहरियों के बीच झड़प के बाद इस क्षेत्र में चीनी सैनिकों को तैनात किया गया था, जिसके परिणामस्वरूप यह पत्थर और लाठी के उपयोग के लिए आया था। प्रत्येक पक्ष ने अपने पड़ोसी पर उकसाने का आरोप लगाया और अपने प्रभावशाली बलों को क्षेत्र में भेज दिया। कुछ दिनों पहले, चीनी सेना ने भारतीय सेना और विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधियों के साथ 10 दौर की वार्ता के बाद पैंगोंग झील से अपनी सेना और संसाधनों को वापस ले लिया। भारत ने भी यही कदम उठाया है। अब प्रेस ऑफ इंडिया में ऐसी सामग्री दिखाई देने लगी जिसमें अजीब निष्कर्ष निकाले जाते हैं। उदाहरण के लिए, भारतीय पर्यवेक्षक योगेश गुप्ता का मानना है कि लद्दाख में पैंगोंग झील के किनारे से पीएलए सैनिकों की वापसी "संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके सहयोगियों से उस पर बढ़ते दबाव के साथ जुड़ी हुई है, जिसमें भारत भी शामिल है।" भारतीय पर्यवेक्षक के अनुसार, "चीन अलग-अलग दिशाओं में दबाव में है और भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच गठबंधन के कारण, और फिर उसे अपने सैनिकों को वापस लेने के लिए मजबूर किया गया ताकि भारत के साथ टकराव इसके लिए महत्वपूर्ण न बने।" भारतीय प्रेस में सामग्री सेः भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने चीन को स्पष्ट कर दिया है कि भारत इस क्षेत्र पर कब्जा करने की अनुमति नहीं देगा और वह लद्दाख में बीजिंग के सैन्य लाभ को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। अधिकारी ने कहा कि पैंगोंग झील के किनारे से चीनी सैनिकों की वापसी लद्दाख में चीन के साथ शेष समस्याओं को हल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहला कदम है। दूसरे शब्दों में, इस मामले में, भारत खुद को विजेताओं के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहा है, इसके अलावा, "संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ गठबंधन" का उल्लेख करता है, जो कथित रूप से इस कारण बन गया कि चीन ने विवादित क्षेत्र से अपने सैनिकों को वापस ले लिया। तथ्य यह है कि एक राजनयिक प्रकृति के संयुक्त काम को अंजाम दिया गया था, जिसके परिणामस्वरूप सैनिकों को भारत द्वारा ही वापस ले लिया गया था, इस बार इस देश के प्रेस में उल्लेख नहीं करने का निर्णय लिया गया था। भारतीय आत्म-दंभ और छाती पर एड़ी की चोट को अपने मीडिया में भी चीनी प्रचार से परे रखा गया है। और इस मामले में, यह यूक्रेनी विदेश मंत्रालय देता है, और दृढ़ता से (नाक को ढंकने के लिए)। खैर, ये उनकी आंतरिक समस्याएं हैं, इसलिए उन्हें शूट करने के बजाय मीडिया में एक-दूसरे को कुल्ला करने देना बेहतर है। कुछ दिनों पहले, चीनी सेना ने भारतीय सेना और विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधियों के साथ 10 दौर की वार्ता के बाद पैंगोंग झील से अपनी सेना और संसाधनों को वापस ले लिया। भारत ने भी यही कदम उठाया है। 1. पीआरसी के कम्युनिस्ट दुनिया के पूंजीवादी देश नहीं हैं, जो भारत है। और वे पूंजीपतियों के रक्तपात से पीड़ित नहीं हैं। 2. पैंगोंग के पास PRC कैसे दिखाई दिया? श्रमिकों ने वहां एक सड़क बनाई और देश के बुनियादी ढांचे को विकसित करना शुरू किया। और सेना उनके बचाव में आई। 3. पीआरसी की सेना भारतीय सेना के लिए गुणात्मक और मात्रात्मक रूप से बेहतर है। प्रेरणा का उल्लेख नहीं। हाँ, चीन ने वियतनाम पर आक्रमण नहीं किया)))) और "रक्तपात" के बारे में पूँजीपति कम्युनिस्टों से बहुत दूर हैं। हिंदुओं ने फिर से गर्व के साथ कहा। जैसा कि "पाक" के साथ, विमान खो गया था, लेकिन फिर भी जीत गया। चीन के पास अभी तक भारत के लिए कोई समय नहीं है ... दक्षिण पूर्व एशिया को अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। हैलो दो-गलियारा शिक्षा प्रणाली! सैकड़ों लाखों हल्के प्रशिक्षित उपभोक्ता और इस तरह के विधर्मी नहीं बेचे जा सकते हैं। यह मुझे क्या याद दिलाता है; हां मैं हूं, हां हम; संक्षेप में, पूरी दुनिया हमारे साथ है! तो संयुक्त राज्य अमेरिका में सभी के लिए पर्याप्त "बिस्तर" नहीं होगा। ऐसा पेज! और सभी को गर्व है कि विदेशी मालिक ने उसे अपने पैर पर जाने दिया और कान के पीछे उसे खरोंच दिया। आपका गौरव, प्राचीन राष्ट्र कहाँ है ..? शुद्ध रूप से अपनी आबादी के लिए सामान्य बकबक। चीन में, वे शायद अपने स्वयं के उच्चारण के साथ भी ऐसा करते हैं। हर कोई ऐसा करता है। वहां पत्थर खत्म हो गए हैं, चीनियों को हिंदुओं के खिलाफ "बचाव" करने के लिए कुछ भी नहीं है, और पहाड़ों में रसद के साथ मुश्किल है, पत्थरों से भरे चीनी डंप ट्रक पहाड़ों पर नहीं चढ़ सकते। ।। टर्की के लिए यह और भी मुश्किल है, यह बर्फ और बर्फ पर नृत्य करने के लिए असुविधाजनक है, और युद्ध के हाथी भोजन को खींच नहीं सकते हैं। शायद सामान्य ज्ञान प्रबल? आपको अधिक विनम्र होना होगा, बातचीत की मेज पर समस्याओं को हल करना होगा, और पड़ोसियों के साथ बट नहीं करना चाहिए, कुछ की खुशी के लिए जो निश्चित रूप से आपकी परवाह नहीं करते हैं। हमेशा और हर जगह, हां मैं हूं, हां हम हैं, हां हम उनके साथ हैं। अगर भारतीयों के धारीदार के नीचे झूठ है तो यह अफ़सोस की बात होगी। ठीक है, हां, जैसे कि अर्मेनियाई रेडियो ने घोषणा की कि स्टीफनकैर्ट से अजरबैजान सैनिकों की वापसी अर्मेनिया के लिए एक महान सैन्य जीत है, और अजरबैजान अर्मेनिया और रूस के मिलन से डरता था, हालांकि हर कोई जो कम से कम एक गीयर का परिणाम समझता है अंतिम करबख युद्ध। इसलिए यह कथन उस कथन की सच्चाई के और भी करीब है जो संयुक्त राज्य अमेरिका भारत का सहयोगी है। हिंदुओं को यह ध्यान रखने की आवश्यकता है कि संयुक्त राज्य अमेरिका के किसी भी सहयोगी, गद्दे की आवश्यकता केवल इसलिए है कि वे अमेरिकी हितों के नाम पर मोर्चों पर मरने वाले पहले व्यक्ति होंगे। वे अभी भी "दोस्त" हैं।
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गाजियाबाद। अगर आपने अभी अक अपना आधार कार्ड अपडेट नहीं कराया है तो तुरंत इसे अपडेट करा लें। क्योंकि आधार कार्ड को अपडेट कराना जल्द ही महंगा होने जा रहा है। यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) ने आधार की अपडेट फी पर 18 % जीएसटी लगाने का फैसला किया है। इस फैसले के बाद आधार की डीटेल्स अपडेट कराना 5 रुपये मंहगा हो जाएगा। गौरतलब है कि वर्तमान में आधार अपडेट की फी 25 रुपये है, 18 % जीएसटी लगाने के बाद इसकी कुल फी 30 रुपये हो जाएगी। केवल डीटेल्स अपडेट कराने पर ही जीएसटी देना होगा, इस बात की जानकारी यूआईडीएआई ने अपने ट्विटर हैंडल पर दी। आधार में नाम दर्ज कराने पर किसी भी तरह का जीएसटी नहीं देना होगा, इसलिए आधार में नाम दर्ज कराना मंहगा नहीं होने जा रहा है। एक सीनियर अधिकारी ने बताया, आधार में नाम, जन्मतिथि, पता, लिंग, मोबाइल नंबर, ईमेल अड्रेस जैसी डीटेल्स को अपडेट करने लिए अब 18 फीसदी जीएसटी देना होगा। वर्तमान में इसके लिए 25 रुपये की फी वसूल की जाती है। 18 फीसदी जीएसटी का मतलब 4.50 रुपये। इसलिए किसी भी तरह की दिक्कत से बचने के लिए इसे सीधे 5 रुपये कर दिया गया है। अब आधार अपडेट की कुल फी 30 रुपये हो जाएगी। आधार कार्ड अपडेट किए जाने के मामले में गाजियाबाद के एडीएम ज्ञानेंद्र सिंह वर्मा ने बताया कि अभी तक उनके पास इस तरह का कोई जिओ नहीं आया है। लेकिन जो भी जीओ आएगा उसके बाद ही इस रेट को लागू किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, इस नियम को अगले सप्ताह से लागू करने की योजना है, क्योंकि ज्यादातर मशीने अभी तकनीकी खराबी की वजह से बंद पड़ी हुई हैं। बता दें कि यूआईडीएआई ने आधार से जुड़ी शिकायतों के लिए एक टॉल फ्री नंबर 1947 जारी किया है, इसपर आप आधार अपडेट के लिए ज्याद चार्ज वसूले जाने की शिकायत कर सकते हैं।
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महर्षि अरविन्द ने 1926 ई० में कलकत्ता में हुए हिन्दू-मुस्लिम दंगो के पश्चात् एक बात कही थी,"हिन्दू-मुस्लिम एकता की दीवार हमेशा हिंदुओं के अधिकारों की बलिवेदी पर नहीं खड़ी हो सकती, अगर हिंदुओं को मुसलमानों के साथ एक ही राष्ट्र में रहना है तो किसी भी प्रकार उनका उनके धर्म पर अंधविश्वास कम करना होगा"। 1946 ई० में मुहम्मद अली ज़िन्ना के 'डायरेक्ट एक्शन डे' के एलान ने कहीं न कहीं महर्षि अरविन्द के इस डर और चेतावनी को सार्थक कर दिया। एक व्यक्ति के कहने मात्र से लाखों- लाख मुस्लिम खड़े हो उठे और उन्ही हिंदुओं की हत्या की जो दशकों से उनके साथ रह भाईचारे और साम्प्रदायिकता की बात करते थे। लाखों-लाख हिंदुओं की नृशंष हत्या की गयी, और इन सब हत्याओं और उन्माद का एकमात्र लक्ष्य था, एक मुस्लिम राष्ट्र की स्थापना। मुस्लिमों से डर का मुख्य कारण यह नही है कि वो कट्टर है और उनकी अपने धर्म के प्रति अगाध श्रद्धा है। उनसे डरने की मुख्य वजह है, उनका राष्ट्र और धर्म में, धर्म के प्रति ज्यादा झुकाव। उनका उन मुस्लिम राष्ट्रों के प्रति ज्यादा झुकाव जो कहीं न कहीं हमारे स्वयं के राष्ट्र की संप्रभुता और अखंडता के लिए खतरा हैं। उनके इसी अन्धविश्वास का लाभ उठा पडोसी मुल्क हमारे यहाँ आतंकवाद और साम्प्रदायिक दंगो का ज़हर घोलते रहे हैं। आज जब हम अपने वर्तमान राष्ट्रिय परिदृश्य पर नज़र डालते हैं तो हमें ज्ञात होता है कि आज़ादी के समय लिए हमारे कुछ निर्णयों के दुष्परिणामों से हमारा समाज और राष्ट्र आज तक जूझ रहे हैं और आने वाले समय में यह समस्याएँ हमारे राष्ट्र की संप्रभुता और अखंडता के लिए और बड़ी चुनौती बन कर उभरने वाली हैं। मौजूदा समय में उठ रही शरिया अदालत की मांग भी उन्ही कुछ ज़िहादी और धर्मांध गतिविधियों में से एक है जो धर्म विशेष को राष्ट्र के संविधान और कानून से अलग फैसले करने का हक़ प्रदान कर देगी। क्या एक ही राष्ट्र में दो प्रकार के नागरिक कानूनों का होना तर्कसंगत है? क्या यह मांग हमारे देश को नागरिक कानूनों के धरातल पर दो फांकों में विभाजित करने की साज़िश नहीं है? ज्यादा विचलित करने की बात तो यह है कि तमाम मुस्लिम संगठन, और मुस्लिम बुद्धिजीवी सरकार द्वारा इस मांग के ना माने जाने पर पुनः एक अलग राष्ट्र देने की वकालत तक कर चुके हैं। अगर हम इन मुद्दों की तह में जाए तो हमे वहां वहीँ धर्मांध विचारधारा मिलेगी जिसके लिए राष्ट्र, धर्मनिर्पेक्षिता, सहिष्णुता जैसे विचार कोई मायने नहीं रखते। अगर हम भारत सरकार के लिए नासूर बन चुकी कश्मीर समस्या का अध्ययन करें तो हमे पता चलेगा कि नब्बे प्रतिशत पत्थरबाज़ी की घटनायें जुम्मे की नमाज़ के बाद ही होती हैं। क्या कोई और धर्म अपने अनुयायियों को अपने ही राष्ट्र के सैनिकों के ऊपर पथरबाज़ी की सीख देगा? कदापि नहीं। और इस मसले की तह में भी वहीँ धर्मान्धता है जो सैकड़ों वर्षों से किसी न किसी प्रकार राष्ट्र को विखंडित करती आई है। 1857 ई० के स्वतंत्रता संग्राम में विद्रोही हिन्दु राजाओं की सेनाओं ने, बहादुर शाह ज़फर को अपना राजा मान अंग्रेजों के खिलाफ बगावत की। क्या वो बहादुर शाह ज़फर के पूर्वजों के द्वारा हिंदुओं पर किये गए कृत्यों और ज़ुल्मों को भूल गए थे? कदापि नहीं। बल्कि यह उनकी धर्मनिर्पेक्षिता थी जिससे उन्होंने एक मुसलमान को अपना राजा माना था। वर्तमान समय में राष्ट्रहित और स्वयं के हित के बीच टकराव की यह समस्या सिर्फ मुसलमानो तक सिमित नहीं रही है। अभी कुछ दिनों पहले जिस प्रकार ईसाई मिशनरियाँ, विदेशों से आ रही गैरकानूनी फंडिंग बंद हो जाने पर मौजूदा सरकार का मुखर रूप से विरोध कर रही थी, वह भी कहीं न कही उनके धर्म प्रेम को राष्ट्रहित से ज्यादा महत्वपूर्ण बताने के लिए काफी था। आज की हमारी यह समस्याएं गांधी-नेहरू के उन्ही सिद्धान्तों की दें है, जिनमे उन्होंने दूसरे समाज विशेष की जरूरतों को कुचलकर बार-बार मुसलमानों और उस समाज के बीच के टूटे हुए धागे को गाँठ से जोड़ने पर बल दिया, ना कि उस धर्मांध मानसिकता पर लगाम लगाने पर, जो तब एक अलग राष्ट्र लेकर भी शांत नही हुयी और आज भी समय समय पर एक काले सर्प की भाँती अलग राष्ट्र की मांग का ज़हर उगलती रहती है। अब समय आ गया है कि सरकारें अपने सिद्धान्तों को बदले और किसी भी धर्म विशेष की ऐसी ज़िहादी मानसिकता को कड़े से कड़े फैसले लेकर अंकुश लगाने का कार्य करें। एक उज्जवल और विकसित राष्ट्र के निर्माण के लिए सबसे जरूरी होता है, वहां के लोगों में राष्ट्र प्रथम की भावना का विद्यमान होना। Featured image courtesy: The Counter Jihad Report. राष्ट्रोदय के लिए प्रयासरत एक युवा। Latest posts by Yashpal Singh (see all)
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तानाजी : द अनसंग वारियर अजय देवगन के कैरियर की 100वीं फिल्म है और उनकी 100 वीं फिल्म ने 100 करोड़ का बिजनेस कर तहलका मचा दिया. हर गुजरते दिन के साथ तानाजी बॉक्स ऑफिस पर नए नए कीर्तिमान बनाते जा रही है. बुधवार को तो फिल्म ने गज़ब रिकॉर्ड बना दिया. मकर संक्रांति के अवसर पर बुधवार को फिल्म ने 16.72 करोड़ का बिजनेस किया. फिल्म के रिलीज हुए ६ दिन हो चुके हैं. सबसे दिलचस्प बात तो ये है कि रिलीज के छठे दिन फिल्म का बिजनेस पहले दिन से भी ज्यादा रहा. पहले दिन फिल्म ने 15.10 करोड़ की ओपनिंग ली थी. फिल्म का अब तक का कुल कलेक्शन 107.68 करोड़ हो चूका है. तानाजी : द अनसंग वारियर साल 2020 की पहली 100 करोड़ फिल्म बन चुकी है. गुरुवार को फिल्म के रिलीज हुए 7 दिन हो रहे हैं. जिस रफ़्तार से ये फिल्म कमाई कर रही है उससे ये बात साफ़ हो गई है कि पहले हफ्ते में फिल्म आराम से 120 करोड़ का बिजनेस कर लेगी. दूसरी तरफ छपाक अब भी 26.53 करोड़ पर अटकी हुई है. फिल्म ने बुधवार को 2.61 करोड़ का बिजनेस किया. हालाँकि सोमवार के मुकाबले फिल्म के बिजनेस में थोड़ी बढ़ोतरी हुई लेकिन ये बढ़ोतरी महज कुछ लाख में थी. अब भी फिल्म अपना बजट निकालने से 8 करोड़ रुपये की दूरी पर पर है. अब ऐसा लग रहा है कि फिल्म जैसे तैसे अपनी लागत तो निकाल लेगी लेकिन जिस उम्मीद के साथ दीपिका JNU गईं थी वो पूरी होती नज़र नहीं आ रही.
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नाहन। सिरमौरी गबरू सुनील शर्मा अब ब्राजील में होने वाली अल्ट्रा मेराथन में दौड़ लगाएगा, जिसके लिए सुनील रविवार दोपहर एयर इंडिया की फ्लाइट से ब्राजील के लिए रवाना होंगे, जहां वह पहली से 3 फरवरी तक होने वाली अल्ट्रा मेराथन फार 135 माइल्स में हिस्सा लेंगे। ब्राजील में 135 माइल्स यानी 217 किलोमीटर की दौड़ को 48 घंटे से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। भारत से सुनील के साथ मुबंई के बृजमोहन शर्मा भी इस मेराथन में हिस्सा लेंगे। ब्राजील ने भारत से दो धावकों को इस अल्ट्रा मेराथन में हिस्सा लेने के लिए हरी झंडी दी है।बता दें कि ब्राजील में वर्ल्ड के कुल 175 धावक अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाएंगे। शुगलू ग्रुप ने सुनील को स्पांसर किया है। हाल ही में शुगलू ग्रुप के साथ सुनील का पांच साल का कांट्रेक्ट साइन हुआ है। सुनील शुगलू ग्रुप के ब्रांड एंबेसडर भी हैं। सुनील के ब्राजील जाने के लिए टिकट का प्रबंध करने से लेकर अन्य सारी सुविधाओं पर शुगलू ग्रुप के सीईओ एलडी शर्मा सारा खर्च वहन कर रहे हैं। सिरमौरी लाल सुनील ने द ग्रेट इंडिया रन में इंडिया गेट से गेट-वे आफ इंडिया तक 1480 किलोमीटर दौड़ लगाई थी। यह देश की पहली मल्टी सिटी मैराथन थी, जिसे द ग्रेट इंडिया रन का नाम दिया गया था। हाल ही में सुनील ने दिल्ली के जवाहरलाल स्टेडियम में हिस्सा लिया था। रेणुका विधानसभा के माइना गांव के रहने वाले सुनील शर्मा ने 22 मार्च 2015 को चंडीगढ़ से रेणुका तक 127 किलोमीटर लंबी दौड़ 13 घंटे 55 मिनट में पूरी की थी। इसके बाद उन्होंने चंडीगढ़ से दिल्ली के लिए दौड़ लगाई। सुनील ने इस दौड़ में 250 किलोमीटर का सफर 38 घंटे 25 मिनट में तय किया। सुनील हाई अल्टीट्यूड कारगिल व लद्दाख में भी दौड़ लगा चुके है। इसके अलावा भी वह कई दौड़ प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेकर कई रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं।
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Gilchrist Praised Rishabh Pant: एडम गिलक्रिस्ट को विकेटकीपिंग की दशा और दिशा बदलने वाला खिलाड़ी कहा जाता है। न सिर्फ विकेट के पीछे उन्होंने कमाल किया बल्कि बतौर बल्लेबाज भी नए पैमाने तय किए। ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में अपनी विकेटकीपिंग से सभी को प्रभावित किया। चेन्नै (India vs England Chennai Test) की इस घूमती विकेट पर पंत ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने पहली पारी में दो बढ़िया कैच लपके और साथ ही चौथे दिन दो स्टंप किए। पंत के इस खेल ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट (Adam Gilchrist) को भी प्रभावित किया। गिलक्रिस्ट ने पंत की तारीफ करते हुए ट्वीट किया, 'कल फोक्स की बारी थी, आज पंत की।' इसके साथ गिलक्रिस्ट ने पंत की वह तस्वीर भी पोस्ट की जिसमें वह फुर्ती दिखाते हुए डेम लॉरेंस को आउट कर रहे हैं। पंत ने इसके बाद बुधवार को गिलक्रिस्ट का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने जवाब दिया, 'शुक्रिया, आपका ऐसा कहना बहुत मायने रखता है।' पंत ने को अकसर उनकी खराब विकेटकीपिंग के लिए निशाने पर लिया जाता रहा है लेकिन 23 वर्षीय इस खिलाड़ी ने एमए चिदंबरम स्टेडियम (MA Chidambaram Stadium) में विकेट के पीछे गजब का प्रदर्शन किया। पंत को पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के पहले टेस्ट मैच में मौका नहीं दिया गया था। इसके बाद से वह लगातार प्लेइंग इलेवन का हिस्सा हैं। ऑस्ट्रेलिया में भारत की सीरीज जीत में बाएं हाथ के इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने अहम किरदार निभाया था। उन्होंने बॉर्डर-गावसकर ट्रोफी के आखिरी दो मैचों में बल्ले से बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था। उन्होंने पहले सिडनी टेस्ट में काउंटर अटैक की पारी खेलकर ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर धकेला। वह जब तक क्रीज पर रहे भारत के लिए जीत की उम्मीद कायम रही। उनके आउट होने के बाद रविचंद्रन अश्विन और हनुमा विहारी ने भारतीय टीम के लिए मैच ड्रॉ करवाया। इसके बाद ब्रिसबेन में पंत ने 89 रनों की नाबाद पारी खेलकर भारतीय टीम को ऐतिहासिक जीत दिलवाई। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस सीरीज में उन्होंने 274 रन बनाए। इंग्लैंड के खिलाफ जारी सीरीज में वह दो हाफ सेंचुरी की मदद से 168 रन बना चुके हैं। शेयर न्यूजकोरोना के घटते मामले देख खिले घरेलू निवेशकों के चेहरे, जानिए एक ही दिन में शेयर बाजार में लगा दिए कितने रुपये!
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स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) से कहा, "जब भी हवा चलती है, तो घर के अंदर तक बदबू आती है. साथ ही इस प्लांट (Plant) की वजह से मक्खियां और मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने शनिवार को अपने विधानसभा क्षेत्र नई दिल्ली का दौरा किया. मुख्यमंत्री ने इस दौरान अधिकारियों को गोल मार्केट कंपोस्ट प्लांट (Gole Market Compost Plant) से बदबू दूर करने के लिए 20 अगस्त तक का समय दिया है, नहीं तो यह प्लांट बंद कर दिया जाएगा. लोगों ने इस दौरान पानी की कमी और बिजली कटौती की समस्या भी मुख्यमंत्री के सामने रखी. मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के लोगों की समस्याएं सुनी और NDMC अधिकारियों को उसका तुरंत हल निकालने के आदेश दिए. CM अरविंद केजरीवाल ने गोल मार्केट के सेक्टर-4 में बनाए गए NDMC के कंपोस्ट प्लांट का दौरा भी किया. यहां लोगों ने शिकायत की कि प्लांट से बदबू आती है और मच्छर-मक्खियों से वे परेशान हैं. केजरीवाल ने स्थानीय लोगों से इस समस्या का जल्द समाधान का आश्वासन दिया. मुख्यमंत्री ने कहा, "आज अपने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र के गोल मार्केट इलाके का दौरा किया. स्थानीय लोगों की समस्याओं पर अफसरों को तुरंत कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं." दरअसल, NDMC ने करीब एक साल पहले भारती पब्लिक स्कूल के पीछे नर्सरी में कंपोस्ट प्लांट लगाया है. इस प्लांट में किचन के गीले कूड़े को लाया जाता है और उससे कंपोस्ट खाद बनाई जाती है, जो बाद में पौधों में देने के काम आती है. 'हवा चलने पर आती है तेज बदबू' स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री से कहा, "इस प्लांट की बदबू से गोल मार्केट में स्थित सेक्टर-4 के ब्लॉक संख्या 39 से 69 के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. जब भी हवा चलती है, तो घर के अंदर तक बदबू आती है. साथ ही इस प्लांट की वजह से मक्खियां और मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है. इस प्लांट से बदबू दूर करने या हटाने के लिए अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हो पाई." गोल मार्केट के सेक्टर-4 में आयोजित एक अन्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने एक पार्क में औषधीय पौधा (Medicinal Plant) लगाया और उस क्षेत्र की सभी RWA पदाधिकारियों की समस्याएं सुनी. इस दौरान RWA ने पेयजल की कमी, बिजली कटौती और पेड़ों की कटाई-छटाई नहीं होने की समस्या रखी. केजरीवाल ने कहा, "NDMC के अधिकारियों ने 10 दिन का समय मांगा है. अगर बदबू का आना बंद हो जाता है, तो ठीक है, नहीं तो इस प्लांट को बंद करा दिया जाएगा. स्थानीय निवासियों के साथ यहां पर घूमा हूं. स्थानीय लोगों ने सफाई समेत कई अन्य समस्याएं बताई हैं. मैनें इसे ठीक करने के लिए NDMC के अधिकारियों को आदेश दिए हैं." पौधे को पानी दे रहे सीएम केजरीवाल की कौनसी तस्वीर है असली, क्या आप बता सकते हैं फर्क?
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कोहली ने शुक्रवार को सिडनी में होने वाले पहले वनडे सीरीज से पहले कहा, 'इसके लिए अधिक दिमाग लगाने की जरूरत नहीं है. वह पूरी इंडियन प्रीमियर लीग में खेले. उनके काम के बोझ पर नजर रखना महत्वपूर्ण है.' उन्होंने कहा, 'आप देखना चाहते हैं कि अलग अलग हालात में लोग कैसी प्रतिक्रिया देते हैं. आपको संतुलन बरकरार रखना है जो पिछले कुछ वर्षों में हम करने में सफल रहे हैं.' कोहली ने कहा, 'यही कारण है कि हमारे गेंदबाज फिट और महत्वपूर्ण मैचों के लिए अधिकांश समय उपलब्ध रहते हैं. मेरे लिए कप्तान के रूप में यह महत्वपूर्ण है.' कोहली ने कहा कि इन दो श्रृंखलाओं के दौरान युवाओं को आजमाया जाएगा. उन्होंने कहा, 'हां, हमने निश्चित तौर पर इन चीजों पर बात की है. टीम में काफी युवा खिलाड़ी हैं. यह उनके लिए अपने खेल में कुछ नया महसूस करने का शानदार मौका है. यह उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण श्रृंखला है.'विराट ने बताया-क्यों पहले टेस्ट के बाद लौट रहे हैं भारत? ऑस्ट्रेलिया में और इस टीम के खिलाफ काफी सफल रहे कोहली ने कहा कि उन्हें किसी को कुछ साबित नहीं करना है. पहले टेस्ट के बाद पितृत्व अवकाश पर जाने वाले कोहली ने कहा कि उन्होंने पहले ही चयन समिति को अपने फैसले की जानकारी दे दी थी कि वह अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए पत्नी अनुष्का के साथ रहना चाहते हैं. उन्होंने कहा, 'यह फैसला चयन समिति की बैठक से पहले ही कर लिया गया था कि मैं पहले टेस्ट के बाद वापस लौटूंगा. यह पूरी तरह से इस तथ्य पर आधारित था कि दोनों तरफ पृथकवास से गुजरना होगा.' उन्होंने कहा, 'मैं हमारे पहले बच्चे के जन्म के दौरान अपनी पत्नी के साथ रहना चाहता हूं. यह हमारे जीवन का बेहद खास और खूबसूरत लम्हा है और यही मेरे फैसले का कारण था जो चयनकर्ताओं को बता दिया गया था.'
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भिवानी। सीआईए ने गांव चांग स्थित पीएनबी बैंक में लूटपाट की घटना का खुलासा कर दिया। पुलिस ने इस मामले में दो युवकाें को गिरफ्तार किया है। पकड़े युवकों की पहचान गांव सीसर के युवकों के रूप में हुई है। वहीं लूटपाट के गिरोह का सरगना गांव मोखरा निवासी है और आरोपितों ने लाल कपड़े पहनकर घटना को अंजाम दिया था। पुलिस बाकी आरोपितों की तलाश में जुटी है। फिलहाल आरोपितों के कब्जे से पुलिस ने कुछ नकदी भी बरामद की है। लूट की वारदात का खुलासा करते हुए डीएसपी हैडक्वाटर वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि गैंग का सरगना व उसके तीन साथी रोहतक पुलिस के हत्थे चढ चुके हैं और महम क्षेत्र के सिसर गांव के बलराम व अंकित नामक दो सदस्यों को भिवानी सीआईए पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन्होने बताया कि इन दोनों लुटेरों से 34 हजार 500 रुपये, एक-एक पिस्तौल व दो कारतूस बरामद किए हैं। डीएसपी ने बताया कि ये बदमाश लाल सूट पहन कर लूट की वारदात को अंजाम देते थे और लाल सूट गैंग के नाम से नई गैंग बना रहे थे। उन्होंने बताया कि गैंग का सरगना महम के पास ही मोखरा गांव निवासी वकील नामक युवक है जो अपने तीन साथियों के साथ रोहतक पुलिस के हत्थे चढ चुका है। डीएसपी वीरेन्द्र ने कहा कि पीएनबी बैंक चांग में 10 बदमाशों ने बंदूक ने बल पर 15 लाख रुपये की लूट की थी। जिसमें से भिवानी व रोहतक पुलिस के हत्थे गैंग का सरगना सहित 6 बदमाश गिरफ्तार हो चुके हैं और बाकी चार बदमाशों की पहचान कर तलाश जारी है। उल्लेखनीय है कि चांग में 6 फरवरी को अज्ञात लोगों ने बैंक में लूट करके करीब 15 लाख रुपये की नकदी ले गए थे। पुलिस ने केस दर्ज करके आरोपितों की धरपकड़ शुरू कर दी थी।
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अफगानिस्तान के दिग्गज स्पिन गेंदबाज मुजीब उर रहमान को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है।10 दिसंबर से बिग बैश लीग की शुरुआत होगी और उससे पहले मुजीब उर रहमान को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। बीबीएल में उनकी फ्रेंचाइजी ब्रिस्बेन हीट ने इस बात की पुष्टि शुक्रवार को की। पिछले हफ्ते ही मुजीब उर रहमान काबुल से ऑस्ट्रेलिया पहुंचे थे और होटल में क्वांरटीन थे। जांच के बाद उन्हें कोरोना संक्रमित पाया गया। क्वीसलैंड क्रिकेट के सीईओ टेरी स्वेनसन ने कहा "हम संबंधित अधिकारियों के साथ इसको लेकर काम करते रहेंगे। मुजीब एक युवा खिलाड़ी हैं और घर से दूर हैं और हम इस बात को पूरी तरह से सुनिश्चित करेंगे कि उनकी देखभाल काफी अच्छी तरह से हो।" क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के बिग बैश लीग के हेड एलिस्टर डॉब्सन ने भी कहा कि प्लेयर्स और स्टॉफ का हेल्थ हमारे लिए सबसे पहली प्राथमिकता है और हम इसमें कोई कोताही नहीं बरतेंगे। ब्रिस्बेन हीट और मुजीब उर रहमान को हमारा पूरा सपोर्ट है और हम ये सुनिश्चित करेंगे कि उनकी रिकवरी के दौरान क्वीसलैंड सरकार के सभी प्रोटोकॉल्स का कड़ाई से पालन हो। आपको बता दें कि मुजीब उर रहमान ब्रिस्बेन टीम की टीम का अहम हिस्सा हैं। मुजीब इससे पहले आईपीएल का भी हिस्सा थे, हालांकि उन्हें वहां पर ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिला था। वो जरुर चाहेंगे कि जल्द से जल्द स्वस्थ होकर बिग बैश लीग में हिस्सा लें।
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इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय की स्थापना 1985 में संसद के एक अधिनियम द्वारा की गई थी ताकि इसे शिक्षार्थियों के दरवाजे तक ले जाकर उन सभी लोगों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान की जा सके जो इसे उम्र, क्षेत्र, धर्म और लिंग की परवाह किए बिना चाहते हैं, पाठ्यक्रमों के लिए पेशेवर और व्यावसायिक अभिविन्यास देकर और भारत में दूरस्थ शिक्षा को बढ़ावा देने और विकसित करने के लिए आवश्यकता-आधारित शैक्षणिक कार्यक्रम प्रस्तुत करके उच शिक्षा का लोकतंत्रीकरण किया जा सके. अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति, लचीले प्रवेश नियमों, व्यक्तिगत अध्ययन के साथ राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र, स्थान, अध्ययन की गति और अवधि, नवीनतम सूचना और संचार तकनीकों का उपयोग, राष्ट्रव्यापी छात्र समर्थन सेवा नेटवर्क, लागत प्रभावी कार्यक्रम, कार्यक्रमों के लिए मॉड्यूलर दृष्टिकोण, संसाधन-साझाकरण, सहयोग और नेटवर्किंग के साथ पारंपरिक विश्वविद्यालयों, मुक्त विश्वविद्यालयों और अन्य संस्थानों/संगठनों, सामाजिक और शैक्षणिक रूप से प्रासंगिक कार्यक्रमों पर छात्रों की आवश्यकता विश्लेषण, और खुले और पारंपरिक शिक्षा प्रणालियों के अभिसरण आदि इग्नू की कुछ अद्वितीय विशेषताएं हैं. इग्नू ने 1987 में 4,528 छात्रों के पंजीकरण के साथ शैक्षणिक कार्यक्रम प्रारंभ किए. 56 क्षेत्रीय केंद्रों, भारतीय सेना, नौसेना और असम राइफल्स के लिए 11 मान्यताप्राप्त क्षेत्रीय केंद्रों और स्थिरता और विविधता को जोडऩे वाले लगभग 3500 लर्नर सपोर्ट सेंटर के साथ, विश्वविद्यालय 3 मिलियन से अधिक शिक्षार्थियों की संचयी शक्ति के लिए विभिन्न प्रकार की फलदायी अकादमिक शिक्षा प्रदान करता है. इग्नू अनुसंधान डिग्री, औपचारिक से अनौपचारिक; वोकेशनल से व्यावसायिक; और व्यावहारिक ज्ञान-आधारित कार्यक्रमों और पाठ्यक्रमों के लिए कौशल-आधारित जागरूकता और प्रशंसा कार्यक्रमों के प्रसार वाले कार्यक्रमों और पाठ्यक्रमों की एक प्रभावशाली कड़ी प्रदान करता है. विश्वविद्यालय ने जुलाई 2018 और जनवरी 2019 के प्रवेश चक्रों में 11,47,056 लाख से अधिक छात्रों को प्रवेश दिया. (इग्नू 32वें दीक्षांत कुलपति की रिपोर्ट) प्रतिपूर्ति की सुविधा मिलती है. जेल के कैदियों को फीस में पूरी छूट प्रदान की जाती है. पोस्ट ग्रेजुएट स्तर के कार्यक्रमों के लिए राष्ट्रीय विकलांग जन रोज़गार संवर्धन केंद्र (एनसीपीईडीपी) की छात्रवृत्ति योजना इस विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए भी लागू है. ऐसे छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे प्रदाता प्राधिकरण को सीधे आवेदन करें. देश की जेलों में बंद कैदियों को पंजीकरण शुल्क सहित कार्यक्रम शुल्क के भुगतान से छूट होती है. सजा प्राप्त/अल्पकालिक कैदी भी निःशुल्कता के समान लाभ के लिए इस शर्त के साथ पात्र हैं कि जब वे जेल से बाहर जाते हैं, तो उन्हें सामान्य छात्रों के रूप में माना जाएगा और जहां कहीं भी लागू होगा (परीक्षा शुल्क, पुनः पंजीकरण शुल्क, पठन-पाठन के लिए प्रो-राटा शुल्क, दीक्षांत समारोह के लिए पंजीकरण शुल्क आदि) के लिए वे परवर्ती शुल्क का भुगतान करेंगे. इग्नू ने स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर अंग्रेजी और हिंदी माध्यम में उच्च गुणवत्ता वाली स्व-निर्देशात्मक शिक्षण सामग्री तैयार की है. विश्वविद्यालय में मुद्रित सामग्री के स्थान पर स्व-शिक्षण सामग्री की सॉफ्ट कॉपी प्रदान करने का प्रावधान है. सॉफ्ट कॉपी के लिए शिक्षार्थी को कार्यक्रम शुल्क में 15त्न की छूट दी जाएगी. ऑनलाइन प्रवेश फॉर्म भरते समय शिक्षार्थियों द्वारा इस आशय का विकल्प इंगित किया जाना होता है. ऐसे शिक्षार्थियों को मुद्रित स्व-शिक्षण सामग्री नहीं दी जाएगी. यह विश्वविद्यालय शिक्षा और अनुसंधान के राष्ट्रीय संसाधन केंद्र की भूमिका निभाने के लिए अपनी जिम्मेदारी से अवगत है. वास्तव में, इसने ई-ज्ञानकोष मंच के माध्यम से ऑनलाइन स्व अध्ययन पाठ्यक्रम (सेल्फ-लर्निंग कोर्स) सामग्रियों का सबसे बड़ा भंडार विकसित किया है. इग्नू में अध्ययन करने का एक सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि शिक्षार्थी यदि ऐसा चाहते हैं या कहीं स्थानांतरित हो जाते हैं तो उन्हें अपने क्षेत्रीय केंद्र/अध्ययन केंद्र को किसी भी मान्यता प्राप्त इग्नू क्षेत्रीय केंद्र/अध्ययन केंद्र में निःशुल्क बदलने की सुविधा होती है, वे सत्रावधि समापन परीक्षा में उपस्थित होने के लिए भारत में किसी भी इग्नू परीक्षा केंद्र का चयन कर सकते हैं. इग्नू वर्तमान में प्रमाण पत्र, उच्च प्रमाण पत्र, डिप्लोमा और उच्च डिप्लोमा के साथ कई स्नातक और मास्टर डिग्री कार्यक्रम चला रहा है. शिक्षार्थी द्वारा पूरी सूची का आकलन इग्नू के सामान्य प्रोस्पेक्टस में किया जा सकता है. विश्वविद्यालय के मूल आदर्शों के साथ वंचितों तक पहुँचने और लचीलापन, नवीनता, समावेशिता, ज्ञान और गुणवत्ता आश्वासन के नियमित उन्नयन में सहायता के लिए, इग्नू ने जुलाई 2019 सत्र से विकल्प आधारित क्रेडिट सिस्टम (ष्टक्चष्टस्) स्नातक डिग्री कार्यक्रम शुरू किए हैं. ये कार्यक्रम वर्ष में केवल एक बार अर्थात् जुलाई के सत्र में ही प्रस्तुत किए जाते हैं. जो छात्र पहले से ही एक वर्ष या उससे अधिक अवधि के कार्यक्रम में नामांकित हैं, वे एक साथ छह महीने की अवधि वाले किसी भी प्रमाण पत्र/डिप्लोमा कार्यक्रम के लिए खुद को पंजीकृत करा सकते हैं. हालांकि, यदि छात्र द्वारा लिए गए दो कार्यक्रमों के बीच काउंसलिंग या परीक्षा कार्यक्रम की तारीखों का कोई टकराव होता है, तो विश्वविद्यालय उनमें समायोजन करने की स्थिति में नहीं होगा. डिग्री स्तर पर दो शैक्षणिक कार्यक्रमों का अध्ययन करने, अर्थात् एक ही विश्वविद्यालय से या एक ओपन यूनिवर्सिटी (ओडीएल मोड के तहत) और दूसरे पारंपरिक विश्वविद्यालय से (नियमित या आमने-सामने का मोड) से एक साथ अध्ययन करने की अनुमति अब तक नहीं है. शिक्षार्थियों को जुलाई-2019 के इग्नू कॉमन प्रॉस्पेक्टस इग्नू वेबसाइट www.ignou.ac.in से डाउनलोड करने की सलाह दी जाती है. इग्नू द्वारा प्रस्तुत किए गए विभिन्न कार्यक्रम सामान्य दिशानिर्देशों और कार्यक्रम के विशिष्ट विवरणों के साथ प्रोस्पेक्टस में सूचीबद्ध किए गए हैं. शिक्षार्थी किसी कार्यक्रम के लिए सक्रिय अध्ययन केंद्र की उपलब्ध सूची में से कोई भी अध्ययन केंद्र चुन सकते हैं. शिक्षार्थियों को उन्हें आवंटित किए गए उनके अध्ययन केंद्र में अपने सिद्धांत परामर्श सत्र के साथ-साथ व्यावहारिक सत्र में भी भाग लेने की आवश्यकता होती है. उन्हें अपने केंद्र में अपने असाइनमेंट भी जमा करने होंगे. प्रवेश फार्म ऑनलाइन प्रवेश प्रणाली के माध्यम से http:/onlineadmission.ignou.ac.in पर ऑनलाइन (अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को छोडक़र) जमा किए जा सकते हैं. वर्तमान में यह सुविधा योग्यता और प्रवेश परीक्षा आधारित कार्यक्रमों को छोडक़र कॉमन प्रॉस्पेक्टस के माध्यम से प्रस्तुत किए जाने वाले कार्यक्रमों के लिए उपलब्ध है. प्रत्याशित सिस्टम में लॉग इन करने के लिए शिक्षार्थियों को अपना यूजर आईडी और पासवर्ड बनाने और प्रवेश पत्र जमा करने के साथ आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होते हैं. प्रवेश पत्र की मुद्रित प्रति क्षेत्रीय केंद्र को भेजने की आवश्यकता नहीं होती है. कार्यक्रम शुल्क का भुगतान नेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड के माध्यम से भुगतान गेटवे का उपयोग करके ऑनलाइन किया जा सकता है. कार्यक्रम शुल्क के साथ पंजीकरण शुल्क के रूप में रु. 200/- का शुल्क लिया जाता है. एक बार प्रवेश पत्र ऑनलाइन जमा हो जाने के बाद, छात्र अपने प्रवेश की प्रगति को ट्रैक कर सकते हैं. केंद्रीकृत प्रवेश टीम को प्रवेश पत्र प्राप्त हो जाने के बाद, वह कार्यक्रम की पात्रता मानदंड के अनुसार इसकी पूरी तरह से जांच करता है. प्रवेश पत्र में किसी भी प्रकार की विसंगति के मामले में, भावी छात्रों को एक निश्चित समय के अंदर विसंगति को दूर करने की सलाह दी जाती है. ऐसा करने में विफल रहने पर प्रवेश पत्र अस्वीकार कर दिया जाएगा. प्रवेश की पुष्टि होने पर सिस्टम में पंजीकृत आपके मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर एक संदेश भेजा जाता है. पुष्टि के बाद शिक्षार्थी अपना इग्नू पहचान पत्र ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं. इग्नू कार्यक्रमों में, प्रमाणपत्र कार्यक्रमों को छोडक़र प्रवेश के लिए अंतिम तिथि 31 जुलाई 2019 है. किसी भी पूछताछ के लिए शिक्षार्थी निकटतम इग्नू अध्ययन केंद्र, क्षेत्रीय केंद्र या छात्र पंजीकरण प्रभाग, इग्नू, मैदान गढ़ी, नई दिल्ली से संपर्क कर सकते हैं. इग्नू डिग्री/डिप्लोमा/प्रमाण पत्र भारतीय विश्वविद्यालय संघ (एआईयू) के सभी सदस्य विश्वविद्यालयों द्वारा मान्यता प्राप्त हैं और यूजीसी के परिपत्र संख्या एफ.1-52/2000 (सीपीपी-ढ्ढढ्ढ) दिनांक 5 मई, 2004, एआईयू परिपत्र संख्या ईवी/11 (449/94/ 176915-177115 दिनांक 14 जनवरी, 1994, एआईसीटीई परिपत्र संख्या एआईसीटीई/ अकादमिक/एमओयू-डीईसी/2005 दिनांक 13 मई , 2005 और यूजीसी/डीईबी/2013 दिनांक 14.10.2013 के अनुसार सभी भारतीय विश्वविद्यालयों/संस्थानों की डिग्री/डिप्लोमा/ प्रमाण पत्र के बराबर हैं. (लेखक इग्नू क्षेत्रीय केंद्र, दिल्ली-I में क्रमशः सहायक क्षेत्रीय निदेशक और क्षेत्रीय निदेशक हैं, ई-मेलः [email protected])
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48 की उम्र में भी बेहद हॉट दिखती हैं कश्मीरा शाह, यकीन न हो तो खुद देखें! SBI ने 42 करोड़ ग्राहकों हो किया सावधान, नहीं दिया ध्यान तो होगा भारी नुकसान! डोनाल्ड ट्रंप रैली में डांस करते हुए. US ELECTION 2020: डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने राष्ट्रपति पद (Presidential Election) को बचाने के लिए मिशिगन में आधी रात को हुई चुनावी रैली (US Election Rally) में एक बार फिर से यह भविष्यवाणी की कि उनकी जीत 'राजनीति के इतिहास में सबसे बड़ी जीतों में से एक' होगी. वाशिंगटन. डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने राष्ट्रपति पद (Presidential Election) को बचाने के लिए मिशिगन में आधी रात को हुई चुनावी रैली (US Election Rally) में एक बार फिर से यह भविष्यवाणी की कि उनकी जीत 'राजनीति के इतिहास में सबसे बड़ी जीतों में से एक' होगी. ट्रम्प इस चुनावी रैली में एक लाल रंग की टोपी पहने हुए थे जिस पर लिखा था 'अमेरिका को फिर से महान बनाएं'. जिस वक़्त मिशिगन में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प रूस की जांच और महाभियोग से जुड़ी शिकायतों को हवा दे रहे थे, ठीक उसी समय 12.15 बजे हिलेरी क्लिंटन और ट्रम्प के प्रतिद्वंदी जो बाइडन एक चेतावनी भरा ट्वीट कर रहे थे. उन्होंने लिखा कि 'यदि हम डोनाल्ड ट्रम्प को व्हाइट हाउस में फिर से चार साल का समय देते हैं तो वह हमेशा के लिए हमारे राष्ट्र के चरित्र को बदल देगा. हम ऐसा नहीं होने देने सकते.' डोनाल्ड ट्रंप का एक डांस वीडियो 'वोट, वोट, वोट' जारी किया गया है. यह वीडियो वायरल हो रहा है. दोनों उम्मीदवारों ने सोमवार उन राज्यों की चुनावी रैलियों में बिताया जो चुनावी मुकाबले में मील का पत्थर सिद्ध हो सकती हैं. राष्ट्रपति पद के इस महायुध्द का क्लाइमेक्स कोरोना महामारी पर समाप्त हुआ जिसने 2,30,000 से अधिक लोगों की जान ले ली और जिसके कारण लाखों लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया. ट्रम्प ने उन चुनावी पोल को ख़ारिज कर दिया जिनमें बाइडन को मिशिगन में और राष्ट्रीय स्तर पर जीतता हुआ दिखाया जा रहा है. ट्रम्प ने मिशिगन में समर्थकों की भीड़ को सम्बोधित करते हुए यह भीड़ उस आदमी की रैली की नहीं हो सकती जो मिशिगन का चुनाव हारने जा रहा है. इस पर उनके समर्थकों ने मास्क और सोशल डिस्टैन्सिंग को धता बताते हुए चिल्ला कर कहा "चार और साल! और चार वर्ष!" ट्रम्प ने रैली में कहा कि वे एक टिपिकल राजनेता की तरह बात नहीं करते, उसकी वजह यह है कि वे सिर्फ राजनीतिज्ञ मात्र नहीं हैं. ट्रम्प ने रात को करीब सवा एक बजे इस चुनाव की अपनी आखिरी रैली खत्म की और उसके कुछ समय बाद उन्हें डिक्सविल नॉच में पहली चुनावी हार का सामना करना पड़ा. यह एक छोटा सा न्यू हैम्पशायर टाउनशिप है, जहां सभी पांच वोट बाइडन के खाते में गए.
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सारा लोइस वॉन उन्होंने जैज़ को अपनी कम चाबी, इसकी विशाल बहुमुखी प्रतिभा और इसके नियंत्रण के साथ बदल दिया। उनका टेसिटुरा, एक ओपेरा गायक के समान है, जिसने उन्हें एक गंभीर रजिस्टर से सोप्रानो के लिए बड़ी आसानी से कूदने की अनुमति दी। 1. अनुसंधान विधियों और माध्यमिक जानकारी के स्रोतों की IQ Option खाता प्रकार पहचान करें। यह प्रजातियां अपेक्षाकृत नई दिशा में हैं"विदेशी मुद्रा" पर विनिमय दरों की भविष्यवाणी। इस विधि पर मुद्रा बाजार का विश्लेषण फ्रैक्टल सिद्धांत के मूल प्रावधानों से प्राप्त होता है और भविष्य के मूल्य की निर्भरता को उसके पिछले मूल्यों पर निर्भर करता है। फ्रैक्टल हर जगह हमारे चारों ओर घिरे हुए हैं, और उचित समय में प्रसिद्ध विदेशी मुद्रा व्यापारी बिल विलियम्स ने अपने व्यापार में सफलतापूर्वक इसका इस्तेमाल किया। इसके संकेतक मेटाट्रेडर के मानक सेट में शामिल हैं, और इन दोनों कारकों को पाठ्यक्रम की भविष्यवाणी में इस दिशा पर ध्यान देने का एक गंभीर कारण है। इस संकेतक को अपने चार्ट में लागू करें और आपको नीचे दी गई छवि की तरह समानांतर चलने वाली दो लाइनें दिखाई देंगी। विदेशी मुद्रा iIntraday Fibonacci संकेतक विदेशी मुद्रा iIntraday फिबोनैकी संकेतकः विदेशी मुद्रा संकेतक क्या मतलब है? एक विदेशी मुद्रा सूचक एक सांख्यिकीय उपकरण है जो कि मुद्रा व्यापारियों ने मुद्रा जोड़े की मूल्य कार्रवाई की दिशा के बारे में निर्णय करने के लिए उपयोग किया है विदेशी मुद्रा संकेतक कई प्रकार के होते हैं, जिसमें प्रमुख संकेतक, ठंड संकेतक, पुष्टि की जाती है. (अधिक पढ़ें.)। ट्रेडिंग रणनीति में संकेतक का उपयोग करते समय, इसके संदेशों को ट्रेंडिंग टूल के साथ जांचने की सिफारिश की जाती है। इसे लगभग सभी टाइमफ्रेम पर इस्तेमाल किया जा सकता है, जो 15 मिनट से शुरू होता है। बाजार विश्लेषण और पूर्वानुमान के परिणाम की भविष्यवाणी की अवधि में मूल्य परिवर्तन के संभावित रेंज के सुझाव और कीमत आंदोलन के मुख्य दिशा की परिभाषा है। इस पूर्वानुमान के आधार पर तीन महत्वपूर्ण व्यापार मूल्य स्तर निर्धारित किया जाता है (चित्रा 9-मैं।)। यह पता चला है कि मुश्किल से एक दशक पहले, पिताजी जाओ वर्डप्रेस होस्टिंग की पेशकश IQ Option खाता प्रकार करने वाले कुलीन प्रदाताओं की लीग का हंसी का भंडार था। जबकि यह ड्रीमहॉस्ट की पसंद के साथ 90s में स्थापित किया गया था, GoDaddy ने वर्डप्रेस होस्टिंग स्पेस में अपने पैर जमाने में काफी समय लिया।
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सिद्धू से बात बनी या बिगड़ी? आज दिल्ली आकर कांग्रेस लीडरशिप से बताएंगे चरणजीत सिंह चन्नी. 01 अक्टूबर :- पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे और कैप्टन अमरिंदर की खुली बगावत के बाद कांग्रेस बीच मझधार में फंसती नजर आ रही है। पंजाब कांग्रेस में मची खलबली के बीच आज मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी दिल्ली आ रहे हैं। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी आज दोपहर में चंडीगढ़ से दिल्ली के लिए रवाना होंगे और कांग्रेस लीडरशिप से मुलाकात करेंगे। इतना ही नहीं, वह पीएम मोदी से भी मुलाकात कर सकते हैं। माना जा रहा है कि गुरुवार को नवजोत सिंह सिद्धू के साथ बैठक में बात बनी या बिगड़ी, इस मसले पर चन्नी कांग्रेस आलकमान से चर्चा कर सकते हैं, क्योंकि सिद्धू से बात करने की जिम्मेदारी कांग्रेस ने चन्नी को ही दे रखी थी। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री चन्नी पंजाब में जारी सियासी घटनाक्रम से आलाकमान को अवगत कराएंगे और सिद्धू किन-किन शर्तों पर मानने को तैयार हुए हैं या फिर उनके इस्तीफे पर क्या करना है, इस पर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी फैसला लेंगी। बता दें कि गुरुवार को कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के बीच करीब ढाई से 3 घंटे तक मुलाकात हुई थी। इस बैठक के बाद ऐसा लगा कि शायद सिद्धू पद पर बने रहने को लेकर मान गए हैं। इतना ही नहीं, बैठक के बाद पंजाब सरकार में मंत्री परगट सिंह ने भी कहा कि पंजाब कांग्रेस में सब कुछ ठीक है। दरअसल, सूत्रों ने बैठक के बाद कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद पर बने रह सकते हैं और पार्टी एक समन्वय समिति का गठन कर सकती है जिसके साथ पंजाब सरकार द्वारा भविष्य में लिए जाने वाले बड़े फैसलों पर विचार-विमर्श किए जाने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि इस समन्वय समिति में मुख्यमंत्री, नवजोत सिंह सिद्धू और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) का एक प्रतिनिधि शामिल हो सकता है। सूत्रों ने बताया कि एआईसीसी इस बाबत घोषणा कर सकती है। हालांकि, इस बारे में अब तक तस्वीर साफ नहीं हो सकी है कि डीजीपी और महाधिवक्ता की नियुक्ति को लेकर उभरे मतभेद से कैसे निपटा जाएगा? गौरतलब है कि 'दागदार' अधिकारियों और मंत्रियों की नियुक्ति पर मतभेद को लेकर मंगलवार को सिद्धू ने कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। सिद्धू ने बुधवार को एक वीडियो जारी कर सार्वजनिक तौर पर अपना गुस्सा जाहिर किया था। सूत्रों ने बताया कि चन्नी और सिद्धू के अलावा बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय पर्यवेक्षक हरीश रावत, मंत्री परगट सिंह और पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत नागरा भी मौजूद रहे। पंजाब भवन में बैठक को लेकर फिलहाल कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है। पंजाब भवन से चन्नी शाम करीब छह बजे जबकि सिद्धू उसके आधे घंटे बाद बाहर निकले। पार्टी के किसी भी नेता ने बैठक में क्या हुआ इस पर मीडिया से बात नहीं की। इससे पहले आज दिन में सिद्धू मुख्यमंत्री चन्नी से मिलने के लिए पटियाला से चंडीगढ़ आए। चन्नी ने बुधवार को सिद्धू से बात करके समस्याओं को बातचीत के जरिए सुलझाने की पेशकश की थी। चन्नी के साथ मुलाकात से पहले कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने बृहस्पतिवार को राज्य के नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि डीजीपी ने बेअदबी मामले में दो युवा सिखों को फंसा दिया और बादल परिवार के लोगों को क्लीन चिट दे दी।चन्नी सरकार में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी इकबाल प्रीत सिंह सहोता को पंजाब पुलिस के महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। सहोता को प्रभार दिए जाने से नाराज सिद्धू ने कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। सहोता फरीदकोट में गुरु ग्रन्थ साहिब की बेअदबी की घटनाओं की जांच के लिए तत्कालीन अकाली सरकार द्वारा 2015 में गठित एक विशेष जांच दल के प्रमुख थे।
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चित्रकूट धामः चित्रकूट विकास में धन की कमी आडे़ नहीं आयेगी : शिवराज सिंह चौहान\nचित्रकूट विकास में धन की कमी आडे़ नहीं आयेगी : शिवराज सिंह चौहान\nचित्रकूट। धर्मनगरी के विकास के लिए म.प्र. के मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के प्रांगण से चित्रकूट मेगा डेस्टीनेशन परियोजना का शुभारंभ किया। इस मौके पर बोलते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चित्रकूट के विकास में धन की कमी आडे़ नहीं आयेगी। इस दौरान उन्होंने भरत घाट से कामदगिरि मार्ग, मंदाकिनी में एक अतिरिक्त पुल के निर्माण के साथ ही सूर्यकुंड, गुप्त गोदावरी, हनुमान धारा की ग्यारह परियोजनाओं का शिलान्यास किया। म.प्र के मुख्यमंत्री ने राघव प्रयाग घाट के निर्माण की आधार शिलाएं रखते हुये भरत घाट व राघव प्रयाग घाट का लोकार्पण किया। इन परियोजनाओं के अलावा भी उन्होंने सतना जिले की अन्य परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया।\nइसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिना तालियां बटोरी साथ ही महिलाओं, कन्याओं व हाल ही में पैदा हुये बच्चों को चेक भी बांटीं। इस दौरान उन्होंने समाजसेवी नाना जी देशमुख को याद करते हुये कहा कि दीन दयाल शोध संस्थान का बोध वाक्य 'हम अपने लिये नही अपनों के लिये हैं अपने वे हैं जो उपेक्षित हैं' वास्तव में कुछ कर गुजरने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि तीन साल बाद इस बार गेंहू का उत्पादन अच्छा हुआ है। मध्य प्रदेश शासन ने गेंहू का समर्थन मूल्य केंद्र सरकार द्वारा तय मूल्य से अधिक रखा है। प्रदेश में बारह सौ रुपये प्रति कुंटल गेंहू खरीदा जायेगा। किसानों को कर्जा भी केवल तीन प्रतिशत ब्याज पर दिया जा रहा है। नगरीय समग्र स्वच्छता अभियान में चित्रकूट को शामिल करने के साथ ही सभी योजनाओं के अलावा पच्चीस लाख रूपये देने की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी लोग अपना कर्तव्य पूरा करें, जनप्रतिनिधि हवाला घोटाला न करें और जनता की सेवा करें। बच्चों को स्कूल भेजें, साल में एक पेड़ लगाकर उसे जिंदा रखें, गांव का पानी गांव में रोकें, नशा मुक्त गांव बनायें व सरकारी योजनाओं के सही क्रियान्वयन में सरकार को सहयोग करें।\nखेलकूद, पर्यटन एवं युवा कल्याण मंत्री तुको जी राव ने कहा कि पहले चित्रकूट के विकास के लिये6करोड़ प्रदेश सरकार ने दिये थे जिसमें पांच करोड़ खर्च कर दिये गये हैं। एक करोड़ के काम एक महीने में पूरे हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि धर्मनगरी चित्रकूट का विकास करना सरकार की न केवल मंशा है बल्कि प्रमुख लक्ष्य है। प्रभारी मंत्री ऊर्जा, खनिज राजेन्द्र शुक्ल, सांसद गणेश सिंह व विधायक सुरेन्द्र सिंह गहरवार ने भी संबोधित किया। ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ज्ञानेन्द्र सिंह ने शाल व प्रमुख द्वार कामतानाथ मंदिर के प्रतिनिधि ने उन्हें श्री फल भेंट किया।\nइसके पूर्व आरोग्य धाम परिसर में आने के बाद मुख्यमंत्री का काफिला सियाराम कुटीर पर पहुंचा। शनिवार को पहले नाना जी के मासिक श्राद्ध होने के चलते यहां पर पहुंचे मुख्यमंत्री ने उनके कमरे में जाकर अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये। यहां पर अप्रवासी भारतीय डा. नरेश शर्मा ने उनसे नाना जी की यादें बांटी। इसके बाद मुख्यमंत्री स्फटिक शिला परिसर में पहुंचे। यहां पर काफी दिनों से रुक-रुक चल रहे मंदाकिनी सफाई अभियान में हाथ बंटाने के साथ ही मंदाकिनी का पूजन-अर्चन किया। इस दौरान गायत्री परिवार के व्यवस्थापक डा. राम नारायण त्रिपाठी व भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।\nPosted by चित्रकूट/ कानपुर at 11:16 PM\nLabels: परियोजनाओं का शिलान्यास\nनरेश चन्द्र बोहरा May 8, 2010 at 6:44 AM\nनेता सिर्फ और सिर्फ बोलते हैं. आने वाला वक्त बता देगा कि मुख्यमंत्रीजी कैसा काम करवा पाते हैं. अगर तमाम प्रधानमंत्रीयों और मुख्यमंत्रीयों ने जो भी कहा वो कर दिखाया होता तो हमारा राष्ट्र आज विश्व में सबसे विकसित राष्ट्र होता.
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This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy. बेनीपुर में कोरोना की तीसरी लहर से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए सरकारी अस्पतालों में चल रही तैयारियां आधी-अधूरी हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की ओर से तीसरी लहर की आशंका जताए जाने के बाद भी लोगों को इस आफत से बचाने के लिए सरकारी स्तर पर की जानेवाली तैयारी की गति बेहद धीमी है। JagranMon, 02 Aug 2021 01:11 AM (IST) दरभंगा । बेनीपुर में कोरोना की तीसरी लहर से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए सरकारी अस्पतालों में चल रही तैयारियां आधी-अधूरी हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की ओर से तीसरी लहर की आशंका जताए जाने के बाद भी लोगों को इस आफत से बचाने के लिए सरकारी स्तर पर की जानेवाली तैयारी की गति बेहद धीमी है। स्थानीय अनुमंडलीय अस्पताल में तैयारी तो शुरू हुई है, लेकिन विभाग के अभियंता एवं ठेकेदार की शिथिलता के कारण तैयारी में तेजी नहीं आ रही है। बावजूद इसके लिए स्थानीय विधायक व अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ जिलाधिकारी कई बार काम में तेजी लाने का निर्देश दे चुके हैं। बिछ रही आक्सीजन पाइप लाइन, प्लांट भवन निर्माण का काम अधूरा बताया जाता हैं अस्पताल में मरीजों को तत्काल आक्सीजन देने के लिए वार्ड में पाइपलाइन बिछाई जा रही है। यह काम भी काफी धीमी गति से चल रहा है। वहीं अनुमंडलीय अस्पताल परिसर में बन रहे आक्सीजन उत्पादन सेंटर का भवन का निर्माण कार्य अधूरा है। इस कारण से लोगों में व्यवस्था के प्रति आक्रोश है। अस्पताल में आठ आक्सीजन सिलेंडर का है इंतजाम वर्तमान व्यवस्था की बात करें तो अनुमंडल मुख्यालय व इसके गांवों के लोगों के लिए अस्पताल में तत्काल आठ आक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम है। सिलेंडर की रीफिलिग का कार्य बाहर से ही कराया जाता है। महीनों से जंग खा रही वेंटिलेटर मशीन गंभीर मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल को चार वेंटीलेटर मशीन उपलब्ध कराई गई है। मशीनों को समय रहते मरीजों के लिए चालू कर देना था। लेकिन, वेंटिलेटर अबतक चालू नहीं हो सका। जानकार बताते हैं कि एएनएम स्कूल के एक कमरे में मशीनें जंग खा रही हैं। हालांकि, स्थानीय चिकित्सकों का कहना है कि आक्सीजन प्लांट चालू हो जाने के बाद सभी वेंटिलेटर मशीनें चालू हो जाएंगी। डाउनलोड करें हमारी नई एप और पायें अपने शहर से जुड़ी हर जरुरी खबर!
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ठंड होने के कारण बहुत बुरा होता है, लेकिन अकेले लोगों के लिए यह भी बदतर है। ऐसा नहीं है कि अकेला लोगों के लक्षण भी बदतर हैं, लेकिन हाल के शोध के अनुसार, अकेले लोग अपने लक्षणों को उन लोगों से भी बदतर अनुभव करते हैं जो अकेले नहीं हैं। शोधकर्ता एंजी लेरॉय ने बतायाः "लाखों लोग इसे हर साल [आम सर्दी] के कारण काम करते हैं I और यह उनके साथ क्या करना है, जरूरी नहीं कि वे अपनी नाक कैसे उड़ा रहे हैं। " दोस्त होने से सबकुछ बेहतर होता है लोकप्रिय लोग अधिक लचीला होते हैं, लंबे समय तक और अधिक खुश रहते हैं और आम सर्दी के कम गंभीर लक्षणों की रिपोर्ट करते हैं। हां, बीएफएफ, अनुसंधान के अनुसार, कठिन समय के दौरान "सुरक्षात्मक तंत्र" के रूप में लचीलापन और कार्य को बनाने में सहायता करता है जब भी मुश्किल हो जाता है तो समर्थन प्रदान करने के अलावा, एक अच्छा दोस्त भी प्रतिकूल परिस्थितियों के अभाव में भी सुदृढ़ता को बढ़ाता है। वे पूर्ण सगाई को प्रोत्साहित करके और अन्वेषण, विकास और उपलब्धि के अवसरों में भागीदारी को प्रोत्साहित करके हमारे अंदर सर्वश्रेष्ठ को बाहर लाते हैं। जैसा शोधकर्ता जोर देते हैं, सच्चे दोस्त संपन्न के लिए "सक्रिय उत्प्रेरक" के रूप में सेवा करते हैं। बेशक, सच्चे दोस्त हैशटैग मित्रों से अलग हैं। और जब कल्याण को बढ़ावा देने की बात आती है, तो दोस्तों को निश्चित रूप से समान नहीं बनाया जाता है। फेसबुक दोस्तों और इंस्टाग्राम के अनुयायियों को आपके भावनात्मक या शारीरिक स्वास्थ्य पर कोई असर नहीं होने की संभावना है, जबकि सबसे अच्छे दोस्त होने पर अंतर हो सकता है। हाल ही में न्यूयॉर्क टाइम्स के एड-एड में, चैपल हिल विश्वविद्यालय में उत्तरी कैरोलिना विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान और न्यूरोलॉजी के प्रोफेसर ने दो प्रकार की लोकप्रियता का वर्णन किया और सुझाव दिया कि हम में से ज्यादातर गलत प्रकार में निवेश कर रहे हैंः "लिकासता दयालुता, हितकारी नेतृत्व और निस्वार्थ, व्यावहारिक व्यवहार को दर्शाती है अनुसंधान से पता चलता है कि लोकप्रियता के इस रूप में आजीवन लाभ प्रदान करता है, और रिश्तों की ओर जाता है जो कि सबसे अधिक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। लचीलापन स्थिति से स्पष्ट रूप से अलग है - लोकप्रियता का एक अंततः कम संतोषजनक रूप जो दृश्यता, प्रभाव, शक्ति और प्रतिष्ठा दर्शाता है। स्थिति सोशल मीडिया अनुयायियों द्वारा निर्धारित की जा सकती है; पसंद नहीं कर सकते। " Likability और स्थिति के बीच अंतर एक महत्वपूर्ण एक है फेसबुक पर पसंद करने की कोई संभावना नहीं है। उत्तरदायी और समझने पर, प्रयास करने के लिए लचीलापन का प्रयास किया जाता है। एक अच्छा व्यक्ति भलाई के "सक्रिय उत्प्रेरक" है जॉन टेंपलटन के बुद्धिमान शब्द मन में आते हैंः
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अमेरिका और रूस का तनाव किसी से छुपा नहीं है। दोनों देशों के बीच पुरानी जंग है। जिसका असर दुनिया पर समय-समय पर देखने को मिलता रहता है लेकिन इस तनाव के बीच रूस ने दुनिया के सबसे खतरनाक परमाणु बम का परीक्षण किया है। जिसका वीडियो रूस ने जारी किया है। इस वीडियो को देखने के बाद अमेरिका के भी होश उड़ गए होंगे। इस वीडियो में दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु बम विस्फोट नजर आ रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह परमाणु बम विस्फोट दुनिया का सबसे शक्तिशाली परमाणु विस्फोट है और इतना बड़ा परमाणु बम अमेरिका कभी नहीं बना सका है। दरअसल रूस ने इस परमाणु बम को विमान द्वारा आर्कटिक समुंद्र में नोवाया गेमालाया के ऊपर बर्फ में गिराया गया था। इस परमाणु बम का नाम 'इनान' है। जिसकी ताकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह बम जापान के हिरोशिमा में गिराए गए बम से 3333 गुना ज्यादा शक्तिशाली है और उनती ही ज्यादा तबाही मचा सकता है। वीडियो में दी गई जानकारी के मुताबिक, 30 अक्टूबर 1961 को शीट यद्ध के दौरान बैरट सागर में अपने जार बाम्बा (जार बोम्बा) उपकरण का परीक्षण किया। यह लगभग 50 मेगाटन भारी था और यह 50 मिलियन टन के पारंपरिक विस्फोटकों के बराबर था। रूस ने इस वीडियो को 20 अगस्त को जारी किया। इस वीडियो को रूस्तम राज्य परमाणु ऊर्जा निगम ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर डाला है। जिसके बाद जैसे ही दुनिया को इस परमाणु बम की जानकारी मिली। तो हर कोई इसे 'जार बोम्बा' कह रहा है। वहीं, दूसरी तरफ विशेषज्ञों ने रूस की इस तकनीक की तारीफ की है। उनका कहना है कि रूस ने अपने परीक्षण के माध्यम से शानदार तकनीकी उपलब्धि हासिल की है। इस परमाणु बम का आतंक इतना अधिक है कि सैकड़ों मील दूर तक कैमरे लगाए गए थे। इतना ही नहीं, इसे कम रोशनी में रखा गया था ताकि शूटिंग के दौरान व्यक्ति परमाणु विस्फोट की चमक से आंखों की रोशनी न खो सके।
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जयपुर। राज्य सरकार की डिजिटलाइजेशन मुहिम के अंतर्गत राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम द्वारा सेवानिवृत्त कर्मचारियों हेतु ऑनलाइन पेंशन पोर्टल की सुविधा शुरू कर दी गई है। राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक आर.के.शर्मा ने बताया कि निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारियों द्वारा पेंशन का विवरण देखने एवं पेंशन स्लिप डाउनलोड करने हेतु डिजिटल सुविधा की मांग की जा रही थी ताकि उन्हें इन कार्यों हेतु कार्यालय ना आना पड़े। वरिष्ठ नागरिकों को पेंशन के विवरण त्वरित उपलब्ध कराने के मद्देनजर उत्पादन निगम के आई टी विभाग को निर्देशित किया गया। आई टी विभाग ने उत्पादन निगम की वेबसाइट https:// energy.rajasthan.gov.in/ content/raj/energy-department/rvunl/en/pensioners.html पर पेंशन डिटेल्स के नाम से सुविधा शुरू की है। इससे पेंशनर्स वित्त वर्ष में अपनी पेंशन का विवरण देख सकते है तथा पेंशन स्लिप डाउनलोड कर सकते हैं। पेंशन विवरण देखने या डाउनलोड करने में समस्या होने पर आई टी विभाग द्वारा हेल्पलाइन नम्बर भी दिया गया है ताकि समस्या का तुरन्त निराकरण किया जा सके। ऑनलाइन पेंशन पोर्टल की सुविधा के प्रारम्भ होने से उत्पादन निगम के पेंशनरों ने प्रसन्नता व्यक्त की है।
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बॉलिवुड की तेज-तर्रार अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म मणिकर्णिका कल यानी 25 जनवरी को रिलीज होने वाली है. फिल्म के ट्रेलर के रिलीज होने के बाद से कंगना रनौत की इस फिल्म को देखने के लिए दर्शक बहुत उत्साहित हैं. हाल ही में ये फिल्म करणी सेना के विवाद को लेकर खासा चर्चा में थी. लेकिन कंगना जब एक बार किसी विवाद को अपने हाथों में ले लेती हैं तो उसे सुलझा कर दम लेती हैं. कुछ दिनों पहले करणी सेना ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की थी. करणी सेना ने रानी लक्ष्मीबाई पर बेस्ड इस फिल्म के दो सीन्स को लेकर आपत्ति जताई थी. सेना का कहना था कि अगर ये फिल्म रिलीज होती है तो वो सभी मिलकर हिंसक प्रदर्शन करेंगे. लेकिन कंगना ने करणी सेना को करार जवाब दिया और कहा " चार इतिहासकारों ने मणिकर्णिका देखी है. हमने सेंसर से सर्टिफिकेट भी लिया है. इस बारे में करणी सेना को भी बता दिया गया है, लेकिन वे लगातार मुझे हैरेस कर रहे हैं. अगर वे नहीं रुके तो उन्हें भी पता होना चाहिए कि मैं भी राजपूत हूं और उनमें से एक-एक को नष्ट कर दूंगी." कंगना के इस बयान के बाद करणी सेन में हलचल मच गई और उन्होंने ने यह कहते हुए अपना विरोध वापस लिया कि "करणी सेना को फिल्म मणिकर्णिका से कोई दिक्कत नहीं है क्योंकि किसी ने भी इसे लेकर अपनी चिंता जाहिर नहीं की है. न तो किसी परिवार और न ही कोई समुदाय ने इस फिल्म को लेकर कोई आपत्ति जताई है" वाकई कंगना का यहां दमदार अंदाज देखने को मिला. ऐसे में अब कल ये फिल्म रिलीज हो रही है. इस फिल्म में कंगना के साथ अंकिता लोखंडे के साथ बॉलीवुड के कई दिग्गज सितारे भी नजर आएंगे. वहीं हाल ही में इस फिल्म को देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्ध ने भी देखा और फिल्म को देखने के बाद उन्होंने ने कंगना को फिल्म के लिए ढेरों बधाई भी दी है. देखना होगा कल रिलीज होने के बाद कंगना की फिल्म बॉक्स ऑफिस पर क्या कमाल दिखाती है. इस फिल्म का निर्देशन कंगना ने खुद किया है.
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हरदोई. प्रशासन पर परेशान करने का आरोप लगाते हुए छोली वरिया गांव का एक परिवार हरदोई महिला अस्पताल में बनी पानी टंकी पर चढ़ गया। परिवार ने खुदकुशी करने की चेतावनी दी तो पुलिस व प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंचे। परिवार को समझाकर बुझाकर टंकी से उतारने का प्रयास किया, लेकिन परिवार ने दर्ज केस को वापस लिए जाने की मांग की है। साथ ही यह भी कहा कि, जमीन पर काबिज दबंगों को हटाया जाए, तभी वे टंकी से उतरेंगे। प्रशासनिक कार्रवाई से क्षुब्ध होकर पीड़ित परिवार गुरुवार को महिला चिकित्सालय में बनी पानी की टंकी पर चढ़ गया। परमेश्वर अपनी पत्नी व तीन बच्चों के साथ पानी की टंकी पर चढ़कर खुदकुशी का प्रयास करने लगा। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन पीड़ित परिवार अपनी मांगों को लेकर अड़ा है। एएसपी ज्ञानंजय सिंह, एसडीएम राकेश गुप्ता मौके पर पहुंचे और उसके शिकायतों के निस्तारण की बात कही, लेकिन परिवार को प्रशासन की दावे पर यकीन नहीं हो रहा है।
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अधिकांश देशों की आर्थिक वृद्धि निर्भर करती हैकेंद्रीय बैंक की नीति कितनी अच्छी है। विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा शामिल मुख्य उपकरणों में से एक प्रमुख दर है। रूसी सेंट्रल बैंक कोई अपवाद नहीं है। लेकिन अपने काम के अभ्यास में, उन्होंने इस शब्द को अपेक्षाकृत हाल ही में पेश किया, इसे "पुनर्वित्त दर" वाक्यांश के साथ कई वर्षों तक प्रतिस्थापित किया। प्रमुख दर देश की अर्थव्यवस्था के मुख्य नियामकों में से एक बन रही है, जो वित्तीय बाजार के विश्लेषकों के बीच चर्चा का विषय बन रही है। ऐसे विशेषज्ञ हैं जो इसे एक उपकरण के रूप में देखते हैं, जो विकसित देशों की तरह, मैक्रोइकॉनॉमिक विनियमन के मुख्य वैक्टर को निर्धारित करता है, जिससे आप राज्य की अर्थव्यवस्था के प्रबंधन में प्राथमिकताएं निर्धारित कर सकते हैं। क्या ऐसा है? क्या विशेषज्ञों द्वारा सेंट्रल बैंक की प्रमुख दर की भूमिका इतनी शानदार है? शायद यह एक पूरी तरह से बेकार आंकड़ा है, जिसका इस्तेमाल अधिकारियों ने केवल अपने कार्यों को सही ठहराने के लिए किया है? सेंट्रल बैंक की प्रमुख दर क्या है? मुख्य दांव - वे मूल्य जो प्रमुख हैंदेशों के वित्तीय संस्थान (प्रायः राज्य केंद्रीय बैंक) निजी बैंकों को जारी किए गए ऋण (जमा) निर्धारित करते हैं। उनकी वैधता की एक निश्चित अवधि होती है। यह वित्तीय उपकरण आपको मुद्रास्फीति के साथ-साथ राष्ट्रीय मुद्रा में व्यापार पर सीधा प्रभाव डालने की अनुमति देता है। यदि, उदाहरण के लिए, सीबीआर की प्रमुख दरबढ़ जाती है, उसके बाद, कुछ अर्थशास्त्रियों के अनुसार, डॉलर और यूरो के खिलाफ रूबल की कीमत में वृद्धि हो सकती है, मुद्रास्फीति की दर में कमी के साथ। 2013 के पतन में, कई विश्लेषकों ने नोट कियारूस के सेंट्रल बैंक की नीति में नवाचारः पुनर्वित्त दर इस वित्तीय संस्थान की रणनीति का मुख्य संकेतक होना बंद हो गया है। सेंट्रल बैंक ने निर्धारित किया है कि अर्थव्यवस्था के लिए सबसे महत्वपूर्ण संकेतक तथाकथित महत्वपूर्ण दर है। उनके अनुसार, सेंट्रल बैंक एक सप्ताह के लिए तरलता प्रदान करता है। पुनर्वित्त दर और प्रमुख दर समान नहीं हैं, लेकिन सेंट्रल बैंक द्वारा पहले पूरी तरह से समाप्त नहीं किया गया है - 2016 तक इसका उपयोग जारी रहेगा। उस समय तक, इसका मान संरेखित हो जाएगादूसरे के लिए संकेतक। कुछ बैंकों के विश्लेषकों का मानना है कि सेंट्रल बैंक की ऐसी नीति काफी स्वाभाविक हैः साप्ताहिक रेपो नीलामी देश की वित्तीय प्रणाली में सबसे लोकप्रिय हैं, और यह प्रमुख दरें हैं जो सेंट्रल बैंक को बाजार में फेंकने वाले पैसे की वास्तविक कीमत निर्धारित करने में मदद कर सकती हैं। हालांकि, पुनर्वित्त दर, विश्लेषकों का मानना है कि सबसे अधिक भाग सूचक के लिए था। मुख्य दांव एक एकीकृत मॉडल बनाते हैंआर्थिक संकेतक, तथाकथित टेलर शासन पर काम कर रहे हैं। विदेशी देशों के अधिकांश केंद्रीय बैंक इसके लिए निर्देशित होते हैं, जिससे ब्याज दरें बनती हैं। टेलर सूत्र में तीन मुख्य संकेतक हैंः मुद्रास्फीति, आर्थिक वृद्धि और, जैसे, दरें। उनमें से प्रत्येक के इष्टतम मूल्य की गणना करना काफी आसान है, दो शेष लोगों को जानना। उदाहरण के लिए, 2013 की गिरावट के लिए, रूस में जीडीपी और मुद्रास्फीति की दर के आधार पर 5.6-6.3% की एक प्रमुख दर उचित होगी। यह पता चला है कि रूसी बैंकर अर्थशास्त्र के नियमों को समझने के पश्चिमी मानकों से संपर्क कर रहे हैं। मुख्य दरें, जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, में लागू होते हैंयूरोप सहित दुनिया के अधिकांश बैंकिंग सिस्टम। उनका वर्तमान मूल्य रूस की तुलना में बहुत कम है - अब ईसीबी 1% से कम मूल्यों के साथ संचालित होता है। यूरोपीय सेंट्रल बैंक द्वारा विनियमन दुनिया के इस हिस्से की अर्थव्यवस्थाओं की वर्तमान स्थिति में सुधार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ECB को यूरोप में वित्तीय संस्थानों और विशेष रूप से यूरोपीय संघ की सहायता पर निर्णय लेने के लिए कहा जाता है। विशेषज्ञ बताते हैं कि कुछ मामलों मेंनकारात्मक दरों को मंजूरी दी जा सकती है - इसका उधार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। बैंकों, सस्ते ऋणों की पहुंच रखने वाले, बदले में, राष्ट्रीय उधारकर्ताओं - नागरिकों, संगठनों द्वारा धन की प्राप्ति की सुविधा प्रदान कर सकते हैं, जो अंततः बेरोजगारी को कम करने और आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने में मदद करेंगे। नकारात्मक दरों की शुरूआत के नकारात्मक परिणामों के बीच निम्नलिखित उल्लेख किया गया हैः यह संभावना है कि नागरिकों की बैंक जमाओं की वास्तविक लाभप्रदता घट सकती है। रूसी संघ के केंद्रीय बैंक की प्रमुख दर और साथ ही यूरोप में -राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव के उपकरणों में से एक। रूस में बैंकिंग विनियमन का अभ्यास उन मामलों को जानता है जहां एक बार में एक बिंदु के कई दसवें हिस्से से इसका मूल्य बढ़ गया है। उदाहरण के लिए, अप्रैल 2014 के अंत में, रूसी संघ के सेंट्रल बैंक के निदेशक मंडल ने प्रमुख दर को 7% से 7.5% तक बढ़ाने का फैसला किया। केंद्रीय बैंक ने अपनी मुद्रास्फीति की उम्मीदों को बदलकर इस कदम को समझाया। यदि कई महीने पहले, 2014 के अंत तक इसका लक्ष्य स्तर लगभग 5% था, तो मुख्य दर को समायोजित करने के समय, सेंट्रल बैंक की उम्मीदें कुछ अधिक निराशावादी हो गईं। उनके पूर्वानुमान में बदलाव के कारक सेंट्रल बैंकउन्होंने कई का नाम दियाः रूबल की विनिमय दर की गतिशीलता, साथ ही सामानों के कुछ समूहों के लिए विदेशी व्यापार क्षेत्र में प्रतिकूल परिस्थितियां। विश्लेषकों का कहना है कि सेंट्रल बैंक तथाकथित तरजीही पुनर्वित्त का अभ्यास करता है, जब वित्तीय संस्थानों को रूसी संघ के केंद्रीय बैंक के प्रमुख ब्याज दर से कम दर पर ऋण जारी किए जाते हैं। नीति पर विशेषज्ञ रायसेंट्रल बैंक ऑफ रूस प्रमुख दरों के संबंध में विभाजित हैं। इस नियामक वित्तीय साधन के मूल्यों को कम करने की आवश्यकता के बारे में थीसिस के वकील हैं। उनका मुख्य तर्क इस तथ्य पर आधारित है कि देश की अर्थव्यवस्था की वृद्धि में मंदी का जोखिम मुद्रास्फीति से जुड़े लोगों की तुलना में बहुत अधिक है। इसलिए, जब रूस की बैंक की प्रमुख दर बढ़ जाती है, तो यह जीडीपी की गतिशीलता को प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा, विशेषज्ञों का मानना है कि इसके मूल्य को कम करने के लिए महत्वपूर्ण शर्तें हैं। सबसे पहले, विश्लेषकों का कहना है, मुद्रास्फीति, यदि यह अपेक्षित मूल्यों से अधिक है, तो ज्यादा नहीं - आप उम्मीद कर सकते हैं कि वर्ष के अंत तक यह 6-6.5% होगा। ऐतिहासिक रेट्रोस्पेक्ट में, ये रूसी अर्थव्यवस्था के लिए पूरी तरह से सामान्य संख्या हैं। राजनीतिक क्षेत्र के कुछ खिलाड़ियों ने एक विशेष प्रकार के बिल के माध्यम से सरकार और सेंट्रल बैंक के बीच बातचीत के लिए एक कट्टरपंथी दृष्टिकोण का प्रस्ताव रखा। हाल ही में, इस तरह की एक परियोजना राज्य ड्यूमा को सौंपी गई थी, और उसके अनुसार, सेंट्रल बैंक को एक आदेश जारी किया गया थाः प्रमुख दर 1% से ऊपर मायने नहीं रख सकती। इस विधेयक के सर्जक के अनुसार, वर्तमान मूल्य संगठनों को सस्ती ऋण लेने की अनुमति नहीं देते हैं, जैसा कि कई विकसित देशों में होता है। विशेषज्ञ वातावरण में प्रतिनिधि हैंविपरीत दृष्टिकोण - उनका मानना है कि प्रमुख ब्याज दर में वृद्धि होनी चाहिए। उनकी राय में, किसी को ऋण की उपलब्धता पर सकारात्मक प्रभाव की उम्मीद नहीं करनी चाहिए, क्योंकि कम प्रतिशत वास्तव में केवल बड़ी कंपनियों के लिए उपलब्ध होगा। मध्यम और छोटे उद्यम 6-8% के मूल्यों पर सबसे अच्छा भरोसा कर सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति उन जोखिमों के कारण है, जो संगठनों के पास छोटे स्तर पर हैं। इसके अलावा, विश्लेषकों ने जोर दिया, सेंट्रल बैंक के लिए, प्रमुख दर मुद्रास्फीति को प्रभावित करने का एक उपकरण है, और इसमें कमी का मतलब कीमतों की रिहाई, नियंत्रण से बाहर निकलने का मतलब हो सकता है। कई अर्थशास्त्रियों का मानना है कि सेंट्रल बैंक ऑफ रूसअभी भी प्रमुख दर कम होगी। यह संभावना है कि यह प्रवृत्ति 2014 की दूसरी छमाही में ध्यान देने योग्य हो जाएगी - जब तक कि निश्चित रूप से, अर्थव्यवस्था में अचानक समस्याएं नहीं होती हैं। अधिकारियों को उम्मीद है कि मुद्रास्फीति कुछ हद तक धीमा हो जाएगी (और यह कारक केंद्रीय बैंक को निर्धारित करने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण दर के प्रमुख मूल्यों में से एक है), रूबल की दर स्थिर हो जाएगी, और राष्ट्रीय मुद्रा में जमा की मांग बढ़ जाएगी। इसके अलावा, महत्वपूर्ण रूप से, एक अच्छी अनाज की फसल की उम्मीद है। इसलिए, विशेषज्ञों का मानना है, केंद्रीय बैंक की वर्तमान नीतिबाजार की आवश्यकता से अधिक कठोर है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि केंद्रीय बैंक के बयान कि दरें बढ़ाई जानी चाहिए केवल अफवाहों के साथ मुद्रास्फीति को रोकने का प्रयास कर सकते हैं। वास्तव में, सेंट्रल बैंक के पास मूल्य वृद्धि की उम्मीद करने का कोई कारण नहीं है, लेकिन इसके विपरीत, उन्हें नीचे की ओर समायोजित किया जाएगा। इस संबंध में, आशावादी विशेषज्ञों का मानना है कि 2014 के लिए महत्वपूर्ण दर वृद्धि की दिशा में महत्वपूर्ण उतार-चढ़ाव से नहीं गुजरेंगेः यह बहुत अधिक संभावना है कि सेंट्रल बैंक ऑफ रूस इसे कम करना पसंद करेगा। बैंकिंग क्षेत्र के कुछ विश्लेषकों का कहना हैसेंट्रल बैंक की कार्रवाई रूस के अन्य राज्यों के साथ संबंधों के कारक से प्रभावित हो सकती है। विदेश नीति के क्षेत्र में प्रतिकूल स्थिति की स्थिति में, रूबल कमजोर हो सकता है, और देश से पूंजी वापस ले ली जाएगी। महंगाई बढ़ेगी। लेकिन अगर अंतरराष्ट्रीय संबंधों में रिश्तेदार स्थिरता बनी रहती है (जिनमें से एक मुख्य मानदंड यूक्रेन के मामलों में रूस का हस्तक्षेप नहीं होगा), तो सेंट्रल बैंक की प्रमुख दर मौजूदा स्तरों पर बने रहने की उम्मीद करने का हर कारण है। विश्लेषकों का मानना है कि यह होना चाहिएउनकी राय में योगदान, गर्मियों के महीनों में मुद्रास्फीति में पारंपरिक मंदी। वे उम्मीद करते हैं कि सेंट्रल बैंक, यह देखते हुए कि कीमतें नहीं बढ़ती हैं, प्रमुख दर को विनियमित करने के मामले में तेज गति नहीं लाएगा। इसी समय, इस दृष्टिकोण के समर्थक जोर देते हैं कि सेंट्रल बैंक को अभी भी दर कम से कम 5.5% के स्तर पर लाने की आवश्यकता है। लंबे समय में यद्यपि।
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भिंड/ए.। एक पिता (father) अपनी तीन बेटियों के साथ (with three daughter) कुएं में छलांग (jumps in well) लगा दी। चारों की मौत हो गई। मध्यप्रदेश के भिंड (bhind) जिले की यह घटना शुक्रवार रात की है। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ था। पुलिस सूत्रों के अनुसार मध्य प्रदेश के भिंड (bhind) जिले के दबोह थाना क्षेत्र के ग्राम अंधियारी में राजेश रजक ने अपनी तीन बेटियों के साथ (with three daughter) शुक्रवार रात कुएं में कूदकर (jumps in well) जान दे दी। बच्चियों के पिता (father) के इस कृत्य से पूरा गांव में सनसनी फैल गई है। इस घटना में राजेश (42) अनुष्का (10), चाइना (8) और संध्या (5) की मौत हो गई। आज सुबह जब ग्रामीणों ने कुआं में लाशें देखी तो पुलिस को सूचना दी। सभी शव को कुआं से बाहर निकाल लिया गया है। पुलिस ने इस मामले में प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।
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हिंदू संगठन ब्राह्मण जन कल्याण समिति के अध्यक्ष कल्याण पांडेय ने चौरी चौरा पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई. एक भीड़ इन घरों के बाहर इकट्ठा हो गई और हिंदू धर्म से जुड़े नारे लगाने लगी और घरों पर पथराव किया. आरोपियों में से एक का दोपहिया वाहन भी भीड़ ने क्षतिग्रस्त कर दिया. नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश की गोरखपुर पुलिस ने दो घरों के ऊपर कथित तौर पैट पाकिस्तानी झंडे फहराए जाने को लेकर ब्राह्मण जन कल्याण समिति की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए राजद्रोह के आरोप में 10 नवंबर को चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया.इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया पर इससे संबंधित एक वीडियो वायरल हो गया था, जिसमें दो घरों की छतों पर लटके पाकिस्तानी झंडों की कथित तस्वीरें देखी जा सकती है.इसके बाद हिंदू संगठन ब्राह्मण जन कल्याण समिति के अध्यक्ष कल्याण पांडेय ने चौरी चौरा पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई. एक भीड़ इन घरों के बाहर इकट्ठा हो गई और हिंदू धर्म से जुड़े नारे लगाने लगी और घरों पर पथराव किया. आरोपियों में से एक का दोपहिया वाहन भी भीड़ ने क्षतिग्रस्त कर दिया. इस मामले में दर्ज एफआईआर में चार स्थानीय कारोबारी तलीम, पप्पू, आशिक और आसिफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. गोरखपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार अवस्थी ने कहा कि चार लोगों ने इस्लामिक झंडे लगाने का दावा किया है, जिसका पाकिस्तान से कोई लेना-देना नहीं है. हालांकि, सोशल मीडिया पर इन झंडों को पाकिस्तानी झंडे बताए जाने के बाद इन्हें हटा लिया गया. पुलिस ने दोनों घरों की तलाशी ली लेकिन उन्हें कोई पाकिस्तानी झंडा नहीं मिला. आरोपियों ने इन धार्मिक झंडों को पुलिस को सौंप दिया है. गोरखपुर पुलिस ने गुरुवार को ट्वीट कर घटना का उल्लेख किया था. पुलिस ने ट्वीट कर बयान जारी कर कहा था कि पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ इस सूचना पर मामला दर्ज किया है कि इन्होंने पाकिस्तानी झंडे लगाए थे. इन झंडों को कब्जे में ले लिया गया है. दरअसल पुलिस के इस बयान में कहीं भी यह नहीं कहा गया था कि उनकी तलाशी में उन्हें कोई पाकिस्तानी झंडा मिला है या फिर उन्होंने जिन झंडों को कब्जे में लिया है, वे पाकिस्तानी झंडे हैं. गोरखपुर के एसएसपी विपिन टाडा ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और इनमें से एक झंडे पर उर्दू में लिखे शब्दों की जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस को अभी इसकी भी पुष्टि करनी है कि क्या इन चारों लोगों के घर वही है, जिनकी तस्वीरें ऑनलाइन वायरल हुई है. क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिसबलों को तैनात किया गया है.
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अयान मुखर्जी (Ayan Mukerji) की फिल्म 'ब्रह्मास्त्र' (Brahmastra) शुरूआत से ही चर्चाओं का हिस्सा बनी हुई थी। इस फिल्म से जुड़ी हर खबर का इंतजार फैंस बेसब्री से कर रहे हैं। हाल ही में इस फिल्म से संबधित एक खबर सामने आ रही हैं। कुछ समय पहले ही इस फिल्म में अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) का लुक शेयर किया गया था। अब वहीं साउथ के सुपरस्टार नागार्जुन (Nagarjuna) का लुक भी फैंस के साथ साझा किया गया हैं। जिसकी वजह से फैंस के बीच इस फिल्म को देखने की उत्सुकता को और बढ़ा दिया हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें 'ब्रह्मास्त्र' 9 सितंबर बड़े पर्दे पर आने वाली हैं। इस फिल्म को लेकर फैंस के बीच उत्सुकता बनी हुई हैं। इस फिल्म की स्टारकास्ट भी काफी बड़ी हैं, जिस की वजह से फिल्म की रिलीज से पहले ही दर्शकों के बीच फिल्म को देखने की इच्छा शक्ति को और ज्यादा बढ़ा दिया हैं। इसी बीच 'ब्रह्मास्त्र' से नागार्जुन (Nagarjuna) का फर्स्ट लुक रिवील कर दिया गया हैं। अपने फर्स्ट लुक में नागार्जुन नदी के भयानक रूप में नजर आ रहे हैं। करण जैहर ने अपने सोशल मीडिया अंकाउट से नागार्जुन (Nagarjuna) का फर्स्ट लुक शेयर करते हुए लिखा हैं कि, फिल्म में नागार्जुन एक पावरफुल रोल अदा करने जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने ये भी शेयर किया कि, 15 जून को 'ब्रह्मास्त्र' का ट्रेलर रिलीज होने जा रहा है, जिसका सभी काफी समय से इंतजार कर रहे थे। करण जौहर की इस फिल्म में आलिया भट्ट, रणबीर कपूर और अमिताभ बच्चन और नागार्जुन एक साथ दिखाई देंगे। खबरों के अनुसार 'ब्रह्मास्त्र' (Brahmastra) में नागार्जुन (Nagarjuna) अनीश वशिष्ठ का किरदार निभाते हुए दिखाई देंगे और वहीं अमिताभ बच्चन प्रोफेसर अरविंद चतुर्वेदी की भूमिका में दिखाई देंगे। फिल्म में रणबीर कपूर भी अहम भूमिका निभाते हुए नजर आएंगे। रणबीर इस फिल्म में शिवा का किरदार प्ले कर रहे हैं। आलिया भट्ट (Alia Bhatt) की बात करें तो उन्हें इस फिल्म में एक खास किरदार निभाने का मौका मिला हैं, आलिया ईशा के किरदार में दिखाई देंगी। इन सुपरस्टार के अलावा इस फिल्म में मौनी रॉय भी मुख्य किरदार में दिखाई देंगी।
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शहर में फैले कोविड के संकट में परेशानी का सामना कर रहे 1,400 से अधिक पावरलूम बुनकरों ने कपड़ा व्यापारियों के लिए ग्रे या अधूरे कपड़ों की बिक्री के सामने भुगतान के लिए डिजिटल माध्यम या ऑनलाइन पेमेंट का उपयोग करना अनिवार्य कर दिया है। 10 कृपया ध्यान दें कि सिंबल और सर्वर में मार्जिन जरूरतें भिन्न होती हैं। अधिक जानकारी के लिए लिवरेज और मार्जिन आवश्यकताएं सेक्शन देखें। Badwill अनिवार्य रूप से किसी कंपनी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाता है। एक अन्य फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने कहा कि खर्च को लेकर भी चर्चा की जहां टीमों ने व्यावस्था और यूएई जाने और वहां ठहरने को लेकर शीर्ष-10 ट्रेडर्स के लाभ बात की। हालांकि हमें अभी यह नहीं पता है कि कंपनी किस जॉब प्रोफाइल के लिए आ रही है, लेकिन यह हमारे छात्रों के लिए अपना टैलंट दिखाने का एक बेहतरीन मौका है।'। 734. किस संस्थान ने भारतीय विज्ञान सम्मेलन 2019 में "सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शक पुरस्कार" जीता है? भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग। आप को गंभीरता से बोलियां में संलग्न हैं, तो आप इस घड़ी में "बैठ" करने के लिए है, के रूप में कुछ बाजारों में एक दिन पर व्यापार कर रहे हैं, और यहां तक कि चौबीस घंटे। इन भाषाओं में सहिष्णुता के लिए कोई दूसरा शब्द नहीं है। इसलिए, औपचारिक रूप से पश्चिमी संस्कृतियों के लिए, यह एक और एक ही हो सकता है. या, शायद, वे विचार के तहत दो अवधारणाओं के बीच समानता और अंतर के बारे में भी नहीं सोचते हैं। 25 लोगों को गिरफ़्तार किया गया शीर्ष-10 ट्रेडर्स के लाभ है और बड़ी मात्रा में अवैध शराब बरामद की गई है. राज्य के सैकड़ों ठिकानों पर छापेमारी हुई है। गिगवॉक एक मुफ्त मोबाइल एप्लिकेशन है जो लोगों को अपने क्षेत्रों में जब भी और जहां भी नौकरी खोजने में सक्षम बनाता है। ऐप विशेष रूप से उन उपयोगकर्ताओं के लिए बनाया गया है जो कुछ अतिरिक्त रुपये कमाना चाहते हैं। ऐप में लाखों उपयोगकर्ता हैं जो तुरंत प्रमुख संगठनों से गिग्स को स्वीकार करना शुरू कर सकते हैं और उनके द्वारा पूरी की गई नौकरियों के लिए भुगतान कर सकते हैं।
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आज सरकारी उपेक्षा के कारण गुलाबी नगर जयपुर में ब्लू पॉटरी कला पर खतरे की काली छायाएं मंडरा रही हैं। सरकार द्वारा इस पर भारी बिक्री कर लगाने से इसकी स्थिति और ज्यादा खराब हो रही है। आज सरकारी उपेक्षा के कारण गुलाबी नगर जयपुर में ब्लू पॉटरी कला पर खतरे की काली छायाएं मंडरा रही हैं। सरकार द्वारा इस पर भारी बिक्री कर लगाने से इसकी स्थिति और ज्यादा खराब हो रही है। ब्लू पॉटरी वैसे राजस्थान की अपनी मूल कला नहीं है। भारत में इस कला का प्रचलन मुगलकाल में अफगानिस्तान के जरिए हुआ। चार हजार साल पहले मिस्र में खोदाई के समय कुछ ऐसे पात्र मिले थे, जो एक विशेष प्रकार की मिट्टी से कलात्मक ढंग से बनाए हुए थे। इस खोदाई में मिली कला न ही ब्लू पॉटरी को दुनिया में स्थापित कर दिया। जयपुर में ब्लू पॉटरी की कला का श्रेय महाराजा रामसिंह को जाता है, जिन्होंने इसे सीखने के लिए अपने दो कारीगरों को दिल्ली के मोला कुम्हार के पास भेजा था। रामसिंह हस्तकलाओं को प्रोत्साहित करने के हामी थे। दोनों कारीगरों के परिवारों से ही आज यह कला विकसित हुई। 1963 में रामसिंह शिल्पशाला की स्थापना की गई और महाराजा मानसिंह ने पचहत्तर हजार रुपए का अनुदान दिया। लेकिन चंद दिनों बाद ही यह शाला बंद हो गई। हालांकि तब तक यह कला जीविकोपार्जन के रूप में स्थान पा चुकी थी। बाद में कुछ दूसरे लोगों ने इसे अपनाया। आज करीब एक हजार से अधिक शिल्पी इस कला से रोजी-रोटी कमा रहे हैं। बड़े-बड़े एंपोरियमों में यह कला पर्यटकों का ध्यान खींचती है। हर साल करीब पंद्रह लाख रुपए के मनमोहक फूलदान-एस्ट्रे और पेन स्टैंड, जार और प्लेटें बिक जाती हैं। यह कला सिर्फ शहर में ही चल सकती है, गांवों में इसके संचालन के पूर्ण साधन प्राप्त करना कठिन है। इस कला पर चंद पूंजीपतियों ने एकाधिकार कर लिया है। बाकी लोग मजदूरी करने को विवश हैं। सरकारी ऋण और संरक्षण के अभाव में शिल्पी अपना खुद का व्यवसाय संचालित करने में सक्षम नहीं है। इसे आधुनिकतम नए पैटर्न और शिल्प के साथ विकसित करने की फिक्र भी नहीं है। पराई कला मानकर सरकार इसे उचित दर्जा और देखभाल का स्तर नहीं दे पाई है। इस कला को चित्ताकर्षक बनाने के लिए सरकार की ओर से उचित प्रशिक्षण की भी व्यवस्था नहीं है और ऊपर से बिक्री कर की मार। चंद वर्षों पहले राजस्थान लघु उद्योग निगम ने डिजाइन सेंटर ब्लू पॉटरी के विकास और विस्तार के लिए स्थापित किया था, लेकिन यह चल न सका। और इसके सभी कार्यक्रम मटियामेट हो गए। वैसे भी फूलदान, कलमदान, जार, कप सभी चीजें रोजमर्रा के उपयोग की नहीं रही हैं। राजा-रईस-नवाब और धनाढ्य वर्ग इसे अपने कमरों को सजाने के लिए काम में लेते रहे हैं। यह जनसामान्य में लोकप्रिय नहीं हो पाई और अब इसे कोई संरक्षण भी नहीं है। इस कला को कलात्मक बनाने में यहां के चित्रकार कृपालसिंह शेखावत का विशेष योगदान रहा। उन्होंने इसके लिए नए- नए डिजायन उत्कीर्ण किए, जिससे इस कला को और अधिक व्यापकता मिली। इसके लिए उन्हें भारत सरकार ने पद्मश्री की उपाधि से भी अंलकृत किया था। जिस तरह ब्लू पॉटरी में डिजायन के रंगों को पक्का किया जाता है, वह अद्भुत है। इन पात्रों को पकाने के बाद डिजायन अमिट हो जाता है और यह अपना आकर्षण नहीं खोता। रंग मुख्यतौर पर नीला ही होता है, इसलिए ब्लू पॉटरी नाम दिया गया। चीनी मिट्टी से बने ये वस्तुएं पत्थर जैसी कठोरता और दृढ़ता ले लेती हैं। इनमें छोटे से लेकर बड़े बर्तन भी बनाए जाते हैं। इन्हें से पता चलता है कि कलाकारों नें इन्हें कैसे और कितनी सुघड़ता के साथ आकार दिया है। इसके ज्यादातर शोरूम जयपुर में चंद्रमहल के बाहर और आमेर रोड पर बहुतायत से हैं, लेकिन दूसरे स्थानों और हस्तशिल्प केंद्रों में भी यह कला देखी और खरीदी जा सकती है। कीमत ज्यादा होने की वजह से विदेशी सैलानी या अपने देश की अमीर लोग ही इसे खरीद पाते हैं। हालांकि, मुनाफे का ज्यादा हिस्सा दुकानदारों के पास चला जाता है, असली कारीगर तो बस नाममात्र ही पाते हैं। बड़े-बड़े पूंजीपति भी इन्हें अपने ड्राइंगरूम में सजाने के लिए खरीदते हैं। सरकारी नियंत्रण और संरक्षण में अगर इनकी कीमतों पर लगाम लगे तो इसे और अधिक लोकप्रियता मिल सकती है और यह विदेशी मुद्रा कमाने का बड़ा जरिया बन सकती है। देश-विदेशों में इसका फैलाव तो हुआ है, लेकिन जिस लोकप्रियता को इसे पाना चाहिए, वह अभी विकसित करने के लिए और जरूरी है। वह जरूरत इसके मंहगे भावों को नियंत्रित करने की है। इसमें पिसता है इसकी मजदूरी करने वाला कलाकार। इसे खरीददार शोरूम वाले ज्यादा मुनाफा नहीं दे पाते हैं, इससे यह चंद लोगों की पहुंच तक सिमट कर रह गई है। निसंदेह ब्लू पॉटरी कला चित्ताकर्षक और मनोहारी है, लेकिन इसे सरकारी संरक्षण मिले तो यह और अधिक बाजार पा सकती है। इसके कारीगरों को प्रोत्साहित करने और मुनाफाखोरी से बचाना पहली जरूरत है।
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पुरे देश भर मे होली का त्योहार बडी धुमधाम से मनाया जाता है पर महाराष्ट्र मे एक जिले का एक ऐसा गाँव है जहा सभी नए जवाईयो को गधे पर बिठाकर जुतो की माला पहनाकर उनका पुरे गाँव मे जुलुस निकाला जाता है। मामला महाराष्ट्र राज्य के बीड जिले के वीडा गाँव का है जहा हर वर्ष यह त्योहार कुछ अलग ढंग से मनाया जाता है। होली का त्योहार करीब आते ही इस गाँव के सभी जवाई गाँव छोडकर अन्यत्र गुप्त स्थान पर चले जाते है। पर गाँव के लोग टोलियाँ बनाकर उन्हे ढुंढते है ओर इस कार्य मे उन लोगो को करीब सात से आठ दिन का समय लग जाता है। इस गाँव की आबादी करीब 6 हजार है जिनमे करीब 100 जवाई है। इसकी वजह से कोई भी जवाई इस गाँव मे होली मनाने नही आता है। निजाम के जमाने मे एक ठाकुर आनंदराव देशमुख ने मजाक मे अपने जवाई का गधे पर जुलुस निकाला था तब से आज तक गाँव वाले इस प्रथा को चलाते आ रहे है। जुलुस खत्म होने के बाद जवाई को नए कपडे व सोने की अंगुढी दी जाती है। By sagar classes bundi - February 28, 2018 No comments: राजस्थान पुलिस कोन्सटेबल का एडमिट कार्ड राजस्थान पुलिस की अधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर दिए गए है। जिस भी केंडीडेट ने राजस्थान पुलिस कोन्सटेबल का फोर्म भरा है वो अपना एडमिट कार्ड राजस्थान पुलिस की ओफिशियल वेबसाइट police.rajasthan.gov.in से डाउनलोड कर सकते है। बता दे कि राजस्थान पुलिस कोन्सटेबल के कुल 5390 कोन्सटेबल के पदो के लिए यह भर्ती हो रही है। ओर यह परिक्षा 7 march 2018 को होने वाली है। By sagar classes bundi - February 27, 2018 No comments: भुवनेश्वर मे एक शक्स ने तोहफे मे बम रखकर गिफ्ट दिया जिससे शुक्रवार को तोहफे को खोलने पर विस्फोट हो गया। इसमें नवविवाहित युवक और उसकी दादी क मौत हो गई। 21फरवरी को नवविवाहित जोडे का रिसेप्शन था। जिसमे नवविवाहित जोडे को खुब गिफ्ट प्राप्त हुए थे। ओर उन्ही उपहारो मे से एक उपहार मे एक अनजान युवक ने बम भेंट कर दिया। 23 फरवरी शुक्रवार शाम को जब सोम्य (नवविवाहित युवक) ने उस उपहार को अपनी दादी के कमरे मे ले जाकर खोला तो वह बम वही फट गया। दादी के कमरे मे सोम्य उसकी पत्नी रिमा व उसकी दादी मोजुद थै तीनो गंभीर घायल हो गए। तीनो को गंभीर हालत मे पाटनगढ अस्पताल भर्ती कराया गया। जहा दादी ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया सोम्य को अन्य अस्पताल मे रेफर किया गया जहा उसने भी दम तोड़ दिया।युवक की भी पत्नी गंभीर रूप जख्मी हो गई जिसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। बताया जा रहा है कि गिफ्ट पर रायपुर लिखा हुआ था।पाटनगढ़ में रहने वाले सौम्य की शादी 18 फरवरी को बोध जिले की रीमा साहू से हुई थी। हादसे के समय सोम्य के पिता दिल्ली अपनी बेटी के घर गए था। सौम्य की मां भी घर पर नहीं थीं। By sagar classes bundi - February 24, 2018 No comments: . अब अपना राज्य,जिला और Distributor Agency Name को भरे। अब सिक्युरिटी कोड डाले व Proceed पर क्लिक करें। यदि आपको सब्सिडी प्राप्त नही होती है तो इसकी ऑनलाइन शिकायत भी कर सकते हैं। इसके लिए www.mylpg.in पर या 18002333555 के टोलफ्री नंबर पर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। By sagar classes bundi - February 21, 2018 No comments: एक अनजान लडकी उसके बेटे से फोन पर बार बार बात करती थी। इस वजह से लड़की का परिवार इस कारण परेशान था। इसी के चलते मेरे बेटे का मर्डर किया गया। पुलिस ने पिता की शिकायत पर चार के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। पिता समंदर ने बताया कि उसका बेटा दीपक गांव में बने घेर में सोता था। मंगलवार को दीपक रोजाना की तरह घेर में जाकर सोया था।जब सुबह 5 बजे मे पशुओं को चारा डालने के लिए घेर में गया तो वहाँ मेेेेरे बेटे का शव पडा थाा। - दीपक को दो गोलियां मारी गई थीी समुंद्र ने गांव के सरपंच राकेश पर हत्या का आरोप लगाया है। गांव की एक लड़की उसके बेटे के पास फोन करती थी। जिसके चलते लड़की के घरवाले दीपक से रंजिश रखते थे। पिता समंदर की शिकायत पर लड़की के पिता सुधीर, चाचा जोगिंद्र, भाई राकेश और चचेरे भाई व सरपंच राकेश के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। अब राजस्थान मे खेत की पराली कचरे से बनेगी बिजली प्रस्तावित है तीन जिले जाने कोनसे है। राजस्थान की राजधानी जयपुर सहित दो अन्य जिलो मे कचरे से बिजली बनाने के संयत्र स्थापित किए जाएंगे इसके लिए राजस्थान सरकार ने तैयारी शुरु कर दी है। राजस्थान के जयपुर जिले समेत जोधपुर व कोटा मे कचरे से बिजली बनाने के संयत्र प्रस्तावित है। नगरीय विकास मंत्री श्रीचंद कृपलानी ने मंगलवार के दिन विधानसभा मे इसकी जानकारी दी उन्होंने बताया कि प्रदेश के तीन जिले जयपुर,जोधपुर समेत कोटा मे संयत्र स्थापित किए जाएंगे इसके लिए वहा पर फर्म भी निर्धारित कर लिए गए हैं। श्रीचंद कृपलानी ने बताया कि जयपुर मे 600टीडीपी 7mw व जोधपुर 400टीडीपी 3mw के संयत्र के लिए फर्म का चयन किया जा चुका हे तथा कोटा मे कचरे से बिजली बनाने के संयत्र के लिए पुनः निविदा आमंत्रित पत्र की स्वीकृत जारी है। उन्होंने कहा की बिजली की दर फिक्स होने के बाद प्लांट बनाने का कार्य प्रारंभ किया जाएगा।ओर प्रारंभ करने के 18 माह के अंदर बिजली बनाने का संयत्र पुरा हो जाएगा। By sagar classes bundi - February 20, 2018 No comments: राजस्थान मे ब्यावर जिले के नंदनगर गाँव मे शादी के समारोह मे गैस सिलेंड़र के फटने से एक बडा हादसा हो गया। हादसा कुमावत समाज के भवन में शुक्रवार को शादी समारोह के दौरान हुआ था। सिलेंडर धमाकों में मरने वालों की संख्या अब तक बढ़कर 18 हो गई है। नौ शव शनिवार को निकाले गए थे। बाकी शव आज निकाले गए हैं। कुमावत पंचायत मे जहा शादी की शहनाइयाँ बजती वहा शुक्रवार को चीख पुकार सुनाई दिया। धमाका इतना जोरदार था कि जिन लोगो ने सुना व देखा वो अभी तक सहमे हुए है। Ndrf व sdrf के जवान अब भी मलबे को हटाने में जुटे हुए हैं। मलबे के नीचे अभी भी लोगों के दबे होने की आशंका है। धमाके के बाद राहत कार्य में तेजी लाने के लिए जर्जर दो मंजिला इमारत को शनिवार को गिरा दिया गया था। रविवार को भी मलबा हटाने और शवों को निकालने का काम जारी है। हादसे में तीन मासूम बच्चों की मौत हो गयी। पीपाड़ निवासी विश्वास के बेट लक्षत और कर्तव्य के अलावा नया गांव पाली निवासी दो वर्षीय खुशी देवड़ा की जान इस हादसे ने ले ली। शनिवार को शााम के समय मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पीड़ित परिवारों से मिलने ब्यावर पहुंचीं जहाँ मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की। By sagar classes bundi - February 18, 2018 No comments: बुंदी सीतापुरा के जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य एस.के.माहेश्वरी ने बताया कि 10 फरवरी 2018 को होने वाली यह परिक्षाअब 21अप्रेल 2018 (शनिवार) को बुंदी जिले में कुल 18 परीक्षा केन्द्रों पर होगी जो सुबह 11बजे से आयोजित की जाएगी। परीक्षा से जुडी सभी जानकारी विभाग की अधिकारिक वेबसाईटwww.nvshq.org पर जाकर प्राप्त चर सकते है।व प्रवेश पत्र भी वहीं से प्राप्त कर सकते हैं। By sagar classes bundi - February 14, 2018 No comments: आज 14 फरवरी को पूरा देश वेलेंटाइन डे मन रहा हैं वहीं जयपुर मे एक दिल दहलाने वाली वारदात सामने आयी है। एक बदमाश ने दो लड़कियों के ऊपर तेजाब फेंक दिया। घटना राजस्थान मे जयपुर जिले के निवारू रोड पर झोटवाडा स्थित सिटी मॉल के बहार की है। जहाँ महबूब नाम के एक शक्स ने दो युवतियों पर तेजाब फेंक दिया। आरोपी हाउसिंग ठान मनिहारों के मोहल्ला,हाउसिंग बोर्ड का रहने वाला है।बताया जा रहा है कि लड़कियों की हालत नाज़ुक बनी हुई हैं। वहां मौजूद लोगों ने दोनों लड़कियों को एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया। व पुलिस को इसकी सुचना दी।लड़कियों पर तेजाब फेकने के दौरान उसके अपने हाथ पर भी तेजाब गिर गया जिसके चलते वह बदमाश भी झुलस गया। और युवक को भी लोगों ने अस्पताल में भर्ती करवाया। तेजाब फेंकने के कारणों का अभी तक कुछ पता नहीं लग पाया है। लेकिन पुलिस इस मामले कि छानबीन में लगी हुई है। पीड़िता पर ये हमला उस वक्त हुआ जब वह मॉल से बहार निकल रही थी। पुलिस के अनुसार एक लडकी का नाम परवीन जिसकी उम्र 22 वर्ष है ओर यह मामला प्रेम प्रसंग का हो सकता है। 11फरवरी 2018 रविवार को हुई राजस्थान शिक्षक पात्रता परिक्षा के बाद कहीं पेपर आउट होने की अफवाह फैली तो कहीं फ़र्ज़ी अभ्यर्थी पकड़े गए, कहीं ब्लूटूथ की मदद से नक़ल करते परीक्षार्थीयो को पकडा गया। ओर अब पैसे के बदले reet के पेपर मे पास करने की खबर सामने आ रही है। रकम लेकर रीट की परीक्षा पास करवाने का मामला सामने आया है। इस मामले में एक आदमी ने जयपुर जिले मे ऐसा धंधा करने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज़ करवाया है। बताया जा रहा है कि कई युवा रीट परिक्षा में पास करवाने के नाम पर ठगे जा चुके है।उनसे मोटी रकम ठगी गई है। जयपुर में रीट परीक्षा पास करवाकर नौकरी दिलाने के नाम पर दो लोगों से लाखों रुपए ठगने का मामला सामने आया है। बनीपार्क थाना इलाके में रीट परीक्षा पास करवाने के नाम पर एक युवक से तीन लाख रुपए ठगे गए हैं। पुलिस के बताए अनुसार जयपुर के शास्रीनगर निवासी श्रीराम सैन ने मामला दर्ज करवाया कि उसके छोटे भाई बजेंद्र सैन ने रीट परीक्षा का फार्म भरा था। भोमाराम व सतेन्द्र ने परीक्षा में पास करवाने के नाम पर उससे तीन लाख मांगे। आरोपियों का कहना है कि उनका रीट परीक्षा करवाने वालों से अच्छा तालमेल है। उन्होंने झुंझूनूं निवामी आशिष कुमार का नाम बताया है कहा है कि सारा काम वही करेगा और वह इसकी गांरटी भी ले रहा है। By sagar classes bundi - February 13, 2018 No comments: चित्तोड शहर मे एक आदमी अपने मन की बात जनता को बताने के लिए एक मोबाइल टावर पर चढ गया जो करीब पोने चार घंटे तक उपर ही बैढा रहा। दरअसल व्यक्ति की मांग थी की देश मे मासुम बच्चीयो पर होने वाले अत्याचारो व अपराधो पर सरकार द्वारा सख्त कानुन बनाया जाए। व्यक्ति राजेंद्र सिंह निवासी चित्तोड के डगला का खेडा हाल परलिया का है।जो सुबह करीब सात बजे मोबाइल टावर पर चढ गया तथा साथ मे एक हेंड माईक भी लेकर चढा जो करीब आधे घंटे तक अपने साथ लाए माईक से भाषण सुनाता रहा। करीब साढे सात बजे अंकित शर्मा नामक एक कोचिंग छात्र ने यह मामला अपने पिता भगवती लाल शर्मा को बताई जिन्होने इसकी खबर पुलिस को दी। तब वह युवक करीब 11 बजे के आसपास नीचे उतरा पुलिस ने उसे आत्महत्या की कोशिश के मामले मे गिरफ्तार कर लिया। बूंदी सदर थाना इलाके के श्योपुरिया बावडी एक बहुत बडी घटना सामने आयी है।किन्ही अज्ञात व्यक्तियो ने एक आदमी को जिंदा जला दिया तथा बाद मे अधजले शरीर को श्योपुरिया बावडी में एक भुखंड मे फेंक दिया। बता दे की श्योपुरिया बावडी नेनवाँ रोड पर स्थित है। जहा अज्ञात जनो ने ऐसी घटना को अंजाम दिया। अधजला शव मिलने से इलाके मे सनसनी फैल गई है।मृतक की शिनाख्त कजोड़ सैनी निवासी हिंडोली के रुप मे हुई है। तथा जेब से चाबीयाँ भी मिली है। सदर थाना पुलिस व डीएसपी समंदर सिंह व पुलिस उपाधीक्षक थाना अधिकारी अभिषेक पारीक समेत टीम कर बारीकी से जांच पड़ताल करने मे जुटी है।अभी भी हत्या के कारणो का पता नही लग पाया है। By sagar classes bundi - February 12, 2018 No comments: अलवर के पीजी कालेज मे पकडा रीट का परिक्षार्थी नकल कर रहा था ब्लुटुथ से। राजस्थान मे आज रविवार को हुई रीट की परिक्षा मे एक परिक्षार्थी को नकल करते हुए पकडा गया है।युवक का नाम रुगनाथ है। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। युवक ने ब्लुटुथ कान के अंदर सेट कर रखा था ओर जब इसका पता परिक्षक को लगा तो उसने उस युवक को पुलिस के हवाले कर दिया।पुलिस ने उसके कान से ब्लुटुथ डिवाईस को बाहर निकालने की बहुत कोशिश की पर डिवाइस कान मे फंस जाने से डाँक्टर को बुलाया गया पर डाँक्टर भी असमर्थ रहे। बाद मे उस युवक के कान से ब्लुटुथ आपरेशन से ही निकला।पुलिस को अब नकल कराने वाले गिरोह के बाकी लोगो की भी तलाश है।उस ब्लुटुथ की लोकेशन के आधार पर उनकी तलाशी जारी है। By sagar classes bundi - February 11, 2018 No comments: RBSE ajmer द्वारा आयोजित अध्यापक पात्रता(रीट) परीक्षा 2017 दो पारियो में होगी 11फ़रवरी को प्रथम पारी मे 9859 परीक्षार्थी भाग लेंगे जिनके लिए 41 परिक्षा केंद्र निर्धारित किए है।यह 10.00 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक(द्वितीय स्तर) कक्षा 6-8 तक होगी। तथा द्वितीय पारी दोपहर 2.30 बजे से सांय 5.00 बजे तक(प्रथम स्तर) कक्षा 1 से 5 आयोजित होगी।तथा द्वितीय पारी में 6 केन्द्रो पर 2443 परीक्षार्थी भाग लेंगे। प्रत्येक केन्द्र पर पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है जो आवश्यक सुचनाओ को । समस्त परीक्षा केन्द्रो पर पुलिस का पर्याप्त जाप्ता नियुक्त किया गया है। यदि किसी परीक्षार्थी द्वारा नकल करते पकडा जाता है।या अन्य अनुचित साधनो का उपयोग किया जाता है तो उसके विरूद्ध राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 1992 के तहत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जावेगी। बाहर से आने वाले परीक्षार्थियो एवं उनके परिजनो के ठहरने के लिए धर्मशालाओ एवं रेन बसेरो का पुख्ता इंतजाम किया है , जिनकी सूचना कोई भी परीक्षार्थी कन्ट्रोल रूम नम्बर 0747-2447480 पर प्राप्त कर सकता है। परीक्षा कार्य में नियुक्त समस्त अधिकारी अपने दायित्व का पूर्ण कर्तव्यनिष्ठा से निर्वहन करेंगे। By sagar classes bundi - February 10, 2018 No comments: तालेडा शहर शुक्रवार देर रात कुछ बदमाशो ने एक युवक को गोली मार दी जिसके चलते युवक गंभीर घायल हो गया। जानकारी के अनुसार कुछ बदमाशो ने शुक्रवार रात को चोरी करने के लिए एक मकान को निशाना बनाया। ओर वो घर का ताला तोडने लगे। तभी मकान मालिक मोहम्मद अय्युब व उनके बेटे अब्दुल रहीम(24) को ताला तोडने की आवाज सुनाई दी ओर वो बाहर आए ओर इसकी खबर लगते ही चोर भागने लगे साथ ही अब्दुल रहीम ने उनका करीब 100 मीटर तक पीछा किया।जिससे एक बदमाश ने बंदुक से अब्दुल रहीम को गोली मार दी। अब्दुल रहीम गंभीर घायल हो गया उसे तुरंत कोटा मे भर्ती कराया गया पर उसने रास्तेे मे ही दम तोड़ दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिक्षक मोके पर पहुचे। आजकल ऐसे बदमाश खुलेआम ऐसे कामो को अंजाम दे रहे है। welcome friends क्या आपका जियो का रिचार्ज पैक खत्म हो गया है।अगर हाँ तो अगली बार आप अपने जियो के रिचार्ज पर पुरा ₹75 का केशबेक प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन औफर सीमित समय के लिए है। इस औफर को आप 15 फरवरी तक प्राप्त कर सकते है।इसके लिए आपके पास डेबिट कार्ड होना अनिवार्य है।जहाँ से आप आँनलाइन रिचार्ज कर सके। तथा आपको इस औफर को प्राप्त करने के लिए कम से कम ₹300 का रिचार्ज करना होगा। वैसे भी जियो का फुल बेनीफीट रिचार्ज आपको ₹300 से उपर के रिचार्ज पर ही मिलता है। जियो का कैशबैक पाने के लिए आपको एक एप इंस्टाल करना होगा जिसका नाम है फोन पे(phone pe) यह बहुत ही शानदार ओर भरोसेमंद ऐप है। जो गुगल द्वारा सत्यापित है।इस पर आप अपना डेबिट कार्ड जोडकर अपना जियो का रिचार्ज कर सकते है तथा जियो का रिचार्ज कर सकते है।इसमे आप पहले जियो के रिचार्ज पर 75 रुपये का तथा अगले दो अन्य जियो के रिचार्ज पर ₹30 -30 का कैशबैक प्राप्त कर सकते है। जब आप अपना रिचार्ज की प्रोसेस पुरी कर लोगे तो 2-3 मिनट के बाद आपका कैशबैक अपने आप आपके वालेट मे आपको मिल जाएगा जिसको आप अगली बार के रिचार्ज मं काम ले सकते है। यदि आपके पास कोई भी डेबिट या क्रेडिट कार्ड नही है।तो आप इस एप मे अपने अकाउंट को जोडकर upi आईडी बनाकर भी भुगतान कर सकते है। फोलो करे अगर आपको यह article पसंद आया हो तो। By sagar classes bundi - February 09, 2018 No comments: राष्ट्रीय पात्रता परिक्षा 2018 मे प्रवेश की तैयारी करने वाले पात्र अभ्यर्थियो के लिए बडी खबर है। सीबीएसई (central board of secondary education ) ने नया नोटिफिकेशन जारी किया है जिसमे पात्र अभ्यर्थियो के लिए रजिस्ट्रेशन शुरु कर दिया गया है। इसका आँनलाइन रजिस्ट्रेशन 8 फरवरी 2018 से शुरू हो गया है। जो 9 मार्च तक होगा। आप इस समय अंतराल मे अपना रजिस्ट्रेशन आनलाइन कर सकते है।तथा 10 मार्च 2018 तक फीस जमा करवा सकते है। नीट का आयोजन देशभर मे एमबीएस/ बीडीएस कोर्स के लिए मेडिकल कॉलेज मे एडमिशन के लिए किया जाता है। नीट परिक्षा 2018 के लिए कुछ पात्रता दी गई है। जिसमे आवेदक अभ्यर्थियो के आयु परिक्षा तिथि तक 17 से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए वेसेएससी,एसटी,ओबीसी,दिव्यांगो के लिए 30 वर्ष तक छुट है।अभ्यर्थियो का फिजिक्स,केमिस्ट्री,बायोलाँजी,ओर इंग़लिस के साथ इंटरमिडियेट 50 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य है। सभी 12कक्षा मेअध्ययनरत छात्र इसके लिए आवेदन कर सकते है।इसके लिए आपके पास आधार होना अनिवार्य है। ओर इस बार सभी अभ्यर्थियो के लिए नीट का पेपर एक ही होगा। By sagar classes bundi - February 08, 2018 No comments: गुमानपुरा गांव के पास कोटा बूंदी नेशनल हाइवे(NH)-52 पर बुधवार देर रात को बाईक चालक गाय को बचाने के चक्कर मे एक्सीडेंट हो गया था।जिसने उपचार के दौरान दम तोड दिया है। जानकारी के अनुसार बाईक चालक सत्यनारायण सैनी बुंदी जिले के गाँव कुंवारती का रहने वाला है।सत्यनारायण सैनी बुधवार देर रात अपने गांव लौट रहा था। अचानक गांय सामने आ गई जिसे बचाने के चक्कर में एक्सीडेंट हो गया। जिससे बाईक चालक गम्भीर घायल हो गया था जिसे कोटा रेफर किया गया था।जहा उपचार के दौरान सत्यनारायण सैनी ने दम तोड दिया। आए दिन कोटा बुंदी नेशनल हाइवे 52 पर हादसे हो रहै।जो बहुत ही सिरियस मामला है। अतः आप सभी से निवेदन है।कि सडक पर चलने के सभी ट्राफिक नियमो का पालन करे। बुंदी जिले के तालेडा शहर के पास बरंधन चोराहा नेशनल हाइवे पर एक कार द्वारा बाइक सवार को टक्कर मार दी गई जिससे युवक गंभीर घायल हो गया है। युवक घोडा पछाड नदी के पास बसे जरखोदा का रहने वाला है।जिसका नाम राम जांगिड़ बताया जा रहा है। जिसे तालेडा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। By sagar classes bundi - February 07, 2018 No comments: बुंदी जिले के रामगंज बालाजी के पास नेशनल हावे पर राधिका होटल के सामने कट पर एक बाईक सवार को स्विफ्ट गाडी ने टक्कर मार दी जिससे युवक ग़ंभीर घायल हो गया। के अनुसार घायल युवक सरस्वती का खेडा का बताया जा रहा हे। जो कोटा स्थित गुमानपुरा मे जेके ट्रस्ट मे इंसा मे जानवरो के डाँक्टर के पद पर कार्य करता है। युवक कोटा मे सरस्वती का खेडा का रहने वाला है।जो जानवरो का डाँक्टर है।जिसका नाम सुरेश योगी है।ओर पिता का नाम हजारी लाल योगी है। घटना रामगंज बालाजी के पास राधिका होटल के सामने स्थित हाइवे पर लगे क्रास पर हुआ है। युवक को अभी बुंदी के सामान्य चिकित्सालय मे प्राथमिक उपचार चल रहा है। एनसीवीटी की ओर से सोमवार को शुरु हुई आईटीआई पहले सेमेस्टर की परिक्षा का पेपर परिक्षा होने से पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। एनसीवीटी विभाग की ओर से परिक्षा समाप्त होने के बाद सोशल मीडिया (whatsapp,facebook)पर वायरल पेपर की जाँच की गई जिसमे करीब 75 प्रस्न हुबहु आईटीआई के पेपर से मिलान हो गए। पेपर लिक होने के बाद एनसीवीटी ओर नोडल आईटीआई के अधिकारियों व कर्मचारियो की विश्वसनीयता पर सवाल खडे हो गए है। सोमवार को पहला पेपर इलेक्ट्रिशियन थ्योरी व एप्लायबिलिटी स्किल का था।जो 200 अंको का था। पेपर सोमवार सुबह 10 बजे शुरु होना था पर सुबह 9 बजे ही पेपर लीक हो गया इसके चलते छात्रो व उनके परिजनो ने हंगामा खडा कर दिया जिसके चलते काँलेज प्रशासन को पुलिस बल का प्रयोग करना पडा। By sagar classes bundi - February 05, 2018 No comments: राजस्थान राज्य के जोधपुर जिले मे स्वाइन फ़्लु ने अपना घर बना लिया है।स्वाइन फ्लू का एक और रोगी सामने आया है। जोधपुर जिले के मेडिकल कॉलेज की माइक्रो बायो लेब मे जांच के 27 नमुने लिए गए थे जिसमे से एक नमुने मे तिंवरी के सिवाना बेरा निवासी (२०) वर्षीय युवती में स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हुई है। जोधपुर जिले में अब तक करीब 5 दर्जन स्वाइन फ्लू रोगी सामने आ चुके हैं। स्वाइन फ्लू का कहर जोधपुर मे बहुत बढ रहा है। इसकी शिकायत ज्यादातर बच्चों मे दिखाई पड रही है। चार दिनों में तीन बच्चे स्वाइन फ्लू पॉजीटिव पाए गए । सरकार और चिकित्सा प्रशासन द्वारा इस पर रोक लगाने के पुरे प्रयास नही किए जा रहे है। पिछले सप्ताह मथुरा दास माथुर अस्पताल मे तीन नए स्वाइन फ्लू मरीज सामने आए थे। इनमें उसी अस्पताल के रेडियो थैरेपी विभाग के चिकित्सक भी शामिल थे। तब दस सैम्पल जांच के लिए भेजे गए थे। इसमें तीन नए मरीज सामने आए थे। ईसाइयों का कब्रिस्तान निवासी 56 वर्षीय रेडियो थैरेपी विभाग के चिकित्सक ,तथा दो अन्य की स्वाइन फ्लू रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद तीनों मरीजों को मथुरादास माथुर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया गया था। पाकिस्तान की सीमा के करीब लगे भारत के राज्य जम्मु कश्मीर मे पाकिस्तान ने भारी गोलाबारी की व संघर्ष विराम का उलंघन किया हे। जिसके चलते जम्मु कश्मीर मे चार भारतीय जवान शहीद हो गए है व दो नाबालिग़ सहित चार अन्य घायल हो गए है। सुत्रो की माने तो पाकिस्तान के करीब दर्जन भर सेनिको को मार गिराया है। भारतीय सेना बीएसएफ ने भी इसका मुहतोड जवब दिया व पाकिस्तान के कई बंकर व चोकियो को उडा दिया है। ओर एक दर्जन के करीब पाकिस्तान के सेनिको को मोत के घाट उतार दिया है। By sagar classes bundi - February 04, 2018 No comments: बुंदी जिले के रामगंज बालाजी गाँव मे हाल ही मे एक एक्सीडेंट हो गया है। जिससे बाईक सवार दंपति की मोत हो गई है। यह घटना हाल ही मेNH 52 रामगंज के पास फोरलेन पर हुई है। जिसमे गादेगाल निवासी निरंजन सिंह व उनकी पत्नी कश्मीर कौर की दर्दनाक मोत हो गई है। गुस्साए ग्रामीणो ने बस मे आग लगाने की भी कोशिश की है। बताया जा रहा है। कि दोनो पति पत्नी किसी काम हे बुंदी जा रहे थे। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शनिवार दो आतंक़ियो को गिरफ्तार किया है दोनो आतंक़ी लश्कर-ए-तैयबा से ट्रेनिंग लेकर लौटे रहै थे। जम्मु पुलिस के मुताबिक, दोनों कश्मीर के रहने वाले हैं। इन्हें पाकिस्तान हाई कमीशन ने वीजा दिए थे। वो कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल होना चाहते थे। इसकी सूचना मिलने पर उन्हें वाघा बॉर्डर पर पकड़ा गया। पुलिस ने बताया कि पाकिस्तान में आतंकी ट्रेनिंग लेने वालों के नाम अब्दुल माजीद भट और मोहम्मद अशरफ मीर हैं। वे कश्मीर आतंक फैलाने के मकसद से लोटे थे। पूछताछ के दौरान दोनों ने बताया कि इस्लामाबाद के एक छोटे शहर बर्मा में उन्हें ट्रेनिंग दी गई। इसमें शामिल होने वाले ज्यादातर लड़के बलुचिस्तान से थे, उनकी उम्र 10 साल से भी कम थी। - जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार दोनो आतंकियों को दिल्ली में पाकिस्तान हाईकमीशन की ओर से वीजा जारी किए गए थे। बीते सालों में ऐसे कई मामलो का पता चला है जिसमे नौजवानों को आतंकी ट्रेनिंग दिलाने के लिए पाकिस्तान ले जाया जाता हैं। पहले भी कई लड़कों को अरेस्ट किया जा चुका है। By sagar classes bundi - February 03, 2018 No comments: जबकी सरकार की ने अपनीी तरफ से हर तरह की कोशिश की है। नगरपालिका द्ववारा जगह जगह डस्टबीन रख गए है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत नगरपालिका की और से हरा डस्टबीन के वाहन चलाए गए है। स्वच्छता ऐप भी लोंच किया है। फिर भी कोटा शहर के खेडली इलाके से एक विडियो कल दिनांक 2 फरवरी 2018 का लिया गया है।जिसमे मे आपको कोटा शहर की हकीकत से रुबरु करवा रहा हु। क्योकी कुछ जगह नगरपालिका द्वारा बंद डस्टबीन नही रखे है। पालीथीन पर अभी तक रोक नही लग पाई हे। जिसके चलते आवारा मवेशी मोत के मुह मे जाने को मजबुर है। By sagar classes bundi - February 02, 2018 No comments: राजस्थान के बुंदी जिले के पास देवपुरा के एक युवक ने चुहे मारने की दवा से आत्महत्या का प्रयास किया। इंसान की किस्मत खराब हो तो सब उसका साथ छोड देते है सिर्फ दोस्त ही काम आते हे ओर अंत मे लिखा कि ए दिल अब तु आराम कर अब प्यार ओर दोस्तो की कहानी खत्म हो चुकी है। युवक के जहर खाने से उसे उल्टिया होने लगी जिसका घरवालो को पता लगने पर उसे अस्पताल मे भर्ती कराया गया है। ओर अब युवक खतरे ससे बाहर हे। पुलिस के मुताबिक एक युवती के छेडछाड का मुकदमा दर्ज कराने से परेशान युवक ने इतना बडा कदम उठाया है। ओर युवक का नाम सौरभ सैनी बताया गयाा है। उसने एक हेड कोंस्टेबल व एक युवती को जिम्मेदार ठहराया है।ओर सोशल मीडिया पर दो मोबाइल नंबर भी पोस्ट किए है।
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सामग्री राजा है - प्रत्येक बाज़ारिया जानता है कि। हालांकि, अक्सर, सामग्री विपणक केवल अपने कौशल और प्रतिभा पर भरोसा नहीं कर सकते हैं - उन्हें इसे और अधिक शक्तिशाली बनाने के लिए अपनी सामग्री विपणन रणनीति में अन्य रणनीति को शामिल करने की आवश्यकता है। सामाजिक श्रवण अपनी रणनीति में सुधार करता है और उपभोक्ताओं से सीधे उनकी भाषा में बात करने में आपकी मदद करता है। सामग्री बाज़ार के रूप में, आप शायद जानते हैं कि सामग्री का एक अच्छा टुकड़ा दो विशेषताओं द्वारा परिभाषित किया गया हैः सामग्री को आपके लक्षित दर्शकों से बात करनी चाहिए, अर्थात उनके सवालों का जवाब देना चाहिए और समस्याओं को हल करना चाहिए। इस तरह की सामग्री बनाने के लिए, आपको स्पष्ट रूप से यह जानना होगा कि ये समस्याएं क्या हैं। आपको अपने ग्राहकों और संभावनाओं, उनकी इच्छाओं और जरूरतों के बारे में बहुत सारी जानकारी चाहिए। सामग्री को मौजूदा रुझानों के अनुरूप होना चाहिए। आपके द्वारा बनाई गई सामग्री ताजा और प्रासंगिक होनी चाहिए, वर्तमान मुद्दों को संबोधित करना। हमारी तेज़-तर्रार इंटरनेट की दुनिया में, कोई भी महीनों पुरानी घटनाओं के बारे में नहीं सुनना चाहता है। यदि आप इन दो नियमों का पालन करते हैं, तो आपको हमेशा मनोरंजक सामग्री मिलेगी जो वास्तव में लीड लाती है। लेकिन आप वास्तव में यह कैसे सुनिश्चित करते हैं कि आपकी सामग्री आपके ग्राहकों के लिए प्रासंगिक है और रुझानों से मेल खाती है? सामाजिक सुनना जवाब है! सामाजिक श्रवण उपरोक्त वर्णित दो मुख्य चुनौतियों का जवाब देता हैः यह आपको अपने दर्शकों और अपने ब्रांड की धारणा के साथ-साथ सबसे गर्म ऑनलाइन रुझानों का विश्लेषण करने की अनुमति देता है। आपको यह अनुमान लगाने की कोशिश करने की ज़रूरत नहीं है कि आपके दर्शक क्या पढ़ना या देखना चाहते हैं - आपके पास मुश्किल डेटा है जो आपको दिखा रहा है। आप शायद पहले से ही एसईओ का ध्यान रखते हैं और अपनी सामग्री के प्रदर्शन को ट्रैक करने के लिए पृष्ठ आँकड़ों पर ध्यान देते हैं। हालाँकि, केवल सामाजिक श्रवण आपको अपने लक्षित दर्शकों के सटीक दर्द बिंदु दिखा सकते हैं और यहां तक कि सटीक वाक्यांश जो वे इन दर्द बिंदुओं का वर्णन करने के लिए उपयोग करते हैं। यह मूल रूप से आपके हिस्से में बहुत प्रयास किए बिना आपको उनके जूते में रखता है। सामाजिक सुनना एक रचनात्मक ब्लॉक के खिलाफ एक आदर्श मारक है। अपने नए ब्लॉग या वीडियो के बारे में बात करना नहीं जानते? सामाजिक सुनने के विश्लेषण की जाँच करें और यह आपको नए विचारों के टन देता है! सामग्री निर्माण के लिए सामाजिक सुनने का उपयोग करने का एक से अधिक तरीका है, और इस लेख में, हम सबसे लोकप्रिय लोगों को कवर करेंगे। हालाँकि, इससे पहले कि हम कार्रवाई योग्य टिप्स और कैसे-करें को कवर करते हैं, आइए संक्षेप में चर्चा करें कि सामाजिक सुनवाई क्या है। सामाजिक श्रवण उत्पाद और विपणन अंतर्दृष्टि के लिए ऑनलाइन डेटा एकत्र करने और विश्लेषण करने की एक प्रक्रिया है। यह डेटा सोशल मीडिया, समाचार वेबसाइटों, मंचों, ब्लॉगों, समीक्षा एग्रीगेटर्स और वेब से प्राप्त किया जा सकता है। सामग्री निर्माण और सामान्य रूप से मार्केटिंग रणनीति दोनों में सामाजिक श्रवण उपकरणों को लागू करने के कई तरीके हैं। आप प्रभावित करने वालों, प्रतियोगियों, वर्तमान रुझानों का विश्लेषण कर सकते हैं, अपने ब्रांड के स्वास्थ्य को ट्रैक कर सकते हैं, गर्म सुराग खोजें, बैकलिंकिंग अवसरों की खोज करें, अपनी ब्रांड प्रतिष्ठा, और बहुत कुछ प्रबंधित करें। सामाजिक श्रवण उपकरण आपके द्वारा प्रदान किए गए कीवर्ड के आधार पर डेटा एकत्र करते हैं - यह सोशल मीडिया पोस्ट, लेख और मंच संदेशों में इन कीवर्ड को खोजता है और उन्हें और उनके लेखकों का विश्लेषण करता है। यदि आप अपनी प्रतिष्ठा या ब्रांड जागरूकता का विश्लेषण करना चाहते हैं, तो आप एक कीवर्ड के रूप में अपने ब्रांड का नाम रखें। यदि आप अपने प्रतिद्वंद्वियों की निगरानी करना चाहते हैं, तो आप उनके ब्रांड नामों और उत्पाद नामों में डाल सकते हैं। यदि आप अपने दर्शकों का विश्लेषण करना चाहते हैं, तो आप एक आला-संबंधित कीवर्ड में डालते हैं। विचार स्पष्ट है। सामाजिक श्रवण आपको विभिन्न जनसांख्यिकीय और व्यवहार संबंधी अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। उदाहरण के लिए, आप सीख सकते हैंः मूल रूप से, आप उन लोगों के बारे में अनंत जानकारी प्राप्त करते हैं जिन्हें आप अपने ग्राहकों में बदलना चाहते हैं। और जैसा कि आप जानते हैं, सूचना शक्ति है। अब हम जानते हैं कि सामाजिक श्रवण क्या है। आइए अपनी सामग्री रणनीति में सामाजिक सुनने के उपयोग के पांच अलग-अलग तरीकों से गुजरें। जैसा कि मैंने ऊपर उल्लेख किया है, सामाजिक श्रवण आपको अपने लक्षित दर्शकों के बारे में आवश्यक जानकारी दे सकता है - उनके जनसांख्यिकी, ऑनलाइन व्यवहार, रुचियां, नापसंद, और इसी तरह। आपको बस जरूरत है कि आपको आवश्यक डेटा एकत्र करने के लिए सही कीवर्ड चुनने की। स्क्रीनशॉट से लिया गया Awario सामाजिक श्रवण यंत्र। गर्म नोकः चूंकि सामाजिक श्रवण उपकरण आपके द्वारा डाले गए सटीक कीवर्ड की तलाश करते हैं, इसलिए सुनिश्चित करें कि आप सभी वर्तनी विविधताएं जोड़ते हैं। Awario या Talkwalker जैसे उन्नत सामाजिक श्रवण उपकरण एक साथ वास्तविक समय और ऐतिहासिक डेटा एकत्र करते हैं और उनका विश्लेषण करते हैं। इस प्रकार, आप जनसांख्यिकीय और व्यवहार संबंधी अंतर्दृष्टि तुरंत देख सकते हैं। आप देख सकते हैं कि लोग शाकाहारी और लैक्टोज-असहिष्णुता के बारे में क्या कहते हैं, उनके लिंग का टूटना, वे किस देश से आते हैं, वे किस तरह के विषयों के बारे में महसूस करते हैं, कौन से वेबसाइट और सोशल मीडिया नेटवर्क शाकाहारी के साथ लोकप्रिय हैं, और बहुत कुछ। यहाँ कुछ अंतर्दृष्टि का एक उदाहरण है जिसे हम सामाजिक श्रवण डेटा से प्राप्त कर सकते हैं। स्क्रीनशॉट Awario सामाजिक सुनने के उपकरण से लिया गया था। इसकी विशेषताएं भावना विश्लेषण, लेखकों के लिंग-विच्छेद, वे देश जहां से उल्लेख और टॉपिक क्लाउड आते हैं। इसमें शाकाहारी लोगों के बीच बातचीत के प्रमुख विषयों को दर्शाया गया है। जैसा कि आप देख सकते हैं, शब्द उत्पादों, साथ ही शाकाहारी उत्पादों (मांस, पनीर, कैंडी) के विभिन्न रूपों में काफी उल्लेख मिलता है। एक कंटेंट मार्केटर को तुरंत सर्वश्रेष्ठ शाकाहारी उत्पादों की एक सूची बनाने के लिए एक विचार मिल सकता है - और हमने उन विषयों को देखने के लिए अभी तक अलग-अलग पदों पर ध्यान नहीं दिया है, जिनके बारे में लोग अधिक विस्तार से बात करते हैं। यदि हम लेखों और सोशल मीडिया पोस्ट को देखने के लिए मेंशन फीड पर जाते हैं, तो हम ब्लॉग पोस्ट, वीडियो और सोशल मीडिया पोस्ट के लिए प्रेरणा के टन पा सकते हैं! अब हमारे द्वारा एकत्र किए गए डेटा में दूध के उल्लेखों की खोज करें। चूंकि यह क्रिसमस है, बहुत से लोग दूध के बारे में अपने ट्वीट में छुट्टियों का उल्लेख कर रहे हैंः "अगर वह लैक्टोज असहिष्णु था तो सांता दूध और कुकीज़ कैसे खाएगा?" "गाय के दूध के बिना अंडे का छिलका तैयार करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?" ये सभी वास्तविक प्रश्न हैं जो लोगों के पास हैं और आप उन्हें मनोरंजन या शिक्षा के लिए उत्तर देने के लिए सामग्री बना सकते हैं। यह संभव नहीं है कि आपके दर्शक समान रहेंः समय के साथ उनकी रुचि और राय बदल जाती है। इसलिए अपने उद्योग के भीतर की प्रवृत्तियों को ट्रैक करना और अपनी सामग्री को इन परिवर्तनों के साथ समायोजित करना आवश्यक है। सामाजिक सुनने की मदद से, आप यह देख सकते हैं कि किस तरह की सामग्री वायरल हो जाती है और इससे आपकी खुद की पोस्ट के लिए प्रेरणा मिलती है। का प्रयोग गूगल ट्रेंड्स और ट्विटर पर ट्रेंडिंग टैब आपकी मदद कर सकता है। हालाँकि, सामाजिक श्रवण आपको ट्रेंड मॉनिटरिंग को अधिक केंद्रित बनाने में मदद करता है। आप अपने आला या यहां तक कि विशिष्ट इंटरनेट समुदायों को लक्षित कर सकते हैं और विशेष रूप से इन समुदायों के बीच रुझान को ट्रैक कर सकते हैं। आप इसे उद्योग-विशिष्ट शब्दों, वाक्यांशों या यहां तक कि नामों की निगरानी के द्वारा कर सकते हैं। अपने उद्योग के रुझानों पर ध्यान देने के लिए, अपने खोजशब्दों को प्राप्त होने वाले उल्लेखों की संख्या पर पूरा ध्यान दें। यदि आप उस संख्या को अचानक आसमान छूते हुए देखते हैं, तो संभावना है कि वृद्धि पर एक नया चलन हो। टॉपिक क्लाउड या शब्द क्लाउड आपको अपने आला के अंदर के रुझानों का पता लगाने में भी मदद कर सकता है। ओपिनियन लीडर्स और प्रभावित करने वाले आपके कंटेंट मार्केटिंग डिसिजन को भी गाइड कर सकते हैं। आपके आला में प्रभावित व्यक्ति उस सामग्री का एक प्राकृतिक संकेतक है जिसे आपके दर्शक देखना चाहते हैं। आपको वास्तव में अपने उद्योग में प्रभावशाली लोगों को खोजने के लिए कोई अतिरिक्त कदम उठाने की आवश्यकता नहीं है। उन्नत सामाजिक श्रवण उपकरण आपको उन सबसे प्रभावशाली खातों की सूची दिखाते हैं जो उन विषयों के बारे में बात करते हैं जिन्हें आप विश्लेषण करना चाहते हैं। सूची आमतौर पर उनके दर्शकों के आकार के अनुसार क्रमबद्ध होती है जैसा कि आप स्क्रीनशॉट पर देख सकते हैं। सूची प्राप्त करने के बाद, उनके इंस्टाग्राम प्रोफाइल / Youtube चैनल / ब्लॉग पर जाएं, और देखें कि वे किस तरह की सामग्री पोस्ट करते हैं। न केवल विषयों बल्कि राय नेता के व्यक्तित्व पर भी ध्यान दें। उनकी छवि क्या है? क्या यह आपके ब्रांड के समान है या यह काफी भिन्न है? अक्सर एक प्रभावशाली व्यक्ति जिस तरह से दिखता है और कैसे व्यवहार करता है, यह उनकी अपील में एक प्रमुख भूमिका निभाता है। इन बातों पर ध्यान देने से आप अपनी स्वयं की सामग्री का विश्लेषण कर सकते हैं - यदि उनकी आवाज़ और दृष्टिकोण आपके मुकाबले बेहतर है, तो शायद आप अपनी सामग्री को अपने दर्शकों की प्राथमिकताओं के साथ फिट कर सकते हैं। आप अपने नाम और सोशल मीडिया हैंडल के कीवर्ड के रूप में अपने आला में लोकप्रिय विशिष्ट प्रभावितों के लिए निगरानी अलर्ट भी सेट कर सकते हैं। यह आपको उनके ब्लॉग पोस्ट और वीडियो को ट्रैक करने की अनुमति देता है जो लंबे समय तक सबसे अधिक ध्यान आकर्षित करते हैं और इस प्रकार आपको उनकी सामग्री रणनीति की गहरी समझ देते हैं। यह समझ आपकी स्वयं की सामग्री को बढ़ा सकती है। गर्म नोकः इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग आपकी ज़िम्मेदारियों के दायरे में नहीं है लेकिन आप अभी भी सामग्री प्रबंधक के रूप में प्रभावितों तक पहुँच सकते हैं। उन्हें एक साथ सामग्री के एक टुकड़े पर सहयोग करने के लिए आमंत्रित करें, या अपने मंच पर उनकी सामग्री की मेजबानी करने की पेशकश करें। यदि वे एक विशेषज्ञ हैं, तो शायद उनके साथ एक साक्षात्कार करने का सुझाव दें। रचनात्मक हो! प्रतियोगी विश्लेषण यह देखने का सबसे अच्छा तरीका है कि विपणन रणनीति वास्तव में प्रयोग पर समय या पैसा खर्च किए बिना क्या काम करती है। अपने प्रतिस्पर्धियों की निगरानी करना आपको संकेत देता है कि किस तरह की सामग्री आपके दर्शकों को आकर्षित करती है, किस तरह की सामग्री को अधिक शेयर मिलते हैं, और कौन सी सामग्री फ़्लॉप होती है। हालांकि, यह केवल यह देखने के लिए पर्याप्त नहीं है कि वे ऑनलाइन क्या पोस्ट कर रहे हैं और इसे कॉपी करें। आपकी सामग्री को उतना अच्छा होने की आवश्यकता नहीं है, यह उनकी तुलना में बेहतर होना चाहिए। सामाजिक सुनने से आपको उन ब्लॉग पोस्ट, वीडियो और सोशल मीडिया पोस्ट की पहचान करने में मदद मिल सकती है जिन्हें सबसे अधिक साझा किया गया था और जो उतने सफल नहीं थे और उनका विश्लेषण इस तरह से किया गया था। आइए अपने पौधे-दूध के उदाहरण पर वापस जाएं। अपने प्रतियोगी की निगरानी करना आपको दिखा सकता है कि उनके द्वारा उत्पादित सबसे लोकप्रिय सामग्री व्यंजनों में पौधे आधारित दूध शामिल हैं। हालाँकि, आप देखते हैं कि वे उन्हें अक्सर पोस्ट नहीं करते हैं। इसी समय, वे शाकाहारी आहार के स्वास्थ्य लाभों के बारे में बहुत सारे लेख पोस्ट करते हैं - लेकिन जब आप उनके ब्रांड की निगरानी कर रहे होते हैं, तो आप ध्यान देते हैं कि इन लेखों में बहुत सारे शेयर या उल्लेख नहीं मिलते हैं। यदि आप उनकी पोस्टिंग रणनीति को आसानी से देखते हैं, तो आपको लगता है कि "एचएम, अगर वे लगातार स्वास्थ्य संबंधी लेख पोस्ट कर रहे हैं, तो उन्हें अपने दर्शकों के साथ बहुत लोकप्रिय होना चाहिए।" लेकिन सामाजिक श्रवण हमें दिखाता है कि वास्तव में ऐसा नहीं है। और आप अपनी सामग्री को बेहतर बनाने के लिए उनके नुस्खा पदों का विश्लेषण करने के लिए समझदार होंगे। हाथ में इस जानकारी के साथ, आप अपनी सफल सामग्री रणनीति के लिए सूत्र का निर्माण कर सकते हैं। क्या सामग्री का उपयोग करने की तुलना में आपके दर्शकों के लिए सामग्री प्रासंगिक बनाने का एक बेहतर तरीका हो सकता है के द्वारा बनाई गई आपके दर्शक? उपयोगकर्ता द्वारा तैयार की गई सामग्री न केवल आपके ग्राहकों को सर्वोत्तम अर्थों में प्रदान करती है, बल्कि संभावित ग्राहकों के लिए यह अधिक ठोस भी है। वे देख सकते हैं कि लोग वास्तव में आपके उत्पाद या सेवा का उपयोग कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, इस वर्ष ट्विटर ने अपने अनुयायियों को जवाब में 2020 को भुना लेने के लिए कहा। यह एक कठिन वर्ष रहा है, इसलिए बहुत सारे स्वयंसेवक थे। फिर ट्विटर ने रियल-टाइम में टाइम स्क्वायर स्क्रीन पर सबसे मजेदार जवाब दिखाए। ट्विटर की मार्केटिंग टीम को एक पंक्ति नहीं लिखनी थी - सभी सामग्री उपयोगकर्ताओं द्वारा बनाई गई थी! सोशल मीडिया पोस्ट को आसानी से ब्लॉग पोस्ट में शामिल किया जा सकता है। आप आगे भी जा सकते हैं और अपने उपयोगकर्ताओं से अपने ब्लॉग पोस्ट का मुख्य आकर्षण सोशल मीडिया पोस्ट बना सकते हैं। उदाहरण के लिए, आप सोशल मीडिया पर अपने उत्पाद के बारे में पूछे गए प्रश्नों से पूरी तरह से बने ब्लॉग पोस्ट बना सकते हैं - और पोस्ट में उनका उत्तर दे सकते हैं। या एक प्रश्नोत्तर फिल्म। बज़फीड हमारे समय के सबसे सफल सामग्री रचनाकारों में से एक है, और उनके आधे पद एक निश्चित विषय के आसपास मजेदार ट्वीट्स के संग्रह हैं। एक ही नस में, आप अपने ग्राहकों को अपनी कहानी बताते हुए केस स्टडी बना सकते हैं - यह बी 2 बी कंपनियों के लिए एक बढ़िया विकल्प है। उपयोगकर्ता-जनित सामग्री में विश्वास पैदा करने का अतिरिक्त लाभ है। लोगों को उनके जैसे साथी ग्राहकों पर विश्वास करने की अधिक संभावना है। और आप अंत से सामग्री को सोर्स कर रहे हैं जो आपके द्वारा मूल्यवान है। हर कोई जीतता है! उपयोगकर्ता-जनित सामग्री खोजना बेहद आसान है क्योंकि आपको अपनी खोज को लक्षित करने के लिए चतुर खोजशब्दों के साथ आने की आवश्यकता नहीं है - आपको बस अपने ब्रांड और उत्पादों की निगरानी करने की आवश्यकता है। इस तरह आपको सोशल मीडिया और ऑनलाइन पर अपने ब्रांड का हर उल्लेख मिलेगा, यहां तक कि वे भी जो आपको सीधे टैग नहीं करते हैं। सामाजिक सुनना वह है जो आपको अपने ग्राहक से बात करने वाली सामग्री बनाने की अनुमति देता है। आपके सुनने और भावनाओं पर भरोसा करने के बजाय, सामाजिक श्रवण उपकरण आपको कठिन डेटा देते हैं जो बताते हैं कि कौन से विषय आपके दर्शकों को मोहित करते हैं और किस प्रकार की सामग्री उन्हें आकर्षित करती है। यह एक जादू के बक्से की तरह है जो आपको संपूर्ण सामग्री बनाने के लिए आवश्यक सब कुछ बताता है - लेकिन जादू के बजाय, यह डेटा विश्लेषण है। महान सुझाव के लिए धन्यवाद! मैं देख रहा हूं कि बहुत से छोटे व्यवसाय के मालिक इसके बारे में बिना किसी तरह की रणनीति के जो कुछ भी महसूस करते हैं, उसके बारे में सामग्री बनाते हैं, और फिर वे आश्चर्य करते हैं कि इसे उन परिणामों की आवश्यकता क्यों नहीं है जो उन्हें चाहिए। मैं इस बात से अधिक सहमत नहीं था कि सामाजिक सुनने के लिए किसी भी सामग्री की रणनीति का हिस्सा होना चाहिए, लेकिन इसका एक सही तरीका और एक गलत तरीका है। हे एलिसन, आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! यह बहुत सच है सामाजिक सुनना सामग्री रणनीति का एक अनिवार्य हिस्सा है। लेख में, मैंने आवेदन करने के तरीकों का अधिक अवलोकन साझा किया। सुनिश्चित करने के लिए, हर दृष्टिकोण को सावधानीपूर्वक सोचा जाना चाहिए।
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गठिया के लिए 10 घरेलू उपचार जो दर्द और सूजन को आसानी से मदद करते हैं । happilyeverafter-weddings.com\nक्या वास्तव में प्रभावी घरेलू उपचार हैं जो गठिया के दर्द को कम कर सकते हैं? आज, हम दस शक्तिशाली घरेलू उपचारों की जांच करेंगे जिनका उपयोग सामान्य रूप से गठिया से जुड़ी दर्द और सूजन को कम करने के लिए किया जा सकता है।\nगठिया उपचार की बेहतर समझ हासिल करने के लिए, हालांकि, हमें गठिया के बारे में कुछ समझना चाहिए, और ऐसा क्यों होता है।\nगठिया के कुछ सामान्य कारण क्या हैं?\nगठिया आपके रक्त में उरिक एसिड बनता है। यूरिक एसिड तब आपके शरीर के चारों ओर क्रिस्टलाइज और तैरता है, जब तक कि विभिन्न जोड़ों में क्रिस्टल दर्ज नहीं हो जाते। यह कई लाल, निविदा धब्बे बनाता है-आम तौर पर शरीर के निचले हिस्से में, विशेष रूप से पैरों में।\nयह दर्द और कठिनाई का कारण बनता है जैसे गठिया करता है, इसलिए गठिया के लिए एक और आम नामः गौटी गठिया। मेडिकल न्यूज़ आज रिपोर्ट करता है कि रात के मध्य में गठिया से जुड़ा सबसे बुरा दर्द होता है।\nकुछ नुस्खे मूत्रवर्धक समेत कई अपराधियों के कारण गठिया हो सकती है। ये दवाएं अक्सर आपके शरीर को अपने पेशाब के उत्पादन को जन्म देती हैं, और गुर्दे में निहित पानी की मात्रा कम करती हैं।\nआहार एक और आम कारक है जो गठिया द्वारा प्रस्तुत समस्याओं का कारण बनता है या बढ़ाता है। इस प्रकार, हमारे द्वारा पेश किए जाने वाले उपचार शक्तिशाली हैं, लेकिन अधिकतम प्रभावशीलता के लिए, आपको गठिया को रोकने के लिए निम्नलिखित आहार परिवर्तन भी करना चाहिएः\nसभी शराब पीने से बचें\nअधिकांश शेलफिश और कुछ समुद्री भोजन से बचें\nधूम्रपान और ठीक मांस, साथ ही साथ किसी भी अंग मांस से बचें\nसौभाग्य से लाली, कोमलता और गठिया के दर्द से पीड़ित लोगों के लिए, कई घरेलू उपचार हैं जो आमतौर पर गठिया से जुड़े दर्द की प्रभावी, तेज राहत प्रदान कर सकते हैं।\nयहां हमारे दस पसंदीदा हैंः\n1. मछली का तेल\nयद्यपि एक आहार जिसमें बहुत सारी मछली शामिल है, गठिया के सामान्य कारणों में से एक है, समुद्री भोजन में प्यूरी जो मछली के मांस में गठिया स्थित होती है।\nआर्थराइटिस फाउंडेशन का कहना है कि मछली का तेल वास्तव में बढ़ते कोमलता, दर्द और गठिया की लाली से पीड़ित लोगों के लिए सबसे फायदेमंद घरेलू उपचारों में से एक है।\nएंथोकाइनिन के रूप में जाने वाले पोषक तत्वों में अमीर, बायोफ्लावोनोइड्स और विटामिन सी के शक्तिशाली पंच के अलावा, बुजुर्ग सूजन और दर्द के कारण दर्द के लिए एक प्रभावी घरेलू उपाय हैं।\nउनके पास मजबूत मूत्रवर्धक गुण भी होते हैं जो उन्हें पहले प्राकृतिक गठिया एड्स में से एक बनाते हैं जिनके लिए आपको पहुंचा जाना चाहिए।\nमैग्नीशियम सबसे मजबूत क्षारीय खनिजों में से एक है; इन खनिजों में आपके शरीर में यूरिक एसिड बिल्डअप को रोकने की क्षमता सहित कई लाभ होते हैं।\nयूएस नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, इससे मैग्नीशियम की खुराक भी गंभीर, तीव्र गठिया के इलाज के लिए एक उत्कृष्ट पसंद बनाती है।\nमूत्रवर्धक आपके शरीर के गठिया के खिलाफ सबसे शक्तिशाली हथियार हैं। यह जड़ी बूटी कक्षा गुर्दे को आपके शरीर के ऊतकों में पानी के स्तर का सही ढंग से प्रबंधन करने में मदद करती है, और विषाक्त पदार्थों के फ्लशिंग में सहायता भी करती है।\nजैसा कि हमने जांच की है, यूरिक एसिड क्रिस्टल गठिया के प्राथमिक कारणों में से एक हैं, और नेट बिल्डल्स इन बिल्ड-अप को रोकने और तोड़ने के लिए सबसे अच्छे घरेलू उपचारों में से एक हैं। यह एक चरम विधि का थोड़ा सा है, लेकिन इसका उपयोग सदियों से गठिया से लड़ने के लिए किया जाता है।\nसंबंधितः टोनेल फंगस से छुटकारा पाने के लिए 10 प्रभावी घरेलू उपचार\n5. अजवाइन बीज निकालें\nअजवाइन का रस और अजवाइन के बीज निकालने से आपके शरीर के यूरिक एसिड के स्तर में कमी आती है। इसके अलावा, अजवाइन में एक दर्जन से अधिक फायदेमंद एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट होते हैं।\nअपने juicer को थोड़ा अधिक बार उपयोग करने का एक अच्छा बहाना है, या एक में निवेश करने के लिए यदि आप वर्तमान में एक के मालिक नहीं हैं।\n6. छाल छाल\nइस औषधीय पेड़ की छाल को शरीर में मांसपेशी स्पैम से छुटकारा पाने के लिए दिखाया गया है, लेकिन इसमें आपके रक्त में यूरिक एसिड सामग्री को कम करने की क्षमता भी है (गठिया का प्राथमिक कारण)। वेबएमडी के अनुसार, यह आस-पास के सबसे पुराने और सबसे प्रभावी गठिया उपचारों में से एक है।\n7. लाल चेरी\nलाल चेरी में कई फाइटोन्यूट्रिएंट और स्वस्थ यौगिक होते हैं जो आपके रक्त में यूरिक एसिड की मात्रा को कम कर सकते हैं। एक अतिरिक्त बोनस के रूप में, वे एक स्वादिष्ट व्यवहार हैं जो आपके आहार में फिट होना आसान है।\nध्यान रखें कि आपको चेरी के रस को प्रतिस्थापित नहीं करना चाहिए, जब तक कि यह सब प्राकृतिक और unsweetened नहीं है।\n8. प्रोटीलाइटिक एंजाइम\nयद्यपि उन्हें खोजने में थोड़ा मुश्किल लगता है, प्रोटीलोइटिक एंजाइम जैसे ब्रोमेलेन गठिया के लक्षणों के इलाज और कम करने के लिए प्रभावी घरेलू उपचार हैं। डॉ। एक्स अपने संतों पर इन पोषक तत्वों का अधिक गहराई से टूटने प्रदान करता है।\nArborvitae एक झाड़ी है जो आमतौर पर एक हर्बल चाय के रूप में प्रयोग किया जाता है। हालांकि, चाय पीने के विरोध में, आमतौर पर शरीर के प्रभावित क्षेत्र को भंग करने के लिए प्रयोग किया जाता है; Arborvitae सूजन को कम करने और हल्के दर्द राहत प्रदान करने के लिए एक प्रभावी घरेलू उपाय है।\n10. ऐप्पल साइडर सिरका\nप्रभावी घरेलू उपचार की उनकी कई सूचियों पर ऐप्पल साइडर सिरका, और अच्छे कारण के लिएः इस शक्तिशाली तरल (विशेष रूप से कार्बनिक किस्म में अभी भी "मां" युक्त) को सूजन से लड़ने के साथ-साथ जुड़े कुछ गंभीर दर्द से राहत मिली है गठिया जैसी स्थितियां\nबस सेब साइडर सिरका और पानी के एक पतले मिश्रण को हर दिन कुछ बार पीते हैं।\nगठिया को वापस पकड़ने मत दो। गठिया दर्द प्रबंधनीय है, बशर्ते आप कुछ सरल चरणों का पालन करेंः\nचीनी, शराब, साथ ही ठीक मांस और मछली से बचें\nताजा फल और सब्जियों में समृद्ध आहार रखें\nयाद रखें, आपको इन सभी उपचारों को आजमाने की ज़रूरत नहीं है- जो आपके लिए सबसे अच्छा काम करते हैं, और यह निर्धारित करें कि वे दीर्घकालिक आधार पर काम करते हैं या सरल गतिशील उपायों के रूप में कार्य करते हैं। हर किसी की रसायन शास्त्र थोड़ा अलग है।\nहम हमेशा हमारे पाठकों के साथ संवाद करने और बातचीत करने के लिए यहां रहते हैं। यदि आपके पास कोई टिप्पणी या प्रश्न हैं, तो हमें नीचे दी गई जगह में हमें बताने में संकोच न करें!
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अब तक हुए अलग-अलग अध्ययनों में कहा गया था कि पेड़ कटने से वातावरण में लगभग 27 फीसदी कार्बन उत्सर्जन होता है, लेकिन एक नए अध्ययन में एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। इस अध्ययन में दावा किया गया है कि पेड़ों के कटने से केवल 7 फीसदी ही कार्बन उत्सर्जन होता है। यह अध्ययन फारेस्ट इकोनॉमिक्स पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी और येल यूनिवर्सिटी, अमेरिका के शोधकर्ताओं की अगुवाई में किए गए अध्ययन में कहा गया है कि लकड़ी और खेती के लिए वनों की कटाई उन्नीसवीं शताब्दी से की जा रही है, जिसके कारण वातावरण में लगभग 9200 करोड़ (92 बिलियन) टन कार्बन का उत्सर्जन हुआ है। ओहियो स्टेट के पर्यावरण और संसाधन, अर्थशास्त्र के प्रोफेसर ब्रेंट सोहंगेन ने कहा कि हमारे पिछले अनुमानों के अनुसार, वनों की कटाई से 48400 करोड़ (484 बिलियन) टन कार्बन का उत्सर्जन हुआ है। जोकि 19वीं शताब्दी से मानव निर्मित सभी तरह के उत्सर्जनों का एक तिहाई हिस्सा है। प्रोफेसर सोहंगेन ने कहा कि अब तक जो अध्ययन हुए हैं, उनमें नए पेड़ों और वन प्रबंधन तकनीकों को ध्यान में नहीं रखा गया, लेकिन अब जो नया अध्ययन किया गया है, उसमें उपयोग किए गए मॉडल में इन दोनों तथ्यों को ध्यान में रखा गया है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के लिए वानिकी, भूमि उपयोग तथा भूमि उपयोग पैटर्न में बदलाव को सबसे बड़ा दोषी ठहराया गया है, लेकिन ऐसा नहीं है। जलवायु परिवर्तन के लिए ऊर्जा और औद्योगिकीकरण ज्यादा दोषी है, क्योंकि इनसे 1300 बिलियन टन कार्बन टन उत्सर्जन हुआ है। इसलिए हमें उद्योगों से होने वाले कार्बन उत्सर्जन को कम करने के प्रयास पर अधिक ध्यान देना चाहिए। वहीं, अध्ययनकर्ता मेंडेलसोहन का कहना है कि जलवायु परिवर्तन को कम करने के प्रयासों में जंगल महत्वपूर्ण हैं। वर्तमान में जंगल जितना अधिक कार्बन संग्रह करते है, उससे अधिक करने के लिए दुनिया के जंगलों को और अधिक बढ़ाया जा सकता है। इन जंगलों को बढ़ाने के लिए उष्णकटिबंधीय जंगलों को संग्रहित किया जा सकता है, जिन्हें काटने पर रोक लगाई जा सकती है। सोहंगेन ने यह भी बताया कि पर्यावरण संरक्षण के काम में वनों की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए, उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि विश्व स्तर पर सरकारों को वन प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए और अधिक प्रोत्साहन देना चाहिए। लंबे समय में, वनों का बायो-एनर्जी के स्रोत के रूप में भी उपयोग किया जा सकता था। जंगल प्रभावी रूप से कार्बन को वायुमंडल से सोख सकते हैं और दुनिया को लंबे समय तक तापमान को सीमित करने के लक्ष्य को पाने में मदद कर सकते हैं।
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भोपाल,4 मार्च. स्व. अर्जुनसिंह की पांचवी पुण्यतिथि पर बुधवार को उन्हें कांग्रेसजनों ने याद किया. पीसीसी में उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई. कार्यालय में उपस्थित सभी कांग्रेसजनों ने भी पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. श्रद्धांजलि सभा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव ने कहा कि उनके स्मरण के लिए शब्दकोष कम हैं, हमें उनके चरित्र के अनुरूप आचरण करके ही उन्हें आदरणांजलि देनी होगी. उनका व्यक्तित्व, कृतित्व, साहस, आत्मबल और निर्णय लेने की क्षमता वर्तमान दौर की पार्टी और पार्टी नेताओं के लिए एक प्रेरणा के रूप में होनी चाहिए. शायद भारतीय राजनीति कांग्रेस के इस दैदिप्यमान नक्षत्र को कभी भी नहीं भूल पायेगी.
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आज इटली के प्रधानमंत्री ग्युसेपे कोटे एक दिवसीय दौरे पर भारत -इटली औद्योगिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने भारत पहुंचेंगे। इस दौरान वह और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ व्यापार और निवेश जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा करेंगे। 'भारत-इटली प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन' के 24 वें संस्करण का मुख्य आकर्षण इतालवी प्रधानमंत्री की भागीदारी होगी। पिछले वित्त वर्ष में देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2017-18 में 10.5 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया जो पिछले वित्त वर्ष में 8.8 अरब अमेरिकी डॉलर था।
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शिमला : हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय से आज बागवानों को आंशिक राहत मिली है। वन भूमि पर कब्जा कर अवैध रूप से तैयार किए गए सेब के पेड़ों को काटने पर अब न्यायालय ने पेड़ कटान पर रोक लगा दी है। वन भूमि पर कब्जा कर तैयार किए गए सेब को अब सरकार बेचेगी। उल्लेखनीय है कि उच्च न्यायालय के आदेश के बाद ही वन विभाग ने वन भूमि पर अवैध रूप से किए गए कब्जों को हटाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए कई जगह से वन भूमि पर अवैध रूप से तैयार किए गए सेब के पेड़ों को नष्ट कर दिया है व अभी तक वन विभाग की कार्रवाई जारी थी। प्रदेश में इस समय वन भूमि पर हजारों अवैध कब्जे हैं। इस मामले पर बागवानों समेत राजनीतिक पार्टियां विरोध जता रही थी। इसके बाद सरकार ने न्यायालय में याचिका दी। हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने अवैध कब्जों पर दिये गये हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत किया है जिसमें अवैध भूमि में लगे पेड़ों को न काटने तथा उसे अपने कब्जे में लेने को कहा गया है। पार्टी प्रवक्ता गणेश दत्त ने कहा कि न्यायालय के निर्णय से भारतीय जनता पार्टी का पक्ष पुष्ट हुआ है तथा हजारों बागवानों को न्यायालय के नये निर्णय से राहत मिलेगी। पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि हिमाचल उच्च न्यायालय के निर्णय से वनीकरण पौधारोपण योजना को भी बल मिलेगा जिसमें उच्च न्यायालय ने अवैध भूमि को निलाम कर उससे प्राप्त होने वाले राजस्व से पौधारोपण करने की बात कही है। भारतीय जनता पार्टी ने सरकार से मांग की है कि जिन छोटे बागवानों के पौधों/पेड़ों को काटा गया है तथा उसमें पैदा होने वाले फल सेब को तहस नहस करने व पेड़ों को काटने के फलस्वरूप बागवानों को हुये नुकशान की भरपाई भी सरकार तत्काल करें। पार्टी ने आरोप लगाया कि अवैध कब्जों के नाम पर सबसे अधिक नुकशान छोटे व मझौले बागवानों को हुआ है तथा कई छोटे बागवानों को रोटी के लाले पड़े हैं। भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि यह कैसी विडम्वना है पिछले 30-40 वर्षों से खेती कर रहे बागवानों की फसलों पर कुल्हाड़ी चलाई गई तथा कइयों पर राजनैतिक द्वेष से प्रेरित कारवाई भी की गई है। पार्टी ने कहा कि सरकार की जिन एजैन्सियों की देख रेख में अवैध कब्जे किये गये उस समय के अधिकारियों पर भी कारवाई हो।
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तीन बार के विधायक प्रीतम पंवार के भाजपा में शामिल होने के बाद धनोल्टी और यमुनोत्री के भाजपा नेताओं में सुगबुगाहट शुरू हो गई है। प्रीतम का कहां से चुनाव लड़ने का इरादा है, यह भी तय नहीं है लेकिन जिस भी सीट से उन्हें टिकट मिलेगा, वहां हलचल मचने की संभावना है। दो दिन पहले धनोल्टी के निर्दलीय विधायक प्रीतम ने दिल्ली में भाजपा का दामन थामा था। वे दो बार यमुनोत्री विधानसभा से विधायक रह चुके हैं। प्रीतम की भाजपा में जिस तरह से इंट्री हुई है, उससे तो उनका टिकट लगभग पक्का है, पर उनकी पसंद धनोल्टी है या यमुनोत्री, इसे लेकर सस्पेंस बरकरार है। इस वजह से धनोल्टी और यमुनोत्री से भाजपा के संभावित दावेदारों में कसमसाहट है। दरअसल विधायक प्रीतम पंवार का धनोल्टी और यमुनोत्री दोनों ही सीटों पर अच्छा दखल है। भाजपा सूत्रों की मानें तो उन्हें धनोल्टी से ही मैदान में उतारा जा सकता है। बहरहाल, टिकट वितरण के दौरान इन दोनों सीटों में से किसी एक पर भाजपाइयों में उथल-पुथल मच सकती है। पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि टिकट आवंटन पर हाईकमान को फैसला लेना है। भाजपा में सभी अनुशासित कार्यकर्ता हैं और आगे भी इसी भावना से काम करते रहेंगे। वही भीमताल के निर्दलीय विधायक राम सिंह कैड़ा पर भाजपा जल्द फैसला ले सकती है। कैड़ा फिलहाल भाजपा के एसोसिएट सदस्य भी हैं, लेकिन स्थानीय स्तर पर विरोध के चलते उनकी ज्वाइनिंग अभी रुकी है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता कैड़ा को शामिल कराने की लगातार पैरवी कर रहे हैं। विधायक केदार रावत कहते है कि यमुनोत्री विधानसभा क्षेत्र से मेरी पूरी तैयारी है। मैं पूरे पौने पांच साल तक जनता की सेवा में लगा रहा। मैं हर परिस्थिति में चुनाव मैदान में खड़ा हूं। पूर्व विधायक महावीर रांगड़ कहते है कि धनोल्टी से टिकट की दावेदारी बरकरार है। पार्टी के लिए समर्पित होकर काम करता रहा हूं। हाईकमान बेहतर ही निर्णय लेगा। हमेशा पार्टी लाइन पर ही काम करूंगा।
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* आगामी 28 जून से भगवान श्री महाकालेश्वर मंदिर, मंगलनाथ एवं हरसिद्धि मंदिर खुलने के संबंध में निर्णय लिया गया । साथ ही निर्देश दिए गए कि दर्शन की अनुमति का आधार क्या हो इस पर पर्याप्त विचार विमर्श करके निर्णय लिया जाए । तीन मंदिरों को छोड़ कर के अन्य धार्मिक स्थलों को क्रमिक रूप से मात्र 4 लोगो के एकसाथ दर्शन की अनुमति के साथ खोला जाए ।साथ ही यह ध्यान रखा जाए कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो और लोग वैक्सीनेशन करवा कर ही इन धार्मिक स्थानों पर जाएं । * बैठक में निर्णय लिया गया कि संपूर्ण बाजार को खोलने के साथ ही सभी दुकानदारों को निर्देशित किया जाए कि वह स्वयं और उनके यँहा कार्य करने वाले शतप्रतिशत कर्मचारियों का वैक्सीनेशन आगामी 7 दिनों में करवा लें । 7 दिनों के बाद रेंडमली चेक करने पर यदि किसी कर्मचारी या दुकानदार का वैक्सीनेशन होना नहीं पाया गया तो संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।
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इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में 41 साल से लंबित चल रहे भूमि विवाद के एक मसले पर अब फैसला सुनाया है। वर्ष 1980 से विचाराधीन चल रहे इस मुकदमे में फैसला सुनाते हुए हाई कोर्ट ने इस भूमि के कुछ विवादित पहलुओं को तय कर दिया है। Umesh TiwariWed, 23 Jun 2021 08:01 AM (IST) हाईकोर्ट ने 41 साल से लंबित चल रहे भूमि विवाद के एक मसले पर अब फैसला सुनाया है। लखनऊ, जेएनएन। इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में 41 साल से लंबित चल रहे भूमि विवाद के एक मसले पर अब फैसला सुनाया गया है। वर्ष 1980 से विचाराधीन चल रहे इस मुकदमे में फैसला सुनाते हुए हाई कोर्ट ने इस भूमि के कुछ विवादित पहलुओं को तो तय कर दिया है, लेकिन उत्तराधिकार तय करने के लिए मामले को वापस बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी, सुल्तानपुर को भेजा है व उनको पुनर्विचार करने का आदेश दिया है। यह आदेश जस्टिस रजनीश कुमार की एकल पीठ ने राम सुंदर व अन्य की ओर से 1980 में दाखिल याचिका पर पारित किया। इस केस में कोर्ट ने सुनवायी पूरी कर पांच फरवरी को अपना फैसला सुरक्षित कर लिया था, जिसे उसने सोमवार को सुनाया। याचियों का कहना था कि चकबंदी के दौरान प्रतिवादी का नाम गलत तरीके से उनकी पुश्तैनी जमीन पर चढ़ा दिया गया। इस पर याचियों ने आपत्ति दाखिल की। चकबंदी अधिकारी ने 27 दिसंबर, 1974 को याचियों के पक्ष में उनकी आपत्ति को निस्तारित कर दिया। इस पर प्रतिवादी ने 27 दिसंबर, 1974 के आदेश को अपील के माध्यम से चुनौती दी। 26 जून, 1975 को सहायक बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी ने अपील को स्वीकार करते हुए, चकबंदी अधिकारी के आदेश को निरस्त कर दिया। तब याचियों ने बंदोबस्त अधिकारी के आदेश को पुनरीक्षण याचिका दाखिल कर संयुक्त निदेशक चकबंदी के समक्ष चुनौती दी। उक्त पुनरीक्षण याचिका 24 मई, 1980 को खारिज हो गई। इसके बाद मामला हाई कोर्ट आया। हाई कोर्ट ने पत्रावली पर उपलब्ध दस्तावेजों पर गौर करने के उपरांत याचियों के दावे को खारिज कर दिया। हालांकि, कोर्ट ने विवादित जमीन पर प्रतिवादी के उत्तराधिकार के प्रश्न को पुनः निर्णित करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने कहा कि यदि विवादित जमीन पर प्रतिवादी का उत्तराधिकार नहीं सिद्ध होता तो गांव की भूमि प्रबंधन समिति विवादित जमीन का कब्जा प्राप्त कर सकती है। कोर्ट ने यह भी आदेश दिया है कि मामला काफी पुराना हो चुका है लिहाजा इसे छह महीने में निर्णित किया जाए।
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उत्तराखंड में बागेश्वर जिले में बारात में दूषित खाना खाने के बाद करीब 250 लोग फूड पॉइजनिंग की चपेट में आ गए. इनमें से 10 मरीजों को हल्द्वानी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसमें से एक मरीज की हालत गंभीर है. जबकि, एक बच्ची की मौत हो चुकी है. अस्पताल में भर्ती मरीज (Photo:aajtak) बागेश्वर जिले के कपकोट में फूड प्वाइजनिंग से 250 से ज्यादा लोगों की तबीयत बिगड़ गई. बताया जा रहा है कि शुक्रवार को बारात में दूषित खाना खाने से लोगों की ऐसी हालत हुई है. फूड प्वाइजनिंग की वजह से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है और 15 की हालत गंभीर है. पीड़ितों में से कई दर्जन लोग अब भी मौत से सामना कर रहे हैं. इलाज के लिए कुछ को एअरलिफ्ट से भेजा जा रहा है तो कुछ को एंबुलेंस से. पहाड़ों से एअरलिफ्ट कर 20 के लगभग मरीजों को बड़े अस्पतालों में भेजा जा चुका है. करीब एक दर्जन भर गंभीर मरीजों को हल्दवानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मरीजों के वहां पहुंचते ही अफरा-तफरी का माहौल बन गया. वार्ड ब्वॉय से लेकर डॉक्टर समेत पूरा मेडिकल स्टाफ जल्द से जल्द बीमार लोगों को इलाज मुहैया कराने की कोशिश कर रहे थे. मामले की गंभीरता को देखते हुए कमिश्नर, सिटी मजिस्ट्रेट और एसडीएम समेत सभी प्रशासनिक अफसर और आला पुलिस अधिकारी अस्पताल में पहुंच चुके हैं. मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और एसडीएम ने अस्पताल पहुंचकर मरीजों का हालचाल जाना. उनके मुताबिक मरीजों की हालत अभी स्थिर है. मरीज लगातार डॉक्टरों की निगरानी में हैं.
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यह शिकारियों, तस्करों के खिलाफ एक गतिविधि है, यह सेवा कुत्तों को शामिल करने वाला एक पीछा है, यह ड्रग ट्रैफ़िकर्स का निरोध है - ऐसा है, रूस की सीमाओं पर क्रीमिया से कामचटका तक, कोला प्रायद्वीप से उत्तरी काकेशस के पहाड़ों तक। बॉर्डर गार्ड सर्विस - रूस की सीमाओं की रक्षा हवा में, जमीन पर, पानी पर और पानी के नीचे। लेकिन एक महत्वपूर्ण सैन्य घटक है। देश का पश्चिमी भाग केप टारन है। यह कलिनिनग्राद क्षेत्र का क्षेत्र है, जो एक संभावित विरोधी के बगल में स्थित है - वे देश जो उत्तरी अटलांटिक सैन्य दल के सदस्य हैं। रूस की सीमाओं पर, न केवल एफएसबी बॉर्डर गार्ड के जवान अपनी सुरक्षा में लगे हुए हैं, बल्कि सशस्त्र बलों की इकाइयां भी हैं। उसी कलिनिनग्राद क्षेत्र में, मिसाइल प्रणालियां स्थित हैं जो किसी भी समय एक संभावित विरोधी के ठिकानों पर सटीक हड़ताल कर सकती हैं यदि उनके पास ताकत के लिए रूसी संघ की सीमाओं का परीक्षण करने का इरादा है। नाटो में, पश्चिमी रूस में इस्कंदर परिसरों की तैनाती चिंताजनक है। अक्सर रूसी संघ में इन मिसाइल प्रणालियों को "हटाने" के लिए कॉल सुनी जाती है। इसी समय, गठबंधन खुद रूस की सीमाओं पर अपनी सैन्य क्षमता का निर्माण करना जारी रखता है। अमेरिकी सामरिक बमवर्षक रूसी संघ की पूर्वी सीमाओं पर दिखाई देते हैं, जो कुरील द्वीप समूह से कई दसियों किलोमीटर दूर है। Zvezda चैनल पर कार्यक्रम "सैन्य स्वीकृति" हमारे देश के सीमा क्षेत्रों में स्थित सशस्त्र बलों की इकाइयों और संरचनाओं में सेवा का विवरण देता हैः ओह! जीवित रहने के! तुम क्या थक गए हो? सप्ताहांत से? छलावरण के रूप में वीडियो में कहीं खरीदा जा सकता है? यह वारियर-आर्कटिक है। उनके FSB ने अपने लिए सीमा रक्षकों को आदेश दिया। पूरे फॉर्म में किट में थर्मल तत्वों का एक गुच्छा होता है। उसके बाद वारियर-आर्कटिक। उनके FSB ने अपने लिए सीमा रक्षकों को आदेश दिया। पूरे फॉर्म में किट में थर्मल तत्वों का एक गुच्छा होता है। मुझे पता है ... सिर्फ मजाक किया .. अब डॉक्टर ऐसे काम कर रहे हैं .. यदि केवल सैन्य कमिश्रिएट के माध्यम से, वर्ष के दौरान आगे अनिवार्य उपयोग के साथ।
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यौन उत्पीड़न केस में जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद आसाराम पर फैसला अब जेल में ही सुनाया जाएगा। भारी संख्या में भक्तों के पहुंचने और सुरक्षा कारणों के चलते हाईकोर्ट ने इस बारे में पुलिस की ओर से दी गई अर्जी पर सुनवाई के बाद मंगलवार की दोपहर यह फैसला सुनाया।सुनवाई के दौरान डीसीपी ईस्ट अमनदीप कपूर सहित पुलिस के आला अफसर कोर्ट में मौजूद रहे। इससे पहले सुबह जस्टिस गोपालकृष्ण व्यास की खण्डपीठ ने पुलिस विभाग की अर्जी पर दोनों पक्षों को सुनकर कर फैसला सुरक्षित रख लिया था। हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद पुलिस ने अब राहत की सांस ली है।गौरतलब है कि यौन उत्पीड़न के इस मामले में एससी-एसटी कोर्ट पीठासीन अधिकारी मधुसुदन शर्मा आगामी 25 अप्रैल को फैसला सुनाने वाले हैं। पुलिस की तरफ से जोधपुर हाईकोर्ट में अर्जी लगाकर यह कहा गया था यहां पर राम रहीम पर फैसला सुनाने के बाद पंचकूला की जो स्थिति बनी थी वैसी ही हालत आसाराम को कोर्ट में पेश करने पर हो सकती है। लिहाजा, जेल में ही आसारामर पर फैसला सुनाया जाना चाहिए।आसाराम पर फैसले की तारीख को देखते हुए पुलिस सतर्क हो गई है और किसी तरह की अनहोनी से बचने के लिए वे लगातार रेल मार्ग और हवाई मार्गों पर भी नजर रख रही है।
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न्यूजीलैंड के कप्तान विलियमसन ने सीरीज 3-0 से हारने के बाद कहा, कि भारत ने शानदार खेल दिखाया. भारत की न्यूजीलैंड पर तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में 321 रन से जीत के बाद विलियमसन ने कहा. गेंद टर्न हो रही थी और इन परिस्थितियों में भारत के गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की. स्पिनरों ने परिस्थितियों का पूरा मजा लिया और अश्विन ने इन परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाया और वह लंबे समय से ऐसा कर रहे हैं. वह मैन आफ द सीरीज के सही हकदार हैं. विलियमसन ने अश्विन की जमकर तारीफ की. अश्विन ने पहले और तीसरे टेस्ट मैच में दस या इससे अधिक विकेट लिये और श्रृंखला में कुल 27 विकेट हासिल किये. विलियमसन ने स्वीकार किया कि उनकी युवा टीम ने इन परिस्थितियों में विश्व के शीर्ष स्पिनरों का सामना करते हुए काफी कुछ सीखा. "हमारे लिहाज से सकारात्मक बात यह रही, कि हमने इस तरह के विकेटों पर विश्व के दो सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों का सामना किया और हमारी कमजोरी सामने आयी. जब आप इस तरह की स्थिति में होते हो तो यह निराशाजनक होती है, लेकिन आपको काफी सीख भी मिलती है. यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की खूबसूरती है. आप इन परिस्थितियों में जितने अधिक मैच खेलोगे आप उतने अधिक बेहतर बनते जाओगे." विलियमसन ने स्वीकार किया कि श्रृंखला के दौरान भारत ने एक टीम के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा, "उन्होंने हमारी तुलना में परिस्थितियों का अच्छा फायदा उठाया. उन्होंने संयम से बल्लेबाजी की. जब हमारा वक्त आया तो बल्लेबाजी करना आसान नहीं था. भारत केवल परिस्थितियों के कारण ही नहीं जीता बल्कि उनके पास बहुत अच्छा गेंदबाजी आक्रमण भी है." न्यूजीलैंड के कप्तान ने कहा भारतीय टीम बहुत अच्छी है और उसने यह दिखाया दुर्भाग्य से हम मिलकर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये. हमारी तरफ से प्रयासों में कमी नहीं रही लेकिन भारतीय टीम बेहतर थी और हमारी युवा टीम को उनसे काफी कुछ सीखने को मिला और अभी काफी कुछ सीखने की जरूरत है.
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पहले आपको सिर्फ 999 रुपए फीस देनी होगी बाकि Fees आप तीन Installment में हर महीने 3000/- रुपए के हिसाब से दे सकते है. आपको सारी फीस एक साथ देने की जरुरत नहीं है. अपने वजन का प्रबंधन अच्छी तरह से रहने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकता है और जटिलताओं के जोखिम को कम कर सकता है जो गर्भावधि से आ सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया में, कम से कम 50% महिलाएं और 60% से अधिक पुरुष अधिक वजन वाले हैं. स्वस्थ खाद्य पदार्थ चुनना और सक्रिय होना आपके रक्त शर्करा के स्तर और आपके वजन को प्रबंधित करने में मदद करेगा। मधुमेह वाले लोगों के लिए स्वस्थ खाने की सिफारिशें सभी के लिए समान हैं, इसलिए अलग भोजन तैयार करने या विशेष खाद्य पदार्थ खरीदने की कोई आवश्यकता नहीं है। पौष्टिक भोजन अपने पूरे परिवार द्वारा आनंद लिया जा सकता है। यदि आप अधिक वजन वाले हैं, तो वजन कम करने का सबसे अच्छा तरीका है (और इसे बंद रखना) समझदार भाग आकार के साथ स्वस्थ, संतुलित भोजन खाने के माध्यम से है। यह हर दिन शारीरिक रूप से सक्रिय होने में भी मदद करता है। मधुमेह के लिए स्वस्थ भोजन में उच्च फाइबर, कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) कार्बोहाइड्रेट खाद्य पदार्थों का चयन करना और वसा को कम करना शामिल है, विशेष रूप से संतृप्त वसा। आपको अपने भोजन का सेवन संतुलित करना होगा व्यायाम स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए। पिछली कक्षा का सभी ऑस्ट्रेलियाई लोगों के लिए आहार संबंधी दिशानिर्देश, राष्ट्रीय स्वास्थ्य और चिकित्सा अनुसंधान परिषद द्वारा उत्पादित, आपको स्वस्थ भोजन विकल्प बनाने में मदद करने के लिए एक उत्कृष्ट मार्गदर्शिका है। आहार दिशानिर्देशों का पालन करने के अलावा, मधुमेह वाले लोगों के लिए कुछ अतिरिक्त विचार हैंः नियमित भोजन और स्नैक्स खाएं पूरे दिन समान रूप से। यह आपके शरीर को ऊर्जा की नियमित आपूर्ति प्रदान करता है और रक्त शर्करा के स्तर (बीजीएल) को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। यदि आपको कुछ वजन कम करने की आवश्यकता है, तो पौष्टिक कम ऊर्जा वाले स्नैक्स खाएं, जैसे फल या आहार दही, या सीमित करें कि आप कितनी बार स्नैक करते हैं। कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें प्रत्येक भोजन और नाश्ते में। कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थ आपके शरीर के लिए ऊर्जा का सबसे अच्छा स्रोत हैं और आपके बीजीएल पर सीधा प्रभाव डालते हैं। उनमे शामिल हैः प्रकार, साथ ही साथ आप भोजन में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा, महत्वपूर्ण है। आपके लिए आवश्यक कार्बोहाइड्रेट की मात्रा आपके शरीर के वजन और आप कितने सक्रिय हैं सहित कई कारकों पर निर्भर करती है। आपकी स्वास्थ्य सेवा टीम आपको एक व्यक्तिगत खाने की योजना बनाने में मदद कर सकती है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स या जीआई, खाद्य पदार्थों में कार्बोहाइड्रेट की एक रैंकिंग है कि वे रक्त शर्करा के स्तर को कैसे प्रभावित करते हैं। कम जीआई वाले खाद्य पदार्थ उच्च जीआई वाले खाद्य पदार्थों की तुलना में बीजीएल को अधिक धीरे और तेजी से बढ़ाते हैं। यदि आपको मधुमेह है, तो आप दिन भर में कम जीआई खाद्य पदार्थ खाने से लाभ उठा सकते हैं, आदर्श रूप से प्रत्येक भोजन में। कम जीआई खाद्य पदार्थ आनंद लेने के लिए शामिल हैंः कुल वसा में कम खाद्य पदार्थ चुनें और संतृप्त वसा में विशेष रूप से कम। सामान्य रूप से बहुत अधिक वसा, और विशेष रूप से संतृप्त वसा खाने से वजन बढ़ सकता है, जिससे रक्त शर्करा और कोलेस्ट्रॉल के स्तर में वृद्धि हो सकती है। संतृप्त वसा में मुख्य रूप से पाया जाता हैः स्वस्थ वसा की छोटी मात्रा में शामिल करें। आहार में कुछ वसा अच्छे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। विभिन्न प्रकार के स्वस्थ वसा का उपयोग करने से एक अच्छा संतुलन प्राप्त होगा। स्वास्थ्यवर्धक वसा शामिल हैंः अधिक मात्रा में सभी आहार वसा वजन बढ़ाने में योगदान कर सकते हैं, इसलिए ऐसी मात्रा का सेवन करें जो आपके लिए उपयुक्त हो। एक उच्च फाइबर भोजन भी आपको फुलर महसूस कर रहा है, जो वजन घटाने में सहायता कर सकता है। अपने फाइबर सेवन में सुधार करने के लिए, साबुत या उच्च फाइबर ब्रेड और अनाज और सब्जियां, फलियां और फलों का खूब सेवन करें। चीनी पर एक शब्द। एक मिथक जो मधुमेह को घेरना जारी रखता है, वह यह है कि आहार कम चीनी या चीनी रहित होना चाहिए। अब हम जानते हैं कि यह मामला नहीं है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स के अध्ययन से पता चला है कि कुछ प्रकार की चीनी, जैसे कि फल या दूध में पाए जाने वाले ग्लूकोज शरीर में अधिक धीरे-धीरे परिवर्तित होते हैं। हालांकि अभी भी खाद्य पदार्थों को सीमित करना महत्वपूर्ण है जो चीनी के केंद्रित स्रोत हैं, या उच्च परिष्कृत चीनी में, जैसे शीतल पेय, लॉली और सिरप, कम मात्रा में चीनी को कम वसा, मधुमेह वाले लोगों के लिए उच्च फाइबर भोजन के हिस्से के रूप में शामिल किया जा सकता है। । खरीदारी पर्यटन। यदि आप भारी भोजन के स्वस्थ विकल्पों का चयन करने के बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं, तो आप हमारे किसी एक कार्यक्रम में भाग लेना चाहते हैं स्वस्थ खरीदारी पर्यटन। पर्यटन (सिडनी महानगर और कुछ क्षेत्रीय क्षेत्रों में) आपको सिखाते हैं कि खाद्य लेबल कैसे पढ़ें और स्वस्थ खाद्य पदार्थों को चुनने में आसान बनाने में मदद करें। अधिक जानकारी के लिए हमारी हेल्पलाइन पर 1300 342 238 पर कॉल करें। सही भोजन विकल्प बनाने पर इतना जोर देने के साथ, कुछ लोगों के लिए यह असामान्य नहीं है कि वे क्या खाएं, इस बारे में चिंतित हों। खुद के लिए दयालु रहें। यह लगातार सही विकल्प बनाने के लिए संघर्ष है और आपको सामयिक उपचार की अनुमति है! सिकंदराराऊ (हसायन) 16 जनवरी । वैश्विक महामारी के दौरान जनमानस की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार के द्वारा विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से कोविड वैक्सीनेशन को लेकर शनिवार को पीएम व सीएम के लाइव प्रसारण को दिखाए जाने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सभागार में एलसीडी प्रोजेक्टर की व्यवस्था की गई। प्रभारी चिकित्साधिकारी सोनू निमेष ने शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सभागार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा दिए गए लाइव प्रसारण स्वास्थ्य कर्मियों को दिखाया गया।
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इसी के साथ उन्होंने कहा कि हम पंचायत चुनाव भी पूरी मजबूती के साथ लड़ेंगे और किसी दल के साथ गठबंधन करेंगे. मायावती ने केंद्र सरकार को किसान विरोधी बताया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को किसान विरोधी कृषि कानून वापस ले लेने चाहिए. जिन किसानों की इस आंदोलन में मृत्यु हुई है उनके परिवारों को केंद्र और राज्य सरकारों को उचित आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देनी चाहिए. मायावती ने लखनऊ, कानपुर व फैजाबाद मंडल के लोगों से लखनऊ स्थित कांशीराम स्मारक स्थल और मेरठ मंडल के लोग नोएडा स्थित दलित प्रेरणा स्थल में पहुंचकर श्रद्धा समुन अर्पित करने के लिए कहा था. साथ ही कहा कि इसमें कोरोना प्रोटोकाल का पालन किया जाएगा. वहीं बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने पंचायत चुनाव और आने वाले 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में संगठन को मजबूत करने को लेकर फेरबदल शुरू किया है.
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फिल्म आत्मा में बिपाशा बसु के साथ काम करने वाली अभिनेत्री गीतिका त्यागी ने भी जॉली एलएलबी के निर्देशक सुभाष कपूर पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। गीतिका ने हाल ही में अपने ट्विटर अकाउंट से अपना एक पुराना वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में नजर आ रहा है कि निर्देशक सुभाष कपूर अपनी पत्नी के साथ मौजूद हैं और गीतिका त्यागी वहां बेतहाशा रो रही हैं। यह तीनों सुभाष कपूर द्वारा गीतिका के साथ किये गये गलत व्यवहार पर चर्चा कर रहे हैं ।गीतिका ने अपनी फिल्म के निर्माता सुभाष कपूर को ही चांटा मार दिया था।
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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज दो अगस्त को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और तत्कालीन अविभाजित मध्यप्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री स्वर्गीय पंडित रविशंकर शुक्ल की जयंती पर जनता को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। यहां जारी शुभकामना संदेश में कहा है कि पंडित रविशंकर शुक्ल का जन्म मध्यप्रदेश के सागर जिले में हुआ था, लेकिन हम सबके लिए यह गर्व की बात है कि उन्होंने छत्तीसगढ़ को कर्मभूमि बनाकर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया। उन्होंने वर्ष 1902 में तत्कालीन खैरागढ़ रियासत में प्रधान अध्यापक के रूप में भी अपनी सेवाएं दी। उनकी हाईस्कूल की शिक्षा रायपुर में और उच्च शिक्षा जबलपुर और नागपुर में हुई। डॉ. रमन सिंह ने कहा-स्वर्गीय पंडित रविशंकर शुक्ल एक सुयोग्य अध्यापक, कुशल प्रशासक, अच्छे वक्ता, लेखक, गंभीर, चिंतक, वकील और पत्रकार भी थे। वर्ष 1942 में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आव्हान पर भारत छोड़ो आंदोलन का उन्होंने छत्तीसगढ़ में कुशल नेतृत्व किया। डॉ. रमन सिंह ने कहा-आजादी के बाद 15 अगस्त 1947 से 31 अक्टूबर 1956 तक तत्कालीन सीपी एण्ड बरार प्रांत के प्रथम मुख्यमंत्री और राज्यों के पुनर्गठन के बाद एक नवम्बर 1956 से 31 दिसम्बर 1956 तक नये मध्यप्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में जनता की बेहतरी के लिए पंडित शुक्ल के कार्यों को आज भी सम्मान के साथ याद किया जाता है। आजादी के बाद लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल के नेतृत्व में पंडित शुक्ल ने देशी रियासतों के भारत संघ में विलय में भी सराहनीय सहयोग दिया। डॉ. सिंह ने कहा-छत्तीसगढ़ में भिलाई इस्पात संयंत्र की स्थापना के लिए पंडित रविशंकर शुक्ल ने केन्द्र के स्तर पर पहल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रायपुर शहर में संस्कृत महाविद्यालय, आयुर्वेद कॉलेज, विज्ञान और इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना भी उनकी प्रेरणा से हुई। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य और देश के विकास में उनके ऐतिहासिक योगदान के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए उनकी स्मृति में पंडित रविशंकर शुक्ल अलंकरण की स्थापना की है। यह अलंकरण सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक क्षेत्र में सराहनीय भूमिका निभाने वाले व्यक्ति अथवा संस्था का चयन कर उन्हें हर साल छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस 'राज्योत्सव' के अवसर पर प्रदान किया जाता है। उल्लेखनीय है कि पंडित रविशंकर शुक्ल का जन्म दो अगस्त 1877 को मध्यप्रदेश के सागर जिले में हुआ था। प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में तत्कालीन मध्यप्रदेश सरकार का नेतृत्व करते हुए उनका निधन 31 दिसम्बर 1956 को दिल्ली में हुआ।
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यूरोप की सबसे बड़ी कम लागत वाली एयरलाइन के प्रमुख ने इसकी अनुचित प्रतिक्रिया के लिए यूके सरकार की आलोचना की है COVID -19 संकट। Ryanair मुख्य कार्यकारी माइकल ओ'लियरी ने विदेशों में 'मुहावरेदार' आने वाले यात्रियों के लिए नए शुरू किए गए सरकारी संगरोध नियमों को भी कहा। "यह मूर्खतापूर्ण है और यह अकल्पनीय है। आपके पास यूके में पर्याप्त पुलिस नहीं है, "रयानएयर के सीईओ ने एक साक्षात्कार में कहा। पिछले हफ्ते, ब्रिटिश प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन ने पुष्टि की कि ब्रिटेन पहुंचने वाले सभी यात्रियों को 14 दिनों के लिए छोड़ दिया जाएगा। महीने के अंत में उपाय प्रभावी होने की उम्मीद है। ओ'लियरी ने पहले आगमन के विचार को "अप्राप्य" के रूप में लिया था। "मुझे लगता है कि लोग बड़े पैमाने पर इसे अनदेखा करेंगे, जो अच्छा नहीं है," उन्होंने पिछले हफ्ते मीडिया से कहा, उनका कहना है कि उनका मानना है कि उपाय "बहुत जल्दी गायब हो जाएंगे।" मई की शुरुआत में, रयानएयर ने अपने कर्मचारियों की संख्या में लगभग 3,000 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करते हुए वेतन कम करने और 15 नौकरियों में कटौती करने की घोषणा की, क्योंकि एयरलाइनर कोविद -19 महामारी के बीच यात्री यातायात के नुकसान का सामना करने की कोशिश करता है। कंपनी ने कहा कि वह जून के अंत तक अपनी निर्धारित उड़ानों के एक प्रतिशत से भी कम परिचालन करेगी। इस महीने की शुरुआत में, जॉनसन ने संगरोध प्रतिबंधों को आसान बनाने के लिए एक रोडमैप का अनावरण किया, जिसमें उम्मीद जताई गई कि कुछ व्यवसाय 1 जुलाई तक काम फिर से शुरू कर सकते हैं। नागरिकों को विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिबंधों की बदलती डिग्री के बारे में सूचित करने के लिए पांच-स्तरीय 'COVID अलर्ट सिस्टम' की शुरुआत की गई थी।
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वैशाली का इतिहास काफी मजबूत है या यूँ कहे की वैशाली किसी पहचान की मोहताज नहीं है तो गलत नहीं होगा। वैसे तो ये एक सुंदर गांव है जहां आम और केला के बड़े - बड़े बाग और खेत पाएं जाते है। वैशाली पर्यटन, अद्भुत बौद्ध स्थलों के लिए जाना भी जाता है। वैशाली को शुरूआत से ही पर्यटन की दृष्टि से एक विशेष स्थान व अध्याय के रूप में देखा गया है। अगर इसके इतिहास के बारे में बात की जाएं तो वैशाली का उल्लेख, रामायण के काल से ही होता आ रहा है। महाभारत में भी वैशाली का उल्लेख है। भगवान महावीर के जन्म से पहले, यह शहर लिच्छवि राज्य की राजधानी हुआ करता था। इस स्थान का गहरा आध्यात्मिक महत्व भी है, यह एक गणराज्य है जहां भगवान महावीर का जन्म हुआ था। भगवान बुद्ध ने इस स्थल को अपने मार्गदर्शन से यादगार बना दिया। विशाला भी था। इसकी स्थापना महातेजस्वी विशाल नामक राजा ने की थी, जो भारतीय परम्परा के अनुसार इक्ष्वाकु वंश में उत्पन्न हुए थे। इसकी पहचान मुजफ्फरपुर ज़िले में स्थित आधुनिक बसाढ़ से की जाती है। वहाँ के एक प्राचीन टीले को स्थानीय जनता अब भी राजा विशाल का गढ़ कहती है। प्राचीन नगर वैशाली, जिसे पालि में वैसाली कहा जाता है, के भग्नावशेष वर्तमान बसाढ़ नामक स्थान के निकट स्थित हैं जो मुजफ्फरपुर से 20 मील दक्षिण-पश्चिम की ओर है। इसके पास ही बखरा नामक ग्राम बसा हुआ है। इस नगरी का प्राचीन नाम विशाला था, जिसका उल्लेख वाल्मीकि रामायण में है। गौतम बुद्ध के समय में तथा उनसे पूर्व लिच्छवी गणराज्य की राजधानी यहाँ थी। यहाँ वृजियों का संस्थागार था, जो उनका संसद-सदन था। वृजियों की न्यायप्रियता की बुद्ध ने बहुत सराहना की थी। वैशाली के संस्थागार में सभी राजनीतिक विषयों की चर्चा होती थी। यहाँ अपराधियों के लिए दंड व्यवस्था भी की जाती थी। कथित अपराधी का दंड सिद्ध करने के लिए विनिश्चयमहामात्य, व्यावहारिक, सूत्रधार अष्टकुलिक, सेनापति, उपराज या उपगणपति और अंत में गणपति क्रमिक रूप से विचार करते थे और अपराध प्रमाणित न होने पर कोई भी अधिकारी दोषी को छोड़ सकता था। दंड विधान संहिता को प्रवेणिपुस्तक कहते थे। वैशाली को प्रशासन पद्धति के बारे में यहाँ से प्राप्त मुद्राओं से बहुत कुछ जानकारी होती है। वैशाली के बाहर स्थित कूटागारशाला में तथागत कई बार रहे थे और अपने जीवन का अंतिम वर्ष भी उन्होंने अधिकांशतः वहीं व्यतीत किया था। इसी स्थान पर अशोक ने एक प्रस्तर स्तंभ स्थापित किया था।
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लखनऊ। भले ही कर्नाटक चुनाव में भाजपा की शिकस्त में कांग्रेस के प्रयासों का अहम योगदान रहा हो लेकिन भाजपा को बैकफुट पर लाने के लिए व्यूह रचना तो असल में गठबंधन की सियासत की अनुभवी बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा ही की गई थी इसलिये उनके इस योगदान की अहमियत सर्वोपरि है। उनके ही प्रयास का नतीजा है कि जेडीएस और कांग्रेस के बीच न सिर्फ सहमति बन सकी बल्कि सरकार बनाने की नौबत तक आ सकी। हालांकि कर्नाटक में भी उनकी पार्टी ने अपनी धमक दर्ज करा दी है। जिसके चलते उनके हौसले और भी बुलंद हो चले हैं। गौरतलब है कि कर्नाटक में हालांकि वैसे तो चुनाव के पूर्व से ही जेडीएस को किंग मेकर के रूप में देखा जा रहा था लेकिन चुनाव के बाद आते जो परिणामों के संकेत थे उससे भाजपा काफी उत्साहित नजर आ रही थी लेकिन गठबंधन की सियासत की बेहद अनुभवी बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कुछ ऐसा मंत्र जेडीएस और कांग्रेस के नेताओं के कानों में फूंका कि भाजपा का उत्साह न सिर्फ काफूर हो गया बल्कि उसका सरकार बनाने का ख़्वाब भी उससे दूर हो गया। वहीं किंग मेकर कही जा रही जेडीएस खुद किंग की भूमिका में आ गई। अचानक ही भाजपा की सारी गणित भी गड़बड़ा गई। क्योंकि हाल के कर्नाटक चुनावों के दौराना मायावती जहां जेडीएस नेताओं के बराबर संपर्क में रहीं वहीं उन्होंने उनके अनुभव को भी सराहा था। इसी के चलते जब कर्नाटक चुनावों के नतीजों में हालात ऐसे नजर आये तो मायावती ने तुरंत जेडीएस मुखिया एच डी देवगौड़ा से संपर्क कर उनसे मौजूदा हालातों के मुताबिक रणनीति पर विचार विमर्श कर उन्हें साथ आने की सलाह दी। साथ ही पार्टी के राज्यसभा सांसद अशोक सिद्धार्थ को चुनाव के परिणाम आने के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद से मिलने को कहा था। जिसके चलते ही गुलाम नबी आजाद ने भी सोनिया गांधी को जेडीएस से हाथ मिलाने को कहा। इसके बाद मायावती ने जेडीएस के देवगौड़ा से बात की और उन्हें कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए मनाया। इसके साथ ही मायावती ने सोनिया को भी फोन करके बात कर जेडीएस के साथ के लिए मनाया। कुल मिलाकर बसपा सुप्रीमों के पैंतरे भाजपा के लिए बनते जा रहे हैं खतरे इसकी बानगी हाल ही में उततर प्रदेश के उपचुनावों में उनके द्वारा चला गया पैंतरा कितना सटीक बैठा। वहीं कर्नाटक में भी सिर्फ चुनाव के आते हुए परिणामेां से ही आगे की रूपरेखा को समझ जाना तथा वहां के दो दलों को आपस में साथ लाना उनके जैसे राजनीति के मंझे खिलाड़ी के बस की ही बात है। इससे साफ जाहिर होता है कि 2019 का चुनाव उत्तर प्रदेश में तो भाजपा के लिए बहुत ही भारी है।
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फिल्म Madam Chief Minister इस शुक्रवार को रिलीज हुई है। जिसके बाद यूपी के कुछ शहर जैसे कि कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी और मथुरा के पीवीआर और सिनेमाघरों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। इसके बाद से शहरों के इलाकों में सनसनी फैल गई। दरअसल "सूर्यवंशी बादशाह" नाम के एक ट्वीटर हैंडल से मैडम चीफ मिनिस्टर के शो के दौरान बम से उड़ाने की धमकी देते हुए डीजीपी और यूपी पुलिस को टैग किया गया था। इसके बाद यूपी पुलिस सक्रिय हो गई। सिनेमाघरों को खाली कराया गया। चेकिंग शुरू हो गई। कहीं कुछ न मिलने की वजह से पुलिस ने राहत की सांस ली। शुक्रवार सुबह 11.56 बजे कानपुर पुलिस को धमकी भरा मैसेज पोस्ट मिला। मैसेज में लिखा था कि "मिराज सिनेमा गुरूदेव, पम्मी थियेटर में Madam Chief Minister फिल्म के शो में कुछ देर बाद ब्लास्ट होगा। कोई नहीं बचेगा।" इस पोस्ट में पुलिस के साथ-साथ न्यूज चैनल और दो न्यूज एंकर को टैग किया गया। इसके बाद 12.03 बजे वाराणसी पुलिस को मैसेज भेजा गया। जिसमें जेएचवी मॉल को बम से उड़ाने की धमकी मिली। इसके बाद पुलिस जांच के लिए पहुंच गई। उसी समय मथुरा पुलिस को भी जानकारी मिली। तो वहीं प्रयागराज पुलिस को सुबह 11 बजे धमकी भड़े मैसेज मिले। तीनों शहर के सिनेमाघरों में जांच की गई लेकिन कहीं से कुछ भी नहीं मिली. जिसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता शरद यादव मंगलवार को राज्यसभा में विपक्ष का साथ देते दिखे जब कांग्रेस दो प्रकार के नोटों की छपाई का आरोप लगाते हुए सरकार पर हमला बोल रही थी. चर्चा है कि शरद यादव बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू प्रमुख नीतीश कुमार द्वारा महागठबंधन तोड़ कर भाजपा के साथ जाने के मुद्दे पर नाराज चल रहे हैं. बिहार में भाजपा के साथ जदयू के गठबंधन के बाद भी सदन में शरद यादव की सीट नहीं बदली है और अब भी उनकी सीट विपक्ष की ओर ही है. शरद यादव के एक तरफ बसपा नेता एस सी मिश्रा की सीट है और दूसरी ओर सपा नेता रामगोपाल यादव की सीट है. शून्यकाल में कांग्रेस सदस्य कपिल सिब्बल ने दो तरह के नोटों की छपाई का मुद्दा उठाया था. इस मुद्दे पर शरद यादव ने कहा कि दुनिया में कोई अन्य ऐसा देश नहीं होगा जहां दो आकार वाले नोट छपे हों. उन्होंने कहा कि सरकार को इस बारे में जवाब देना चाहिए. कुरियन ने सदस्यों से शांत होने और सदन में शून्यकाल चलने देने की अपील की लेकिन हंगामा कर रहे सदस्यों पर अपील का कोई असर नहीं हुआ और उपसभापति ने 11 बजकर करीब 50 मिनट पर बैठक 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. दोपहर एक बजे बैठक शुरू होने पर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने 25 जुलाई 2017 को राज्यसभा में दिए गए एक अतारांकित प्रश्न के दिए गए उत्तर के संशोधनार्थ एक विवरण सदन के पटल पर रखा. इसके बाद बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. दोपहर दो बजे भी हंगामा जारी रहा और कार्यवाही बार बार बाधित हुई . अंततः करीब ढाई बजे बैठक दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई. मुजफ्फरपुरः BRABU में हाथ से लिखे "Marksheet (अंकपत्र)" लेकर छात्र BRABU में "Verification" के लिए पहुंचने लगे हैं। इस "Marksheet (अंकपत्र)" पर छात्रों के विषय से लेकर "Paper" और प्रत्येक विषयों के "Marks" तक हाथ से ही लिखे गये हैं। BRABU में "Verification" के लिए पहुंचने के बाद BRABU अधिकारियों व कर्मचारियों को इसमें गड़बड़ी की आशंका हो रही है। BRABU के परीक्षा नियंत्रक डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि BRABU से पिछले 2 साल से पूरी तरह कम्प्यूटराइज अंकपत्र (Computerised Marksheet) दिया जाता है। उन्होंने बताया कि इसके पहले जो "Marksheet (अंकपत्र)" दिया जाता था उसमें विषय "Paper" आदि कम्प्यूटराइज होता था उसमें छात्रों का नाम, रोल नंबर व छात्रों आने वाला अंक हाथ से लिखा जाता था। सहायक शिक्षक भर्ती के 69000 पदों के लिए चयनित उम्मीदवारों को जिला आवंटित कर दिया गया है। इसके लिए प्रयागराज स्थित बेसिक शिक्षा परिषद ने उम्मीदवारों के जिला आवंटन की फाइनल लिस्ट भी जारी कर दी है। यूपी सहायक शिक्षक भर्ती 2019 की आखिरी और फाइनल आंसर की जारी हो गयी है। उम्मीदवार ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते हैं कि उनका सलेक्शन हुआ है या नहीं।
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दिल्ली में स्वास्थ्य व्यवस्था में बेहतरी लाने के उद्दयेशय से केजरीवाल सरकार ने एलएनजेपी अस्पताल में एक अत्याधुनिक यूरोडायनामिक्स प्रयोगशाला की शुरुआत की है। यह दिल्ली सरकार के किसी भी अस्पताल में अपनी तरह की पहली प्रयोगशाला और निदान केंद्र है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल में इस प्रणाली का उद्घाटन करते हुए कहा, "हमने अस्पताल में एक यूरोडायनामिक वीडियो सिस्टम स्थापित किया है जिसका उपयोग 12 साल तक के बच्चों में मूत्र संबंधी विसंगतियों के निदान और उपचार के लिए किया जाता है। इससे डॉक्टरों को बच्चों में प्रारंभिक अवस्था में स्थितियों का पता लगाने में मदद मिलेगी जो गंभीर जटिलताओं को रोक सकती हैं। इस प्रणाली का उपयोग अन्य गैस्ट्रो-इंटेस्टाइनल रोगों के निदान और उपचार के लिए भी किया जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को लोकनायक जय प्रकाश अस्पताल में अत्याधुनिक यूरोडायनामिक्स लैब की शुरुआत की। जहां डॉक्टरों को यूरोडायनामिक परीक्षण करने के लिए आवश्यक मशीनरी मुहैया कराया जाएगा। इस पूरे सिस्टम को वीडियो-यूरोडायनामिक सिस्टम कहा जाता है। इस प्रणाली में मूत्राशय की गतिशीलता का अध्ययन करने के लिए उन्नत उपकरण लगे हैं और यह मूत्र संबंधी विसंगतियों और रोगों वाले बच्चों के प्रबंधन के लिए आवश्यक है। यह उपकरण मुख्य रूप से मूत्र संबंधी समस्याओं के साथ पैदा होने वाले बच्चों के इलाज़ में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। यह बीमारी समय पर इलाज़ न होने के कारण बाद में और भी जटिल समस्याओं का रूप ले लेती है। बाल चिकित्सा की सर्जिकल यूनिट में ज्यादातर यूरोलॉजिकल विसंगतियां वाले मामलों होते हैं। ऐसे में यह प्रणाली बीमारी का जल्द पता लगाने में मदद करेगी। वक़्त रहते इलाज़ मिल पाने से समस्या आगे नहीं बढ़ती। उम्र बढ्ने के बाद इन समस्याओं का इलाज़ जटिल होता जाता है और कई बार तो गुर्दे के प्रत्यारोपण की आवश्यकता भी पड़ जाती है। इस मशीन के आने से अब बच्चों के अंदर पनप रहे किसी भी प्रकार की मूत्राशय संबंधी समस्या का उपचार किया जा सकेगा। यह आधुनिक प्रयोगशाला इन मूत्राशय से संबंधित सभी असामान्य शरीर की क्रिया की वास्तविक समय की तस्वीर लेने में भी सक्षम है, जो सामान्य यूरोडायनामिक मशीनों के साथ संभव नहीं हैं। इससे बीमारी का पता लगाने और सटीकता में अत्यधिक सुधार होगा। सत्येंद्र जैन ने कहा कि इस तरह की बीमारियों का शुरुआती चरण में निदान और उपचार न केवल एक मरीज के जीवन को बचाने में अहम भूमिका अदा करता है, बल्कि आगे चल कर आने वाले महंगे इलाज़ की प्रक्रियाओं से भी बचाता है। इलाज़ में देरी होने पर मरीज में कई गंभीर रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। इस प्रणाली का उपयोग मूत्र संबंधी समस्याओं के अलावा गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोगों के इलाज और निदान के लिए भी किया जा सकता है, जैसे कि गुदा-नाल और अन्नप्रणाली के दबाव को मापना। यह इलाज के लिए भी उपयोगी है और बीमारी से प्रभावित बच्चों में मूत्र और मल नियंत्रण में सुधार के लिए महत्वपूर्ण बायो-फीडबैक को स्क्रीन पर दर्शाता है। इससे बच्चे को निदान के दौरान करने वाली प्रक्रियाओं को करने में आसानी होती है। चूंकि देश में ऐसे कुछ ही केंद्र जहां यह उपकरण हैं, इसलिए एलएनजेपी अस्पताल में इस लैब के बनने से आम लोगों को काफी फायदा होगा। यह उन्नत उपकरण निश्चित रूप से लोगों और यूरोलॉजी विभाग के लिए भी एक वरदान साबित होगा। जिससे प्रारंभिक अवस्था में यूरोलॉजिकल रोगों का पता लगाया जा सकेगा और अनुसंधान के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकेगा।
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कभी उनकी निजी ज़िंदगी, कभी उनकी फ़िल्में और कई बार उनकी विचारहीन टिप्पणियां उन्हें मीडिया की चकाचौंध में रखती हैं. पीएम नरेंद्र मोदी की बायोपिक को लेकर खबरों में रहे विवेक ओबेरॉय तब ज्यादा सुर्खियों में आए जब इन्होने अपनी X - गर्लफ्रेंड ऐश्वर्या को लेकर एक meme शेयर कर दिया,जो ज़ाहिर तौर पर ऐश्वर्या राय बच्चन के निजी जीवन में एक झटका था. उनके ट्वीट में तीन तस्वीरों का एक सेट दिखाया गया था - एक में 'ओपिनियन पोल' का जिक्र है जिसमें सलमान खान और ऐश्वर्या राय की तस्वीर थी , उसके बाद 'एक्जिट पोल' में खुद को एक्ट्रेस के साथ दिखाया गया था और 'रिजल्ट 'तीसरा ऐश्वर्या राय बच्चन को उनके पति अभिषेक बच्चन और उनकी सात वर्षीय बेटी आराध्या के साथ दिखाया गया था. हद तब हो गयी जब विवेक ने अपनी इस हरकत के लिए माफी मांगने से इंकार कर दिया. लेकिन सोशल मीडिया पर गंभीर आलोचना के बाद विवेक ओबेरॉय ने 21 मई को अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन के निजी जीवन पर meme साझा करने के लिए माफी मांगी और विवादास्पद ट्वीट को हटा दिया. प्रियंका चोपड़ा ने सलमान खान की फिल्म भारत क्या छोड़ी सलमान खान इस सदमे से बाहर ही नहीं आ पाये. तभी तो हर प्रैस कौन्फ्रेंस और इंटरव्यू में सलमान प्रियंका को ही याद करते दिखे. कई बार तो खुद कैटरीना ने बीच में बोलकर सलमान को चुप कराया.
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सरकार ने कहा कि हालांकि महाराष्ट्र, दिल्ली और चंड़ीगढ़ में बर्ड फ्लू (Bird Flu) की पुष्टि होने का इंतजार है क्योंकि इन शहरों से लिए गए नमूने लैब में टेस्ट के लिए भेजे गए हैं। जहां एक तरफ पूरी दुनिया जानलेवा कोरोना वायरस और इसके नये स्ट्रेन से लड़ रही है, वहीं भारत पाक-चीन के आतंकवाद व अतिक्रमण के साथ-साथ कोरोना और बर्ड फ्लू जैसी जानलेवा बीमारी के खिलाफ ऐलान-ए-जंग किया है। भारत सरकार ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू (Bird Flu) या 'एवियन इंफ्लूएंजा' के प्रकोप की पुष्टि होने के साथ इस बीमारी से प्रभावित राज्यों की कुल संख्या बढ़ कर सात हो गई है।सरकार ने कहा कि हालांकि महाराष्ट्र, दिल्ली और चंड़ीगढ़ में बर्ड फ्लू (Bird Flu) की पुष्टि होने का इंतजार है क्योंकि इन शहरों से लिए गए नमूने लैब में टेस्ट के लिए भेजे गए हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के अलावा जिन अन्य 6 राज्यों में बर्ड फ्लू (Bird Flu) बीमारी पाई गई है' उनमें हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, केरल, मध्य प्रदेश' गुजरात और हरियाणा शामिल हैं। भारत सरकार के मत्स्यपालन' पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के अधिकारी के मुताबिक' 'अभी तक सात राज्यों में इस खतरनाक बीमारी बर्ड फ्लू (Bird Flu) की पुष्टि हुई है। मंत्रालय ने प्रभावित सभी राज्यों को एडवाजरी जारी कर दिया है' जिससे कि बीमारी की भयावहता और इसके प्रसार को रोका जा सके।' छत्तीसगढ़ में पॉल्ट्री में पक्षियों की और बलोद जिले में वन्य पक्षियों की पिछले दो दिनों से अस्वाभाविक मौत होने की बात सामने आ रही है। जिसके बाद संबंधित विभाग ने इन मृत पक्षियों के सैंपल टेस्ट के लिए लैब भेज दिया है। सरकार के मत्स्यपालन' पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के मुताबिक, दिल्ली के संजय झील में बत्तखों की अस्वाभाविक मौत होने का मामला भी सामन आया है। जिसके बाद इनके सैंपल को भी टेस्ट के लिए लैब भेजा गया है। मंत्रालय ने बताया कि इसी तरह महाराष्ट्र के मुंबई' ठाणे' परभनी, बीड़ और ठाणे जिलों में कौओं की अस्वभाविक मौत का मामला सामने आया है। इन सभी मृत पक्षियों के सैंपल को भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुबीमारी संस्थान (ICAR) को भेजे गए हैं।
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आज दमोह जिले (damoh district) के संग्रामपुर (sangrampur) में महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (president ramnath kovind) का आगमन होने वाला है। दमोह, आशीष कुमार जैन। आज दमोह जिले (damoh district) के संग्रामपुर (sangrampur) में महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (president ramnath kovind) का आगमन होने वाला है। इसको लेकर दमोह की जनता में काफी उत्साह है। और राष्ट्रपति के स्वागत हेतु तैयारियां (preparations) पूरी तरह से चाक-चौबंद कर ली गईं है। वहीं राष्ट्रपति के आगमन से पहले केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल (union minister of culture and toursim prahlad singh patel) ने की गई तैयारियों का जायजा लिया और मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि दमोह के लिए आज का दिन अविस्मरणीय (unforgettable day) है। महामहिम राष्ट्रपति के आगमन से पहले केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने दमोह में तैयारियों का जायजा लिया। और यहां पर मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि आज का दिन महामहिम राष्ट्रपति के आगमन के चलते अविस्मरणीय दिन है। उन्होंने ये भी बताया कि महामहिम राष्ट्रपति जनजातीय सम्मेलन में हिस्सा भी लेंगे। इसके साथ ही राष्ट्रपति रानी दुर्गावती की पहली राजधानी के स्थान पर पर्यटन मंत्रालय द्वारा होने वाले निर्माण कार्यों का शुभारंभ भी करेंगे। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने पेट्रोलियम मंत्रालय को विशेष धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम मंत्रालय की सहायता से यहां पर विशेष निर्माण कार्य किए जाना संभव हो सकेगा। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह दिन दमोह जिले वासियों के लिए अविस्मरणीय रहेगा.
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नयी दिल्लीः दिल्ली पुलिस ने पिछले एक सप्ताह में पांच कथित तस्करों को गिरफ्तार कर मध्य प्रदेश से जुड़े हथियारों की तस्करी के दो रैकेट का पर्दाफाश करने का किया है और उनके कब्जे से 43 आधुनिक पिस्तौल बरामद की हैं . बिहार के मुंगेर जिले के बाद मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र सीमा से सटे खरगौन, बड़वानी और खंडवा जिलों में अवैध हथियारों के निर्माण के बारे में सुरक्षा बलों को हाल ही में जानकारी मिली है . पुलिस के अनुसार, उत्तर प्रदेश के मेरठ निवासी खिलाफत अली, मध्यप्रदेश के बड़वानी जिला निवासी दिनेश गावने को आनंद विहार बस अड्डे से गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 7.65 एमएम बोर के 10 सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल और 10 मैगजीन बरामद की गयी. विशेष पुलिस आयुक्त :विशेष प्रकोष्ठः एस. एन. श्रीवास्तव ने बताया कि दिनेश मध्यप्रदेश से हथियार लेकर खिलाफत अली के पास पहुंचाने आया था . उसी दौरान दोनों को गिरफ्तार किया गया . दूसरी घटना में पुलिस ने धौला कुंआ से उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ जिला निवासियों देवेन्द्र और धर्मेन्द्र को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 20 हथियार बरामद किए गये.
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Home / खास न्यूज़ / CM योगी का कमलनाथ पर प्रहार, 'उन्हें चाहिए अली और हमें चाहिए बजरंगी' CM योगी का कमलनाथ पर प्रहार, 'उन्हें चाहिए अली और हमें चाहिए बजरंगी' हाल ही में UP के सीएम योगी आदित्यनाथ मध्यप्रदेश की खुरई विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) उम्मीदवार भूपेंद्र सिंह के समर्थन में चुनाव प्रचार करने गए थे। इस दौरान सीएम योगी ने कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि कमलनाथ को 'अली' चाहिए, जबकि हमें बजरंग बली चाहिए। CM योगी का कमलनाथ पर प्रहारः राहुल गांधी के मंदिर दौरों पर भी योगी ने निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मात्र दिखावा करते हैं, वे मंदिर में भी घुटनों के बल ऐसे बैठते हैं जैसे कोई मस्जिद में नमाज पढ़ने बैठा हो, यह देखकर पुजारी भी राहुल को टोक देते हैं। उन्हें चाहिए अली और हमें चाहिए बजरंगीः योगी आदित्यनाथ ने कहा, मुझे इस सभा में एक नौजवान कार्यकर्ता के हाथ में बजरंग बली की ध्वजा दिखाई दी, क्योंकि ये स्पष्ट है कि बजरंग बली यहीं आ सकते हैं, कांग्रेस के पक्ष में नहीं जा सकते और इसकी पुष्टि करता हुआ कमलनाथ का बयान तो आ ही गया है कि उन्हें केवल अली चाहिए और हमें बजरंग बली चाहिए। कमलनाथ ने दिया था बयानः योगी ने यह बयान कमलनाथ के उस वायरल वीडियो के संबंध में दिया है जिसमें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मुस्लिम समाज से मतदान तक सब कुछ सहने की बात कह रहे थे, वहीं दूसरे वीडियो में मुस्लिमों से अधिक से अधिक मतदान करने के लिए कह रहे हैं, साथ ही ये भी कह रहे हैं कि अगर मुस्लिमों ने कम मतदान किया तो नुकसान कांग्रेस को होगा।
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Home Crime अवैध माइनिंग पर एस.डी.एम. का छापा,4के खिलाफ मामला दर्ज\nPosted By: Sandeep Dograon: April 09, 2019 In: Crime, Latest, WebTvNo Comments\nहोशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। एस.डी.एम. अमित सरीन के नेतृत्व में माइनिंग विभाग की टीम ने गांव भागोवाल में दो स्थानों पर गैर कानूनी माइनिंग करने के आरोप में कार्रवाई की है। एस.डी.एम. अमित सरीन, जिला माइनिंग अधिकारी व सहायक माइनिंग अधिकारी की संयुक्त टीम ने गांव भागोवाल में गैर कानूनी माइनिंग को चैक करने के लिए दौरा किया।\nचैकिंग के दौरान उक्त स्थान से मिट्टी की गैर कानूनी निकासी पाई गई। इस दौरान सामने आया कि माइनिंग वाले स्थान पर मालिक की ओर से माइनिंग एंड मिनरल एक्ट 1957 की उल्लंघना की जा रही है। इस संबंधी एस.डी.ओ. कम- सहायक माइनिंग अधिकारी आलोक चौधरी की शिकायत पर थाना सदर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ माइनिंग एक्ट की धारा 21 (1) के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया है।\nमाइनिंग के लिए प्रयोग किए जाने वाले3टिप्परों को कब्जे में लेकर जमीन मालिक बलवंत सिंह निवासी भागोवाल, शाम सिंह निवासी भागोवाल, गर्ग ब्रिकलेन के अलावा चालक गुरमेज सिंह निवासी गांव सत्तोवाल जिला होशियारपुर, गुरप्रीत सिंह निवासी गंडोवाल, जसवंत सिंह निवासी गंडोवाल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। एस.डी.एम. अमित सरीन ने कहा कि उप मंडल में माइनर मिनरल की गैर कानूनी निकासी को रोकने के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी और गैर कानूनी काम करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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मुंबईः बंबई हाईकोर्ट ने प्रीति राठी तेजाब हमला मामले में 25 वर्षीय एक व्यक्ति की दोषसिद्धि को बरकरार रखा लेकिन उसे दिए गए मृत्युदंड को आजीवन कारावास में बदल दिया. साल 2013 के इस मामले के दोषी अंकुर पंवार को 2015 में एक विशेष अदालत ने मृत्युदंड की सजा सुनाई थी, जिसके खिलाफ अंकुर ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी. न्यायमूर्ति बी पी धर्माधिकारी और न्यायमूर्ति पी डी नाइक की खंडपीठ ने याचिका को आंशिक रूप से मंजूर कर लिया. यह पहला मामला था जब तेजाब हमले के किसी मामले में देश की किसी अदालत ने मृत्युदंड दिया था. पीठ ने कहा, "भारतीय दंड संहिता की धाराओं 302 (हत्या) और 326 (बी) (तेजाब का इस्तेमाल करके जानबूझकर गंभीर चोट पहुंचाना) के तहत दोषसिद्धि को बरकरार रखा गया है. मृत्युदंड को आजीवन कारावास में बदल दिया गया है." 23 वर्षीय नर्स प्रीति का पीछा करने वाले अंकुर ने मई 2013 में उस पर तेजाब फेंका था जिससे उसकी मौत हो गई थी. प्रीति दिल्ली से आ रही ट्रेन से दो मई 2013 को यहां बांद्रा टर्मिनस पर उतरी थी, तभी अंकुर ने उसके चेहरे पर तेजाब फेंक दिया था. प्रीति की आंखों की रोशनी चली गई थी और वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी. अस्पतालों में करीब एक महीने तक प्रीति का उपचार चला और उसी साल एक जून को यहां बंबई अस्पताल में उसका निधन हो गया था.